बुआ के साथ पहली चुदाई भरी रात

दोस्तो, मेरा नाम ऋषभ है और मैं कानपुर के एक छोटे से कस्बे से हूं. मैं 20 साल का हूं और अभी पढ़ाई पूरी करके जॉब की तलाश हूं. मैं थोड़ा सांवला हूं और मेरी हाईट 5 फुट 7 इंच है, मेरा लंड 3 इंच मोटा और 6 इंच लम्बा है. ये किसी भी औरत को संतुष्ट करने के लिए बहुत है.

यह बात करीब एक साल पहले की है. मैं नौकरी ढूँढ रहा था, तो मेरी बुआ जी ने मुझे एक जगह जॉब बताई और कहा कि मैं उनके यहां आ जाऊं, तो वहीं से जॉब के लिए इंटरव्यू दे दूं, तो आसान रहेगा.
उनकी इस बात पर मैं भी तैयार हो गया.

मेरी बुआजी लखनऊ में रहती हैं. उनके साथ उनके पति और उनके दो बच्चे एक लड़का, एक लड़की रहते हैं. बुआ के दोनों बच्चे अभी बहुत छोटे हैं.

मैंने अगले दिन अपना सामान पैक किया और दोपहर तक घर निकल लिया. बुआ के घर के लिए मैं स्टेशन पर पहुंचा, तो पता चला ट्रेन लेट है. मैं वहीं बैठकर ट्रेन आने का इन्तजार करता रहा. फिर 2 घंटे के बाद ट्रेन आ गई, तो मैंने ट्रेन में सीट देखी और बैठ गया.

गर्मी के दिन थे शाम भी हो गई थी, तो ट्रेन में भीड़ भी थी. मैं पहले खाली सीट देख कर बैठ गया था, तो अच्छे से बैठा रहा. ट्रेन बहुत धीरे धीरे चल रही थी, बार बार रुक रही थी, इस वजह से ट्रेन काफी लेट हो गई. मुझे बुआ के घर पहुंचने में रात के 9 बज गए. जब मैं लखनऊ पहुंचा, तो वहां मौसम खराब था और बहुत जोरों की आंधी चल रही थी.

मैं जैसे तैसे बुआ के घर पहुंचा, तो वहां आंधी की वजह से लाइट भी जा चुकी थी. गर्मी लगने के कारण सब लोग छत पर थे.. क्योंकि नीचे कमरों के अन्दर बहुत गर्मी थी.

मैं घर पहुंचा और बुआ के पैर छुए. चूंकि बुआ मेरा इन्तजार कर रही थीं, तो वो नीचे ही थीं. मैंने खाना खाया और पूछा- फूफा जी कहां हैं?
तो पता चला कि आज वो नाइट ड्यूटी कर रहे हैं और सुबह आएंगे.

फिर बुआ ने कहा- अगर चाहो तो नीचे रह जाओ या अगर ज्यादा गर्मी लगे ऊपर ही सोने चलो.
तो मैंने कहा- नहीं बुआ, मैं यहीं सो जाऊंगा.
बुआ ने हामी भर दी. मैं सो गया.

अगले दिन जब मैं सो कर उठा, तो बिस्तर पर लेटे लेटे ही देखा कि एक 30 साल औरत ब्लैक साड़ी में मेरे सामने बैठी थी. उसका फिगर इतना गजब का था कि उसको देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया. लेकिन मैंने चादर ओढ़ रखी थी, तो दिखा नहीं.

बाद में मुझे पता चला कि वह बुआ की देवरानी सुमन (बदला हुआ नाम) है और यहां घूमने आयी है.
मैं उठा और उनके पैर छुए और उन्होंने भी मुझे हंस के देखा और कहा- खुश रहो.
कुछ देर बुआ ने अपने बच्चों को तैयार करके स्कूल भेज दिया और मुझसे कहा- तुम भी नहा लो.

उस वक्त सभी लोग कमरे में ही थे और टीवी देख रहे थे. मैंने वहीं अपने कपड़े उतारने शुरू दिए, क्योंकि मैं बचपन से ही बुआ से शर्माता नहीं हूं. मैंने अपनी टी-शर्ट उतार दी और तौलिया लेकर लपेट लिया.
मैं आपको बता दूँ कि मैं आर्मी की तैयारी भी कर रहा था और पिछले 4 साल घर पर जिम भी करता था. इस कारण मैंने अपनी बॉडी बहुत गजब की बना रखी थी. मेरे एब्स भी बहुत गजब थे.

मैंने गौर किया कि सुमन मुझे बहुत गौर से देख रही थी. मैंने उसकी तरफ देखा तो वो मुस्कुराने लगी.

फिर मैं नहा कर आया और सबने साथ ही खाना खाया. तब तक बुआ का फोन बजा. दूसरी तरफ फूफा जी थे. उन्होंने कहा कि काम ज्यादा है और फैक्ट्री का मालिक 2 दिन के लिए बाहर गया है, तो फैक्ट्री का सारा काम टाइम पे खत्म करवा के सारा डाटा लोड करना है. शायद मैं आज घर नहीं आ पाऊंगा, कल तक घर आ पाऊंगा.
इस पर बुआ ने फूफा जी से कहा- ठीक है.

More Sexy Stories  चिकनी चाची और उनकी दो बहनों की चुदाई-2

फिर बुआ अन्दर आईं और सुमन से बोलीं- बच्चे शाम तक स्कूल से आएंगे तो उन्हें खाना खिला देना, मैं भी अपने ऑफिस जा रही हूं.
सुमन ने हां में सर हिला दिया.
बुआ ने मुझसे कहा- तुम्हें एक या दो दिन वेट करना होगा, तब तुम्हारा इन्टरव्यू हो सकेगा.
मैंने हां में सर हिला दिया और फिर बुआ चली गईं.

अब घर में मैं और सुमन ही बचे थे.
मैं ज्यादा अनजान लोगों से कम ही बोलता हूं. मैं चुपचाप बेड पर लेट गया और टीवी देखने लगा. सुमन नीचे फर्श पर बैठी थी.
मैंने कहा- बुआ, आप भी ऊपर आ जाओ.

उसने स्माइल दी और ऊपर बेड पर ही बैठ गई. फिर उसने हंसी मजाक शुरू दिया.
बातों बातों में पता चला कि उसके हंसबैंड शहर से बाहर उत्तराखंड में कहीं जॉब करते हैं. वो गांव में अकेली रहती है.

मैंने पूछा- कितना टाइम हो गया, उनको गांव आए हुए?
तो उसने कहा- अब 6 महीने हो गए.
मैंने सोचा कि तब से ये चुदासी होगी. मैंने मजाक में कह दिया- बुआ आज तो आप कहर ढा रही हो.
उसने कहा- हां, तुमने भी तो बॉडी बना रखी है. जिम जाते हो क्या?
मैंने कहा- हां, क्योंकि आजकल की लड़कियों को बॉडी वाले लड़के पसंद आते हैं.

मैंने मजाक में उससे ये कहा, तो उसने भी बिंदास पूछ लिया- तब तो बहुत गर्लफ्रेंड होंगी तुम्हारी?
मैंने कहा- एक भी गर्लफ्रेंड नहीं है.
तो उसने हंस कर पूछा- क्यों? बॉडी पर कोई नहीं मरी?
मैंने जवाब दिया- कोई भाव ही नहीं देती है.

वो हंसने लगी और फिर हम टीवी देखने लगे.

फिर उसने कहा- मुझे तो नींद आ रही है.
मैंने इशारा किया कि आप भी लेट जाओ.
वो मेरी तरफ मुँह करके लेट कर गई. मैं टीवी देखने लगा. थोड़ी देर बाद सुमन ने करवट ली. उसकी गांड मेरी तरफ आ गई और उसका मुँह टीवी की तरफ हो गया.

हम जिस बेड पर लेटे थे, वो बेड थोड़ा छोटा था, तो मैं चाहकर भी सुमन से और ज्यादा दूर नहीं हो सका. उसकी गांड मेरे लिंग पर चिपक गई और मेरा लंड खड़ा हो गया. अब मैं टीवी भूल गया और उसकी गांड घूरने लगा. मेरे अन्दर सेक्स की बहुत भयंकर आग जल रही थी, जिसे मैं रोक नहीं पा रहा था.

फिर मैंने हिम्मत करके उसकी चूचियों पर हाथ लगा दिया. वाह क्या मुलायम चूचे थे. जब उसका कोई विरोध नहीं दिखा तो मैं उसके पीछे से चिपक गया. अपना लंड उसकी गांड में रगड़ने लगा. मैंने ऐसे जाहिर किया कि मुझे भी नींद आने लगी थी, इसलिए मैं भी सो गया था. जब मेरा लंड घिसने लगा, तब भी उसका कोई विरोध नहीं हुआ. अब मैंने उसको अपने हाथों से बहुत जोर से जकड़ लिया.

अब वो जाग गई और बोली- ये क्या कर रहे हो?
इस बार मैं डर गया और मैंने उसे छोड़ दिया. मैंने उससे कहा कि अनजाने में हो गया. मुझे नींद आ गई थी.

लेकिन मेरा लंड खड़ा हो चुका था. कुछ देर बाद मुझसे रहा नहीं गया, तो मैंने फिर से हरकत शुरू कर दी.
उसने फिर कहा- ये क्या कर रहे हो?
मैं डर की वजह उससे कुछ नहीं बोला और करवट लेकर लेट गया.

More Sexy Stories  प्यासा सावन तड़पता यौवन उस पर मेरी बल्ले बल्ले-6

फिर थोड़ी देर बाद उसने मुझसे कहा- नाराज हो गए क्या?
मैंने मन में सोचा कि मतलब अब सिग्नल ग्रीन है. अब मैं सीधा लेटा और उससे कहा- नहीं नाराज नहीं हूं.
उसने मेरा लंड देखा और हंसने लगी. फिर बोली- जरा अपने इसे तो देखो, अभी भी खड़ा है.
मैंने कहा- तो तुम ही बैठा दो न इसको.

उसने दूसरे ही पल मेरा लंड अपने हाथ पकड़ा और कहा कि तुम्हारा बहुत बड़ा है, टाइट भी बहुत है.
मैंने ‘हां’ में सर हिला दिया.

फिर बुआ ने मेरे लंड को पैंट से बाहर निकाला और उसे चूसने लगी.
लंड चूसने के साथ ही मुझे जन्नत नजर आने लगी थी. मैंने अपनी आंखें बंद कर लीं और लंड चुसाई के मजे लेने लगा.

करीब 5 मिनट के बाद मेरा वीर्य उसके मुँह में ही निकल गया. वो भी पूरा वीर्य पी गई.
यह मेरा पहला सेक्स था. मुझे बड़ा मजा आ रहा था.

वो फिर लंड को चूसने लगी और उसने लंड को फिर से खड़ा कर दिया. अब मैंने उसे अपनी बांहों में भरा और उसे हर जगह चुम्बन किए. फिर मैंने एक एक करके उसके सारे कपड़े उतार दिए. उसको पूरी नंगी करने के बाद मैंने उसे बेड पे चित लिटाया और उसकी चूत में अपना लंड सैट कर दिया.
मैंने उसकी आंखों में देखा, तो उसने पेलने का इशारा कर दिया. मैंने एक ही धक्के में अपना पूरा लंड उसकी चूत में जड़ तक ठांस दिया. उसकी चीख निकल गई उम्म्ह… अहह… हय… याह…

मैंने उससे कहा- क्या हुआ … तुमने कभी सेक्स नहीं किया क्या?
उसने कहा- किया तो है लेकिन तुम्हारे फूफा के सिवाए किसी और साथ नहीं किया. उनका लंड बहुत छोटा है.
मैंने हंस कर उसको चोदना शुरू कर दिया. उसके मुँह से सेक्सी सेक्सी आवाजें आ रही थीं.

उसने मुझसे कहा- तुम्हारे लंड से मुझे मजा आ गया. आज से तुम मुझे रोज चोदना.
मैंने कहा- ठीक है मेरी जान.

फिर मैंने उसे 10 मिनट तक चोदा. इस बीच वो 2 बार झड़ चुकी थी. फिर मैंने अपनी चरम सीमा पर आते हुए उसकी चूत में अपना बीज छोड़ दिया.

इसके बाद हम दोनों कुछ देर तक यूं ही हांफते हुए अपनी सांसों को नियंत्रित करते रहे. कुछ देर बाद फिर से उसकी चुदास भड़क गई. उसने मेरा लंड फिर से चुसना शुरू कर दिया.

अब मैंने अपनी फेवरेट चुदाई का उसके सामने इजहार किया. उसने पूछा- किस आसन में करना चाहते हो.
मैंने कहा- अबकी बार मुझे तुम्हारी गांड मारनी है.

पहले तो वो हिचकिचाई. लेकिन फिर वो राजी हो गई. उसने अब तक गांड की ओपनिंग नहीं करवाई थी. मैने उसकी गांड में उंगली डाल कर उसकी गांड को ढीला किया. फिर वैसलीन लगा कर उसकी गांड को चिकना कर दिया. उसने अपनी गांड मेरे लिए खोल दी. मैंने उसकी गांड में अपना लंड पेल दिया. वो दर्द से कलप गई.
लेकिन मैंने भी कोई कसर नहीं रखी. मैं लगातार उसकी गांड में लंड ठोकता ही गया. कुछ ही देर में उसे भी मजा आने लगा. वो भी अपनी कमर उठा कर मुझसे गांड चुदाई का मजा लेने लगी. मैंने उसकी गांड बड़ी बेरहमी से मारी.

इसी तरह मैंने उस दिन उसे 3 बार चोदा.
फिर मैं वहां 3 दिन रुका और बुआ के ऑफिस जाते ही हम दोनों की रासलीला चालू हो जाती. मैंने उसको बहुत चोदा.

आज भी जब हम मिलते हैं, तो चुदाई कर लेते हैं.

आपको मेरी बुआ की देवरानी की चूत चुदाई की कहानी कैसी लगी, कृपया मुझे ईमेल करके जरूर बताएं.
[email protected]
धन्यवाद.

What did you think of this story??