बस में सफर करते हुए एक सेक्सी लेडी के साथ मैंने मजा लिया। उसके बदन को सहलाते हुए मेरा वीर्य छूट गया। मैंने उसको चोदने के लिए फोन नम्बर मांगा तो उसने मना कर दिया। फिर मैंने अपनी प्यास को कैसे शांत किया?
एक रोज मैं शाम को घर लौट रहा था।
मैं बस में था और वह काफी भरी हुई थी।
बाहर अंधेरा होने लगा था।
मेरे आगे की तरफ एक लेडी खड़ी हुई थी जो हरी छटा लिये नीले रंग की साड़ी में थी।
उसके बदन का रंग सोने जैसा लग रहा था और होंठों पर उसने लाल लिपस्टिक लगाई हुई थी।
उसके कानों की बालियां साधारण थीं लेकिन उसके परफ्यूम की खुशबू बड़ी मादक थी।
मैं उससे जितना संभव हो सकता था दूरी बनाए रखने की कोशिश कर रहा था लेकिन वह ड्राइवर बार-बार एकदम से ब्रेक मार रहा था जिससे मेरे लंड का उभार उसके कूल्हों से जाकर सट जाता था।
जब भी ऐसा होता तो वो अजीब निगाह से मेरी तरफ देखती थी लेकिन मैं कुछ कर भी नहीं सकता था इस बारे में!
अगले बस स्टॉप पर लोगों का एक बड़ा झुंड और बस में घुस गया।
अब मुझे और आगे सरकना था।
उसने मुझे आगे रास्ता देने के लिए अपना हाथ हटा लिया।
मैं उसके सामने आ खड़ा हुआ।
अब हम दोनों के चेहरे एक दूसरे के सामने थे।
मेरा हाथ उसकी कमर में जाकर रुक गया था।
मैं उसे वहां से हटाने की कोशिश कर रहा था लेकिन भीड़ होने के कारण मैं ऐसा कर नहीं पा रहा था।
इसके लिए मैंने उस लेडी को सॉरी कहा और अजब निगाहों से यहां वहां देखने लगा।
मैं जान पा रहा था कि वो भी मुझे देख रही है।
फिर मैंने उससे नजर मिलायी तो उसने बड़ी ही स्वीट सी स्माइल मुझे दी।
इतने में फिर से ब्रेक लगे और मेरी हथेली उसकी कमर पर कस गई।
मैंने देखा कि मेरा हाथ उसकी कमर पर कस जाने से उसकी आंखें एकदम से बंद हो गईं।
मैं जान गया था कि वह भी गर्म हो रही है। मैं कह सकता था कि अब उसको मेरा छूना अच्छा लग रहा है।
इसलिए जब दोबारा से ब्रेक लगे तो मैंने जानबूझकर उसको वैसे ही फिर से छुआ।
अबकी बार उसने अपने होंठ को अपने दांतों तले दबा लिया और मेरी ओर देखकर अपनी सहमति दे दी।
हैरानी से मेरी आंखें बड़ी हो गईं और मैंने मुंडी हिलाकर उससे इशारे में पूछा- पक्का?
इस बार उसने और अधिक सहमति के साथ हां में सिर हिला दिया।
हमारे आसपास जो लोग थे वो हमारी तरफ पीठ करके खड़े थे और उनके चेहरे बस की खिड़कियों की ओर थे।
बस में इतनी ज्यादा भीड़ थी कि कोई भी मुड़कर पीछे नहीं देख सकता था।
इसलिए मैंने अब उसकी कमर को अच्छे से सहलाना शुरू किया।
उसकी कमर की त्वचा की तहों को मैंने अच्छे से भींचना शुरू किया और उसकी गर्म सांसें मेरे गले से टकराने लगीं।
मुझे नहीं पता था कि उसका एक हाथ मेरी टांगों के बीच में डटा हुआ है।
जब मैंने उसकी कमर को सहलाना शुरू किया तो उसने भी मेरी जांघ को अपने हाथ से सहलाना शुरू कर दिया।
उसका हाथ ऊपर से नीचे मेरी जांघ पर फिसल रहा था।
अब बस ने एकदम से मोड़ लिया और मैं उसके ऊपर झुक गया जिससे मेरा हाथ उसके पेट पर सहलाता हुआ धीरे से उसके ब्लाउज तक पहुंच गया।
उसकी गर्म सांसें मुझे गर्दन पर और ज्यादा गर्म महसूस हुईं।
उसने एक लम्बी आह भरी और इधर उधर देखा।
फिर उसने मेरी आंखों में देखते हुए मेरे लंड पर हाथ टिका दिया और पैंट के ऊपर से हल्के हल्के सहलाने लगी।
बस एक तीखे मोड़ पर फिर घूमी और मैंने इस मौके का फायदा उठाते हुए उसकी गर्दन के नीचे चूम लिया।
उसने भी अपने होंठ दबाए और मेरी तरफ देखा।
मैं उसकी चूचियों को लगातार दबा रहा था और इसके उत्तर में वो भी मेरे लंड को तेजी से सहला रही थी।
अब हम दोनों में से किसी को ये डर नहीं था कि कोई हमें देख भी सकता है।
वो लेडी लगातार मेरे लंड को मुट्ठी में लेकर भींच रही थी और उसकी सांसें मेरे बदन में जैसे मिश्री घोल रही थीं।
बस ने फिर से ब्रेक लिए और मेरा बदन उसके बदन पर दबाव बनाते हुए पूरी तरह से सट गया।
उसने फिर से एक गर्म आह … भरी।
इससे पहले मैं अपने आप को वापस खींचता, मैंने धीरे से उसके होंठों पर चूम लिया।
उसका हाथ अभी भी मेरे लंड पर लगातार सहला रहा था।
उसकी उंगलियां मेरे लंड के टोपे को बड़ा मजा दे रही थीं और अब मेरा मजा इतना ज्यादा बढ़ गया था कि पैंट में ही मेरा वीर्य छूट गया।
मेरे मुंह से गहरी सांसें निकलीं और उसने अपने होंठ को दांतों से फिर से काट लिया।
मैं अभी भी उसके चूचों को भरी बस में दबा रहा था।
मेरा हाथ फिर से उसकी कमर पर चला गया।
अब मैं उसकी कमर के हर इंच हिस्से को सहला रहा था।
अब उसकी आंखें बंद हो गईं और वो बस के बीच में लगे पोल के सहारे लगकर उन पलों का आनंद लेने लगी।
अगला स्टॉप आया और उस पर बहुत सारे लोग बस में से नीचे उतर गए।
हम दोनों को अब सीट मिल गई।
मैंने अपने बैग को गोद में रख लिया और उसका हाथ मेरी पैंट की जिप के पास आ गया जहां पर मेरे वीर्य का गीलापन लगा था।
वो उस हिस्से पर हाथ फिराने लगी और मेरी तरफ देखकर प्यार से मुस्कराने लगी।
मैंने फिर से उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया और उसने मेरे कंधे पर चूम लिया।
उससे मैंने उसका नम्बर मांगा और उसने अपना हाथ ऊपर कर दिया जिसमें उसकी शादी की अंगूठी थी।
यहां पर जैसे मैं ठगा सा गया।
आखिरकार फिर वो उठी और अपने स्टॉप पर उतरकर चली गई।
उसने जाने से पहले मुझे मुड़कर देखा और मुस्कराते हुए इशारे में कहा- ये बहुत अच्छा था, तुमसे मिलकर अच्छा लगा, थैंक्स।
फिर वो वहां से आगे निकल गई।
अब बस का आगे का सफर बहुत नीरस हो गया था मेरे लिये!
मैं झुंझला गया था इसलिए मैं अपने दोस्त को फोन किया और सारी बात बतायी।
उसे मेरी बात पर जैसे यकीन ही नहीं हुआ।
फिर मैंने उसको अपनी पैंट पर वीर्य का धब्बा दिखाया।
मैंने उससे कहा- अब मुझे चुदाई करनी है, रुका नहीं जा रहा है।
वो मुझसे कहने लगा- बाहर जाकर किसी रंडी की चुदाई करने से अच्छा मैं तुम्हें कुछ और बता सकता हूं।
तब उसने मुझे दिल्ली सेक्स चैट वेबसाइट के बारे में बताया जहां पर देसी इंडियन गर्ल्स आपसे चैट करती हैं और वो सब करती हैं जो आप उनसे करने के लिए कहते हैं।
यह सुनकर मुझे बड़ा रोमांच पैदा हुआ इसलिए मैंने जल्दी से वहां पर अपना एक अकाउंट बना लिया।
क्रेडिट खरीद कर मैंने साइट पर स्क्रॉल करना शुरू किया।
मुझे एबिगेल नाम की एक लड़की मिली।
वह ठीक वैसी ही दिख रही थी जैसी कि वो बस वाली लेडी दिखती थी।
मैंने उसे मैसेज किया और एक प्राइवेट सेशन के लिए रिक्वेस्ट किया।
उसको मैंने सारी बात बतायी कि मेरे साथ बस में क्या हुआ।
मेरी स्टोरी सुनकर उसको भी बड़ा मजा आया।
उन्हीं पलों को मैं दोबारा से जीना चाहता था इसलिए मैंने उसको एक साड़ी पहनने को कहा और उसको ये आइडिया काफी पसंद आया।
एबिगेल- मैंने अभी हाल में कभी साड़ी नहीं पहनी। मैं भी तुम्हारे सामने एक क्लासिक लुक में आने के लिए तड़प सी गई हूं। कितना मजा आएगा इसमें!
मैं- हां, मैं भी तुम्हें चोदने के लिए मचल गया हूं, जल्द मिलते हैं।
एबिगेल- मैं बहुत गर्म हो चुकी हूं और अब प्ले करने के लिए इंतजार नहीं कर सकती हूं, तुम मुझे देखना।
ये सब बातें होने के बाद फिर मैं घर लौटा और जल्दी से फ्रेश होकर ऑनलाइन आ गया।
जब मैंने लॉग-इन किया तो वह पहले से ही तैयार बैठी थी।
उसने जेटब्लैक साड़ी पहनी थी और सेक्सी पोज में खड़ी थी।
वो कैमरा की तरफ आई और मेरी ओर देखकर मुस्कराई।
उसके होंठों पर लाल चमकदार लिपस्टिक लगी हुई थी जिससे उसके होंठ स्ट्रॉबेरी के जैसे बड़े रसीले लग रहे थे।
मैं- तुम गजब की हॉट लग रही हो!
एबिगेल- मैं खुद भी बहुत हॉट महसूस कर रही हूं।
मैं- मन कर रहा है तुम्हारी साड़ी खींच कर उतार दूं और तुम्हें वहीं आकर चोद दूं।
एबिगेल- पहले मुझे तुम्हें उकसाने तो दो, सेक्सी ब्वॉय!
ये कहकर उसने अपने दोनों चूचों को आपसे में भींचा और कैमरा में एक गहरी सांस ली।
मैंने एक हाथ से शर्ट के बटन खोलना शुरू किया और दूसरे हाथ से लंड को बाहर निकाल कर हल्के हल्के हिलाने लगा।
एबिगेल- ओह्ह फक … शर्ट बस खुली रहने दो, इसे उतारना मत! तुम्हारा लंड ऐसे बड़ा मस्त लग रहा है।
उसने अपने बूब्स को भींचना शुरू किया और मुझे मुठ मारते हुए देखकर सिसकारने लगी।
अपनी जीभ को उसने बाहर निकाल लिया और मुझे एक फ्लाइंग किस दी।
उसके बाद वो पीछे गई और मुड़कर मुझे अपनी पीठ और बाकी का बदन दिखाने लगी।
उसने साड़ी उतारी और अपनी सफेद, दूधिया, मखमली कमर मुझे दिखाई जिसे देखकर मैं और तेजी से लंड को हिलाने लगा।
एबिगेल- ओह … तुम्हें ये पसंद आई?
इतने में साड़ी उसके कंधे से गिर गई और वो ब्लाउज में रह गई।
उसकी साड़ी का आखिरी छोर अभी भी उसकी कमर में अटका हुआ था।
मैं उसकी चिकनी सफेद त्वचा देखकर और ज्यादा जोश में आ गया और पहले से ज्यादा ताकत के साथ लंड को मुठियाने लगा।
एबिगेल- मेरे ब्लाउज में फंसे हुए बूब्स तुम्हें कैसे लग रहे हैं हैंडसम?
मैं- फक! ये तो जैसे स्वर्ग है।
एबिगेल- मेरी चूचियां देखना चाहोगे?
कहकर उसने आंख मारी और कैमरा पर किस कर दिया।
मैं- फक … येस!
अब उसने ब्लाउज ब्लाउज को खोल दिया और अपने रसीले आम नंगे कर दिए।
सिसकारियां लेते हुए वो उनको दोनों हाथों से भींचने लगी और मैं बेकाबू सा होने लगा।
मेरे लंड के टोपे की त्वचा तनाव के कारण पूरी तरह पीछे होकर खिंच गई थी और लंड की नसें ऊपर उभर आई थीं।
मैं सिसकारियां लेते हुए पीछे कमर लगाकर बैठ गया और सिर को पीछे टिकाते हुए उसकी चिकनी बॉडी को पास महसूस करते हुए उस पर मुठ मारने लगा।
एबिगेल- गॉड … तुम तो पागल हो गए हो! आह्ह … निकालो अपना माल मेरे लिये … लग रहा है तुम्हारा होने ही वाला है!
मैं- शिट! हां … यह जल्दी बाहर आ रहा है लेकिन क्या करूं … तुम इतनी हॉट हो कि मैं रोक नहीं पा रहा हूं!
एबिगेल- मैं हेल्प कर सकती हूं!
वो मुस्कराई और नारियल तेल की एक बोतल ले आई.
उसने अपने हाथों पर तेल मला और अपने चूचों पर रगड़ते हुए सिसकारने लगी; अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करते हुए वो निप्पलों को भींचने लगी।
मैं- ओह फक!
एबिगेल- तुम बड़े मस्त तरीके से मुठ मार रहे हो और ये देखकर मेरे निप्पल तन गए हैं।
फिर वो अपनी चूचियों को कैमरा के पास ले आई और निप्पलों को भींचते हुए सिसकारने लगी।
उसके चूचक वाकई में बड़े टाइट दिखने लगे थे। लाइट में वो चॉकलेट टॉपिंग जैसे लग रहे थे और चमकते हुए बड़े रसीले लग रहे थे।
निप्पलों को सहलाते और मरोड़ते हुए वो मंद-मंद सिसकारियां भी ले रही थी।
उसने अपने होंठ को काटा और बड़े मादक अंदाज में मुस्कराई।
एबिगेल- मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि तुम उस बस में मेरे ऊपर झुक कर मेरे निप्पलों को चूसना चाहते थे।
मैं- ओह शिट! हां बिल्कुल!
एबिगेल- भरी बस में … मेरे चिकने नंगे निप्पल … जब लोग तुम्हें मुझे चोदते हुए देखते?
ये सुनकर मेरी कमर ने धनुष का आकार ले लिया और मैं तेजी से लंड को रगड़ने लगा।
एकदम से मेरे लंड से वीर्य का बड़ा फव्वारा फूटा जो मेरी छाती तक जाकर फैलने लगा, कई पिचकारियां फर्श पर जाकर फैल गईं।
मेरा पूरा बदन पसीने में गीला होकर चिपचिपा हो गया था।
एबिगेल- आह्ह … तुम बहुत गीले लग रहे हो। अगर मैं वहां होती तो अपनी बची हुई साड़ी भी उतार देती और तुम्हारे जिस्म के साथ चिपक जाती। फक!
ऐसा कहते हुए वो अपनी चूचियों को सहलाने लगी और मुझे देखती रही।
उसने एक हाथ अपनी स्कर्ट के अंदर डालकर सहलाया और मेरी तरफ देखकर सिसकारी भरी।
एबिगेल- दोबारा से आना … मैं तुम्हें फिर से मुठ मारते हुए देखना चाहती हूं, तब मैं भी अपनी चूत में उंगली करूंगी।
कहकर उसे स्माइल की और मुझे आंख मार दी।
एबिगेल ने सेशन बंद कर दिया और मैंने भी जाकर खुद को साफ कर लिया।
अब मुझे दिल्ली सेक्स चैट की मॉडल्स बहुत अच्छी लगती हैं।
सभी मॉडल्स बहुत ही हॉट हैं।
उसके बाद मैं देर रात को फिर से ऑनलाइन गया, मैंने बचे हुए क्रेडिट के माध्य़म से फिर से सेशन लिया और एबिगेल के साथ मुठ मारी।
मुझे बड़ा मजा आया।
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उसे हिंदी, इंग्लिश, पंजाबी और हरियाणवी भाषाएं भी बोलनी आती हैं।