गांडू लड़के ने अपनी बहन को चुदवाया- 3

वर्जिन देसी चूत सेक्स कहानी में पढ़ें कि अपने दोस्त की बहन को उसके सामने नंगी करने के बाद मैंने उसके भाई से उसकी गांड चटवाई. फिर उसकी के हाथ से अपना लंड उसकी बहन की चूत पर रखवाया.

मित्रो, मैं मानस पाटिल आपका अपनी सेक्स कहानी में पुन: स्वागत करता हूँ.
कहानी के पिछले भाग
दोस्त के सामने उसकी बहन को नंगी किया
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरे कहने पर साबिरा ने अपने भाई के सामने मुझे नंगा करके मेरे लंड को निकाल दिया था.

अब आगे वर्जिन देसी चूत सेक्स कहानी:

साबिरा के बदन की गर्मी का मज़ा ले ले कर मेरा लौड़ा भी खड़ा हो चुका था और कच्छे से बाहर आते ही हवा में लहराने लगा.

काला सात इंच का चमड़ी चढ़ा लंड देख कर दोनों भाई-बहन आंखें बड़ी करके मेरे लंड को घूरने लगे.
मैंने अपना हाथ साबिरा के सर पर दबा कर मेरे लौड़े की तरफ किया.

शिराज को भी पता चला कि अब उसकी बहन उसके सामने गैरमर्द का लंड चूसने वाली है तो उसने शर्म से आंखें बंद कर लीं.
पर मैंने जोर से उसके मुँह पर लात मारते हुए उसको गाली दी.

मैं- मां की चूत तेरी गांडू, आंखें क्यों बंद कर रहा है भड़वे? बड़ी शर्म आ रही है तुझे कुत्ते? गांड मरवाते हुए कहां गयी थी तेरी शर्म बहनचोद.

साबिरा ने भी अपने भाई की आंखों में आंखें डालते हुए मेरे लौड़े पर जुबान घुमाई.
कुटिल मुस्कान से उसको चिढ़ाते हुए उसने अगले ही पल मेरे लौड़े को मुँह में लेकर चूसना चालू कर दिया.

शिराज मेरे पैरों की तरफ बैठा था, उसे अपनी बहन की नंगी गांड साफ दिखाई दे रही थी और मुझे इससे बढ़िया मौका कदापि नहीं खोना था.

शिराज को गुस्से से गालियां देते हुए मैं बोला- अब देख क्या रहा है भोसड़ी के? चल जुबान बाहर निकाल … और चाट अपनी मालकिन की गांड कुत्ते, अच्छी साफ कर अपनी बहन की गांड मादरचोद.

मेरे इस बात से साबिरा और शिराज दोनों हैरान होकर मुझे देखने लगे.
पर मैंने शिराज की तरफ आंखें बड़ी करके गुस्से से देखा और साबिरा को पता चला कि मैं ये सब उसको सबक़ सिखाने के लिए कर रहा हूँ.

साबिरा ने भी मेरा साथ देते हुए शिराज से कहा- हां भाईजान, आज आप हम दोनों के लिए एक कुत्ते हो, चलो चाटो अब अपनी मालकिन की गांड … और हां अच्छे से साफ कर देना ताकि तुम्हारे मालिक का लंड आसानी से घुस जाए.

साबिरा को मेरा साथ देते हुए देख मैंने भी उसको लौड़े के ऊपर खींच लिया और उसका मुँह लंड पर दबा दिया.
दबाव से लंड भी साबिरा के मुँह में घुसता चला गया.

साबिरा के बाल खींचते हुए मैं उसके मुँह अपने लंड को ऊपर नीचे करने लगा.
उसके मुँह की लार से मेरा लंड भी चमकने लगा.

शिराज भी अपने बहन की गांड की तरफ अपना मुँह लाया और जीभ बाहर निकाल कर वो साबिरा की गांड चाटने लगा.
साबिरा का बदन अपने भाई से गांड चटवाते समय रोमांचित हो रहा था.

उसके बदन में उमड़ रही तरंगें और मुँह से निकलती सिसकारियां सुनकर साफ़ पता चल रहा था कि साबिरा कैसे अपने भाई की जीभ से मिलने वाले मजे से गर्मा रही है.

मैंने- हां मेरी रांड, चूस ऐसे ही मेरा लंड कुतिया, देख कैसे तेरा गांडू भाई तेरी गांड चाट रहा है बहनचोद साला … पूरा मुँह में भर ले साबिरा रंडी … आंह साली तू भी गांडू की बहन है कुतिया मादरचोदी.

शिराज अब धीरे धीरे अपनी बहन की फ़ैली हुई गांड को चाटने लगा था.
पर शायद उसकी जीभ अच्छे से साबिरा को मजा नहीं दे रही थी तो साबिरा ने खुद अपने हाथ पीछे ले जाकर अपने भारी चूतड़ खोल दिए.

साबिरा- ले मेरे कुत्ते, अब चाट अपनी मालकिन की गांड, पूरी जीभ घुसा भोसड़ी के अपनी बहन की गांड में सुअर, देख कैसे मेरी सफाचट फुद्दी गीली हो रही है जीभ घुसा दे मेरी चूत में कमीने भाई.

साबिरा का आदेश मिलते ही उसके भाई से अपनी पूरी जीभ बाहर निकाली और जोर जोर से अपनी बहन की गांड और चिकनी चूत चूसने लगा.

इधर मैंने भी कमर उठाते हुए साबिरा का मुँह चोदना जारी रखा.
गॉक-गॉक की आवाजें निकालती हुई किसी मंजी हुई रंडी की तरह शिराज की बहन मेरे लौड़े से अपना मुँह चुदवाती रही.

उसका भाई भी गुलाम बनकर अपनी बड़ी बहन की गांड में घुसा जा रहा था.

बड़े देर तक मैंने ऐसे ही साबिरा का मुँह मेरे लौड़े से चोद चोद कर अपने लौड़े को गीला करवाया.
शिराज ने भी अपने बड़ी बहन की गांड और चूत अच्छे से चाट कर गीली कर दी.

साबिरा को बिस्तर पर धकेलते हुए मैंने शिराज को गुस्से से देखकर कहा- सुन बे हिजड़े, चल तू ही बता … पहले क्या चोदूँ तेरे बहन की? इसकी गांड या इसकी फुद्दी?

मेरे सवाल से बेचारा शर्म के मारे ऐसे ही बैठा रहा.

पर उसकी बहन जो चुदवाने के लिए तड़प रही थी, उसने मुझे अपने ऊपर खींचा और मुझे चूमने लगी.
उसने अपनी टांगें खोल कर उसने मेरे लिए अपनी जांघों के बीच में जगह बना दी और मेरा लौड़ा अपनी फुद्दी पर लगा लिया.

साबिरा मेरी आंखों में देखती हुई बोली- उफ्फ मानस जी, इस गांडू से क्या पूछ रहे हो? कब से तड़प रही हूँ चुदने के लिए, घुसा दो ना अन्दर जल्दी!

मैंने थोड़ा ऊपर होते हुए लौड़े को साबिरा की चूत से दूर किया और शिराज को पास बुलाया.
शिराज को भी शायद इस खेल में मजा आने लगा था. उसे अपनी रंडी बहन की गांड चूत चाटने में अच्छा लगा था.

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वो मेरे पास आकर बिस्तर पर बैठ गया और अपनी बड़ी बहन का नंगा बदन देखने लगा.

मैं- देख साबिरा, तेरा भाई कैसे तुझे नंगी देख कर ख़ुश हो रहा है. अबे साले चूतिये पकड़ मेरा लौड़ा और रख अपनी बहन के भोसड़ी पर कुत्ते!

साबिरा ने भी अपने गांडू भाई को जलील करते हुए कहा- ओह्ह कुत्ते, साले अपनी बहन को नंगी देखते शर्म नहीं आती तुझे … चल पकड़ अपने जीजा का लौड़ा … और रख दे अपनी बहन की चूत पर.

उसकी इन बातों से मुझे लगने लगा था कि ये भी अपने भाई के सामने अपनी नंगी चूत चुदवाने के लिए मस्त हो रही है.

एक तरह से उन दोनों भाई बहन की शर्म अब खत्म हो चुकी थी.
ये मेरे लिए बड़ी ख़ुशी की बात थी क्योंकि मेरी फैंटेसी भी कुछ इसी तरह की थी.

शिराज ने मेरी तरफ देखा और मैंने उसकी तरफ गुस्से से देखा.
मेरी आंखों में गुस्सा देख कर उसने चुपचाप मेरा लौड़ा अपने हाथ में लिया.

अब मुझे और उसे ज़लील करने का मन हुआ.
मैंने उसके बाल पकड़ कर उसका सर अपने लौड़े पर खींचा और लौड़ा उसके मुँह पर रगड़ने लगा.

मैं- ले मादरचोद गांडू, चूस भैन के लंड अपने मालिक का लौड़ा चूस बहनचोद … आज देख कैसे तेरा जीजा तेरी रंडी बहन को तेरे सामने चोदेगा कुत्ते, मुँह खोल भोसड़ी के.

मेरे चिल्लाने से साबिरा का भाई चुपचाप मेरा लौड़ा चूसने लगा.
मैं भी बैठे बैठे अपनी कमर आगे पीछे करते हुए उसका मुँह चोदने लगा और दूसरे हाथ से मैंने साबिरा की चूत का दाना मसल दिया.

इधर शिराज के मुँह से घौंप-घौंप जैसी आवाजें आने लगी तो उधर साबिरा भी अपनी चूत की मालिश से आह अह करती हुई सीत्कारने लगी.
मैंने शिराज का मुँह जोर से मेरे लौड़े पर दबाते हुए पूरा लौड़ा उसके गले तक घुसाया और बाहर निकाल कर उसके मुँह में थूक दिया.

मैंने- ले कुत्ते चाट मेरा थूक बहनचोद, तेरे मां का भोसड़ा नामर्द गांडू, रख मेरा लौड़ा अपनी रंडी बहन की भोसड़ी पर मादरचोद.

साबिरा के दोनों पैर मैंने उसकी जांघों को पकड़ कर फैला दिए और शिराज ने भी मेरा लंड अपनी बहन की चूत पर लगा दिया.

जैसे ही मेरा सुपारा साबिरा की चूत पर लगा, मैंने जोर का धक्का देते हुए सुपारे को अन्दर धकेल दिया.

साबिरा की चूत नई थी, कभी इस चूत की लौड़े से पिटाई नहीं हुई थी इसी लिए साबिरा की जोर से चीख निकल गयी.
पर जैसे तैसे उसने अपने आप को संभाल लिया.

अब मैंने समझ लिया कि नसीब आज मेरे लंड से बंधा है. लंड को नई नकोर चूत चोदने मिली है.

मैंने शिराज को इशारा किया कि अब वो अपनी बहन की चूत का दाना धीरे धीरे सहलाए ताकि साबिरा की चूत गर्म होती रहे और मेरे लौड़े को अन्दर घुसने में मदद मिलती रहे.

शिराज ने किसी गुलाम की तरह मेरी बात मान ली और अपनी बड़ी बहन की फ़ैली हुई चूत को अपनी उंगलियों से मसलने लगा.
अपने भाई के हाथ से मिल रहे मजे ने साबिरा की चूत में तरंगें पैदा करना शुरू कर दी.

इधर मैंने भी धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए.

जैसे जैसे मेरे धक्के बढ़ने लगे, तो मेरा लंड एक एक इंच आगे बढ़ते हुए अन्दर घुसने लगा.
अब तक लगभग चालीस टका लंड साबिरा की चूत में घुस गया था. पर सील की वजह से लंड इसके आगे जा नहीं पा रहा था.

मैंने शिराज को थोड़ा दूर किया और साबिरा के दोनों पैर मेरे कंधे पर रखते हुए उसके बदन पर झुक गया.
साबिरा को अपनी बांहों में जकड़ते हुए मैं उसके होंठ चूसने लगा.

साबिरा की चूत में घुसे मेरे लंड को थोड़ा बाहर निकालते हुए मैंने पूरी ताकत से धक्का दे दिया.
अगले ही पल मेरा लंड उसके चूत में पूरा का पूरा घुस गया.

मुझे पता था कि साबिरा की अनचुदी बुर की झिल्ली लौड़े को घुसने से रोक रही है, इसलिए मैंने जोर का धक्का मार दिया था.
साबिरा की चीख रोकने के लिए मैंने उसके होंठ भी अपने मुँह में पूरे दबा दिए थे.

अपनी चूत की झिल्ली के फटने से साबिरा बुरी तरह से फड़फड़ाने लगी.

मेरे नीचे से छूटने के लिए उसने मुझे धक्का दिया पर मेरी ताकत के आगे उसका जोर कमजोर साबित हुआ.

शिराज वहीं पर बैठे बैठे अपने बहन को पहली बार चुदवाते हुए देख रहा था.

साबिरा की आंखों से पानी बह रहा था तो एक भाई होने के नाते उसने साबिरा के सर पर हाथ फेरना चालू कर दिया.

आप ऐसा सीन सिर्फ कल्पना में ही सोच सकते हैं कि एक भाई अपनी बहन की सील टूटने वक्त उसे हो रहे दर्द को सहने के लिए उसका सर सहला रहा हो.

मेरा लंड पूरी तरह से अन्दर तक घुस चुका था और मेरे टट्टे साबिरा की गांड के छेद को ढक रहे थे.
कुछ देर मैं ऐसे ही साबिरा को दबाते हुए उसको चूमता रहा.

साबिरा ने भी धीरे धीरे अपने दर्द को काबू कर लिया और मुझे अपने आपसे दूर धकेलना बंद कर दिया.
उसके दोनों हाथ अब मेरी पीठ पर आ चुके थे और टांगें भी ढीली हो चुकी थीं.

मैंने भी लौड़े को सुपारे तक बाहर निकाला और ऐसे ही अपनी कमर ऊपर नीचे करके लंड के सुपारे को अन्दर रगड़ने लगा.

सुपारे की रगड़ से साबिरा को भी मजा आने लगा और वो ‘आह हम्म उफ्फ …’ जैसी मादक सिसकारियां निकालने लगी.

कुछ पल दर्द के बीतने के बाद साबिरा ने भी मज़े लेते हुए अपनी कमर नीचे से थोड़ी ऊपर उठा दी.
उसकी चूत से रिसते हुए पानी ने मेरे लौड़े को भी अच्छे से रस देना चालू कर दिया.

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मुझे भी यही सही समय लगा कि जब मैं साबिरा की चूत को पूरी तरफ से खोल सकता था.
मैंने भी अपनी कमर थोड़ी सी ऊपर करते हुए अपना सुपारा बाहर खींचा.

‘आआह …’ की आवाज के साथ साबिरा ने मुझे और ज़ोर से जकड़ लिया.

मैं धीरे धीरे लंड को कुछ इंच तक बाहर निकाल कर फिर से अन्दर करने लगा.

चूत के पानी की मदद से मेरा लंड लौड़ा अब साबिरा की फुद्दी की तंग दीवारों से रगड़ने लगा और पहली बार चुदाई का मजा लेती साबिरा की चूत ने भी अब खुलना चालू कर दिया.

धीरे धीरे मेरा लौड़ा बिना कोई रूकावट के साबिरा की चूत में रपटने लगा और साबिरा आंखें बंद करके खुद अपनी गांड ऊपर नीचे करने लगी.

‘आअ हह मानस्स उफ्फ अम्मी ईईई …’ करती हुई साबिरा अपने गांडू भाई के सामने ख़ुल कर चुदने लगी.
शिराज को दिखाने के लिए मैंने भी अपनी गर्दन उसके तरफ मोड़ी और उसको देख कर कुटिल मुस्कान भर दी.

मैं- क्या देख रहा है मादरचोद, जा अपनी बहन की चड्डी लेकर आ कुत्ते, देख नहीं रहा तेरे जीजा ने कैसे तेरे बहन की झिल्ली फाड़ दी भोसड़ी के?

साबिरा की बांहों को खोल कर मैंने उसके हाथ उसके सर के ऊपर कर दिए.
थोड़ा ऊपर उठ कर मैं जोर जोर से उसकी घायल चूत को मेरे लौड़े से रौंदने लगा.

मेरे हर धक्के से उसकी चूचियां भी ऊपर नीचे हिलने लगीं.
दर्द की लक़ीर उसके चेहरे पर अब भी थी, पर साली चूत चुदवाने के लिए साबिरा सारा दर्द सह गयी.

शिराज भी अब अपने बहन की चड्डी हाथ में पकड़ कर ले आया और बिस्तर के नीचे खड़ा हो गया.
देख रहा था भोसड़ी का कि कैसे उसकी सगी बहन किसी दूर लड़के से बाजारू रंडी की तरह चुद रही है.

शिराज वैसे ही अपने बहन की कच्छी हाथ में लेकर साबिरा का नंगा बदन घूर घूर कर देख रहा था.
मुझे एक पल के लिए तो हंसी आ गयी कि कैसे मैंने इन दोनों भाई बहन की वासना को जगा कर अपने जाल में फंसा लिया.

आज एक भाई अपने बहन को नंगी देख रहा था और उसका दोस्त उसकी बहन को बाजारू रंडी की तरह चोद रहा था.
मैंने शिराज के मुँह पर ज़ोरदार थप्पड़ मारके उसका ध्यान भंग किया.

मैंने गुस्से में बोला- बहन के लौड़े देख क्या रहा है मादरचोद? ख़ुद की बहन को नंगी चुदवाते देखने में शर्म नहीं आ रही तुझे कुत्ते? चल साफ कर साबिरा रंडी की चूत … अच्छी तरह से साफ कर गांडू.

मेरे चिल्लाने पर साबिरा ने भी आंखें खोल कर देखा, तो उसका गांडू भाई उसकी चड्डी हाथ में लेकर उसकी चूत को साफ कर रहा था.
मैंने भी साबिरा को इशारा करके शिराज को जलील करने को बोला.

जैसे ही शिराज अपनी बहन की तरफ झुक कर उसकी ख़ून से भरी चूत साफ करने लगा.
तो साबिरा भी उसको जमके गालियां देने लगी.
मेरे इशारों पर नाचते दोनों भाई बहन सच में किसी गुलाम से कम नहीं लग रहे थे.

मैंने भी अपने धक्के रोकते हुए साबिरा की दोनों टांगें खोल दीं ताकि शिराज अच्छे से अपने बड़ी बहन की फटी हुई चूत से निकला खून साफ कर सके.

शिराज हल्के हल्के से अपने बहन की चूत को साफ करने लगा, तो मेरा ध्यान भी साबिरा की चूत की तरफ गया.
पहली चुदाई के कारण फुद्दी लाल हो चुकी थी.

साबिरा की चूत ने मेरे लौड़े को कसके चिपका लिया था और मेरे लौड़े को चूत के मुँह में फंसा रखा था.
मैं भी साबिरा की जांघें सहलाते हुए उसे प्यार से देखने लगा.

जैसे ही शिराज ने अपनी बहन की चूत साफ की, वैसे ही मैंने फिर से अपने धक्के चालू कर दिए.

शिराज भी चुपचाप बाजू में खड़ा होकर अपनी बहन को फिर से मेरे लौड़े से चुदवाते हुए देखने लगा.
साबिरा ने अपने दोनों हाथों से अपने चूँचे पकड़ लिए और जोर जोर से उसको मसलने लगी.

मैंने सही मौका देख कर शिराज से कहा- सुन गांडू, देख साले तेरी बहन के बोबे दर्द दे रहे है, चल अच्छे से मसल मसल कर मालिश कर दे. आज के बाद तू इस रंडी की ऐसे ही मालिश करेगा हरामी.

साबिरा ने भी अब शर्म छोड़कर अपने हाथ ऊपर करके कहा- हां मेरे गांडू भाई, देख कैसे औरत का बदन मसलने से मजा मिलता है कुत्ते, चल दबा मेरे दूध भड़वे … उफ मानस जी पूरा घुसा दो और मेरी चूत में अपना लंड और इस गांडू के सामने मुझे हचक कर चोदो.

बहन का आदेश लेकर शिराज उसके बगल में जाकर बैठ गया और डरते डरते उसने साबिरा के दोनों चूचों पर अपने हाथ रख दिए.

वो धीरे धीरे मसलते हुए अपनी बहन की चुदाई देखने लगा.
मेरा लौड़ा कैसे उसकी बहन की चूत चोद रहा है, वो देखने लगा.

साबिरा को भी अपने भाईजान के हाथों का स्पर्श और मदमस्त करने लगा.

मेरे मायाजाल में फंसकर आज एक जवान लड़की अपने भाई के सामने नंगी होकर चुद रही थी और उसका भाई उसके बोबे मसल रहा था.

दोस्तो आपको इस वर्जिन देसी चूत सेक्स कहानी में मजा आ रहा होगा. प्लीज़ आप मुझे मेल लिखें.

अगले भाग में आपको और ज्यादा मजा आने वाला है, जब एक भाई अपनी बहन के दूध दम से मसलेगा और उसके मुँह में अपना लंड भी पेलेगा.
मेरी सेक्स कहानी पढ़िएगा जरूर.
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वर्जिन देसी चूत सेक्स कहानी का अगला भाग: गांडू लड़के ने अपनी बहन को चुदवाया- 4