हाय दोस्तो,
उस वक़्त की बात है.. जब मैं 20 साल का था और मुझ पर सेक्स का पूरा जोश चढ़ चुका था।
मेरे घर में मेरी चचेरी बहन नेहा और उसकी मम्मी यानि मेरी चाची और उसका बड़ा भाई रहने के लिये आए हुए थे।
एक दिन जब मेरी माँ के साथ चाची और भाई कुछ खरीदारी के लिए जाने लगे.. तो चाची मेरे पास आईं.. और कहने लगीं- नेहा की तबीयत कुछ ठीक नहीं है.. उसे जुकाम हो रहा है। तुम उसका ख्याल रखना। हम उसे घर पर छोड़ कर जा रहे हैं।
मैंने कहा- चाची, आप बिल्कुल फ़िक्र ना करें.. मैं देख लूँगा।
नेहा की उम्र भी उस वक़्त 18 साल थी मगर उसकी चूचियों का उठान बिल्कुल 22 या 23 साल की लड़की की तरह था।
मैंने घर वालों के जाने के बाद अपने कंप्यूटर पर एक ब्लू-फिल्म की सी.डी लगा ली और देखने लगा।
थोड़ी देर के बाद मेरे कमरे की घन्टी बजी.. तो मैंने सी.डी बंद करके दरवाज़ा खोला।
देखा तो नेहा दरवाज़े पर खड़ी थी।
वो कहने लगी- मुझे अकेले में डर लग रहा है.. मैं आपके पास बैठ जाऊं?
मैंने कहा- हाँ क्यों नहीं.. अन्दर आ जाओ।
वो मेरे बिस्तर पर आकर बैठ गई।
उसने उस वक्त एक फ्रॉक पहन रखा था और नीचे सिर्फ़ चड्डी पहन रखी थी।
उसकी जांघें बहुत चिकनी थीं।
ऐसी ड्रेस उसने पहले मेरे सामने नहीं पहनी थी.. तो मैं उसे देखता ही रह गया।
थोड़ी देर तक इधर-उधर की बातें करने के बाद वो कहने लगी- मुझे बाथरूम जाना है।
मैंने कहा- हाँ चली जाओ..
वो तुरन्त बाथरूम की तरफ भागी.. मगर रास्ते में ही उसका पेशाब निकल गया और उसकी चड्डी और फ्रॉक गंदी हो गई।
बाथरूम में जाकर उसने अपनी फ्रॉक और चड्डी को धोया और फिर मुझे आवाज़ देकर कहने लगी- मेरे कपड़े गंदे हो गए हैं.. प्लीज़ आप मुझे मेरे रूम से दूसरे कपड़े ला दो।
मैंने कहा- अरे इसमें शर्माने वाली क्या बात है.. तुम बाहर आ जाओ और खुद ही ले लो।
मगर वो नहीं आई..
तब मैं उसके कमरे में जाकर एक फ्रॉक और चड्डी ले आया।
जब मैं अपने कमरे में आया तो देखा कि वो मेरे कमरे में पूरी नंगी खड़ी होकर मेरे कंप्यूटर पर ब्लू-फिल्म देख रही थी।
मैंने कहा- यह क्या कर रही हो?
तो कहने लगी- आप भी तो देख रहे थे।
जब मैंने देखा कि वो खुद चुदने के लिए राज़ी है।
मैंने कहा- तुमको ऐसी फिल्म अच्छी लगती है?
तो कहने लगी- हाँ.. मगर मैंने आज तक किसी लड़के को नंगा नहीं देखा है।
मैंने कहा- तुम्हारी यह इच्छा मैं पूरी कर देता हूँ।
फिर मैंने उसे अपनी गोद में नंगी ही बैठा लिया और हम दोनों ब्लू-फिल्म देखने लगे।
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चुदाई की गर्म फिल्म देखते हुए मेरा भी लंड तन गया और मैंने आहिस्ता-आहिस्ता उसके बोबों और चूत पर हाथ फेरना शुरू कर दिया।
उसे मज़ा आने लगा।
कुछ देर बाद जब वो पूरी तरह से गरम हो गई.. तब उसने मेरी कमीज़ और पैंट उतार दी।
मैंने और आगे बढ़ कर अपनी चड्डी भी उतार कर अपना लंड उसके हाथ में दे दिया।
वो मेरे लौड़े को घूर कर देखने लगी और कहने लगी- यह इतना बड़ा होता है.. और तुम्हें तो सब मालूम होगा ये किस-किस काम में आता है।
मैंने कहा- यह इस सुराख (उसकी चूत के छेद की तरफ इशारा करके) में जाता है और फिर बहुत मज़ा आता है।
वो कहने लगी- मेरा यह सुराख तो बहुत छोटा सा है.. इसमें यह कैसे जाता होगा?
मैंने कहा- अभी घुसेड़ कर बता देता हूँ। फिर मैंने उसे अपनी गोद में बिठा कर अपना लंड उसकी चूत के सुराख पर रखा और कहा- अब आहिस्ता से इस पर बैठ जाओ।
वो बैठने लगी और कहने लगी- मुझे तकलीफ़ हो रही है।
मैंने कहा- घुसेड़ तो लो.. थोड़ी देर दर्द होगा.. फिर बहुत मज़ा आएगा।
मगर उसे ज़्यादा दर्द हो रहा था.. तो मैंने टेबल से ऑयल की बोतल उठाई और अपने लंड और उसकी चूत पर अच्छी तरह से तेल लगा देया।
फिर मैंने एक चॉकलेट का पैकेट खोल कर उसे खाने के लिए दिया और कहा- इसे आराम से खाओ.. मैं तुम्हारा मज़ा बढ़ाता हूँ।
फिर मैंने उसे नीचे लिटाकर उसकी चूत में अपना लंड फंसा कर एक झटका दिया तो मेरा लंड का कुछ हिस्सा उसकी चूत में चला गया।
मैंने जब उसका चेहरा देखा तो उसे ज़्यादा दर्द नहीं हुआ.. तो मैंने आहिस्ता से अपना लंड और अन्दर डालना शुरू कर दिया।
अब मेरा लंड 3 इंच तक अन्दर चला गया था।
नेहा ने अब तक अपने दोनों मुँह में पूरी चोकलेट खा ली थी। अब उसे चूत में दर्द हो रहा था और वो दर्द से तड़फ उठी थी।
वो मुझसे अपना लंड बाहर निकालने के लिए कहने लगी।
मैंने आहिस्ता-आहिस्ता लंड को अन्दर-बाहर करना शुरू कर दिया।
कुछ देर के बाद उसे भी मज़ा आने लगा। अब मैंने उसके होंठों पर किस करना शुरू कर दिया और अपने होंठों से अच्छी तरह उसके होंठ मिलाते हुए और चूमते हुए एक जोरदार झटका मारा.. तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत में जड़ तक चला गया।
उसके मुँह से एक भयानक चीख निकली.. जो मेरे होंठों की वजह से अन्दर ही दब गई।
वो बुरी तरह से तड़पने लगी।
उसकी चूत की सील टूट चुकी थी और खून आ रहा था।
मैंने कुछ देर तक अपना लंड उसी स्टाइल में पेले रखा और उसे किस करने के साथ-साथ उसके बोबे भी दबाता रहा।
कुछ देर बाद जब उसे भी मज़ा आने लगा, तब मैंने अपना लंड आगे-पीछे करना शुरू कर दिया।
तक़रीबन 10 मिनट के बाद उसकी चूत से गर्म-गर्म पानी निकल आया और वो ठंडी पड़ गई।
मगर मैं अभी झड़ा नहीं था, मैंने उसे जोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया।
वो कहने लगी- मुझे बाथरूम जाना है मुझे पेशाब आ रही है।
मैंने कहा- यहीं कर दो।
तो वो कुछ देर तक सहन करती रही और फिर उसने पेशाब नीचे ही कर दी। मगर मैंने उसे छोड़ा नहीं और चोदता रहा। फिर कुछ देर के बाद मैं भी झड़ गया।
कुछ देर बाद मैंने उसको पेट के बल लेटाकर उसकी गांड का छेद देखा।
मैंने अपना लंड जो कि अब फिर से चुदाई के लिये तैयार हो गया था।
उसे उसकी गांड के होल में डालना शुरू कर दिया।
नेहा कहने लगी- अब यह आप क्या कर रहे हो.. मुझे पोटी भी आ रही है और तकलीफ़ भी हो रही है।
मैंने कहा- यहाँ डालने से तुम्हारी पोटी आना बंद हो जाएगी।
फिर मैंने अपने लंड को आहिस्ता से उसके पिछले सुराख में डाल कर धक्का मारा.. तो मेरा लंड एक इंच अन्दर चला गया।
उसकी गांड में मेरे माल की वजह से काफ़ी चिकनाहट लगी हुई थी और मेरा लंड आराम से अन्दर जा रहा था।
मैंने यह देख कर अपना लंड आहिस्ता-आहिस्ता पूरा उसकी गांड में डाल दिया और अब आहिस्ता-आहिस्ता उसकी गांड मारने लगा। हालांकि वो दर्द से कलप रही थी पर मैंने उसे समझाया कि पहली बार में ऐसा होता है।
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और अब नेहा को भी मज़ा आ रहा था।
अब मैंने आहिस्ता-आहिस्ता रफ़्तार तेज करते हुए उसकी गांड मारना चालू रखा।
तक़रीबन 5 मिनट के बाद उसकी चूत ने दोबारा पानी छोड़ दिया। अब मैं पूरे मजे ले रहा था और उसे खूब जोर-जोर से धक्के लगा रहा था।
फिर कुछ देर के बाद मैं भी झड़ गया और अपना सारा वीर्य उसकी गांड के अन्दर ही डाल दिया। झड़ने के बाद भी मैंने अपना लंड उसकी गांड में ही डला रहने दिया और उसके बराबर में ही लेट गया।
कुछ देर बाद जब लंड सिकुड़ कर छोटा हो गया.. तब मैंने उसे गोद में उठाया और बाथरूम में ले जाकर उसे भी नहलाया और खुद भी नहाया।
फिर बाहर के फर्श को साफ़ किया और उसे दूध और शहद पीने को दिया।
मैंने खुद भी पिया।
दोस्तो, यह थी मेरी जवानी की कहानी।
अब भी नेहा की शादी मेरे शहर में ही हो चुकी है और अब वो अक्सर हमारे घर आती है.. और मुझसे ज़रूर चुदवाती है।
अब तो उसके 3 बच्चे भी हो गए हैं.. जो शक्ल से ही बिल्कुल नेहा के और मेरे लगते हैं.. क्योंकि उसके पति का लंड बहुत छोटा है और ज़्यादा खड़ा भी नहीं होता।
शायद नेहा इसीलिए मुझसे चुदवाने मेरे घर बार-बार आती है।
आपका ईमेल मेरा उत्साह बढ़ाएगा।
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