जूनियर की बीवी-4
This story is part of a series: keyboard_arrow_left जूनियर की बीवी-3 keyboard_arrow_right जूनियर की बीवी-5 View all stories in series मैं अलका रानी को निहारने लगा. “आह … क्या मदमस्त जवानी थी! मन लुभावने चूचुक पर अकड़ी हुई घुंडियां तनी हुई थीं. हरामज़ादी की सांसें तेज़ तेज़ चल रही थीं जिससे उसके चूचुक कभी ऊपर …