sunita aunty ki chudai हेलो दोस्तो, मैं हू राहुल खत्री और ले कर आया हू एक नई कहानी.
उमीद हे जिस तरह आप लोगो ने मेरी पचली कहानी पसंद की और मुझे बहुत अछा फीडबॅक दिया. उसी तरह आप मुझे इस कहानी पर भी फीडबॅक देगे.
आज तक आप लोगो ने पढ़ा की कैसे मैने और कब कब अपनी मोम की चूत और गान्ड मे डाला है. पर आज मैं आपको एक अलग ही कहानी बताने वाला हू. तो आइए कहानी शुरू करते है.
बात दरह्सल जून 2016 की है. मैं अपने दोस्तो क साथ घूमने के लिए गोआ गया था. लेकिन वहाँ 2 दिन रुकने के बाद मेरे दोस्तो को कुछ फॅमिली प्राब्लम की वजह से घर आना पड़ा. और मैं गोआ मे तन्हा पड़ गया.
मैं ये सोच रा था की कैसे मैं अब यहा एंजाय करू मैं थोड़ा उदास था और बीच पर बैठा था. तभी मुझे एक आवाज़ सुनाई दी और कहा की यहा तो सब खुश रहने के लिए आते है और तुम यहा उदास बैठे हो. जब मैने उसकी तरफ़ देखा तो मैंने वहाँ एक लगबग 36 यियर्ज़ ओल्ड आंटी को पाया. मैने उससे वापस कहा.
मैं – न्ही आंटी ऐसी कोई बात न्ही है. मैं बस ऐसे ही बैठा हू.
आंटी – न्ही बच्चे कुछ तो बात है. मैने तुम्हे यहा कल भी देखा. कल तुम्हारे साथ और 2 लड़के थे वो आज दिखाई न्ही दे रहे है.
मैं – आंटी दरह्सल बात ये है की वो मेरे दोस्त थे और वो घर चले गये और मैं यहा तन्हा पड़ गया.
आंटी – कितने दीनो के लिए यहा आए हो.
मैं – 15 दीनो के लिए और आज तीसरा दिन है.
आंटी – तुम मेरी कंपनी लेलो और मैं वादा करती हू की तुम ये 15 दिन कभी न्ही भूलोगे.
मैं – आपके साथ और कौन है
आंटी – मैं अकेले हू और मुझे भी किसी की कंपनी चाहिए थी. तो अब तुम मिल गये.
मैं – ओके आंटी – वैसे आप कहा से हो और क्या आप भी यहा घूमने आए हो
आंटी – हा बेटे .
और वो मेरे पास बैठ गयी और 1 घंटे तक एक दूसरे से बातें करते रहे.
तब तक शाम के 7 बज चुके थे
आंटी – चलो राहुल अब हम लोग डिन्नर करने के लिए जाते है और वो मुझे एक रेस्टोरेंट मे ले गयी.
वहाँ आंटी ने कहा की उसने इसी रेस्टोरेंट मे रूम बुक किया है. खाने के बाद हम दोनो रूम मे चले गये और वहाँ हम दोनो टीवी देखने लगे
फिर कुछ देर बाद हम एक ही बेड पर सो गये क्यूकी रूम मे एक ही बेड था. उस टाइम मेरे दिमाग़ मे आंटी के लिए कोई ग़लत खयाल न्ही था.
सोने से पहले वो बोली की राहुल मेरे पैर मे दर्द हो रा हा थोड़ा दबा दो प्लीज़ तो मैने दबाना शुरू किया .
मैने उसका नाम पूछा तो उसने बताया की उसका नाम विनीता हे
5 मिनिट बाद बोली की अब सो जाओ और मैं सो गया. पर मुझे नींद न्ही आ रही थी और मैं करवट बदलता रहता था.
और आख़िर मे सो गया और फिर मैं सुबह 8 बजे जागा तो विनीता आंटी बिकिनी मे थी तब मैने उसकी पूरी बॉडी को देखा तो मैने पाया उसके बूब्स बहुत ही बड़े है.
विनीता आंटी ने मुझे पुकारा और कहा ऐसे क्या देख रहे हो.
औरत आज तक न्ही देखी हे क्या तो मैने वापस जवाब दिया की हा देखी हे पर इतनी सेक्सी न्ही. और उसका साइज़ पूछा तो उसने अपना साइज़ 36 चेस्ट बताया.
मैं – आप का पति कहा हे
आंटी – मैं डिवोर्स्ड हू और मेरी एक बेटी हे जो देल्ही मे पढ़ती हे.
मैं – आप बहुत ही सेक्सी है और आप सेक्स किस के साथ करती हो
आंटी – क्यू तुम करना चाहते हो मेरे साथ.
मैं – अगर आपको कोई प्राब्लम न्ही हो तो हा मैं करना चाहता हू
वो हस्ने लगी और फिर मेरे पास आई और बोली की तुम्हारा वो कितना बड़ा है.
मैने कहा 8 इंच और फिर मैने उसके लिप्स पर हाथ रखा और फेरने लगा वो बहुत ही सेक्सी थी.
फिर मैं अपना हाथ उसके सीने पर ले चला तो उसके बूब्स बहुत ही नर्म और बड़े थे.
मैने आंटी के शर्ट के बटन खोले तो उसने अंदर ब्लॅक कलर की ब्रा पहनी थी.
मैने जैसे ही दबाने शुरू किया तो उसने मेरा हाथ पकड़ा और बोली इतनी भी जल्दी क्या हे तुम्हे जो कुछ भी करना हे शाम को करो.
मैने मना किया पर वो भी न्ही मानी.
फिर मैने ओके कहा और हम दोनो तैयार हो गये .
हम लोगो ने पहले शॉपिंग की और फिर हम दोनो एक बीच पर चले गये. फिर हम दोनो कुछ टाइम के लिए बैठे और आराम किया.
फिर आंटी बोली चलो स्वीमिंग के लिए जाते है और उसने कपड़े उतार दिए सिर्फ़ ब्रा और पनटी पहन के रखी.
मैने भी सिर्फ़ अंडरवेर पहन के रखा और मैं उस के साथ पानी मे चला गया. हम दोनो ने स्विम किया और पानी की गहराई मे जा पहुँचे फिर आंटी मेरे पास आई और मुझे अपने बहो मे ले लिया और किस करने लगी.
मैने भी किस मे उसका जवाब दे दिया और उसको कस के पकड़ लिया. फिर मैने उसकी पानटी मे हाथ डाला उसकी चूत पानी से गीली हो चुकी थी मैं उस की पुसी को रब करने लगा तो आंटी बोली की न्ही अबी न्ही शाम को करते है .
मैने फिर उसकी पानटी से हाथ बाहर निकाला और उसके बूब्स दबाने लगा. ऐसे ही मस्ती करने के बाद तकरीबन 30 मिनिट बाद हम पानी से बाहर आए और शीट पर लेट गये.
मैं अब इस्स इंतज़ार मे था की कब शाम हो जाए और मैं विनीता आंटी के सारे कपड़े उतारू और उसकी चूत मे अपना लंड डालू.
मैने आंटी से कहा की मैं उसको अभी चोदना चाहता हू पर वो बोली न्ही शाम को पक्का जो तू करना चाहता हे वो कर सकता हे पर अभी न्ही.
मैने उसको कहा की प्लीज़ तो वो मान गयी और हम दोनो अपने होटेल मे चले गये .
रूम मे पहुँचते ही मैं उसपर टूट पड़ा मैने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसे बेड पर लिटा दिया. आंटी भी बहुत मस्त और सेक्सी थी तो उसने मेरे कपड़े उतार दिए फिर मैने उसको किस किया और उसके बाद मैं उसके बूब्स चूसने लगा. उसके बूब्स चूसने मे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था मैने 5 मिनिट तक उस के दोनो बूब्स खूब दबाए और चूसा .
फिर मैने अपना मूह उसकी चूत पर रखा और चाटने लगा. उसके मूह से सेक्सी आवाज़ें निकलने लगी और मुझे उन आवाज़ों से मज़ा आने लगा. मैने फिर उसकी चूत मे एक उंगली डाल दी और उसको चोदने लगा .
मुझे तो ऐसा लगता था की जैसे मेरी उंगली किसी आग की भट्टी मे जा रही है.
फिर मैने आंटी के मूह मे अपना लंड डाल दिया और वो मेरे लंड को चूसने लगी.
मुझे उसके चूसने का अंदाज़ से ऐसा लगा जैसे मेरा लंड कोई रांड़ चूस रही है.
लेकिन वो भी किसी रांड़ से कम न्ही थी.
मैं भी उसके मूह को फुल स्पीड से चोद्ता गया.
फिर आंटी ने लोडा बाहर निकाला और बोली की अब मुझसे रहा न्ही जाता अब मेरी चूत मे डाल दो तो मैने उसकी इच्छा पूरी की और मैं उसके टॅंगो के बीच मे चला गया.
और फिर अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक झटका मारा मेरा सिर्फ़ आधा ही लंड अंदर गया और वो चींख पड़ी ऊयय मा मर गयी और मुझे कहा की बेटा थोड़ा धीरे धीरे करो मुझे बहुत दर्द हो रा है पर मैने थोड़ी देर बाद एक और झटका मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत मे चला गया.
मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा था फिर आंटी को बहुत दर्द हो रा था और वो विन्नति करने लगी की एक मिनिट के लिए अपना लंड बाहर निकालो
मैने वैसा ही किया और अपना लंड बाहर निकाला आंटी उठी और पानी पीने लगी फिर तकरीबन 5 मिनिट बाद मैने उसको फिर से लिटाया और फिर उसकी चूत मे अपना लंड डाल दिया लेकिन इस बार मैंने आहिस्ता आहिस्ता डाल दिया. जब मुझे लगा की आंटी थोड़ी शांत है तो मैंने फ़ायदा उठा कर अपनी स्पीड बढ़ा दी.
आंटी चट पटाने लगी पर मैने उसको न्ही छोड़ा और लंड को अंदर बाहर करता रहा .
मैं आंटी को फुल स्पीड से चोद्ता गया तकरीबन 10 मिनिट बाद मैने उसकी चूत से लंड बाहर निकाला और उसको घोड़ी बना दिया.
फिर मे उसके पीचे आया और वापस अपना लंड उसकी चूत मे डाल दिया .
इस्स बार मैने एक ही झटके मे अपना लंड अंदर डाल दिया उसकी वजह से वो आगे की तरफ़ गिरर गयी.
मैने लंड बाहर निकले बगैर ही उसको फिर से खड़ा किया और दोबारा चोदने लगा. इस बार मैने ना अपनी स्पीड बढ़ाई और उसको खूब चोदने लगा.
तकरीबन 15 मिनिट बाद जब मुझे लगा की मैं झड़ने वाला हू तो मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी और अपना सारा माल आंटी की क्लीन शेव्ड चूत मे डाल दिया
मैने फिर अगले 12 दिन भी आंटी की ज़बरदस्त चुदाई की. कैसे और कबब्ब ये जान ने के लिए मेरी अगली कहानी का इंतज़ार करे.
मैं जल्द ही आप लोगो के सामने इस कहानी का अगला पार्ट पेश करूँगा.