Xxx गांड का मजा मैंने लिया पड़ोसन आंटी की अनचुदी गांड मार कर! चूत चुदाई के बाद मैं आंटी के चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा तो मेरा मन गांड में लंड घुसाने को हो गया.
पाठको, मैं राज शर्मा
मेरी पिछली कहानी
पड़ोसन आंटी ने मुझे फंसाकर चूत चुदवा ली
में आपको अपनी पड़ोसन आंटी की चूत गांड चुदाई की कहानी बता रहा था.
आपने पढ़ा था कि आंटी ने मुझे अपनी चूत चुदवा ली थी और मैं झड़ कर उनके ऊपर ही ढेर हो गया था.
अब आगे Xxx गांड का मजा:
थोड़ी देर ऐसे ही मैं आंटी के ऊपर लेटा रहा, फिर उठकर बगल में लेट गया.
हम दोनों बात करने लगे.
मैंने आंटी से ललिता की चुदाई को लेकर जानना चाहा कि उनको कैसे मालूम पड़ा था.
आंटी ने बताया कि उन्होंने ललिता जी को मेरे रूम में आता देख लिया था और उनको पता चल गया था कि मैं ललिता जी को चोदता हूं.
मैंने कहा- तो आपने कुछ कहा क्यों नहीं?
आंटी ने कहा- क्योंकि मुझे भी सुख लेना था. अंकल से तो कुछ बनता नहीं है.
ये सब बात होने लगी थीं और मैं समझ गया था कि आंटी की चूत प्यासी है.
आंटी मुझसे चुदवाने के मौके की तलाश में थीं और आज उनके पति नहीं थे इसलिए उन्होंने मुझे अपने साथ सेक्स करने के लिए राजी कर लिया.
अब एक बार आंटी को चोदने के बाद मैं भी खुल चुका था और मेरी नज़र आंटी की बाहर निकली गोल गांड पर अटक गई थी.
मैं धीरे धीरे अब आंटी की गांड में हाथ फेरने लगा और कूल्हे को दबाने लगा.
आंटी बोलीं- ये क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- आंटी आपकी गांड तो कमाल की है, लेने में मज़ा आ जाएगा.
आंटी बोलीं- नहीं, मैं गांड में नहीं डलवाऊंगी.
मैंने कहा- क्या दिक्कत है … प्लीज़ आंटी बहुत मज़ा आएगा, मान जाओ.
मैं आंटी की गांड को दबाने लगा.
वो साफ साफ मना करने लगीं और बोलीं- गांड में नहीं. आगे से ही मजा ले लो.
मैंने कहा- आगे से मजा आपको लेना था. मुझे तो पीछे से लेने में मजा आता है.
वो मना करती हुई कहने लगीं कि पीछे से ललिता की ही ले लेना. वो मान नहीं रही थीं.
तो मैंने अपना मोबाइल उठाया और उसमें एक सेक्सी मूवी चला दी.
मूवी में एक कम उम्र का लड़का एक बड़ी उम्र की औरत की गांड को चोद रहा था.
मूवी देखते देखते मैं आंटी की गांड और चूचियों को सहला रहा था और वो भी धीरे धीरे गर्म होने लगी थीं.
मूवी में वो लड़का औरत को जबरदस्त तरीके से चोद रहा था और औरत आहहह आहहह करके अपनी गांड आगे पीछे करके मस्ती से चुदवा रही थी.
मैंने कहा- आंटी देखो, कितना मज़ा ले रही.
वो बोलीं- लेकिन मैंने पहले कभी नहीं करवाया, मुझे बहुत दर्द होगा.
मैंने चूचियों को दबाते हुए कहा- नहीं होगा और बहुत मज़ा आएगा. ललिता जी को भी गांड मरवाने में बहुत मज़ा आता है. मैं जब उनकी गांड चोदता हूं, तो वो उछल उछल कर गांड में लेती हैं.
इससे धीरे धीरे आंटी का मन बदलने लगा.
मैं समझ गया और मैंने फोन बंद करके रख दिया.
अब आंटी मेरे लौड़े को सहलाने लगीं और मुँह में लेकर लंड को गपागप गपागप लॉलीपॉप की तरह जल्दी जल्दी चूसने लगीं.
इस बार आंटी बहुत मज़े लेकर लंड की चुसाई कर रही थीं और उनकी बड़ी बड़ी चूचियां आगे पीछे होकर झूल रही थीं.
आंटी ने मस्त चूस चूस कर लंड तैयार कर दिया.
मैंने उनसे तेल लाने को कहा, वो गांड मटकाती हुई सरसों का तेल लेकर आ गईं.
मैंने उन्हें घोड़ी बनाया और गांड में तेल लगाकर धीरे धीरे मालिश करने लगा.
आंटी की गांड बहुत मस्त एकदम गोल सील पैक थी.
तेल लगाकर एक उंगली मैंने जैसे ही गांड में डाली, आंटी ‘ऊईई ऊईई …’ करके जोर जोर से चिल्लाने लगीं.
मैंने उंगली निकाल ली और थोड़ा सा तेल और गांड के सुराख पर गिरा दिया.
मैंने थोड़ा तेल लंड पर लगाया और गांड के सुराख पर लंड रगड़ने लगा.
आंटी बोलीं- राज, मैंने पहले कभी नहीं करवाया.
मैंने कहा- कुछ नहीं होगा, आपको बहुत मजा आएगा.
फिर मैंने कमर पकड़कर जोर से धक्का लगा दिया.
मेरा आधा लंड गांड में चला गया और आंटी की मां चुद गई- ऊईई ऊईई ऊईई … मर गई बचाओ बचाओ … मर गई … राज बाहर निकाल … बहुत दर्द हो रहा है … मुझे नहीं करवाना.
आंटी की आंखों में आंसू निकल रहे थे और वो ऊईई ऊईई आह आहहह करके चिल्ला रही थीं.
मैं आंटी की दोनों चूचियों को सहलाने लगा, दबाने लगा और गर्दन को चूमने लगा.
फिर धीरे धीरे जैसे जैसे आंटी का दर्द कम होने लगा, आंटी की कमर हिलने लगी.
मैंने एक और जोर का धक्का लगाया, मेरा पूरा लंड सनसनाता हुआ गांड में समा गया.
आंटी ‘ऊईई ऊईई मर गई आह आह …’ करके चिल्ला रही थीं और उनकी आंखों से आंसुओं की धारा बहने लगी.
मैं जोर जोर से धक्का लगाने लगा और लंड तेज़ी से आंटी की गांड में अन्दर बाहर अन्दर बाहर करने लगा.
आंटी का बुरा हाल हो रहा था और वो बार बार बोल रही थीं- निकालो बाहर मुझे नहीं करवाना.
मैंने कहा- नहीं, आपको आपकी जवानी बहुत परेशान कर रही थी न … बहुत लंड चाहिए था … अब ले मेरा लौड़ा ले साली और ले मेरा लंड.
मैं जोर जोर से धक्का लगा रहा था और आंटी ऊईई ऊईई कर रही थीं.
मैं सटासट सटासट अपना लंड उनकी टाइट गोल गांड में अन्दर बाहर अन्दर बाहर करके चोद रहा था.
धीरे धीरे आंटी की गांड आगे पीछे होने लगी और वो आह आह करके सेक्सी मूवी वाली औरत की तरह चुदवाने लगीं.
ये देख कर मैंने आंटी की कमर से अपने हाथ उसकी चूचियों पर रख दिए और जोर से दबाने लगा.
अब थप थप की आवाज़ तेज होती जा रही थी.
कुछ देर बाद मैंने आंटी को बिस्तर पर उल्टा लिटा दिया और नीचे तकिया लगा दिया.
उनकी गांड उठ गई थी.
मैं ज़ोर ज़ोर से लंड को गांड में अन्दर बाहर अन्दर बाहर करने लगा.
मैं लंड पेल कर चोदने लगा. आंटी ‘आहहह आह आहहह मर गई मर गई …’ चिल्लाने लगीं.
आंटी की गांड पहले से काफी खुल चुकी थी और अब लंड जल्दी जल्दी अन्दर बाहर अन्दर बाहर हो रहा था.
मैंने आंटी को वापस घोड़ी बनाया, एक झटके में पूरा लंड सनसनाता हुआ अन्दर डाल दिया और झटके लगाने लगा.
आंटी आहह आहहह करके अपनी गांड आगे पीछे करने लगी थीं और मेरे हर झटके का जवाब देने लगी, Xxx गांड का मजा लेने लगी.
जैसे जैसे लंड गांड में अन्दर बाहर हो रहा था, थप थप थप की आवाज़ तेज तेज आने लगी थी.
आंटी किसी सेक्स मूवी की एक्ट्रेस की तरह आह आहह आह हह करके तेजी से अपनी गांड आगे पीछे कर रही थीं और मैं ताबड़तोड़ झटके लगा रहा था.
हर झटके के साथ दोनों की सिसकारियां तेज़ होने लगी थीं और मेरा लंड टाइट होने लगा था.
तभी लंड ने वीर्य की पिचकारी छोड़ दी और आंटी की गांड भर गई.
हम दोनों लेट गए और लंड गांड के अन्दर ही डला रहा.
दोनों अब बहुत थक चुके थे और आंटी की गांड लाल हो गई थी.
दोनों एक साथ बिस्तर पर सो गए.
सुबह जब दोनों की नींद खुली तो 6 बज चुके थे.
हम दोनों बिल्कुल नंगे एक साथ लेटे हुए थे.
आंटी बोलीं- राज एक बार और मुझे चोदो तुम … और मुझे ठंडी कर दो.
वो लंड को गपागप चूसने लगीं.
आंटी अपने आप लंड को जमकर चूसने लगी थीं मैं ये देख कर खुश था.
सुबह के उजाले में आंटी का जिस्म चमकदार लग रहा था.
मैंने आंटी को लिटा दिया और उनकी चूचियों को चूसने लगा.
चूची के बाद मैं आंटी की चिकनी चूत की फांकों को खोलकर चूत का दाना सहलाने लगा और वो आह आह ऊईई करने लगीं.
अब आंटी बोलने लगीं- अपना लंड मेरी चूत में जल्दी से डालो.
मैं आंटी के ऊपर आ गया और लंड को चूत में रखकर जोर का धक्का लगा दिया.
पूरा लौड़ा सनसनाता हुआ अन्दर चला गया.
और मैं जोश में आकर जोर जोर से धक्का लगाकर लंड अन्दर बाहर अन्दर बाहर करने लगा.
आंटी की मस्त मादक आवाज में ‘आह आह आहहह …’ चिल्लाने लगीं.
कुछ ही देर में मेरा लंड आंटी की चूत की गहराई में उतरने लगा और सटासट सटासट अन्दर बाहर दौड़ने लगा.
आंटी आहहह आहहह करतीं, तो मैं उनकी चूचियों को दबाते हुए चूसने लगा.
कुछ देर बाद मैंने आंटी से कहा- अब घोड़ी बन जाओ.
वो झट से घोड़ी बन गईं.
मैंने उनकी गांड और अपने लौड़े पर थूक लगाया और गांड में लंड घुसा कर चोदने लगा.
वो आह आह करके अपनी गांड आगे पीछे करके मस्ती से आह आह करके चुदाई में भरपूर साथ देने लगीं.
मेरी जांघों की चोट पड़ने से गांड की थप थप की आवाज़ तेज होने लगी थी.
मैं आंटी की चूचियों को मसलने लगा और झटके पर झटका लगाने लगा था.
आंटी ‘आह आह …’ करके तेजी से अपनी गांड आगे पीछे कर रही थीं.
सुबह का उजाला हो गया था और थप थप थप की आवाज़ बढ़ती जा रही थी.
मैंने लंड निकाला और चूत में डाल दिया और आंटी की चोटी पकड़ कर चोदने लगा.
वो ‘ऊईई ऊईईई आह आह हह …’ चिल्लाने लगीं.
मैं अपनी पूरी रफ्तार से झटके लगाने लगा.
आंटी की चूत खुल गई थी और वो आह आह करके अपनी गांड आगे पीछे करके तेजी से चुदाई में भरपूर साथ देने लगी थीं.
मैं आंटी को घोड़ी की तरह जबरदस्त तरीके से चोद रहा था और उनकी चोटी खींच रहा था.
मैंने कुछ देर बाद उन्हें उठाकर बिस्तर पर लिटा दिया और उनके ऊपर चढ़कर चोदने लगा.
उनकी चूचियां मुँह में लेकर काटने लगा और वो ऊईई ऊईईई ऊईई करके चिल्ला रही थीं.
मैं अपने लंड को तेजी से अन्दर बाहर अन्दर बाहर करके चूत की गहराई तक उतारने लगा.
मेरा लंड सनसनाता हुआ अन्दर बच्चेदानी तक जाने लगा था.
उस समय मेरा लंड एक्सप्रेस ट्रेन की गति को आंटी की चूत में अन्दर बाहर अन्दर बाहर कर रहा था.
आंटी कामोत्तेजित अवस्था में अपने नाखून गड़ाने लगी थीं.
मैंने और जोर से धक्का लगाकर चोदना शुरू कर दिया था और उनकी चूचियों को मसल मसल कर उनका हलवा बनाने लगा था.
ताबड़तोड़ चुदाई करते करते आंटी की चूत ने पानी छोड़ दिया.
गीली चूत से फच्च फच्च करके लंड तेज़ी से अन्दर बाहर आने जाने लगा.
मैं चूचियों को पकड़ कर और तेज झटके लगाने लगा और तभी मेरे लौड़े ने वीर्य की पिचकारी चूत में छोड़ दी.
हम दोनों एक-दूसरे से चिपक कर लेट गए.
थोड़ी देर बाद दोनों अलग हुए और अपने कपड़े पहने.
फिर आंटी बाहर निकल कर देखने गईं, बाहर कोई नहीं था तो मैं चुपके से अपने रूम में आ गया.
इस तरह से उस आंटी ने मुझे फंसा कर मुझसे जमकर चुदाई करवाई.
उसके बाद क्या क्या हुआ, आंटी ने मुझे क्या बताया, वो मैं अगली चुदाई की कहानी में लिखूँगा.
आप मुझे मेल करना न भूलें कि आपको Xxx गांड का मजा मिला या नहीं?
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