चालू चचेरी बहन शादी से पहले दिन चुद गयी

Xxx ब्रदर सिस्टर कहानी में पढ़ें कि मैं अपने चाचा की लड़की की शादी में गया. वहां मैं अपनी बहन को मिलने गया तो देखा कि वो अपने बॉयफ्रेंड से चुद रही है.

दोस्तो, मैं आप सबके लिए Xxx ब्रदर सिस्टर कहानी लेकर हाजिर हूँ.

गांव में मेरे चाचा की बड़ी लड़की यानि मेरी बड़ी बहन की शादी थी तो मैं और मेरा पूरा परिवार गांव आ गया था.

हम सब शादी वाले घर पहुंच गए, वहां शादी को लेकर काफ़ी अफ़रा-तफ़री मची हुई थी.
मैं और मेरी मां, बड़ी बहन से मिलने जा रहे थे.

तभी मेरी मां बीच में ही रिश्तेदारों से बात करने में उलझ गईं.

मां ने मुझसे कहा- तुम अपनी बहन से मिल आओ, मैं अभी आती हूँ.
मैंने कहा- ठीक है.
मैं बहन के कमरे की तरफ बढ़ गया.

जब मैं उनके कमरे के पास गया, तो कुछ आवाज़ आ रही थीं. कमरे का दरवाजा और खिड़की बंद थी, तो मैं पीछे वाले खिड़की के पास गया. मैंने देखा तो मेरी आंखें खुली की खुली रह गईं.

अन्दर दीदी सेक्स में मस्त थीं. उनके साथ एक नौजवान लड़का था.
मैंने समझ लिया कि ये दीदी का ब्वॉयफ्रेंड होगा.

दीदी के ब्वॉयफ्रेंड का बहुत बड़ा लंड था जिसे दीदी अपने मुँह में ले रही थीं.
सचमुच काफ़ी बड़ा लौड़ा था, लगभग 8 इंच लम्बा लंड रहा होगा.

कुछ देर बाद दीदी ने मुँह से लंड निकाला और इशारा किया कि अब चुदाई करो.

बस दीदी के ब्वॉयफ्रेंड ने उन्हें घोड़ी स्टाइल में खड़ा किया और दीदी के पीछे से लंड चुत में पेल दिया.

लंड चुत में घुसा, तो दीदी जोर से चिल्ला उठीं.
मगर दीदी के ब्वॉयफ्रेंड पर मानो कोई असर ही नहीं हुआ था.

वो जोर जोर से लंड अन्दर बाहर करते हुए दीदी की चुत चोदने लगा. वो दीदी के दर्द को देख ही नहीं रहा था.
दीदी जोर जोर से चीख रही थीं और उनकी चूचियां गजब हिल रही थीं.

इस मस्त चुदाई को देख कर मेरा हाथ मेरे लंड पर चला गया और मैं अपने लंड को हिलाने लगा.

लगभग 15 मिनट बाद वो दोनों झड़ गए.

दीदी के ब्वॉयफ्रेंड ने दीदी को किस किया और उन्हीं के बाजू में लेट गया.

कुछ देर बाद दीदी अपने ब्वॉयफ्रेंड से बोलीं- अब तुम यहां से जल्दी चले जाओ, कोई आ जाएगा तो बड़ी दिक्कत हो जाएगी.

अब तक मेरे लंड महाराज सलामी देने लगे थे.
मैंने खुद को संभाला और अपने कपड़े ठीक कर लिए.

दीदी का ब्वॉयफ्रेंड भी अपने कपड़े पहन चुका था. तभी मेरी और दीदी की नज़र एक हो गईं.

पहले तो एकदम से घबरा सी गईं, फिर उन्होंने मुस्कुरा कर मुझे अन्दर आने का इशारा कर दिया.

तब तक दीदी का ब्वॉयफ्रेंड पिछला दरवाजा खोल कर बाहर चला गया था.

मैं अन्दर आया तो वो अपनी पैंटी पहन रही थीं.

दीदी ने मुझे देखते ही पूछा- क्या तूने कभी सेक्स नहीं किया है?
मैंने ना में सर हिला दिया.

दीदी बोलीं- चल मैं आज तुझे चुदाई का मज़ा दूंगी, लेकिन किसी को बताना मत … और ये जो तूने अभी था वो समझ ले कि देखा ही नहीं था. यदि ये बात सभी के सामने आ गई तो मेरी शादी टूट जाएगी.
मैंने कहा- आप बेफिक्र रहें दीदी, मैं किसी को नहीं बताऊंगा.

दीदी ने कहा- चल आज रात को तुझे सेक्स का मजा दूंगी. जब हम सब लोग रात को छत पर सोने जाएंगे, तब तुझे मैं चुदाई का मजा दूंगी.
मैंने हामी भर दी और अब मुझे रात होने का इंतजार था.

शाम को सबका खाना खत्म होते ही मुझे इस बात की जल्दी थी कि सब सोने कब जाने वाले हैं.

कुछ देर बाद वो घड़ी आ गई, जब सब सोने को जाने को हो गए.
मेरे मन में अब कुछ बेचैनी बढ़ गई थी और दीदी की चुत चुदाई का सपना गहराने लगा था, ख़ुशी के लड्डू फूट रहे थे.

सब सोने चले गए.
मुझे छत पर सोना था तो मैंने मम्मी से कहा- मुझे नीचे घुटन होती है, मैं छत पर ही सोऊंगा.

मम्मी ने मुझे डांटा- बेटा ऐसा नहीं कहते … सबके साथ नीचे ही सो जाना.
मगर दीदी बोलीं- कोई बात नहीं, छत पर ही आ जाने दो … मेरे पास जगह है. वैसे भी हम कुछ ही दिन साथ में हैं, फिर मैं शादी के बाद चली जाऊंगी.

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मैंने भी किसी नहीं सुनी और मैं सीधा दीदी के पीछे पीछे चला गया.

मेरी मम्मी बड़बड़ा रही थीं कि आजकल ये लड़का बड़ा जिद्दी हो गया है.

दीदी मुझे लेटने की कह कर बाथरूम में चली गईं और दो मिनट बाद मेरे साथ लेट गईं.
मैं और दीदी अब एक ही कंबल में थे.

उनके कंबल में घुसते ही मैंने देखा कि दीदी ने ऊपर टी-शर्ट और नीचे शॉर्ट्स पहना हुआ था.

तभी लाइट चली गई, सब तरफ अंधेरा हो गया.
मुझे इसका फायदा उठाना था.

छत पर कुछ औरतें बातें कर रही थीं.

मैंने दीदी के ऊपर धीरे धीरे हाथ फेरना चालू कर दिया. फिर धीरे से मैंने नीचे से हाथ अन्दर डाला और उनके एक दूध को पकड़ कर दबाना शुरू कर दिया.

मुझे दीदी के दूध बहुत बड़े महसूस हुए. फिर मैंने एक हाथ दीदी की टी-शर्ट के अन्दर डाला और उनके मम्मों को ब्रा के ऊपर से दबाने लगा.

दीदी मुझसे अपने मम्मे मसलवा रही थीं और उन औरतों से बातें भी कर रही थीं.
उनकी बातों से किसी को कुछ पता ही नहीं चल रहा था कि कंबल के अन्दर कुछ चल रहा है.

अब मैंने अपने हाथ को उनके दूध से हटाया और नीचे हाथ लाकर उनकी शॉर्ट्स के बटन खोल दिए.

मेरा हाथ चुत के पास आ गया था. मैंने दीदी की पैंटी के अन्दर फूली हुई चुत के ऊपर हाथ लगाया तो उनकी चुत बहुत गीली थी.

मैंने चड्डी के अन्दर हाथ डालकर चुत पर हाथ फेरा तो दीदी की चुत एकदम क्लीन थी.

दीदी की चुत में मैंने उंगली कर दी, तो वो बोलीं- धीरे करो … और अभी ज्यादा मत करो. सबको सो जाने दो. बाद में अच्छे से कर लेना. अभी तू चाहे, तो तुझे मैं अपने दूध पिला सकती हूँ.

मैंने चुत में उंगली घुसी रहने दी और दूध की तरफ मुँह कर लिया.
दीदी ने अपनी ब्रा ऊपर करके मेरे मुँह में एक थन दे दिया.
मैं किसी छोटे बच्चे की तरह उनके एक दूध को चूसने लगा.

दीदी अपनी चूची चुसाई के मज़े लेने लगी थीं. दीदी को मस्ती तो चढ़ रही थी मगर वो आवाज़ नहीं निकाल सकती थीं क्योंकि सब जाग रहे थे.

कुछ समय बीता तो सबकी बातें खत्म हो गईं और अब सब सोने लगे थे.

अब मुझसे रहा नहीं गया. मैंने दीदी को जकड़ लिया और उन्हें किस करने लगा.

कुछ ही देर में सब गहरी नींद में सो गए थे और हम दोनों मज़े मार रहे थे.
मेरा एक हाथ दीदी की चूचियों पर चल रहा था और दूसरा हाथ उनकी चुत को टटोल रहा था.

दीदी टांगें फैला कर अपनी चुत रगड़ाई और चूची मसलाई के पूरे मज़े ले रही थीं.

काफ़ी देर तक यूं ही एक दूसरे को मजे देने के बाद मैंने दीदी से कहा- अब मुझसे रहा नहीं जा रहा दी, मुझे चुत चोदनी है.
वो बोलीं- ठीक है, हम पास के स्टोर रूम में चलते हैं, वहां कोई नहीं आता जाता है.
मैंने कहा- ठीक है.

हम दोनों ने अपने अपने कपड़े ठीक किए और उठने को रेडी हो गए.

दीदी बोलीं- पहले तू चल … मैं आती हूँ.

मैं धीरे से उठ कर स्टोर रूम की तरफ आ गया.
एक मिनट बाद दीदी भी आ गईं.

हम दोनों जैसे ही स्टोर रूम में पहुंचे, मैंने दीदी को कस कर पकड़ लिया और किस करने लगा, उनके मम्मों को दबाने लगा.

वो बोलीं- पहले दरवाजा तो बंद कर देने दे … बावला क्यों हुआ जा रहा है.
मैंने कहा- आप कपड़े उतारो, मैं बंद करके आता हूँ.

मैंने जाकर पहले दरवाजा बंद कर दिया और स्टोर रूम का ज़ीरो वाट का बल्व जला दिया.

अब मैं दीदी के पास गया तो उन्होंने अपने कपड़े नहीं उतारे थे.
मैंने दीदी की तरफ देखा तो उन्होंने कहा- अब तू ही उतार दे.

उनकी शॉर्ट्स मैंने उतार दी और ऊपर की टी-शर्ट भी हटा दी.
अब वो बस पैंटी और ब्रा में थीं.

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फिर उन्होंने खुद ही अपनी पैंटी और ब्रा को भी निकाल दिया.
मेरी आंखें खुली की खुली रह गईं.

उनकी गुलाबी चुत और बड़े बड़े बूब्स देख कर मैं पागल सा हो गया.
सच में दीदी बड़ी हॉट लग रही थीं.

मैंने उनकी नंगी जवानी देख कर झट से अपने पूरे कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया.
मेरा लंड एकदम टाईट था.

दीदी ने लंड देख कर उंगली से इशारा किया तो मैं उनके करीब आया और अपना लौड़ा दीदी के मुँह में दे दिया.
वे मेरे लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगीं.

कुछ देर बाद मैंने दीदी को नीचे चित लेटने को कहा और जैसे ही वो अपनी टांगें खोल कर लेटीं, मैं उनकी चुत चाटने लगा.

वो बोलीं- जो भी तुझे करना है, जल्दी कर ले … कोई जाग गया तो सब खेल खराब हो जाएगा.

बस फिर क्या था … मैंने दीदी की टांगें फैलाईं और अपना लंड दीदी की चुत में पेल दिया.
लंड पेलने के साथ ही मैंने उनके मुँह पर अपना मुँह रख दिया था ताकि वो जोर से आवाज़ ना कर सकें.

जैसे ही मैंने अपना लौड़ा अन्दर डाला, दीदी दर्द से कराहने लगीं और मुझे पीछे धकेलने लगीं.
पर अब मैं कहां रुकने वाला था. मैं जोर जोर से लंड अन्दर बाहर करने लगा.

कुछ देर बाद दीदी को आराम पड़ गया और अब वो मस्ती से मेरा साथ देने लगी थीं.

दस मिनट की धकापेल चुदाई के बाद वो झड़ गईं और उन्होंने मुझे कस कर पकड़ लिया.
तभी मैं भी झड़ गया और हम दोनों किस करने लगे.

कुछ देर बाद मैंने दीदी से कहा- मुझे आपकी गांड मारनी है. आप डॉगी स्टाइल में आ जाओ.

दीदी पूरी चुदक्कड़ थीं; वो झट से अपनी गांड खोल कर कुतिया बन गईं.

मैंने लंड को थूक लगाया और उनकी गांड में अपना लंड पेल दिया और जोर जोर से दीदी की गांड मारने लगा.
दीदी को दर्द हो रहा था मगर वो पुरानी रंडी थीं. कुछ ही देर बाद उनको गांड मरवाने में मजा आने लगा.

मैं एक हाथ से दीदी की एक चूची पकड़ कर दीदी की गांड हचक कर मारने लगा.
मेरे दूसरे हाथ की उंगली दीदी की चुत में चलने लगी थी.

जल्द ही स्खलन का समय आ गया और हम दोनों एक साथ झड़ गए.

कुछ देर हम वैसे ही किस करते हुए वहीं पड़े रहे.
फिर दीदी बोलीं- चल, अब अपनी जगह जाकर सो जाते हैं.

हम दोनों कपड़े पहन कर कंबल में आ गए और चिपक कर सो गए.

दीदी ने पूछा- मजा आया?
मैंने कहा- दीदी, मैं तो आपको सनी लियोनी समझ कर चोद रहा था, सच में आप बहुत मस्त माल हो.
दीदी हंसने लगीं.

मैंने कहा- एक बार इधर ही आपके ऊपर चढ़ जाता हूँ … मुझे एक बार और चोदना है.
दीदी बोलीं- नहीं अब बस कर. बाकी बचा सेक्स हम दोनों शादी के बाद किसी होटल में या कहीं और अच्छे से कर लेंगे. बस तू घर में किसी को बताना मत.

मैंने कहा- ठीक है दीदी.

सोते समय मैंने दीदी को कस कर पकड़ कर जोर से किस किया, लेकिन वो बोलीं- अब बस.

फिर हम दोनों लेट गए. दीदी मेरी तरफ अपने बूब्स करके लेट गई थीं.

मैंने फिर से जिद की- मुझे दूध पीना है.

दीदी मान गईं और उन्होंने टी-शर्ट ऊपर करके एक दूध का निप्पल मेरे होंठों के बीच दे दिया.
मैं उनकी दोनों चूचियों को बारी बारी से चूसने लगा.

वो कुछ ही देर में फिर से गर्म हो गई थीं.
मैंने झट से अपनी उंगली उनकी पैंटी में डाल दी और उनकी चुत में उंगली करने लगा.
वो अपनी चुत में उंगली के मज़े ले रही थीं.

कुछ देर बाद झड़ कर दीदी ने मुझे किस किया और बोलीं- अब बस … बाकी का शादी के बाद होटल में या फिर मेरी एक सहेली के साथ कर लेना.

मैं नई चुत की बात सुनकर बहुत खुश हुआ और दीदी से चिपक कर सो गया.

आपको मेरी ये Xxx ब्रदर सिस्टर कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल जरूर करें.
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