वो लड़की नहीं किन्नर निकला

शीमेल सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं स्टेशन पर एक बहुत खूबसूरत जवान लड़की दिखी, मैं उसे देखती ही रह गयी. वो मेरे पास आयी और दोस्ती हो गयी. उसके बाद क्या हुआ?

हाय फ्रेंड्स, आप लोगों को मेरा प्यार भरा नमस्कार.

आपने मेरी पहली Xxx चुदाई की कहानी
लॉकडाउन में दूकान वाली आंटी की चूत चुदाई
को पढ़ा. धन्यवाद.

अब मैं आप लोगों के लिए एक नई सेक्स कहानी लेकर आई हूँ.

यह कहानी मेरी नहीं है, मेरी सहेली अनीता की है.

आप इस शीमेल सेक्स कहानी का मजा उसी की जुबानी सुनकर मजा लें.

हाय फ्रेंड्स, मैं अनीता नाम की एक गृहिणी हूँ.
मेरे पति दुबई में काम करते हैं. वो भारत दो साल में आ पाते हैं.

मेरा रंग एकदम दूध सा गोरा है व मेरे मम्मों का आकार 36 डी है.
मेरे भरे हुए बूब ही किसी भी मर्द को पानी निकालने के लिए मजबूर कर सकते हैं.

सच कहूँ, तो आज तक मेरी चुदाई वैसी नहीं हुई थी, जैसी मैं चाहती थी.
मेरे पति ने कभी भी मेरी चुदाई दस मिनट से ज्यादा नहीं कर पाई थी.
उतनी देर में तो मैं सिर्फ गर्म ही हो पाती थी.

मुझे आज भी एक ऐसे लंड की तलाश थी जो मेरी जबरदस्त चुदाई कर सके.
मेरी ये तलाश पिछले साल उस वक्त पूरी हुई, जब मुझे पुणे जाना पड़ा था.

ये बात तब की है जब लॉकडाउन खुल कर सबकुछ सामान्य हो गया था.
मुझे उसी समय पुणे जाना पड़ा था.

मैंने उस दिन एक ट्रांसपेरेंट साड़ी पहनी और ब्लाउज एकदम टाइट वाला पहना था. मैंने ब्लाउज के अन्दर एक कसी हुई पीले रंग की ब्रा पहनी थी.
मेरे भरे हुए बूब्स बड़ी मुश्किल से उस ब्रा में फंस पा रहे थे.
मैंने रेडी होकर खुद को आईने में देखा और अपनी जवानी पर मुग्ध हो गई.

अब मैं रेलवे स्टेशन पहुंच गई.
ट्रेन को आने में देरी थी. मैं वहीं एक बेंच पर बैठ गई.

आता जाता हर मर्द मुझे वासना से देख रहा था.
मुझे उन मर्दों की भूखी नजरों को देख कर बड़ा अच्छा लग रहा था.

तभी मेरे पास एक लड़की आई, जो बहुत ही ज्यादा सुंदर और सेक्सी थी.
मैंने आज तक इतनी सेक्सी लड़की नहीं देखी थी. मैं बस उसे ही देखे जा रही थी.
वह बहुत ही हॉट माल थी.

मैं आज से पहले कभी भी लड़कियों की तरफ इतनी आकर्षित नहीं हुई थी.
पर पता नहीं, आज क्यों मुझे वह बहुत ही मस्त लौंडिया सी लग रही थी.

तभी वह मेरे करीब आई और हंस कर बोली- ओ हैलो … ऐसे क्या देख रही हो … कभी पहले किसी सुंदर लड़की को नहीं देखा है क्या?
मैंने हंस कर कहा- देखा तो बहुतों को है, पर आप जैसी सुंदर लड़की अब तक नहीं देखी.
मेरी बात पर वह लड़की हंस पड़ी और बोली- ऐसा क्या है मुझमें?
मैंने कहा- पता नहीं, पर आप बहुत ही ज्यादा सुंदर और सेक्सी हैं.

उसने कहा- मैं ऐसी ही हॉट हूं और मैं थोड़ी अलग सी भी हूं.
मैंने कहा- हां आप सच में अलग सी हैं.

वो मेरी बात सुनकर हंस पड़ी और बोली- तुम कैसे समझीं कि मैं अलग सी हूँ?
मैंने कुछ नहीं कहा, बस उसकी आंखों में झांकती रही.

अब उसने मेरा हाथ पकड़ लिया.
उसके हाथ के स्पर्श से मेरी धड़कनें तेज हो गईं.

मैंने उससे कहा- मुझे लड़कियों के साथ सेक्स पसंद नहीं है.
उसने कहा- मगर मैं एक लेस्बियन हूँ. तुमको मेरे साथ आज एक अलग मजा आएगा. मैं सिर्फ लड़कियों को ही पसंद करती हूं. मर्दों से मुझे नफरत है.
मैंने कहा- मेरी शादी हो चुकी है.
उसने कहा- तो क्या हुआ?

मैं चुप रह गई.
मुझे भी न जाने क्यों उसका साथ अच्छा लगने लगा था.
मैंने उसके साथ बात करना जारी रखा.

उसने मुझसे पूछा- तुम कहां जा रही हो?
मैंने कहा- मैं पुणे जा रही हूं.
उसने कहा- मैं भी पुणे ही जा रही हूँ.

हम दोनों बैठ गए और बातें करने लगे.
वो मेरा हाथ अभी भी अपने हाथ में लिए थी.
मुझे अच्छा लग रहा था.

तभी ट्रेन आने की घोषणा हुई और हम दोनों अपना सामान लेकर ट्रेन में चढ़ने के लिए रेडी हो गई.
उसकी और मेरी बर्थ एक ही कोच में थी.

ऐसा अक्सर होता भी है कि एक स्टेशन से जाने वाले यात्रियों का आरक्षण एक ही बोगी में किया जाता है.

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ट्रेन आने पर हम दोनों चढ़ गए और बगल बगल में बैठ गए.

उसने मेरा हाथ फिर से थाम लिया था.
रात काफी हो चुकी थी.
हम लोग इधर-उधर की बातें करते रहे.

फिर रात का 12:00 बजे हम दोनों पुणे पहुंच गए.
उसने मुझसे कहा- तुम मेरे साथ मेरे घर चलो. उधर हम दोनों खूब मजा करेंगे. अभी रात भी बहुत हो गई है. मेरा घर यहां से पास में ही है.

पता नहीं क्यों मैंने उसकी बात झट से मान ली.
अब हमने ऑटो ले लिया और उसके घर के चल दिए.

हम दोनों ऑटो में बैठी तो ऑटो वाला भी हमें घूरने लगा.
दो सेक्सी सुंदर औरतों को देख कर शायद उसका ईमान भी खराब हो गया था.
पर हमने उस पर ध्यान नहीं दिया.

करीब आधे घंटे बाद हम लोग उसके घर पहुंच गए.
उसके घर में दो कमरे थे, एक में वो सोती थी और दूसरा लिविंग रूम था.
उसने अन्दर आकर कहा- मैं थोड़ी थक गई हूं. मैं बाथरूम से फ्रेश होकर आती हूं.

वह बाथरूम में चली गई. करीब दस मिनट के बाद वह बाहर आई. उसने एक बहुत ही सेक्सी सी नाइटी पहनी हुई थी.

ये सेक्सी सी नाइटी एकदम पारदर्शी थी. उसके अन्दर उसकी काली ब्रा और साथ में पैंटी दिख रही थी.

फिर उसने कहा- जाओ तुम भी फ्रेश हो जाओ. तुम भी थक गई होगी. बाद मैं हम दोनों मस्ती करेंगे.

मैं भी फ्रेश होने चली गई.
अब मैं भी एक ट्रांसफर सेक्सी सी नाइटी में थी.

मुझे देख कर वो मेरे पास आई और उसने मुझे पकड़ कर मेरे गाल पर किस कर दिया.
मैंने उसका विरोध नहीं किया तो वो मुझे अपने सीने से लगा कर जोर जोर से चूमने लगी, मेरे होंठों को चूसने लगी.

वो कहने लगी- तुम बहुत सुंदर हो. मैंने आज तक तुम जैसी सेक्सी औरत नहीं देखी, पता नहीं कैसे, मैंने ट्रेन में खुद को रोक के रखा था. वरना ट्रेन में ही मैं तुम्हारे साथ सेक्स कर लेती.
मैंने दिल से कहा- यार मैंने आज तक कभी किसी लड़की के साथ सेक्स नहीं किया है, यह मेरा पहला अनुभव है
उसने कहा- कुछ मत कहो, बस मजा लो.

ये कह कर उसने अपनी जुबान मेरे मुँह में डाल दी और अपनी जुबान से मेरे अन्दर के रस को चूसने लगी, जुबान को अन्दर बाहर करने लगी.

उसका थूक भी मेरे मुँह में आ रहा था, पर पता नहीं क्यों … मुझे मजा आ रहा था.
मैं भी अब उसका साथ देने लगी थी.
आज मेरी लाइफ का ये फर्स्ट टाइम था जब मैं किसी की जुबान को चूस रही थी.

उसने मेरे होंठों को अपने मुँह में ले लिया और जोर जोर से चूसने लगी.
अब उसने मेरी नाइटी को उतार दिया और मेरी ब्रा को भी निकाल दिया.

वो मेरे मम्मों को देख कर आह आह कर उठी और बोली- अरे वाह … तेरे आम तो बहुत बड़े बड़े हैं. मैं आज इनको खा जाऊंगी.

ये कह कर उसने एक जोर से थप्पड़ मेरे मम्मों पर मारा.
मैं आह करके चिल्ला उठी.

तभी उसने मेरे एक निप्पल को मुँह में भर लिया और चूसने लगी.
बीच बीच में वो मेरे निप्पल को काट भी रही थी.
मुझे मजा आ रहा था.

अब वो नीचे आ गई और उसने मेरी पैंटी को खींच कर उतार दिया.
मेरी चूत पर घने बाल थे. मेरी चूत पर बाल देखकर वह चीख सी पड़ी. उसने मेरी चूत के बालों को अपने मुँह में लेकर जोर से खींचा.

मैं भी चिल्ला उठी- आंह क्या कर रही है?
वह बोली- चुप साली, तुझे पता नहीं था कि आज तेरी चूत की चुदाई होने वाली है और इसे साफ करना जरूरी है. बाथरूम में गई थी तो अपनी चूत साफ़ करके क्यों नहीं आई. आज तेरी झांटों को खींच खींच कर तेरे चूत साफ़ कर दूंगी.

मुझे बहुत दर्द हो रहा था पर बार बार उसकी जीभ की रगड़ का अपनी चूत पर अहसास करके मुझे मजा भी आ रहा था.

पहली बार मेरी चूत की किसी ने ऐसी हालत की थी.

फिर उसने मेरी चूत में अपनी जीभ डाल दी और मेरी चूत को चाटने लगी.
अब मुझे ज्यादा मजा आने लगा था.

वो निरंतर अपनी जुबान को अन्दर बाहर करने लगी और मेरी चूत को जोर जोर से चाटने लगी.
बीच बीच में वो मेरी चूत के दाने को भी काट रही थी.
मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था.

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करीब 20 मिनट तक चूत चटवाने के बाद मैं झड़ गई और उसने मेरा सारा पानी पी लिया.
अब उसने भी अपनी नाइटी उतार दी और अपनी ब्रा भी उतार दी.

उसके दूध ज्यादा बड़े तो नहीं थे, पर बहुत मस्त थे, एकदम टाइट … जरा भी नहीं लटक रहे थे.

उसने मेरा सर पकड़ा और अपने मम्मों के बीच में रख दिया.
अब वो बोली- आह … ले मेरे दूध को जोर जोर से चाट और चूस.

मैंने उसके एक निप्पल को अपने मुँह में भर लिया और जोर जोर से चूसने लगी.

उसके निप्पल ब्राउन रंग के छोटे छोटे से थे. पहली बार मैं किसी औरत के निप्पल को चूस रही थी.
करीब दस मिनट तक मैंने उसके दोनों निप्पलों को चूसा.

इस बीच मेरी चूत फिर से गीली होने लगी थी.

अब मैं उसमें पैंटी उतारने लगी तो उसने कहा- पैंटी नहीं उतारो … तुम डर जाओगी.
मैंने कहा- ऐसा तुम्हारे पास क्या है, जिससे मैं डर जाऊंगी!
वो हंस पड़ी और बोली- मैंने तुमसे कहा था ना कि मैं अलग किस्म की हूँ.

मैंने कहा- प्लीज तुम अपनी पैंटी उतारो और मुझे अपनी डरने वाली चीज दिखाओ.
उसे अपनी पैंटी उतार दी.
मैं सामने नजारा देख कर एकदम से चिल्ला पड़ी.

उसके पास एक लंड था. वह एक शीमेल किन्नर थी.
मैंने कहा- ये क्या है?

वो हंस कर बोली- साली तुझे मालूम नहीं है कि ये क्या है. ये मेरा लंड है.
मैंने कहा- तुम पागल हो क्या … मुझे पहले क्यों नहीं बताया?
वो बोली- साली कुतिया … अगर पहले बता देती, तो क्या तू मेरे साथ आती. चल अब नाटक मत कर. मेरा लंड चूस.
मैंने कहा- मैं ये सब नहीं करती हूं.

उसने एक मुझे जोर का थप्पड़ मारा और बोली- साली भैन की लौड़ी … जो अब तक हो रहा था, क्या वो गलत नहीं था. चल अब मूड खराब मत कर. यहां कोई नहीं आने वाला है. तू बस मजा ले.

मैं उसकी बात मान गई.
उसका लंड काफी मस्त था.
मुझे लग रहा था कि ये हिजड़ा है तो क्या हुआ … है तो लंड वाला ही न. मेरी चूत को मजे से रगड़ेगा.

उसके लंड का आकार 6 इंच से ज्यादा लम्बा था और दो इंच पाइप जितना मोटा था.
मैंने उसके लंड को मुँह में ले लिया.

वो मेरे बाल पकड़ कर मेरे मुँह को चोदने लगी और जोर जोर से मेरे मुँह में धक्के मारने लगी.

सच में मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मेरी चूत इस कदर गीली हो गई थी कि मुझसे रुका नहीं जा रहा था.

फिर उसने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और चुदाई की पोजीशन बना कर अपना लंड मेरी चूत पर रख कर रगड़ने लगी.
मैंने भी अपनी गांड उठा दी और उस समय उसने एक जोरदार धक्का दे मारा.
उसका लंड मेरी चूत में घुसता चला गया.

मैं चीख उठी- आह्ह अह … मर गई साली कुतिया धीरे चोद!
वो बोली- आह क्या कसी हुई चूत है तेरी … आह्ह लंड ले ले साली चिल्ला मत कमीनी. मजा आ रहा है कि नहीं ये बता!

मैं- आह हां … मजा आ रहा.
उसकी स्पीड बढ़ गई और उसने मेरी चूत को धकापेल चोदना चालू कर दिया.

मैं दस मिनट में ही झड़ गई मगर वो हिजड़ा थक ही नहीं रहा था. मुझे ताबड़तोड़ चोद रहा था.
उसने मुझे काफी देर तक मेरी चूत को चोदकर भोसड़ा बना दिया और बाद में जब वो झड़ने को हुई तो उसने मेरे चूत से लंड निकाल कर मेरे मुँह में लंड डाल दिया.

मैं लंड चूसने लगी और वो आह आह करती हुई मेरे मुँह में झड़ गई.

चुदाई के बाद हम दोनों एक दूसरे को देख कर मुस्कुराने लगीं.

फिर हम दोनों बाथरूम में गए.
उसने वहां फिर से मुझको कुतिया बना कर चोदना शुरू कर दिया.

मैं आज एक हिजड़े से चूत चुदवा कर वो खुशी पा चुकी थी, जो मुझे किसी मर्द से नहीं मिल सकी थी.

तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी Xxx चुदाई की कहानी.
प्लीज़ मुझे मेल करके जरूर बताएं.
मैं इस शीमेल सेक्स कहानी का अगला भाग जल्दी ही लिखूँगी.
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