दोस्तो, मैं रॉनित एक बार फिर आपकी सेवा में उपस्थित हूँ. आज मैं आपको एक कहानी बताऊँगा, जिसमें मैंने अपनी साली को एक दिन के लिए अपनी बीवी बनाया और उसके साथ चुदाई के खूब मज़े किए.
पहले मैं आपको मेरी साली के बारे में बता दूँ. मेरी साली का नाम करीना (बदला हुआ नाम) है, उसका कद 5 फुट 4 इंच है, रंग गोरा… और 36-30-34 की मस्त फिगर है. वो एक सरकारी स्कूल में पढ़ाती है. उसकी शादी हो चुकी है.
वैसे तो मेरी बात अपनी साली से होती ही रहती थी, फोन पर हम खूब हंसी मज़ाक करते थे, पर अब तक कभी कोई ग़लत बात नहीं की थी. लेकिन समय के साथ भाव बदलते चले गए. जब भी मैं उसे देखता तो मेरे मन में होता कि इसे चोद दूँ, पर कैसे… वो जब माने तब ना उसको चोद पाऊं.
एक दिन मैं अपनी बीवी के साथ उसके मायके गया हुआ था. तब वहाँ पर मेरी साली करीना और उसका पति भी आए हुए थे. वहां पर हम सब मिले, खूब बातें की और जब मेरी साली करीना कुछ काम से बाहर गई… तो मुझे लगा जैसे उसने मुझे बाहर आने का इशारा किया हो.
थोड़ी देर बाद मैं बाहर गया तो वो बाहर वाले कमरे में बैठी थी. मैंने उससे कहा कि तुम बाहर क्यों आ गईं?
तो वो बोली- मैं उधर बोर हो रही थी इसलिए बाहर आ गई.
मैंने कहा- यार हँसी मज़ाक में बोर कैसे हो गईं?
वो बोली- कुछ नहीं बस यूं ही.
फिर हम दोनों बैठ कर इधर उधर की बातें करने लगे.
शाम को हम वापिस आ गए.
कुछ दिन बाद मेरी बीवी को रहने के लिए मायके जाना था. इस बीच मेरी कई बार मेरी साली करीना से बातचीत हुई. पर एक बार की बातों में उसके साथ उस तरह की बातें हुईं, जो उससे पहले कभी नहीं हुई थीं. जैसी इस बार बातें हुईं. इस बार हम अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में बात करने लगे थे.
उसने बताया कि उसकी लाइफ काफ़ी अच्छी चल रही है.
मज़ाक मज़ाक में मैंने कहा- पर जब तुमको देख लेता हूँ, तो मेरी लाइफ कुछ दिन अच्छी नहीं चलती.
उसने हंस कर पूछा- क्यों?
मैंने कहा कि तुम्हारी खूबसूरती को देखकर सोचता हूँ कि काश तुम मेरी बीवी होती.
वो बोली- जीजू… साली भी तो आधी घर वाली ही होती है.
मैंने तो उसके मुँह से पहली बार जीजू सुना और ऊपर से ये साली भी आधी घरवाली होती है, वाली बात सुनी थी इससे पहले वो मुझसे जीजू कहती थी और वो भी बड़े अदब के भाव से कहती थी. इस बार का उसका बोलने का अंदाज जरा अलग किस्म का था.
मैंने कहा- ऐसे कैसे… सिर्फ़ नाम की घरवाली होती है, उसके साथ वो सब कैसे कर सकते हैं, जो बीवी के साथ करते हैं?
तो उसने कहा कि इसके लिए हिम्मत होनी चाहिए.
मैंने सोचा शायद ये मेरे लिए ऑफर दे रही है. मैंने उससे पूछा तो क्या तुम तैयार हो, मुझमें पूरी हिम्मत है?
उसने इस पर कुछ नहीं कहा और हँसने लगी… मैं समझ गया.
मैंने उससे कहा कि तुम्हारी बहन मायके जा रही है और मैं 2 दिन बाद तुमसे मिलने आऊंगा, जहाँ तुम नौकरी करती हो.
उसने कहा- चलो आ जाओ… देखते हैं.
फिर मैं 2 दिन बाद सुबह के समय उसके स्कूल के पास पहुँच गया, पर वो तब तक नहीं आई थी. मैं उसका इंतज़ार करने लगा. दस मिनट बाद वो आई तो उसने काले रंग की साड़ी पहन रखी थी. बड़ी काँटा माल लग रही थी. मैं तो उसे देखता ही रह गया.
वो मुझे देखते ही मेरे पास आई. मैंने कहा- क्या आज बिजली गिराने का इरादा है?
वो इठला कर बोली- सब आपके लिए है जीजू.
मैंने उससे पूछा कि चलें कहीं घूमने?
उसने कहा- हां चलो.
फिर मैंने पूछा- स्कूल?
उसने कहा- मैंने स्कूल से आज की छुट्टी ले रखी है.
फिर मैंने मन में सोचा कि आज तो तेरी ऐश है और उसकी तरफ देख कर हंस दिया, उसने भी हँसी में जवाब दिया.
हम घूमने के लिए पार्क में आ गए. इस वक्त करीब सुबह के 10 बजे थे. हमने वहाँ पर बातचीत की, इसी दौरान हमारी सेक्सी बातें शुरू हो गईं.
मैंने उससे कहा- तुझे जब भी देखता हूँ तो मेरा मन करता है, तुझे अभी पकड़ लूँ और जी भर के प्यार करूं, क्या तुम एक दिन के लिए मेरी बीवी बनोगी?
वो बोली- आपको देखकर मेरा मन भी यही करता है. चलिए आज मैं आपकी बीवी बनती हूँ.
उसने बताया कि उस दिन कमरे से बाहर इसी लिए आई थी. इस पर मैंने सोचा कि मौका मैंने ही गंवा दिया था.
मैंने उससे पूछा तो फिर आज अपनी मुराद पूरी कर लें?
वो मुस्कुरा कर और अपनी चूचियां उभारते हुए बोली- कैसे?
मैंने उसका हाथ पकड़ा और बोला कि होटल में चलते हैं.
उसने कहा कि कोई देख लेगा?
मैंने कहा- यहाँ कौन हमें जानता है. वैसे भी मैंने कमरा बुक करवा रखा है.
उसने कहा- ऐसा क्यों?
मैंने कहा- क्योंकि मैं जानता था कि आज कुछ ना कुछ ज़रूर होगा.
हम दोनों होटल में आ गए. मैंने कमरे में कुछ खाने को मँगवाया. खाना खाकर हम दोनों बैठे. मैं उससे चिपक कर बैठ गया और उसके होंठों को चूमने लगा. वो भी मेरे होंठों को चूमने लगी. मैं अपने हाथ से उसके ब्लाउज के ऊपर से ही उसकी मोटी मोटी चुचियों को दबाने लगा. वो भी मज़े में आने लगी और मेरे होंठों को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी.
मैंने उसकी साड़ी उतारी और उसको बेड पर लिटा कर उसके ऊपर चढ़ गया. उसके होंठों को चूसते हुए मैंने एक हाथ से उसके ब्लाउज के बटन खोलने शुरू कर दिए. उसके ब्लाउज के हर एक बटन खुलने के साथ उसकी चुचियां मुझे और साफ दिखने लगतीं. ब्लाउज के सारे बटन खुलने के बाद उसकी चुचियां एक नाम मात्र की ब्रा में क़ैद थीं और उस ब्रा में वो कयामत ढा रही थी.
मैंने उसकी ब्रा भी निकाल दी और उसकी चुचियों को दबाने लगा. उसके निप्पल कड़े होते जा रहे थे, जो एक अंगूर के दाने की तरह कड़े हो गए.
वैसे उसकी 6 महीने की गुड़िया भी है, जिस वजह से उसके चूचों में दूध भी आता है. मैंने उसके चूचों को दबाते हुए मज़े लेने लगा तो वो कसमसा सी गई और सिसकारियां भरने लगी. वो बोली- आ आहह आह… प्लीज़ चूसो इन्हें प्लीज़ जीजू चूसो ना अपनी आज की बीवी के चूचों को… जी भर के चूसो… आह खाली कर दो इन्हें…
मैं भी जोश में आ गया और मैंने उसके एक निप्पल को मुँह में भर कर दम से उसे चूसने लगा.
वो कामुकता से ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ की आवाजें निकालने लगी.
उसकी चुचियों से दूध बह रहा था, जिसे मैं सारा पी गया. उसका दूध किसी अमृत से कम नहीं लग रहा था, जिसे मैं सारा का सारा पिए जा रहा था.
इसी बीच वो बोले जा रही थी- आह जीजू इन्हें चूसो… नोंचो इन्हें… आह मज़ा आ रहा है… मेरा सारा दूध पी जाओ…
मैं उसके मम्मों को पीता रहा. करीब 15 मिनट बाद वो झड़ गई, उसके बाद उसने मेरा लंड पकड़ लिया. मेरा लंड खड़ा था और इस अवस्था में वो काफ़ी बड़ा हो गया था.
मैंने जल्दी से अपनी पैंट निकाली और शर्ट भी निकाल दी. अपना लंड उसके हाथ में देते हुए कहा- क्यों साली साहिबा, क्या इसे लेने का इरादा पक्का कर लिया है.
उसने कहा- इसी के लिए तो आज सज कर आई थी जीजूजी मेरे जानू.
मैंने कहा- तो फिर चूसो ना!
वो बोली- आपका इतना बड़ा लंड मेरे मुँह में नहीं आएगा.
मैंने कहा- चूसो तो… जितना आएगा उतना चूसो… फिर तो ये अपनी जगह अपने आप बना लेगा.
वो बेड से उतर कर घुटनों पर आ गई और मेरा लंड चूसने लगी. वो मेरा लंड ऐसे चूस रही थी, जैसे कोई रंडी चूसती हो.
मैंने उससे पूछा- क्या तुमने पहले भी किसी का लंड चूसा है?
वो बोली- हां इनका लंड कभी कभार चूस लेती हूँ… पर मज़ा नहीं आता.
मैंने कहा- आज तो मज़ा आ रहा है ना!
वो बोली- मेरे एक दिन के पतिदेव… तभी तो इसे लॉलीपॉप की तरह चूस रही हूँ.
मैं आह… कहते हुए लंड चुसाता रहा. वो मेरे लंड को ऐसे ही चूसती रही, मेरा भी शरीर अकड़ने लगा. मैंने उससे कहा- मैं होने वाला हूँ.
वो मेरे लंड को और ज़ोर से चूसने लगी और अंत में मैं उसके मुँह में ही झड़ गया और वो मेरा सारा माल पी गई.
इसके बाद कुछ देर लेटने के बाद हम दोनों फिर से तैयार हो गए. अब मैंने उसकी चूत को चूसने का मन बनाया. मैं उसकी चूत चूसने लगा और उसके मुँह में मैंने फिर से अपना लंड डाला. इस तरह हम 69 की पोज़िशन में आकर एक दूसरे को चूसने लगे.
कुछ देर बाद वो बोली- जीजू प्लीज़ अब इसे डाल भी दो… काफ़ी समय से आपका लंड अपनी चूत में लेने के लिए तरस रही हूँ.
फिर मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी टांगों के बीच जाकर उसकी चूत पर अपना लंड फेरा और बोला- तू कितने दिन से नहीं चुदी है?
वो बोली- दो महीने से नहीं चुदी हूँ… पर आज जी भर के चोद दो, कई दिनों से चाहती थी कि आप मुझे चोदो.
मैंने कहा- साली अगर तेरा मुझसे चुदने का इतना मन करता था तो पहले क्यों नहीं कहा, मैं भी कब से यही चाहता था.
मैंने अपने लंड को उसकी चूत में डाला उसे थोड़ा सा दर्द हुआ क्योंकि काफ़ी समय बाद चुदाई करवा रही थी. मैंने उसके होंठों को चूमते हुए एक और धक्का लगाया, जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया. जैसे ही मैं उसकी चूत में धक्का मारता तो उसकी चुचियों में से दूध बाहर आ जाता.
मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी, उसकी सिसकारियां और चूचों में से दूध साथ साथ निकल रहा था, जिससे उसकी चुचियां एकदम दूधिया सी हो गई थीं. ऐसी लग रही थीं, जैसे अभी अभी दूध में डुबा कर निकाली हों.
वो भी अपनी कमर उठा उठा कर चुदाई का मज़ा ले रही थी और ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी कि चोदो और ज़ोर से अब जाकर इस फुद्दी में ठंडक पड़ी आहह उहह उहह आहह ओह मेरे राजा पूरी अन्दर तक जा रहा है… तुम्हारा लंड और ज़ोर से चोदो फाड़ दो मेरी चूत को मेरे कमीने पतिदेव… आज अपनी एक दिन की गंदी पत्नी को जी भर के चोदो.
मैं भी उससे गंदी गंदी बातें करने लगा- साली कमीनी तेरा पति तुझे अच्छे से नहीं चोदता, जो तू मुझसे चुद रही है.
तो वो बोली- चोदता तो है पर ऐसा नहीं चोदता… साला जल्दी निपट जाता है और मैं प्यासी रह जाती हूँ.
फिर मैंने उसे ज़ोर से चोदता हुआ उसके ऊपर लेटकर उसकी चुचियों में टपकते हुए दूध को पीने लगा. नीचे से मैं उसकी चूत को भी चोद रहा था.
इस बीच वो 2 बार झड़ गई, पर मैं अभी भी उसे चोद रहा था. करीब 20 मिनट बाद मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में ही छोड़ दिया और उसकी ऊपर लेट गया.
थोड़ी देर बाद उठकर हम दोनों बाथरूम में गए और वहाँ पर भी जमकर उसकी चुदाई की. हमने उस दिन 2 बार और चुदाई की, फिर मैंने उसकी 3 बजे उसे बस स्टैंड पर छोड़ा और वो अपने घर चली गई.
शाम को उसका मैसेज आया- आज का दिन काफ़ी अच्छा रहा… आई लव यू जीजू…
तो मैंने उसे रिप्लाई किया- आई लव यू टू… ऐसा अच्छा दिन आगे भी आ सकता है, अगर तू चाहे तो.
उसका मैसेज आया- हां क्यों नहीं मौका मिला तो ज़रूर आ जाऊंगी.
आपको मेरी चुदाई की कहानी हिंदी में कैसी लगी ज़रूर बताना.
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