घर में चूत गांड चुदाई का खेल
एक समय ऐसा था कि मकबूल बाग में सिर्फ हमारी कोठी दोमंजिला थी. हमारे खानदान की गिनती रसूखदारों में होती थी. दोमंजिला कोठी के ग्राउण्ड फ्लोर पर दादा जी का बेडरूम था. फर्स्ट फ्लोर के एक बेडरूम में अम्मी और अब्बू तथा दूसरे में मैं और मुझसे तीन साल बड़ी मेरी बहन रुकैय्या सोते थे. …