पुलिस गर्ल Xxx कहानी में पढ़ें कि एक शाम मुझे एक पुलिस वाली का फोन आया. वो मुझे एक मकान में ले गयी और कहने लगी कि तेरे खिलाफ शिकायत आयी है.
दोस्तो, हिन्दी सैक्स कहानी पर आपका स्वागत है।
मैंने अन्तर्वासना पर बहुत कहानी पढ़ी और सोचा कि लोग ज्यादातर अपने मन से बना कर कहानी डाल देते होंगे।
लेकिन कहावत है जो चलता है उसे ही थकान का अनुभव होता है।
मेरे साथ भी ऐसा कुछ हुआ तो मैंने सोचा कि मैं भी अपनी आपबीती सबको बताऊं.
दोस्तो ये मेरी रियल पुलिस गर्ल Xxx कहानी है कि कैसे मुझे एक पुलिस वाली वो भी हरियाणा पुलिस को चोदने का मौका मिला।
अब मैं सीधा कहानी पर आता हूं।
मैं गुड़गांव में रहता हूं।
एक दिन रात को मैं ड्यूटी से रूम आ रहा था.
तो पुलिस की गाड़ी आ गई और एक सिपाही बोला- कहां से आ रहे हो?
मैंने उसे बताया- कंपनी ऑफिस से!
फिर वो बोला- तुम्हारा नाम क्या है?
मैंने राज शर्मा बताया.
उसने मेरा नंबर और पता लिखा और बोला- ठीक है जाओ।
मैं रूम में आकर फ्रेश हुआ और अंडरवियर बनियान उतार कर लोवर टी-शर्ट पहन कर लेट गया।
तभी मेरे नंबर पर एक फोन आया; तेज़ आवाज़ में लड़की बोली- तूं राज बोल रा है?
मैंने कहा- हां, आप कौन हो?
वो बोली- मैं मालती।
मैंने कहा- कौन मालती?
वो बोली- हरियाणा पुलिस मालती धाकड़.
मैं डर गया और सोचने लगा कि क्या हुआ.
वो बोली- तूं इबै नीचे आ।
मैं जल्दी से गेट बंद करके नीचे आ गया।
उसने कहा- सामने जो डिजायर खड़ी … उसमै बैयठ जा जाकै!
मैं डर के मारे जल्दी से बैठ गया.
गाड़ी के अंदर एक औरत बैठी थी. वो गाड़ी चलाने लगी.
20 मिनट बाद गुड़गांव के बाहर एक मकान में गाड़ी रूक गई।
वो बोली- मेरे पीछे पीछे आओ.
मैं डरता हुआ उसके साथ अंदर आ गया।
उस घर में कोई नहीं था.
मैंने हिम्मत करके पूछा- मैडम क्या हुआ?
वो समझ गई कि मैं डर रहा हूं; वो बोली- राज तुम आराम से बैठो, डरने की जरूरत नहीं है, ये मेरा ही घर है। मुझे तुमसे कुछ काम है इसलिए तुम्हें बुलाया है.
अब मेरा कुछ डर खत्म हुआ और मैंने पूछा- क्या काम है?
वो बोली- रूक जाओ, बताती हूं.
और वो दूसरे कमरे में चली गई।
उसने आवाज लगाई- चाय/कोल्ड ड्रिंक क्या लोगे?
मैंने कहा- मैडम, आप परेशान न हों.
वो बोली- राज कोई बात नहीं।
मैंने कहा- ठीक है कोल्ड ड्रिंक ही पी लेंगे।
अब उसने पुलिस की ड्रेस उतार कर एक गाउन पहन लिया था और वो कोल्ड ड्रिंक लेकर आ गई।
उसने बताया कि तुम्हारे नाम एक रिपोर्ट है.
मेरी फट गई.
वो बोली कि लखनऊ की एक लड़की है।
मैंने कहा- मैंने कुछ नहीं किया. मैं किसी को नहीं जानता. कोई मुझे वैसे ही फंसा रही होगी।
वो बोली- राज तुम झूठ बोल रहे हो. वो लड़की लॉकडाउन के दौरान तुम्हारे कमरे में थी.
तब मुझे काजल की याद आयी जिसे मैंने अपने रूम में चोदा था, फिर उसके रूम में जाकर भी चोदा था.
लाकडाउन का फायदा उठाकर लड़की को चोदा
मैंने कहा- मैडम आप जो कहोगी, करूंगा, बस बचा लो।
उसने कहा- सच सच बताओ कि क्या हुआ था?
मैंने उसे अपने रूम से उसके रूम तक की पूरी कहानी सुना डाली।
वो बोली- अच्छा तो तुमने जबरदस्ती सेक्स किया था?
मैंने कहा- नहीं मैडम, उसकी मर्जी से ही चोदा था।
मालती बोली- अच्छा … लड़की कहेगी तो तुम चोद दोगे?
मैंने कहा- नहीं!
वो बोली- अच्छा तो तुम लड़की की मर्जी से चोदते हो?
मैं चुप हो गया और सोचने लगा उस दिन मैंने गलती कर दी।
वो बोली- रूको मैं आती हूं.
थोड़ी देर बाद कमरे से आवाज़ आई- राज अंदर आ जाओ!
मैं अंदर गया तो मालती धाकड़ पैग बना रही थी।
उसने मुझे ग्लास दिया, मैं गटगट करके पी गया।
पैग हार्ड था.
उसने मुझे पकड़कर बैड में बैठा दिया।
अब वो मेरे पास आकर मेरी जांघों पर हाथ फेरने लगी.
मेरा लौड़ा खड़ा हो गया और लोवर में साफ दिखाई दे रहा था।
उसने कहा- राज मेरे पास एक रास्ता है!
मैंने कहा- मैडम क्या रास्ता है?
वो बोली- 2 दिन में 50000 दो और तुम आज़ाद!
मैंने कहा- इतने पैसे नहीं हैं मेरे पास!
वो बोली- फिर दूसरे रास्ते पर चलने के लिए तैयार हो जाओ.
मैंने कहा- वो क्या?
उसने मेरे हाथ को अपने सीने में रख दिया और बोली- राज, तुम मुझे खुश कर दो!
मैंने कहा- ये गलत है.
वो बोली- ठीक है, फिर चल थाने!
मैं डर गया. अब मेरे पास कोई रास्ता नहीं था।
मैंने कहा- उसके बाद पक्का बच जाऊंगा?
वो बोली- मालती धाकड़ का वादा है, चल अब शुरू हो जा।
मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया उसकी चूचियों को मसलने लगा, उसके होंठ चूसने लगा.
वो भी साथ देने लगी और दोनों एक दूसरे की जीभ चूसने लगे।
मैंने उसका गाउन हटा दिया उसकी ब्रा उतार दी और उसके चूचों को चूसने लगा.
वो सिसकारियां भरने लगी.
मैंने अपना हाथ उसकी पैंटी में डाल दिया.
उसकी चूत बिल्कुल चिकनी साफ थी. मैं धीरे धीरे उंगली करने लगा।
अब उसने मेरे लौड़े को बाहर निकाल लिया और हिलाने लगी।
फिर उसने मेरे कपड़े उतार दिए और दोनों नंगे हो गए।
अब दोनों को नशा होने लगा.
हम 69 की पोजीशन में आ गए; दोनों एक दूसरे के अंगों को चूसने चाटने लगे।
वो तो लंड को लोलीपॉप के जैसे चूसने लगी और गपागप अंदर तक ले रही थी।
उसकी चूत ने नमकीन पानी छोड़ दिया; अब उसकी चूत गीली हो गई थी।
मैंने उसे उठाकर बिस्तर पर सीधा लिटा दिया उसके ऊपर आ गया.
फिर मैंने कहा- कंडोम नहीं है क्या?
उसने बिस्तर के नीचे से बनाना फ्लेवर का कंडोम निकाल कर लंड पर चढ़ा दिया और अपनी चूत में सेट कर दिया।
मैंने जोर का धक्का लगाया, वो ऊईई ऊईई ऊईई करने लगी.
तब मैंने जल्दी जल्दी झटके मारना शुरू कर दिया.
मालती ऊईई ऊईई ऊईई ऊईई की तेज आवाज करने लगी.
मैंने लंड को बाहर निकाल लिया और उसकी चूत में थूक लगाया; फिर झटके से घुसा दिया. मेरा लंड अंदर चला गया.
“ऊईई ऊईई … ऊईई ऊईई … मर गई … बचाओ … मर गई!” वो चिल्लाने लगी.
मैंने झटकों की रफ्तार तेज कर दी और अंदर-बाहर करने लगा.
उसकी तेज सिसकारियों ‘आहह आहह आहह हंस आहह’ की आवाज के साथ लंड अंदर बाहर होने लगा।
अब उसका दर्द कम हुआ और वो भी क़मर चलाने लगी.
मैं भी जोश में आकर गपागप गपागप लंड पेलने लगा।
अब मैंने उससे कहा- मैडम आपकी चूत को चोदने के बाद मुझे थाने तो नहीं जाना पड़ेगा?
वो बोली- राज तुम डरो नहीं, वो लड़की मेरे घर में किराए पर रहती है. और एक दिन मैंने तुम दोनों को देख लिया था. फिर उसने बताया था कि तुम मस्त चोदते हो। मैंने चूत चुदाई का प्लान बनाया और आज तेरा लौड़ा मेरी चूत में है।
अब मैं सब समझ गया और लन्ड को निकाल कर जोर का धक्का लगाया.
वो ऊईई ऊईई ऊईई चिल्लाने लगी.
मैंने कहा- साली ले मेरा लौड़ा … तुझे बहुत चुदवाना था … आज चोदता हूं.
और मैं तेज रफ्तार से चोदने लगा।
अब मैंने उसे घोड़ी बनाया और झटके से घुसा दिया और तेज़ तेज़ ऊपर चढ़कर चोदने लगा।
वो चिल्लाने लगी- ऊईई ऊईई … ऊईई उईई मर जाऊंगी. राज ऊईई ऊईई … मम्मी बचाओ … मर गई मम्मी मम्मी मम्मी बचाओ!
और मैं घोड़े के जैसे गपागप गपागप चोदने लगा।
अब उसकी चूत ने कसाव बढ़ा दिया और मैं रूक रूक कर झटके मारने लगा.
उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और लंड गीला हो गया.
मैं सटासट सटासट फच्च फच्च करके लंड अंदर बाहर करने लगा.
वो बिल्कुल चुप हो गई थी।
अब मेरा लौड़ा तो सुपरफास्ट ट्रेन के जैसे गपागप गपागप दौड़ रहा था।
मैंने लंड निकाल कर उसे उठाकर बिस्तर के किनारे पर लिटा दिया उसकी टांगों को चौड़ा कर लंड घुसा दिया.
उसने मेरे कमर में अपनी टांगें लपेट दी और मैं तेजी से अंदर-बाहर करना शुरु कर दिया।
मैं उसकी भरी भरी चुचियां मसलने लगा.
अब आहह आहह आहह आहह करके वो क़मर हिलाने लगी.
मैंने उसके होंठों को अपने होठों से चिपका लिया और लंड को चूत की गहराई तक पेलने लगा।
अब क़मरे में चुदाई की आवाज फैल गई थी; आहह आहह फच्च फच्च की आवाज गूंजने लगी।
अब मेरे लौड़े ने भी जवाब दे दिया और वीर्य निकल गया।
मैंने लंड निकाल लिया और कंडोम हटाया, लंड मालती के मुंह में डाल कर लेट गया.
वो मेरा चूस रही थी और उसने पूरा लंड साफ़ कर दिया।
फिर उसने होटल से खाना मंगाया, हमने एक साथ खाना खाया और फिर बिस्तर पर आ गए।
मैंने उसकी गान्ड को सहलाना शुरू कर दिया और वो लंड से खेलने लगी।
उससे मैंने पूछा- कैसी लगी चुदाई?
वो बोली- राज, तुम मस्त चोदते हो।
मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसकी गान्ड का छेद चाटने लगा.
उसकी सिसकारियां निकलने लगीं.
मैंने उंगली गांड में घुसा दी.
वो उईई ऊईई करने लगी.
मैं धीरे धीरे उंगली करने लगा.
जब उसकी आवाज कुछ कम हुई तो मैंने लंड गांड में लगा दिया.
लेकिन मेरा लंड जा नहीं रहा था।
फिर मैंने कंडोम लगाया और गांड में थूक भर दिया और तेज़ झटका दिया आधा लंड घुस गया.
वो चिल्लाई- ऊईई ऊईई ऊईई … निकाल बाहर … मैं मर जाऊंगी … राज निकाल … मम्मी बचाओ … मम्मी बचाओ … मर गई उईई उईई!
मैंने लंड को रोक दिया और उसकी चूचियों को मसलने लगा और बोला- मम्मी नहीं आएगी बचाने।
वो बोली- राज दर्द हो रहा है!
मैंने कहा- रूको!
और पास रखा नारियल तेल गांड में डाल दिया और कमर पकड़कर झटका दिया.
तो पूरा लंड आराम से घुस गया.
वो ऊईई ऊईई ऊईई करने लगी और उसके आंसू निकलने लगे।
मैंने अपने लौड़े को आगे पीछे करना शुरू कर दिया और धीरे धीरे झटकों की रफ्तार बढ़ा दी।
‘ऊईई ऊईई ऊईई ऊईई ऊईई’ की आवाज आहह आहह आहह में आने लगी और वो धीरे धीरे गांड चलाने लगी.
अब मैंने अपने लौड़े को तेजी से अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया.
वो भी गांड आगे पीछे करने लगी और थप थप थप थप की मधुर आवाज़ आने लगी.
अब लंड ने गांड में अपनी जगह बना ली थी। हम दोनों ही बराबर से अपनी कमर हिला रहे थे.
मैं उसके बूब्स मसलने लगा और उससे पूछा- टू गांड में नहीं लेती?
उसने कहा कि उसे गांड में दर्द होता है और गांड फैलने के डर से वो बहुत कम गांड में लेती है।
अब मैं उसके ऊपर आ गया और कुत्ते के जैसे जल्दी जल्दी अंदर बाहर करने लगा.
वो भी गांड को बराबर से आगे पीछे करने लगी और हम दोनों चुदाई का पूरा मज़ा लेने लगे थे।
अब मैंने उसे उठाकर बिस्तर पर झुका दिया और पीछे से गांड में पेलने लगा. अब लंड आराम से जाने लगा।
मालती की गांड टाइट थी, उसने गांड को ढीला छोड़ दिया और तेज़ तेज़ लंड अंदर बाहर करने लगा।
अब मैंने लंड निकाल लिया और बिस्तर पर लेट गया.
वो लंड पर चूत रखकर बैठ गई लंड सट्ट से अंदर चला गया. वो लंड पर उछल उछल कर गांड पटकने लगी.
उसे मज़ा आने लगा था और वो अपनी चूत से लंड को चोदने लगी थी।
अब मैंने अपना लन्ड रोक दिया; मालती खुद चूत को ऊपर से दबा दबा कर लंड पर उछल रही थी।
लंड अंदर बच्चादानी तक जाने लगा.
‘आहह आहह … आहह आहह आहह …’ करके वो जल्दी जल्दी उछलने लगी।
मैंने भी नीचे से झटका मारना शुरू कर दिया और उसकी कमर पकड़कर चोदने लगा.
अब दोनों एक दूसरे को चोदने लगे।
तब मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और तेज़ तेज़ चोदने लगा.
अब दोनों खुश थे; दोनों की सांसें तेज होने लगी.
और थोड़ी देर बाद मालती की चूत ने पानी छोड़ दिया.
गीला लंड फच्च फच्च फच्च करके अंदर बाहर होने लगा और उसकी रफ़्तार बढ़ती जा रही थी।
मैंने भी लगाम छोड़ दी और झटके मारने लगा और मेरे लौड़े ने वीर्य छोड़ दिया.
मैं उसके ऊपर लेट गया।
थोड़ी देर बाद उसने लंड बाहर निकाल कर कंडोम हटाया फिर दोनों उठकर बाथरूम गए एक दूसरे को साफ़ किया और आकर एक एक पैग पिया।
अब बिस्तर पर आकर दोनों मस्ती करने लगे और 69 की पोजीशन में आ गए।
फिर मैंने उसकी गान्ड को चोदना शुरू कर दिया और उसकी चूत को भी जमकर चोदा और 20 मिनट की चुदाई के बाद दोनों चिपक कर सो गए।
सुबह 6 बजे नींद खुली तो दोनों ने एक राउंड और लगाया और फिर कुछ खा पीकर दोनों सो गए.
शाम को 4 बजे दोनों की नींद खुली।
फिर दोनों बाथरूम में साथ नहाने चले गए. और मैंने उसे बाथरूम में जमकर चोदा.
फिर हम वापस आ गए, उसने मेरे रूम के बाहर छोड़ा और चली गई।
दोस्तो, मेरी चुदाई करने की कला ही मेरे काम आई थी और मैंने पुलिस वाली को उसके घर में जमकर चोदा था।
उसके बाद भी मैंने कई बार चुदाई का मज़ा लिया लेकिन वो फिर कभी!
दोस्तो, मेरी पुलिस गर्ल Xxx कहानी पढ़कर कमेन्ट जरूर करें.
राज शर्मा गुड़गांव
धन्यवाद
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