Xxx मामी चुदाई कहानी में पढ़ें कि मेरी ननद हमारे यहाँ रहने आई तो उसके साथ उसका भांजा भी आया. मुझसे वो अच्छा लगा तो मैंने उसे पटाकर अपनी चूत चुदाने की सोची.
यह कहानी सुनें.
दोस्तो नमस्ते.
आप सब कैसे हैं. उम्मीद है कि आप सभी अच्छे से हिला रहे होंगे.
मैं भी मस्ती से ले रही हूँ.
आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद कि आपने मेरी पिछली सेक्स स्टोरी पढ़ी.
भाभी की चुदाई दूधवाले से करवा दी
आज मैं एक और चुदाई कहानी लेकर आई हूँ. ये मेरे घर में ही हुई थी.
आप मुझे तो जानते ही हैं.
मेरा नाम अनीषा है. मेरा फिगर साइज़ 34-28-36 का है.
मोनिका मेरी ननद है और उसका साइज़ 36-29-38 का है.
वो मुझसे ज्यादा हॉट है.
हम दोनों सभी तरह के कपड़े पहनना पसंद करती हैं.
यह Xxx मामी चुदाई कहानी 3 साल पुरानी उस समय की है जब मेरी ननद कुछ दिनों के लिए मेरे घर आई थी.
उसके साथ में उसका भांजा (असकी ननद का बेटा) राज भी था.
उसकी उम्र तब 19 साल थी.
मोनिका को वो मामी बोलता और मुझे भी मामी ही कहता.
उन दोनों को आए हुए 4 दिन हो गए थे.
पर राज के सामने हम दोनों अपनी पर्सनल बातें नहीं कर पा रही थीं.
एक दिन राज बाहर घूमने गया था.
तब मुझे मौका मिल गया और मैं मोनिका से बात करने आ गई- और बता, सब कैसा चल रहा है?
मोनिका बोली- भाभी, पूछने की अब फुर्सत मिली है आपको? खैर कुछ खास नहीं चल रहा है. बहुत दिन हो गए हैं, कुछ छेद के लिए तो इंतजाम तो करो.
मैं बोली- यार, राज साथ में आया है. उसके रहते कैसे क्या करूं कुछ समझ ही नहीं आ रहा है.
मैं ये कह ही रही थी कि तभी राज आ गया.
उसी समय बाहर ठेले वाला फल बेच रहा था.
मोनिका बोली- राज, जरा देख तो, ये ठेले वाला क्या क्या बेच रहा है?
वो बोला- आवाज से पता नहीं लग रहा है मामी … मैं देख कर बताता हूँ.
राज देखने चला गया और आकर बोला- मामी, संतरा केला सेब और चीकू बेच रहा है.
वो बोली- ठीक है, केला कैसा है, छोटा है या बड़ा.
उसकी बात से मैं मुस्कुरा दी.
मैं बोली- अरे खाना ही तो है, छोटा हो या बड़ा क्यों राज!
वो भी बोला- जी मामी.
वो टीवी ऑन करके टीवी देखने लगा.
अब ननद और मैं फल लेने चली गईं.
फल लेकर किचन में आयी और हम लोग बातें करने लगी.
साथ ही मैं खाना बनाने लगी.
मैं बोली- मोनिका, अगर मैं राज को ही पटा लूं तो?
वो बोली- नहीं भाभी अगर उसने मेरे पति को बता दिया तो?
मैं बोली- चल देखती हूँ.
फिर हम दोनों ने सब काम कर लिया और थोड़ा सा काम रह गया था.
मैं मोनिका से बोली- ये काम तुम कर लो … मैं आती हूँ.
उसने हामी भर दी.
मैंने अपने ब्लाउज का एक बटन खोला और संतरा छिलती हुई राज के पास बाहर आ गई.
मैं उसे अपने संतरे दिखाती हुई बोली- लो संतरे खाओ, कैसे हैं बताना. तुम्हें पसंद हैं या नहीं?
वो मेरे दूध देखते हुए बोला- जी मामी, मुझे संतरे खाना और उनका रस पीना दोनों ही बहुत पसंद है.
उसकी बात सुनकर मैं गर्माने लगी और मैंने अपनी साड़ी का पल्लू जानबूझ कर गिरा दिया.
जैसे ही उसको मेरे तने हुए मम्मे दिखाई दिए उसकी नजरें मेरे मम्मों पर टिक गईं.
मैंने उसे अपने दूध दिखाते हुए अपनी साड़ी ठीक की और वहीं सोफे पर बैठ कर टीवी देखने लगी.
अब राज बार बार मेरे मम्मों को देख रहा था.
मैं समझ गई कि कबूतर दाना चुगने लगा है.
मैंने साड़ी का पल्लू थोड़ा साइड में कर दिया ताकि वो मेरे मम्मों को ठीक से देख सके.
तब तक मोनिका भी बाहर आ गई और टीवी देखने लगी.
मैं बोली- रात के 8:30 हो गए हैं, चलो खाना खा लो राज!
वो बोला- ओके मामी जी, परोस दीजिए.
मैं उठ कर खाना लगाने किचन में आ गई.
तभी मोनिका भी किचन में आ गई.
मैं उसे देख कर आंख दबाती हुई बोली- देखा … निशाना सही जगह लगा है न!
वो हंस दी.
मैंने कहा- मैं बेडरूम में जाऊंगी, तब उसे कुछ काम बता कर भेज देना.
वो बोली- ओके.
हम दोनों ने सब कुछ तय कर लिया कि कैसे क्या करना है.
फिर खाना खाने के बाद सब काम ख़त्म कर दिया.
मैं अपने बेडरूम में चली गई और साड़ी उतार कर नंगी हो गई और सिर्फ एक झीनी सी नाइटी पहन ली.
नाइटी के अन्दर मैंने कुछ भी नहीं पहना था.
मैं बिस्तर पर करवट लेकर लेट गई और सोने का नाटक करने लगी.
मैंने जानबूझ कर अपनी नाइटी को भी अस्तव्यस्त कर दिया ताकि उसे लगे कि मैं गहरी नींद में सो चुकी हूँ.
साथ ही मैंने अपनी नाइटी को कमर तक ऊपर कर दी ताकि उसे मेरी गांड के दर्शन भी हो जाएं.
फिर कुछ आधा घंटा के बाद मोनिका ने उससे कहा- राज, भाभी के बेडरूम से चादर ले आओ.
वो बोला- ठीक है मामी.
वो मेरे बेडरूम में चादर लेने आया और मुझे देख कर थोड़ा रूक गया.
फिर मेरे करीब आकर उसने धीरे से मेरी गांड पर हाथ फेरा और चादर लेकर चला गया.
मोनिका भी अपने बेडरूम में चली गयी और उसने मुझे फोन करके पूछा- क्या हुआ भाभी?
मैं बोली- तुम सोने का नाटक करो, वो ज़रूर आएगा और नहीं आया तो मैं उसके पास चली जाऊंगी.
वो बोली- ओके भाभी.
मैं राज के वापस आने का इंतजार करने लगी.
कुछ बीस मिनट बाद राज ने सब लाइट ऑफ की और धीरे से मेरे बेडरूम में आ गया.
वो मेरे करीब आया और मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा, आगे आकर मेरे होंठों को किस करने लगा.
मैं दम साधे तब तक वैसे ही पड़ी रही, जब तक कुछ सही मजा न आता.
मुझे अब मोनिका का इंतजार भी था ताकि वो आए ओर राज को डांटे.
कुछ पल बाद राज ने टी-शर्ट उतारी और डरते हुए मेरे बाजू में लेट गया.
लेटने के बाद उसने कुछ पल इन्तजार किया और अपने हाथ बढ़ा कर मेरे मम्मों को धीरे धीरे से दबाने लगा.
बाहर से मोनिका उसकी सारी हरकतें देख रही थी.
उसने देखा कि सही मौक़ा आ गया है तो वो मेरे बेडरूम में दबे पांव आई और झटके से ट्यूबलाइट जला दी.
सामने अपनी मामी को देख कर राज एकदम से डर गया और बिस्तर से उठ कर खड़ा हो गया.
मोनिका राज पर गुस्सा होने लगी.
राज बोला- सॉरी मामी.
पर मोनिका उसे खरी खोटी सुना रही थी.
तभी मैं भी उठ कर बैठ गई और बोली- क्या हुआ?
मोनिका बोली- भाभी, ये आपके साथ गलत हरकत कर रहा था.
राज के चेहरा एकदम से लटक गया.
मैं बोली- क्या कर रहे थे राज?
वो चुपचाप खड़ा था.
मैं बोली- मोनिका, तुम जरा पीने के लिए पानी ले आना.
मोनिका मेरा इशारा समझ गई और पानी ले आई.
मैंने राज से पानी पीने का कहा.
उसने पानी पी लिया और हम सब हॉल में आ गए.
मैंने राज को सोफे पर बिठाया और बोली- अब बताओ … तुम मेरे साथ क्या कर रहे थे?
वो कुछ नहीं बोला.
अब मैं खुद उसके बाजू में बैठ गई और उसके लंड पर हाथ घुमाने लगी.
उसका लंड डर के मारे 6 से 3 का हो गया था.
मैं उससे बोली- खड़े हो जाओ.
वो खड़ा हुआ तो मैंने उसका लोवर चड्डी समेत उतार दिया और उसके लंड को हाथ से सहला कर मुँह में भर लिया.
वो जब तक कुछ समझ पाता, मैं उसके लंड को चूसने लगी.
अब वो भी धीरे धीरे खुलने लगा और मेरे बाल पकड़ कर लंड को मुँह में जोर जोर से डालने लगा. उसके लंड में तनाव आने लगा था.
फिर मैं खड़ी हुई और बोली- कैसा लगा?
वो मुस्कुरा कर बोला- मामी, सच में मजा आ रहा था.
मैं बोली- अब ठीक है, तू सब जल्दी समझ गया कि हम सबको क्या करना है.
मोनिका भी हंस कर बोली- अच्छा राज, अब तुम भी एक काम करना होगा.
वो बोला- क्या मामी?
उसी पल मोनिका ने अपनी नाइटी उतार दी.
उसने भी अन्दर कुछ नहीं पहना था.
उसे नंगी देख कर मैंने भी नाइटी उतार दी.
मैं राज से बोली- आजा मेरे राज, आज जो करना है, खुलकर कर लो, बहुत दिनों से मुझे भी लंड नहीं मिला है. मेरी चूत को तेरा लंड पसंद आ गया है.
मोनिका बोली- भाभी, इसका केला बहुत छोटा है, पर जैसा भी है, खाना तो पड़ेगा ही.
राज बोला- मामी, छोटा बड़ा कुछ नहीं होता. आप मुझे मौका देकर तो देखिए.
फिर हम सब वापस मेरे बेडरूम में आ गए.
मैंने राज को बेड पर लेटा दिया.
मोनिका ने राज का लंड चूसना शुरू कर दिया और मैं उसे किस करने लगी.
राज मेरे मम्मों को दबाने लगा और मसलने लगा.
कुछ ही पलों में राज का लंड भी चुदाई के लिए तैयार हो गया था.
चूत के लिए लंड को रेडी देखा तो मैं बोली- राज बता … पहले किसकी चूत चोदोगे … मेरी या मोनिका की?
राज ने मोनिका से कहा- आ जा मेरी जान, पहले मैं तेरी चूत का मजा लेता हूँ.
उसने मोनिका को चित लिटाया और उसकी चूत में जीभ पेल कर चूसने लगा; साथ ही वो जोर जोर से उसके मम्मों को दबाने, चूसने और काटने लगा.
बेडरूम में मोनिका की चुदास से भरी हुई आवाजें गूँजने लगीं- अहा … आह … राज बस जल्दी से मेरी चूत में लंड डाल दो.
राज ने मोनिका की चूत में लंड सैट किया और जोर से धक्का दे दिया.
उसका पूरा लंड मोनिका की रसभरी चूत में समा गया.
वो जोर जोर से अपनी मामी को चोदने लगा और गाली देने लगा- साली हरामिन … चूत चुदवानी थी … तो नाटक क्यों किया. सीधे बोल देती, मैं कब से तेरी चूत चोदना चाहता था.
उन दोनों की धकापेल चुदाई चलने लगी.
कुछ ही देर में राज बोला- बोल रंडी, पानी किधर लेगी?
मोनिका बोली- चूत में ही छोड़ दे राजा.
राज ने कुछ तगड़े शॉट मारे और मोनिका की चूत में ही लंड का पानी छोड़ दिया.
वो दोनों अलग हो गए.
मोनिका सीधी पड़ी रही और वो हम दोनों के बीच में लेट गया.
राज उसे चूमता हुआ बोला- आई लव यू मोनिका.
तब मोनिका ने उसे किस किया और वॉशरूम में चली गई.
अब मैं बोली- लगता है आज मुझे तेरा केला नहीं मिलेगा.
वो बोला- नहीं मेरी जान, ज़रूर मिलेगा. तुम चूसती मस्त हो.
मैं समझ गई कि राज को लंड चुसवाना अच्छा लगता है. मैं बैठ गई और उसका लंड चूसने लगी.
तब तक मोनिका भी वॉशरूम से आ गई और राज को किस करने लगी.
वो भी जोर जोर से मोनिका के मम्मों को दबाने लगा और किस करने लगा.
तब तक मैं राज का लंड चूस कर तैयार कर चुकी थी.
राज ने मुझे लेटाया और मेरी छूट में लंड सैट करके जोर का धक्का दे दिया.
मेरी चूत चिर गई और राज का लंड चूत में घुसता चला गया.
मैंने आह करके उसका लंड खा लिया.
राज मेरी चूचियां मसलता हुआ बोला- मेरी जान, बहुत मस्त चूत है तेरी मजा आ गया.
मैं हंस दी और गांड उठा कर लंड लेने लगी.
उसने भी धीरे धीरे स्पीड बढ़ा दी.
मोनिका मेरी चूची मसल कर बोली- भाभी, केले का मजा आ रहा है या नहीं?
मैं बोली- आह … बहुत मजा आ रहा है … आह राज जोर से पेलो.
वो मेरे मम्मों को दबाने लगा और काटने लगा.
एक दो बार साले मेरे दूध में अपने दांत भी गड़ा दिए.
कुछ देर बाद उसकी स्पीड काफी तेज हो गई.
तब मोनिका बोली- राज, भाभी की चूत भी भर दो अपने गर्म लावा से.
राज ने मेरी दोनों टांगें अपने कंधों पर ले लीं और जोर जोर से चूत में लंड डालने लगा. उसके आंड मेरे चूतड़ों को तबला सा बजा रहे थे.
उसी पल मेरा भी रस छूट चुका था और रूम में पच पच की आवाज़ आने लगी थी.
कुछ शॉट बाद उसने भी लंड का पानी छोड़ दिया और मुझे जोर से अपनी भुजाओं में जकड़ लिया.
मुझे उस समय वो इतना मस्त लग रहा था कि क्या बताऊं.
कुछ देर बाद वो बाजू में लुढ़क गया.
मैं भी निढाल होकर लेट गई.
फिर उठ कर वॉशरूम में चली गई.
राज और मोनिका बातें कर रहे थे.
कुछ देर में मैं भी कमरे में आ गई और राज के बाजू में लेट गई.
मैं उसकी छाती पर हाथ फेरने लगी.
राज की पहली बार एक साथ दो की चुदाई थी शायद, इसलिए वो थोड़ा ज्यादा थक सा गया था.
दोस्तो, अभी Xxx मामी चुदाई कहानी में इतना ही … अगली कहानी में मैं आपको बताऊंगी कि मोनिका और मैंने राज के सामने अपनी गांड दो हट्टे कट्टे मर्दों को घर बुला कर किस तरह से मरवाई और चूत में भी लंड का मजा लिया.
आपको मेरी अब तक की सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मेल करें.
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Xxx मामी चुदाई कहानी से आगे की कहानी: ननद की गांड जानदार से मरवायी