हेलो एवेरिवन आई एम निक्क, एक बार फिर से न्यू कहानी लेके, उम्मीद है आपको मेरी ये हिन्दी सेक्स स्टोरीस बहुत पसंद आएगी, और अपना फीडबॅक देना ना भूले, फीमेल्स की पूरी सेवा की जाएगी, और मेल्स को फुल सजेशन्स….
तो अब कहानी स्टार्ट करता हू, 100% रियल स्टोरी है..
बात सर्दियो की है, मैं वेब डिज़ाइनिंग का कोर्स कर रहा था, जिंदगी मे सब कुछ बड़ा अछा चल रहा था, लड़किया दोस्त सब बढ़िया, फुल टू मजे की जिंदगी थी…
इसी बीच मैं थार्की होता जा रहा था, मतलब् अब मैं सेक्स अडिक्ट हो चुका था, तो मैं अपने इन्स्टिट्यूट मे एक लड़की ढूंड रहा था जिसे चोद सकु, पर कोई लगी नही.
फिर एक महीने के अंदर एक लड़की आई सूमोना (नेम चेंज्ड) काफ़ी सुंदर लड़की थी.
मेरे पास आके बैठी और मुझसे वेब डिज़ाइनिंग से रिलेटेड हेल्प माँगने लगी.
मैं मौका अछा समझ के उसकी हेल्प करने लगा, और उसे मेरा साथ पसंद आया तो उसने नं, एक्सचेंज कर लिया.
फिर हम व्हातसाप पे बाते करने लगे, और मिलने लगे.
फिर एक दिन मैने मौका देख इसे वॉटसॅप से प्रपोस कर दिया, और ईज़ीली उसने हा बोल दी कोई ज़्यादा मेहनत नही करनी पड़ि मुझे…
फिर ऐसेही मैने उसे एक दिन मिलने के लिए बोला जहा हम रोमॅन्स कर सके, तो उसने कहा रात को आना….
उसका घर टू साइडेड ओपन था.
मतलब् घर पे 2 मेन गेट थे, एक गेट के पास वाले कमरे मे वो सोती थी, तो पहले रात डर के मारे बड़ी मुश्किल से उसके घर गया.
और जैसे ही हमने कमरा बंद किया उसने मुझे स्मूच किया, मेरे होंठो को नाक को, गाल को सब कुछ चाट चाट के गीला कर दिया.
मुझे उसका वाइल्ड होना बहुत अछा लग रहा था…
फिर मैं सोफे पे बैठा हुआ था वो मेरी गोद मे बैठी हुई थी, और मेरी टी शर्ट को उतार दिया.
फिर मेरे गले.,चेस्ट, निप्पल्स को अछी तरह चूसा, उसके निप्पल्स चूसने से तो मैं मदहोश हो गया, ( आप भी चुसवाना), फिर अब उसपे हमला करने की मेरी बारी थी, और मैने उसके टॉप को निकाला और उसके बूब्स 32 के थे, इतने कड़क, मतलब् कोई बंदा देख के घायल हो जाए, रात के टाइम उसने ब्रा नही पहनी थी.
और मैने फिर उसके बूब्स को पकड़ के चूसने लगा उसपे अपने दांतो से रगड़ मारने लगा, जिससे उसे गुदगुदी हो रही थी, फिर मैने उसके पेट को चाटना शुरू किया और उसकी नाभि को अपनी जीभ से कुरेदने लगा.
वो इन सब का जवाब सिसकियो से दे रही थी.
फिर उसने मुझे धक्का दिया और नीचे लेटा के मेरी जीन्स उतार दी, और मेरे अंडरवेर को नीचे कर के बिना कुछ बोले मेरे लंड को मूह मे भर लिया, उसके पर्फेक्षन के सामने मेरा टिकना मुश्किल हो रहा था, और जब मैने कहा की मैं ऐसे झड़ जाउन्गा तो उसने कहा झड़ जाओ, और 7 से 8 मिनट के अंदर मैं झड़ गया.
फिर उसने ज़्यादा देर ना करते हुए अपना पैजामा और पैंटी उतार दिए.
अब उसके इशारो से मैं समझ गया था अब मेरी बारी है.
मैने उसके टाँग को फैला के उसकी चूत पे हल्के से किस किया वो सिहर गई, और मेरे बालो को पकड़ लिया, फिर मैं अपनी जीभ को धीरे से उसकी चुत मे डालने लगा और जैसे ही जीभ बाहर निकली उसकी चुत का नमकीन चिप चिपा पानी मेरे जीभ के साथ बाहर आया.
फिर मैने उसके क्लितोरस को पकड़ के होंठो से दबा अंदर जीभ से गुदगुदी करने लगा, और वो भी 10 मिनट बाद झड़ गई फिर मैने उसकी चुत को सॉफ किया और खड़ा होके अपने आधे खड़े लंड को उसके मूह के पास ले गया, वो चुपचाप एक प्यारी सी हसी के साथ मूह मे लेने लगी, और 5 मिनट मे ही मेरा लंड फुल खड़ा हो चुका था.
अब मैने उसे सोफे के सहारे घोड़ा बन के खड़ा होने को कहा, वो मान गई और मैने लंड को लेके उसकी चुत पे प्रेस किया और हल्के से दर्द के साथ उसकी चुत मे जाने लगा.
मेरे पूछने पर बताया की 3 मंथ पहले उसका ब्रेकप हुआ है, , उसके साथ हर चुदाई की है उसने…
फिर मैं धीरे धीरे झटके तेज कर रहा था और उसे मजा आ रहा था.
फिर पीछे से जब मैं उसे चोद रहा था तो उसकी गॅंड मुझे नजर आ रही थी, जिसे देख कर पहली बार मेरा गॅंड मारने का मन हुआ, और चुदाई चलती रही 20 मिनट तक हमने अलग अलग पोज़िशन यूज़ किए.
फिर मैने उसे बोला की मुझे उसकी गॅंड चोदनि है, वो एक बार मे मान गई, , और कहने लगी उसने अपने बीएफ से सिर्फ़ दो बार गॅंड मरवाई है, मैं उसे सोफे के सहारे उल्टा लेटा के उसकी गॅंड को चाट के थूक से अछी तरह गीला किया, ( सेक्स मे कोई शरम नही होनी चाहिए), और फिर थूक से चिकना कर के मैने उसकी गॅंड पे अपने लंड को सेट किया और उससे कहा मूह को तखिए से दबा ले ताकि आवाज़ बाहर ना जाए.
फिर मैने एक झटका मारा मेरा लंड उसकी गॅंड मे आधा जा फसा, और दर्द से तिलमिला रही थी.
फिर नॉर्मल होते ही अगला झटका मारा और पूरा लंड उसकी गॅंड मे फस गया, फिर उसके चेहरे को देख के पता चला की उसे कितना दर्द हो रहा है और मैं थोड़ी देर शांति के बाद फिर से झटके मारने चालू किया, और देखा थोड़ी देर बाद उसे मजा आ रहा है, वो सिसकारिया भर रही है…
“फक मी!! आ!! निक्क!! फक मी हार्डर!! मेरा पूरा बदन तुम्हारा है!! चोदो तेज!! तेज!! आह! ! उम्मह!! ”
फिर उसकी टाइट गॅंड की वजह से मैं 15 मिनट मे उसकी गॅंड मे झड़ गया और फिर हम थक के बेड मे निढाल होके पड़ गये
फिर पूरी सर्दिया हमने खूब चुदाई की और अब हमारा ब्रेकप हो चुका है…
वो जहा भी है उसकी याद आती है तो लंड खड़ा हो जाता है…
कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट सेक्षन मे ज़रूर लिखे, ताकि देसीकाहानी पर कहानियों का ये दौर आपके लिए यूँ ही चलता रहे.
तो दोस्तो कैसी लगी स्टोरी ये बताना मुझे मैल कर के मेरी मैल आईडी है कुछ कमिया और कुछ खास बाते सब बताना, फीमेल्स को पूरी सेवा दी जाएगी, और मेल्स को सजेशन्स.
अगली स्टोरी मे फिर से नयी रियल हिन्दी सेक्स स्टोरीस के साथ, तब तक के लिए आपके निक्क का नमस्कार, अलविदा, बाइ.