अन्तर्वासना से जुड़े सभी साथियों का मेरा प्यार भरा नमस्कार।
दोस्तो, बहुत समय बाद फिर से कुछ लिखने का मन हुआ क्योंकि कई दिनों से कुछ ऐसा घटित नहीं हुआ जिसको मैं आप सबके साथ शेयर कर सकूँ।
सर्वप्रथम सभी पाठकों को मैं अपना परिचय दे देता हूँ।
मेरा नाम यश गर्ग है और मैं जयपुर रहता हूँ। मेरी उम्र 31 साल है।
पिछले कई सालों से अन्तर्वासना का पाठक और यहाँ पर कुछ अपनी जीवन की कहानी और कुछ सेक्स सम्बन्धी जानकारी प्रेषित की थी।
आज मैं एक अनोखे विषय के साथ आप सबके साथ जुड़ रहा हूँ।
सबसे पहले तो आप यह जान लीजिये कि अन्तर्वासना एक ऐसी साईट हैं जहाँ हम कुछ पल अपने आपको सुकून महसूस करवा सकते हैं। यहाँ कुछ कहानियाँ रोमांस भरी होती है तो कुछ ज्ञान देने वाली और कुछ जरूर गम्भीर समस्याओं से जुड़ी होती हैं।
पर सच कहूँ मुझे यह साईट बहुत प्रिय है और रात को जब तक यहाँ आकर कुछ कहानी न पढ़ लूँ तब तक मुझे नींद भी नहीं आती है।
अब आते हैं असल मुद्दे की बात पर।
पहले तो आप लोग यह जान लीजिये कि सेक्स एक योग है भूख नहीं है, जिसे हर जगह पूरा किया जा सके। सेक्स एक क्रिया है जिसे हम योग की तरह करे तो दवा की तरह असर करती है और जंगली की तरह करे तो ये नुक्सान दायक और पीड़ा दायक होती है।
कई लोग चूतिया जैसी बात लिखते हैं मेरा लंड दस इंच का है, कोई आठ इंच का। पर उन सब चूतियों को एक बात कहूँगा कि भारत में लंड की औसतन लम्बाई पांच इंच है और इससे ज्यादा बड़ा लंड जैसे 6-8 इंच भारत में बहुत कम है। विदेश में भी कुछ देशों में जैसे अफ्रीकी देशों में कुछ पुरुषों के लंड की लम्बाई अधिक होती है।
लंड की सर्वाधिक लम्बाई 17.25 इंच है जो कि एक विश्व रिकोर्ड है।
पर एक बात पर ध्यान दें, लंड बड़ा होने से सेक्स में आनन्द आये ये जरूरी नहीं है। चार इंच का लंड भी औरत को संतुष्ट कर सकता है बशर्ते वो उसे सेक्स से ज्यादा प्यार करे और सेक्स करने से पहले उसके साथ रोमांस करे।
आजकल कई लोगों ने सेक्स को एक मजाक सा बना दिया है, जो सच में बेहद बुरा लगता है।
सेक्स के बारे में लिखी हर कहानी सच्ची नहीं होती है क्योंकि कुछ लोग बस सेक्स में इतने पागल होते हैं कि वो सोचते हैं यहाँ महिलाएं और लड़कियां उन्हें ही मैसेज करेंगी और उनके साथ सो जाएँगी। पर चूतिया वाली सोच से दूर हो जाये। यहाँ पर सेक्स स्टोरी पढ़ें और आनन्द ले मस्त कहानी का, पर उसे निजी जीवन से मत जोड़ें।
माँ, बहन, बेटी, भाई, पिता के साथ सेक्स वाली कहानियाँ लिखने वालों से भी अनुरोध है कि इस सम्बन्ध को बक्श दो। ऐसा कार्य मत करो कि यहाँ पढ़ने वाला पाठक उसे अपने निजी जीवन में विचार करने लगे।
कहानी ऎसी लिखो जो रोमांस पैदा करे। चाहे काल्पनिक लिखो पर उसमें एक स्वाद लिखो।
मैं पिछले कई साल से यहाँ हर कहानी पढ़ता हूँ और कई कहानी तो ऐसी है जो सच में अंदर तक रोम रोम में बस जाती है पर कई कहानियां ऐसी है कि उन लिखने वाले के मन में बस सेक्स को भूख बनाकर दर्शाया है।
चुदाई करना कोई आम बात नहीं है, यह जीवन का महत्पूर्ण कार्य है जिसके लिए बेहद सुकून जरूरी है। बड़ा लंड, मोटा लंड ये सेक्स का कोई साधन नहीं है। सेक्स में ओरल बेहद जरूरी है और वो सेक्स को सही दिशा देता है। मैं अपनी गर्लफ्रेंड से जब सेक्स करता था तो पहले मैं उसे संतुष्ट करता था और फिर खुद संतुष्ट होता है।
मेरे लिए सेक्स में अपने पार्टनर की ख़ुशी से बढ़कर कुछ नहीं होता था। सेक्स में जरूरी है शांत वातावरण, ठंडी हवा, जो आपको चिपचिपा महसूस न करवाये और स्लो म्यूजिक। अगर दोनों पार्टनर वाइन के शौक रखते हैं तो जरूर वाइन के साथ सेक्स करने का मजा ही कुछ और है।
पर सेक्स आनन्द के साथ तभी होगा जब दोनों सेक्स करने को तैयार हो। जब दोनों तरफ आग लगी हो सेक्स की तो ये मानो पलंग तोड़ चुदाई होगी ही होगी।
मेर पास कई मेल ऐसे आये कि मेरा लंड छोटा है तो मैं क्या करूँ। उन सबको मेरा यही कहना छोटे लंड से भी दबा दब चुदाई हो सकती है बस हस्त मैथुन बंद कर दो और अपने पार्टनर को ओरल से संतुष्ट करो और उसे विश्वास दिलाओ उसे वो बेहद प्यार करता है। औरत सेक्स से ज्यादा प्यार से संतुष्ट होती है।
पुरुष जरूर सेक्स का भूखा हो सकता है पर औरत सिर्फ और सिर्फ प्यार की भूखी होती है। औरत को बड़े लंड और छोटे लंड का अनुभव नहीं चाहिये, बल्कि अपने पार्टनर का भरपूर प्यार चहिये। इसलिए मन से ये ख्याल हटा दे और अपने पार्टनर को भरपूर प्यार दे।
कई लोग अपनी कहानियों में लिखते हैं कि पहले ही सेक्स में लड़की ने मेरा स्पर्म मुंह लेकर गटक गयी। भाई मेरी वाली ने तो साफ़ साफ़ मना कर दिया था और यहाँ तक कई दिन तक बात भी नहीं की थी। पता नहीं आप वाली कौन सी दुनिया से आई थी कि उसने पहली बार में सब कुछ कर दिया।
स्पर्म में वही प्रोटीन होता है जो अंडे की सफेदी में होता है. स्पर्म पीना बुरा नहीं है, स्पर्म जवानी देता है। स्पर्म अगर औरत पीती है तो सच में ये उसके लिए अमृत के सम्मान है। यही नहीं, पुरुष भी औरत की चूत से निकलने वाला कामरस पीते हैं तो औरत को भी अच्छा लगता है और ये उनके लिए भी बेहद फायदा करता है।
पर दोनों एक बात का ध्यान रखें कि सेक्स करने से पहले या ओरल करने से पहले लंड और चूत को अच्छे से साफ़ करें और साबुन या शैम्पू से उसकी गंदगी हटायें क्योंकि आसपास गंदगी या बदबू रहने से कोई भी बिमारी लग सकती है अत: इस जगह को साफ़ रखना बेहद जरूरी है और सेक्स न भी करें, तब भी रोज ये जगह साफ़ जरूर करें।
सेक्स करते वक्त चूत और लंड के आस पास खुशुबूदार कोई भी क्रीम जरूर लगाये, पर किसी भी परफ्यूम या डीयो का प्रयोग न करे, ये नुकसानदायक है।
अभी तो दो साल से मैंने सेक्स नहीं किया क्योंकि कुछ समय से मैं अपने काम में इतना व्यस्त रहा कि बस रात को अन्तर्वासना पढ़ कर मन को आत्मसंतुष्ट किया है। पर जरूर अपनी लाइफ की कुछ कहानियाँ शेयर करूँगा और बताऊँगा सच में सेक्स कैसे और किस तरह से करना बेहद सही होता है।
मैंने कभी भी माँ, बहन, बेटी के साथ सेक्स का नहीं सोचा और ना ही राह चलती किसी लड़की के लिए। अत: आप भी सेक्स को अपने मन से हटाकर जीवन को सरल और सुंदर बनाये। जिससे प्रेम करो, उसके साथ सेक्स करो तो आनन्द आता है या फिर अपने किसी दोस्त के साथ। या आजकल तो सोशल मिडिया पर ऐसी दोस्त या दोस्त भी मिलते हैं जो हमें खुश करते हैं सेक्स में।
फिर क्यों गंदी सोच रख माँ, बहन, बेटी, पिता, भाई के लिए गलत सोचा जाये।
सेक्स की कोई भी जानकारी चाहिए तो आप मुझसे पूछ सकते हैं। कोई भी समस्या हो वो भी पर मैं कोई डोक्टर नहीं हूँ ना ही कोई वैद्य। अत: बीमारी से सम्बन्धित कोई भी सवाल न करें।
र सेक्स का आनन्द कैसे लिया जाये ये जरूर मैं आपको बता सकता हूँ। इतना जानता हूँ मैंने जिससे सेक्स किया वो मुझसे संतुष्ट भी रही है और खुश भी। खैर ये तो जीवन की कशिश है कब किसका साथ छूट जाये।
लड़की हो या लड़का बस मन को शुद्ध करो और सेक्स को योग की तरह करो। अनैतिक सेक्स नुकसान करता ही है और आपको किसी न किसी समस्या में डाल भी देता है।
मुझे तो ये भी नहीं पता कि ये जो भी लिख रहा हूँ आप लोगों को इन सब में दिलचस्पी होगी या नहीं… या फिर अन्तर्वासना साईट इसे स्वीकृति देगी या नहीं, ये नहीं जानता पर आप तक अगर मेरी बात पहुँचती है तो जरूर सेक्स को समझें और जानें!
मन में भ्रम पलना बंद कर दो और गलत सोच को अपने ऊपर हावी न होने दे।
सेक्स में रोमांस का होना बेहद जरूरी है और हमें सेक्स को योग के रूप में सहायक बनाएगा और हमारे मन में जो सेक्स की भूख पैदा होती है उसे मिटाने में सहायक होगा। क्योंकि जब सेक्स हवस बन जाये तब आपको गलत दिशा की ओर ले जाती है। ये भी मानता हूँ कि कई जगह ऐसा रिश्ता भी बन जाता है जो अनैतिक होकर भी सुखद अनुभव देता हैं।
कई बार ऐसे रिश्ते नहीं मिलते तो घर के अन्दर अचानक ऐसा रिश्ता मिल जाता है कि आप संतुष्ट हो जाते हैं। लेकिन कोशिश करे कि घर को वेश्यावृति या जिगोलो का साधन न बनाये।
मेरे पास एक लड़की का मेल आया था जिसमें मुझसे पूछा गया था कि ‘सर मेरी शादी होने वाली है और मैंने कभी सेक्स तो नहीं किया पर हाँ यह जरूर है जब सेक्स की इच्छा होती तो उंगली से, मार्कर से और डिलडो से खुद को शांत किया है. पर अब डर है कि कहीं मेरा पति शादी करने के बाद मुझे छोड़ न दे। क्योंकि मेरी चूत में तो उसका लंड आसानी से प्रवेश कर जायेगा। और सच कहूँ ऐसे सवाल कई लड़कियों के हैं।
आपको बता दूँ जिसे सेक्स से मतलब है वो आपकी सील नहीं टूटी होगी तब भी शक ही करेगा और जिसे आपसे मतलब होगा वो इन सब पर ध्यान नहीं देगा। और जब शादी होने वाली हो तो आप छ: महीने सेक्स से दूर रहे, आपकी चूत वापस कुछ हद तक वापस टाईट हो जाएगी। वैसे लड़के कम दूध के धुले नहीं होते कि उन्होंने कभी सेक्स नहीं किया पर आदत है और ये आदत कभी नहीं छूटेगी पुरुषों की।
पर आप निश्चिंत रहें और मस्त रहें, ज़िन्दगी खुश होकर जियें। आजकल हर समस्या का समाधान है।
अच्छा एक अहम मुद्दे वाली बात ये कि लड़का लगातर पूरी रात सेक्स नहीं कर पाता है क्योंकि लंड है कोई मशीन नहीं है। अत: जो ये लिखते हैं कि हमने पूरी रात पाँच बार सेक्स किया तो वो बेवकूफ बनाते हैं या तो उन्होंने सेक्स ढंग से नहीं किया और अगर पलंग तोड़ चुदाई की है तो ये मान कर चलो आप पूरी रात में तीन बार से अधिक सेक्स नहीं कर पाओगे। ये मेरा पर्सनल एक्सपीरियंस है।
पर लोगों की फेंकने की आदत है और लड़की भी सोचती है पढ़कर कि काश ऐसा ही मेरा पति या साथी हो।
पर मन से ऐसे ख्याल निकाल दो। सेक्स अगर सही रूप से एक बार में कर लिया जाये तो तुरंत थकावट आयेगी ही आएगी और अक्सर तो नींद भी आ जाती है एक दूसरे की बांहों में। इसलिए मन में ये भ्रम मत पालना कि मेरा साथी तो एक या दो बार ही सेक्स करता है।
कुछ लोग बकचोदी करते हैं कि दोस्त ने अपने सामने अपनी पत्नी को चुदवाया, या दोस्त ने कहा कि मेरी बहन को मेरे सामने चोद।
ये सब चूतिया लोगों के मन की उपज है और कुछ नहीं। ऐसी सोच का प्रतिशत 0.01 ही है और इससे अधिक नहीं… पर उन सबकी सोच पढ़कर कभी आप लोग कोशिश मत करने लग जाना।
सेक्स करो पर उसका बंटवारा मत करो। रिश्तों की मान मर्यादा बनाये रखो, उसे मजाक मत बनाओ। बीवी हो या बहन या हो माँ, ये सब एक पवित्र रिश्तों की दहलीज है, इसे बाहर प्रदर्शनी का साधन मत बनाओ। सेक्स करो और खूब करो पर उसे इस तरह की वाहियात सोच के साथ मत जोड़ो। लंड हो या चूत चुदाई के लिए जरूर तरसता है और ये मानता भी हूँ पर इस तरह का कार्य करने से अच्छा है अपना हाथ जगन्नाथ।
मुझे चुदाई पसंद है पर एक नैतिक तरीके से। गलत तरीके से सेक्स का कभी मन में आया ही नहीं, और ना ही कभी ये सोच मैंने रखी।
अन्तर्वासना पर मेरी एक दोस्त भी बनी थी और उसके साथ भी मैंने जब सेक्स किया तो मुझे पता है वो कितनी संतुष्ट थी मुझसे। पर मैंने कभी उसे किसी के साथ शेयर नहीं किया। ना ही कभी उसे प्रदर्शनी बनाई।
जब मैं उस अजनबी दोस्त को लोगों से बाँट नहीं सकता तो कैसे बहन, बेटी, माँ, बीवी को इस तरह किसी के साथ सोने के लिए हम तैयार हो सकते हैं। अत: आप सबसे निवेदन है कि सोच बदलो और सेक्स को भूख की जगह योग और रोमांस का माध्यम बनाओ। हवस को त्याग दो।
प्रेम करो, प्रेम से जियो और सेक्स जब करो तो उसे ऐसे करो कि वो दोनों के लिए याद बन जाये। और जानकारी के लिए आप मुझे मेल कर सकते हैं।
मेरी ईमेल आईडी: [email protected]
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