एक थी वसुंधरा-6
This story is part of a series: keyboard_arrow_left एक थी वसुंधरा-5 keyboard_arrow_right एक थी वसुंधरा-7 View all stories in series एकाएक मैंने वसुंधरा को अपनी पकड़ से आज़ाद कर दिया और उससे ज़रा सा ऊपर उठ कर अपना सर उठ कर वसुंधरा को सर से पैर तक एक नज़र देखा. क्या कमाल का नज़ारा था. …