विडियो सेक्स चैट देसी गर्ल कहानी में पढ़ें कि मैं लाइब्रेरी में गया तो मैंने लेडी लाइब्रेरियन को चूत सहलाती देख लिया। मैंने उसको वहीं पर चोद दिया लेकिन दोबारा मौक़ा नहीं मिला तो …
मेरी नयी जॉब दूसरे शहर में लगी थी।
जब मैं अपना सामान पैक कर रहा था तो मुझे अपनी लोकल लाइब्रेरी की कुछ किताबें मिलीं जो मैंने कभी वापस की ही नहीं थीं।
मुझे टेंशन हुई और मैंने जल्दी से लाइब्रेरी में कॉल किया।
मेरा फोन एक लेडी ने उठाया।
उसने मुझे लाइब्रेरी आकर इसका हर्जाना देने के लिए कहा.
किताबों पर लगा फाइन बहुत ज्यादा था लेकिन मैंने सोचा कि मैं फिर भी किताबों को लौटा आऊंगा।
मैं उस दिन दोपहर बाद लाइब्रेरी पहुंचा।
लाइब्रेरी एक सुनसान सी जगह पर थी।
मैं अंदर गया तो मुझे कोई इन्सान वहां दिखाई भी नहीं दे रहा था।
वहां के स्टाफ को खोजने के लिए मैं यहां-वहां देखने लगा कि तभी मुझे अंदर से कुछ आवाज आई।
मैंने शेल्फ से किताब हटाकर देखा कि शेल्फ के पीछे एक लेडी थी।
वह एडल्ट किताबों वाले सेक्शन में खड़ी एक किताब को देखकर हस्तमैथुन कर रही थी।
मैं उसको किताबों के गैप के पीछे से देख रहा था।
वह अपने मजे में खोई हुई थी और उसे ऐसी हालत में देखा मेरा भी लंड एकदम तन गया।
उसने फ्लावर प्रिंट वाली सनड्रेस पहनी थी।
उसकी पैंटी उसके टखनों तक नीचे सरकी हुई थी।
उसने चश्मा भी लगाया हुआ था और उसकी त्वचा का रंग सांवला था।
हाइट में वह छोटी थी लेकिन देखने में बड़ी आकर्षक थी।
उसका फिगर ठीक वैसा ही था जैसे मुझे पसंद है।
जोर जोर से सांसें लेते हुए वह किताब को पढ़ रही थी और साथ में चूत को रगड़ रही थी।
मैं उसको और अच्छे से देखना चाहता था इसलिए मैं एक दो किताब और हटाने लगा लेकिन एक किताब नीचे गिर गई।
वह लेडी एकदम से चौंक गई और उसने अपनी पैंटी झट से ऊपर खींच ली।
वो बाहर की तरफ आई और मुझे डांटने की कोशिश करने लगी।
लेकिन फिर उसकी नजर नीचे मेरी पैंट पर गई और उसे मेरे लंड का उभार दिख गया।
वो मेरे लंड के तनाव को देखकर वहीं रुक गई।
वह वही लेडी थी जिसने कुछ देर पहले मुझसे फोन पर बात की थी।
उसने मेरी आवाज को भी पहचान लिया।
बात करते हुए हम थोड़ा पास आ गए।
मैं इतना उत्तेजित था कि मेरा हाथ सीधे उसकी कमर में जाने लगा और उसका हाथ सीधा मेरे लंड पर आ टिका।
दोनों को जोश चढ़ गया और हम बेतहाशा एक दूसरे को वहीं पर चूमने लगे।
उसने फिर से अपनी पैंटी नीचे कर ली और मैं उसकी चूत को खाने लगा।
वो टांगें खोलकर मेरे मुंह पर जैसे चढ़ गई।
कुछ पल बाद वो घुटनों पर आ गई और झुक कर मेरे लंड को चूसने लगी।
उसकी गांड का नजारा मुझे साफ दिख रहा था।
वो अम्म्म … ऊम्म्म … की आवाजों के साथ मस्ती में मेरे लंड को चूस रही थी और मैं उसके बाल पकड़ कर सिर को लंड पर धकेलते हुए उसके मुंह को चोद रहा था।
मैंने फिर जोर लगाकर उसके गले तक लंड को धकेल दिया और वहीं फंसाए रखा।
ये पल इतना आनंद भरे थे कि मेरा वीर्य निकलने को हो गया।
मैंने और जोर से लंड को धकेला और वीर्य की पिचकारी उसके गले में गिरने लगीं।
पूरा माल पिलाने के बाद मैंने लंड को बाहर निकाला।
माल गटकने के बाद वह ऐसे मुस्करा रही थी जैसे बिल्ली के बिलौटने को दूध मिल गया हो।
उसके बाद हमने चुदाई भी की और मैंने अपना फाइन दे दिया।
लेकिन हम दोनों की प्यास अभी ठीके से बुझी नहीं थी।
मैं वहीं रुका रहा और टाइम पास करता रहा, और मेरे अलावा कोई दूसरा आदमी वहां आया भी नहीं। इसलिए हम फिर से अंदर बुक शेल्फों के पीछे पहुंच गए।
वहां जाते ही उसने अपनी पैंटी को नीचे खींच दिया और ऊपर से ड्रेस को छाती तक नीचे खींच लिया और अपनी चूचियां मेरे सामने कर दीं।
उसकी चूचियों को दोनों हाथों में थामकर मैं भींच भींचकर पीने लगा, जैसे आम से उसका रस निचोड़ा जाता है।
फिर मैंने उसको एक बुक कार्ट पर बिठा लिया और उसकी टांगों को चौड़ी खुलवा दिया।
मैंने उसकी चूत पर लंड लगाया और अंदर धकेलते हुए उससे लिपट गया।
मैं पूरे जोश में उसकी चूत को चोदने लगा।
चोदते हुए हम दोनों पसीने से लथपथ हो गए।
कामुक शरीरों से उठती वह गंध और चुदाई की आवाजों ने हम दोनों को ही चरम सीमा पर पहुंचा दिया और एकदम से चूत में से लंड को निकाल कर मैं उसके पेट पर स्खलित हो गया।
उसके बाद हम दोनों गहरा स्मूच करने लगे, एक दूसरे की जीभ से जीभ को टकराने लगे।
उसके बाद मुझे वहां से आना पड़ा क्योंकि मुझे शिफ्ट होना था।
ये वाकया होने के बाद मैंने उसको दोबारा नहीं देखा क्योंकि मैं वहां जा ही नहीं पाया।
अब मैं नए शहर में आ गया था।
लेकिन उसकी याद मेरे दिमाग से नहीं निकल रही थी।
मैंने इंटरनेट पर खोजने की बहुत कोशिश की कि वो लाइब्रेरी वाली लेडी कौन है, लेकिन मुझे वो नहीं मिली और मैं उसके लिए पागल सा रहने लगा।
जब भी मैं सनड्रेस में किसी लेडी को देखता तो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो जाता था।
फिर मैं खुद को शांत भी नहीं कर पाता था।
वासना को किसी तरह शांत करने के लिए मैंने पोर्न देखा, मैं हॉट लाइब्रेरियन औरतों की सेक्स स्टोरी पढ़ने लगा।
ये सब करते हुए ही मुझे एक इंडियन सेक्स चैट साइट दिखी।
मैंने इस पर लॉगिन किया और साइट की हॉट फोटो स्क्रॉल करने लगा।
यहां पर बहुत ही हॉट लेडीज की फोटो मुझे दिखाई दे रही थीं।
फिर एक प्रोफाइल ने मेरा ध्यान खींच लिया।
यह प्रोफाइल शोना नाम की लड़की की थी।
लड़की बहुत ही ज्यादा खूबसूरत थी।
वह भोपाल से थी।
उसको देखकर मुझसे अब रुका नहीं जा रहा था।
मैंने जल्दी से क्रेडिट्स खरीद लिए और उससे चैट करने लगा। मैंने उसको बताया कि कैसे मैं लाइब्रेरियन और सनड्रेसेज के लिए पागल हो जाता हूं।
उस देसी गर्ल को मेरी बात पूरी तरह से समझ तो नहीं आई लेकिन उसको सनड्रेस वाला आइडिया अच्छा लगा।
उसने ऑनलाइन सेक्स वीडियो सेशन के लिए कहा।
हमने विडियो सेक्स चैट के लिए शाम का एक टाइम फिक्स कर लिया।
फिर बताए गए समय पर मैंने लॉगिन कर लिया और वीडियो कॉल शुरू हो गई।
शोना ने एक बहुत ही प्यारा, गहरे नीले रंग का सनड्रेस पहना हुआ था, जैसा मैंने उसे बोला था।
मुझे ये बहुत पसंद आया।
शोना- तुम शायद ऐसी ही कुछ उम्मीद कर रहे थे न?
मैं- वाउ! तुम बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही हो।
शोना- ओह्ह … तुम बहुत स्वीट हो। तो क्या करना चाहते हो अब?
मैं- बेड पर बैठो, अपनी टांगें खोलो और धीरे-धीरे अपने को सहलाती रहो जब तक कि मैं आगे कुछ करने के लिए न कहूं।
शोना- ओहो, तो तुम इनचार्ज बनना चाहते हो? मुझे अच्छा लगा, मैं थोड़ी शर्मीली हूं।
(वह हंस दी)
वो बेड पर बैठ गई और अपनी उंगलियों को अपनी गर्दन पर चलाने लगी।
फिर गर्दन से पेट तक होते हुए अपने कूल्हों पर आकर ठहर गई। फिर उसने अपनी टांगें खोलीं और ड्रेस को हल्का सा ऊपर उठा दिया।
उसके गाल शर्म से लाल हो गए।
नीचे उसने पैंटी भी नहीं पहनी थी।
मेरी नजर उसे घूर रही थी और उसकी सांसें भारी होने लगीं।
शोना- क्या तुम अब अपना लंड बाहर निकालने वाले हो?
मैं- तुम देखना चाहोगी मेरा लंड?
शोना- हां, मैंने तुम्हें अपनी (चूत) दिखाई है तो तुम भी अपना दिखाओ!
मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया।
लंड देखकर वो अपने होंठों पर जीभ फिराने लगी।
अब शर्म की जगह उसके चेहरे पर कामुकता पसर गई थी।
उसने लम्बी, गहरी आह … भरी और कैमरे में देखने लगी।
शोना कामुक अंदाज में फुसफुसाते हुए- अब तुम मुझसे क्या करवाना चाहते हो?
मैं- ये तो निर्भर करता है, तुम गर्म हो चुकी हो?
शोना- बहुत ज्यादा … प्लीज जल्दी कुछ करो, मैं बेचैन हो रही हूं।
मैं- उस दीवार के साथ जाकर खड़ी हो जाओ और अपने सेक्सी जिस्म पर हाथ फिराओ ताकि मैं तुम्हें देखकर अपना माल निकाल सकूं।
वो दीवार के साथ लगकर खड़ी हो गई और अपना सनड्रेस ऊपर उठा दिया।
खड़ी हुई वो अपनी चूत के दाने को मसलने लगी।
उसकी सांसें बहुत भारी हो गईं थीं।
अपनी गर्म, गुलाबी चूत को सहलाते हुए उसकी आंखें बंद हो गईं और सिर पीछे झूल गया।
वो जैसे नशे में खो गई थी।
उसने अपनी आंखें फिर से खोलीं और मुझे मुठ मारते हुए देखने लगी।
ये नजारा देख वो भी अपनी चूत को जोर से रगड़ने लगी।
शोना- आह्ह … मैं अपनी टांगें खोलकर तुमसे चुदना चाहती हूं।
मैं- तो आओ और बेड पर मेरे सामने बैठ जाओ।
शोना- ठीक है, फिर अब?
मैं- अब घूम जाओ, ड्रेस को ऊपर उठा लो। अब अपनी सेक्सी टांगों को खोलो और चूत में उंगली करो।
शोना सिसकारती हुई- मैं इसे धीरे-धीरे करूं या जल्दी-जल्दी?
मैं- पहले धीरे धीरे ही करो। जब तुम बहुत ज्यादा गर्म हो जाओ तो ड्रेस ऊपर उठा लेना और तेजी से करना।
शोना- ओके!
वो कैमरे के सामने चलकर आई और फिर झुक गई, जैसे मैंने उसको बोला था।
उसने अपनी टांगों को खोल लिया और उसकी चूत एकदम से रस में चमकने लगी।
वो अपनी चूत के होंठों को सहलाकर खोलने लगी और उसमें उंगली अंदर बाहर करते हुए चोदने लगी।
पीछे मुड़कर वो लगातार मुझे मुठ मारते हुए देख रही थी।
साथ ही वो उत्तेजित होकर अपनी टांगों को मेरे लिए और चौड़ी खोल रही थी।
अब वो कुछ पल के लिए आहिस्ता से करने लगी।
अब मैंने उसको चूत में दो उंगली डालने के लिए कहा।
उसने दो उंगली चूत में दे दीं और फिर अंदर बाहर करते हुए तेजी से चोदने लगी।
उसकी सिसकारियां अब दोगुनी तेज हो गई थीं।
शोना ड्रेस निकाल कर अपनी गांड पर चांटे मारते हुए- ओह गॉड, चोद दो मुझे!
वो पीठ के बल अब नीचे लेट गई और अपनी टांगें चौड़ी खोल लीं।
एक हाथ की दो उंगली उसने चूत में दे लीं और दूसरे हाथ से चूत के दाने को रगड़ने लगी।
वो जोर जोर से सिसकार रही थी।
उसकी चूत से सफेद अमृत जैसा रस निकल रहा था।
ये नजारा देख मैं भी और जोर से लंड को फेंटने लगा।
मैंने जल्दी से पास रखा गिलास उठाया और फिर से मुठ मारने लगा।
शोना- येस … उस गिलास में माल गिराना ताकि मैं भी उसे देख सकूं और अपना पानी निकाल सकूं।
मैं- अच्छा? तुम मेरा माल देखना चाहती हो?
शोना- मैं तो तुम्हारे गर्म माल को अपनी पूरी बॉडी पर गिरवाना चाहती हूं। प्लीज अपना माल जल्दी निकालो!
अब मैं पूरे जोश में अपने लंड को रगड़ने लगा और जल्द ही मेरे लंड से खूब सारा माल गिलास में गिरने लगा।
लंड ने झटके दे देकर गिलास में सारा माल निकाल दिया।
माल निकल जाने के बाद मैंने गिलास को कैमरे के नजदीक रख दिया ताकि शोना भी उसे देख सके।
वो माल को देखकर तेजी से अपनी चूत और उसके दाने को रगड़ने लगी। वो कमर से पीछे की ओर मुड़ गई और सिसकारियां लेते हुए चिल्लाने लगी।
उसने अपने चूचों को जोर से भींचा और गिलास की ओर देखते हुए उसकी चूत से ढेर सारा रस निकलने लगा।
चूत का पानी निकलने के साथ ही वो पीछे पीठ लगाकर बैठ गई।
उसके पूरे बदन पर पसीना चमक रहा था और वो सांसों को सामान्य करने की कोशिश कर रही थी।
फिर उसने अपनी चूत से निकले रस को अपनी छाती पर मला, अपनी जांघों पर मला और फिर उंगलियों को चाटने लगी।
उसका चेहरा मेरी तरफ देखते हुए जैसे अब शर्म से लाल हो रहा था।
शोना- ओह्ह गॉड, मैं कितनी डर्टी हूं। काश मेरे बदन पर इस माल की जगह तुम्हारा माल होता!
विडियो सेक्स चैट में वो देसी गर्ल अपनी चूत को अब प्यार से सहला रही थी।
उसके साथ ये सब करने में मुझे बहुत मजा आया।
एक महीने तक बार-बार मैंने उसके साथ ऐसे सेक्स वीडियो चैट सेशन किये।
हमने कई और फेंटेसी भी ट्राई कीं।
इस तरह से मैं उस लाइब्रेरियन की कामकु यादों से खुद को दूर कर पाया।
जब मुझे कोई फेंटेसी पूरी करनी होती है, मैं शोना के साथ ही करता हूं।
वह लड़की इतनी हॉट है कि क्या बताऊं!
मुझे उस देसी गर्ल का रसीला बदन बहुत पसंद है।
यहां पर उसका एक शॉर्ट वीडियो ट्रेलर शेयर कर रहा हूं ताकि आप भी उसके कामुक अंदाज़ देख सकें।
इसका मजा लें!
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