सूरत वाली प्यारी चाची का सेक्सी बदन-2

This story is part of a series:


  • keyboard_arrow_left

    सूरत वाली प्यारी चाची का सेक्सी बदन-1

  • View all stories in series

अब तक आपने पढ़ा..
अनिता चाची के जिस्म से मैं खेलने लगा था लेकिन वो मुझसे चले जाने के लिए कहने लगी थीं।
अब आगे..

लेकिन उनकी आवाज़ अब कमज़ोर हो चुकी थी और काँप रही थी।

मैंने उनका एक पैर उठाया और उनके पैर के अंगूठे को चूमने लगा, फिर उनके तलवों को किस करते हुए उनके सेक्सी चिकनी टांगों को चूसने लगा।
उनकी जाँघें चिकनी, रेशमी और गोरी थीं, मैं उनकी एक जाँघ को चूसने लगा और दूसरी को हाथ से रगड़ने लगा।

उनकी जांघ के और भीतर के हिस्से को जैसे ही चूसने लगा.. अनिता चाची मचल उठीं।
मैं उनकी पैन्टी के ऊपर से उनके उनकी जाँघों के जोड़ को रगड़ने लगा।
अनिता चाची की आवाजें तेज हो रही थीं ‘आअहहा.. स्शहस्स.. उम्म्म.. आअहह..’

उनकी जाँघों को रगड़ने के बाद मैंने उनके ब्लाउज को निकाल डाला। तभी मेरी नज़र उनकी बगलों पर गई. उनमें छोटे बालों की घनी पट्टी थी, शायद उन्होंने काफी दिन से शेव नहीं की होगी।

मैं यह देख कर बहुत ही उत्तेजित हो गया, मुझे बालों वाली उनकी बगल बहुत ही सेक्सी लग रही थी।

मैंने उनके दोनों हाथों को ऊपर किया और अपना मुँह उनकी बगल में डाल दिया, मैं उनकी बगलों को बारी-बारी से चाट रहा था।
अनिता चाची के लिए यह शायद नया अनुभव था.. पर वो भी इससे उत्तेजित हो गई थीं।

मैं वापिस अनिता चाची के मम्मों को चूसने लगा। उनके बाद उनके पेट को चाटते और चूसते हुए उनकी लाल पैन्टी तक जा पहुँचा।
मैंने एक ही झटके में उनकी पैन्टी को उतार कर ज़मीन पर फेंक दिया, वो पूरी तरह से नंगी हो गई, उनकी चूत पर भी बड़े-बड़े बाल थे।
अब उन्होंने भी मेरा विरोध करना पूरी तरह से छोड़ दिया था, वो सिर्फ़ ‘आहें..’ भर रही थीं और सिसकारियाँ ले रही थीं।
मैं अपने कपड़े उतारने के लिए खड़ा हुआ तो अनिता चाची का खूबसूरत बदन नज़र आया। वो भारी साँसें लेते हुए अपने हाथों को सिर के ऊपर रख कर लेटी हुई थीं।

अनिता चाची का क्या हॉट और सेक्सी नज़ारा था।
उनका पूरा चिकना गोरा बदन.. हय उनकी क्यूट सी बड़ी-बड़ी काली आँखें.. उनके सेक्सी चैरी से रसीले लाल मोटे होंठ.. बगलों के सेक्सी छोटे-छोटे लाइट ब्राउन रेशमी से बाल। उनके बड़े मम्मों के डार्क ब्राउन घेरे में रसभरे एकदम कड़क चूचुक.. बहुत ही कामुक नजारा था। अनिता चाची का सपाट चिकना पेट.. पेट में गहरी नाभि.. उनकी रेशमी चिकनी जाँघें.. पतले लंबे पैर.. और सबसे हॉट उनके काले घने बालों वाली चूत थी।

मैं तो उनका ये कातिलाना जिस्म देख कर हक्का-बक्का रह गया, मैंने जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए और पूरा नंगा हो गया।
मेरा लंड एकदम से पूरा तन कर खड़ा हो गया था।

मैं अनिता चाची को किस करता हुआ उनकी चूत को हाथों से रगड़ रहा था, फिर उनके मम्मों को चूसते हुए उनकी चूत में मैं अपनी उंगली डाल कर उंगल-चोदन करने लगा।

मैं उनका एक दूध और चूचुक को चूस रहा था और साथ ही अपने एक हाथ से उनके मम्मों को दबाए जा रहा था।
मेरी दूसरी उंगली उनकी चूत में उंगल-चोदन कर रही थी।

मैंने अपने इस तिहरे काम की तीव्रता बढ़ा दी.. तो अनिता चाची की सिसकारियां बढ़ गईं ‘सस्स्शह.. आआअहह.. उउम्म्म्म.. अहहा आहह.. अहा..’

वो अपने दोनों हाथों से मेरे बालों को सहलाए जा रही थीं.. अचानक उनकी सिसकारियां और तेज़ हो गईं, जिस्म की थिरकन बढ़ गई और ‘ऊवू.. ऊओह.. आअहह.. सस्स्सिईई.. ऊओह..’ की तेज आवाज के साथ वो अपनी कमर को दो-तीन बार झटका देते हुए मेरे बालों को खींचने लगीं।

दस सेकेंड्स के बाद वो शांत होकर फिर से लेट गईं; शायद उनका बहुत टाइम के बाद स्खलन हुआ था।

मेरा लंड अब और इंतज़ार करने को तैयार नहीं था, मैंने अनिता चाची की कमर के नीचे एक तकिया रख दिया।
अनिता चाची ने ख़ुशी से अपने पैर खोल दिए।

उनकी चूत उंगल-चोदन की वजह से पहले से ही बहुत गीली हो गई थी, मैंने अपने लंड को उनकी चूत पर रखा, चाची को किस करते हुए.. एक ही धक्के में मेरा लंड उनकी चूत में पेवस्त होता चला गया।

उनकी चूत बहुत ही गर्म और चिकनी थी। मेरे लंड ने जैसे ही उनकी चूत की अन्दर प्रवेश किया.. उनकी गर्म चूत की पकड़ को अपने लंड पर महसूस करके ऐसा लगा कि जैसे मैं जन्नत होऊँ और मेरा लंड जन्नत की वादियों में पहुँच गया हो।

थोड़े ही धक्कों में मैंने अपनी रिदम पकड़ ली, अनिता चाची ने मुझे अपने बाहुपाश में जकड़ लिया, मैं अपने धक्कों में विविधता ला रहा था, कभी लंबे और धीमे धक्के तो कभी तेज़ धक्के लगा रहा था।

अनिता ने अचानक अपने पैरों को मेरी कमर के ऊपर करके पकड़ बना ली।
कमरे में हमारे सेक्स की आवाजें आ रही थीं, हमारे जिस्म टकराने की ‘पचक- पचक’ की आवाजें आ रही थी, हमारी कामोत्तेजना के कारण सिसकारियां बढ़ती ही जा रही थीं।

अनिता चाची- सस्स्शह.. आआअहह उउम्म्म्म.. अहहा.. आहह हा हा..
मेरी भी कराहट बढ़ रही थी- अम्मह आअहह अनीता चाची.. आअहह..

अब मैंने उत्तेजित होकर चाची को चोदते हुए ही अपना आसन बदल दिया। अनिता चाची मेरे लौड़े के ऊपर आ गई थीं। उनको भी यह अच्छा लगा। वो अपनी गांड को ऊपर-नीचे करते हुए धक्के लगा रही थीं।

वो जब धक्के लगा रही थीं.. तब उनके मम्मे जबरदस्त हिल रहे थे। मैं उनके मम्मों और चूचुकों को मसलने लगा।
अचानक वे अपनी छाती को मेरे सीने पर दबाते हुए अपनी एक बगल को मेरे मुँह के पास ले आईं, मैं उनकी सेक्सी बगल को चाटने लगा।

फिर उनके मम्मों की बारी थी, मैं उनको भी चूसने लगा।
थोड़ी देर बाद हम वापस मिशनरी पोज़िशन में आ गए, अनिता ने अपनी पकड़ बहुत ही मजबूत कर दी, उन्होंने ‘रोनित.. आआहह.. आआ.. रोनित..’ बोलते हुए इतना जोर से मुझे जकड़ लिया कि शायद मेरी पीठ को भी उन्होंने खरोंच दिया था।

वो अपनी गांड ज़ोर-ज़ोर से मेरे झटकों की रिदम के साथ हिलाने लगीं।
यह उनका दूसरा स्खलन होगा।

मैं भी अपने स्खलन के करीब था, मैंने अनिता चाची को किस करते हुए अपनी धक्कों की तीव्रता बहुत ही बढ़ा दी थी।
मैं उनकी जीभ को चूसते हुए तेज़ धक्के मार रहा था.. और फिर अचानक एक बड़ी चीख ‘आघ्आअ.. आघ्आअ..’ के साथ मैंने अपने वीर्य को उनकी चूत में छोड़ दिया।

मैंने कभी इतना लंबा खेल कभी नहीं किया था, स्खलन के टाइम मुझे कुछ रूहानी आनन्द सा महसूस हुआ।

हम दोनों अब धीरे-धीरे शांत हो रहे थे, मैं अनिता चाची को हल्की चुम्मी देते हुए उनके ऊपर ही लेटा हुआ था, मेरा लंड अभी भी उनकी चूत में था, लंड भी धीरे-धीरे सिकुड़ने लगा था, हम दोनों पसीने से तरबतर थे, हमारी भारी साँसें अब हल्की हो रही थीं, आखरी स्मूच करके मैं उनके बाजू में लेट गया।

अनिता चाची बहुत ही खुश थीं, उन्होंने बताया कि पिछले दो साल से उन्होंने सेक्स नहीं किया था। मेरे साथ सेक्स करके उन्होंने अपनी दो साल की दबी हुई प्यास को शांत कर लिया था।
थैंक्स कहते हुए उन्होंने मेरे माथे और मेरे होंठों को किस किया।

मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा था कि मैंने सच में अनिता चाची को चोद दिया था।

आशा है.. आपको मेरी कहानी कामोत्तेजक लगी होगी.. मैं आपके विचार जानने के लिए उत्सुक हूँ।
[email protected]

More Sexy Stories  कहानी विश्वास प्यार और सेक्स की