पति ने होटल के वेटर से चुदवा दिया

चूतिया हस्बैंड सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरा पति मुझे चुदाई का पूरा मजा नहीं देता था. एक बार वो मुझे होटल के कमरे में ले गया चुदाई के लिए. वहां क्या हुआ?

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दोस्तो, कैसे हो आप लोग!

मैं अनिता शर्मा एक बार फिर अपनी गर्म Xxx कहानी लेकर हाजिर हूँ.

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को आप लोगों ने बहुत पसंद किया और मेल भी भेजे. मैं आपकी प्रसंसा की आभारी हूं.

आज मैं चूतिया हस्बैंड सेक्स कहानी लेकर आप लोगों की सेवा में हाजिर हूँ.

मेरी उम्र 34 साल की है. मैं बहुत गोरी हूँ. मेरी लंबाई 5 फुट 4 इंच है. मेरा फिगर अब और भी ज्यादा कामुक हो गया है.
अब मैं राह चलते मर्दों पर बिजलियां गिराने लगी हूँ.

मगर मैं कोई रंडी नहीं हूँ. बस अपने पति के कमजोर लंड से बेजार हूँ.
मेरे पति के लंड में इतनी ताकत नहीं है कि वो मुझे चोद कर संतुष्ट कर सकें.
इसी वजह से मैंने बाहर के मर्दों से चुदने में अपनी राह बना ली थी.

हालांकि मैं किसी से भी नहीं चुद सकती हूँ.
मुझे चोदने वाले मर्द का लंड मुझे पसंद आना चाहिए और उस वक्त मेरी चूत में आग लगी होनी चाहिए.
तभी मैं किसी गैर मर्द के लंड से चुदने के लिए अपनी चूत खोल सकती हूँ.

ये मैं इसलिए लिख रही हूँ, क्योंकि पिछली सेक्स कहानी के बाद कई सारे मेल ऐसे मिले थे, जो मुझे चोदने के लिए कह रहे थे.

सेक्स की कमी से मेरी जिन्दगी बेजार हुई पड़ी थी और मैं रोज रात को कोशिश करती कि मेरे पति मुझे चोदें.
मैंने उन्हें कई बार वियाग्रा खाकर चुदाई करने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया.

डॉक्टर ने उन्हें कामोत्तेजना बढ़ाने वाली और देर तक लंड खड़ा रखने वाली दवाएं लेने से मना किया हुआ था.

उनसे पूछने पर मेरे पति ने मुझे बताया कि ब्लडप्रेशर के मरीजों को इस तरह की दवाएं हार्ट फेल का सबब बन सकती हैं.
ये सुनकर मैंने दवा खाकर चुदाई करवाने का इरादा त्याग दिया.

अब मैं हफ्ते में एक दो बार कोशिश करती कि उनका मन चुदाई के लिए बनाऊं.
मैं उनका लंड चूस कर खड़ा भी कर देती थी मगर वो चूत में लंड पेलते ही झड़ जाते थे.

एक बार मेरे हस्बैंड ने दिल्ली के एक होटल में एन्जॉय करने की सोची तो उन्होंने एक होटल में कमरा बुक किया.
मैं बड़ी खुश थी.

उस दिन के लिए मैंने अपनी चूत की साफ़ सफाई की; अपने जिस्म को पार्लर में जाकर चिकना करवाया. बगलें साफ़ करवाकर एकदम चमचम करती हुई माल सी बन कर चुदने को सज गई.

पति ने भी मेरी तरफ देख कर मेरी तारीफ़ की.

हम दोनों तैयार होकर दिन में 2 बजे करीब होटल पहुंचे तो होटल में हमने अपनी बुकिंग की बात की और आईडी दिखाई.
हमें रूम दे दिया गया.

एक लड़का रूम की चाभी लेकर हमारे साथ चलने लगा.
वो लड़का देखने में काफी स्मार्ट था. उसकी उम्र 25 साल की रही होगी. वो देखने में मस्त बॉडी वाला लग रहा था.

उसने हमें रूम नम्बर 401 दिया और पूछने लगा- सर आपको कुछ चाहिए हो, तो मुझे रूम सर्विस पर कॉल कर देना.
पति ने ओके कहा और वो मेरी तरफ देख कर स्माइल करने लगे.

लड़का चला गया तो पति ने दरवाज़ा बंद कर दिया.
थोड़ी देर बाद हस्बैंड ने वेटर को कॉल किया और उससे कहा- दो बियर और एक हाफ व्हिस्की, पानी और कुछ खाने के लिए ले आओ.

मैंने कहा- सिगरेट भी ले आना.
वो यस मेम कह कर चला गया.

थोड़ी देर में वो बियर, व्हिस्की और बाकी का सामान ले आया.
वो सामान देकर चला गया.

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पति ने मुझसे कहा- हम दोनों नंगे होकर पिएंगे.
मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और हस्बैंड भी अपने कपड़े उतारने लगे.

उन्होंने पैग बना कर पीना शुरू किया.
मैंने बियर पी ओर हस्बैंड व्हिस्की पीने लगे.
हम दोनों सिगरेट पीते हुए बियर व्हिस्की का मजा लेने लगे.

थोड़ी देर में हस्बैंड को नशा होने लगा और मुझे भी थोड़ी थोड़ी मस्ती चढ़ने लगी.
मेरे हस्बैंड मेरी चूची दबाने लगे.

मैं भी उनके पास आ गई.
उन्होंने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया, मैं लंड चूसने लगी.

थोड़ा सा चूसने के बाद उनका लंड खड़ा हो गया.
उन्होंने मुझको घोड़ी बनाया और पीछे से मेरी चूत में लंड डाल दिया.

उनका लंड कुछ ही धक्कों में झड़ गया.
मेरा चूतिया हस्बैंड सेक्स के बाद हांफते हुए साइड में लेट गया.
मैं उदास हो गई.

फिर उन्होंने मुझसे कहा- मेरे लिए एक पैग बना दो.
मैं पैग बनाने के लिये उठी तो नशे के कारण मेरे पैर लड़खड़ा गए, पर मैं उनका पैग बनाने लगी.

मैंने देखा, तो पानी खत्म हो गया था.
मैंने हस्बैंड से कहा- पानी खत्म हो गया है.

उन्होंने लड़खड़ाती जुबान से वेटर को फ़ोन करके पानी लाने को कहा.
थोड़ी देर में वेटर पानी ले आया और दरवाज़ा खटखटाने लगा.

हस्बैंड नशे में चूर थे, उनसे उठा नहीं गया तो वो बोले- अनिता तुम पानी ले लो और पैग बनाओ.
मैंने कहा- मैंने कपड़े नहीं पहने हैं.
वो बोले- कोई नहीं यार … कौन सा कोई हमें जानता है.

चूतिया हस्बैंड से सेक्स की परमिशन मिलने के बाद मैं उठी और दरवाज़ा खोल दिया.
मुझे भी शर्म नहीं लग रही थी क्योंकि मैं भी नशे में थी.

मैंने दरवाज़ा खोला तो वेटर दरवाज़े पर पानी लेकर खड़ा था.
मैं उसके सामने बिल्कुल नंगी थी.

वो मुझे देखता रह गया.
मैंने भी दरवाज़ा बंद नहीं किया.
उससे पानी लेकर थोड़ा मुस्कुरा दी.
वो भी मुस्कुरा दिया.

फिर उसने दरवाज़ा बंद कर दिया.

मैंने सोचा शायद वो चला गया. किंतु वो बाहर खड़ा होकर हम दोनों की बातें सुनने लगा.

मैंने हस्बैंड को पैग बना कर दिया.
उन्होंने पैग पी लिया.

मैंने उनसे कहा- अब मारो मेरी चूत!
वो बोले- मुझसे नहीं होगा.

मैं बोली- मेरा चुदने का मन कर रहा है. तुम हर बार ऐसे ही करते हो.
तब हस्बैंड बोले- किसी को बुला कर चुदवा लो.

मैंने कहा- नहीं, तुम चोदो.
वो बोले- यार मुझसे नहीं होगा.

इतनी देर में उस वेटर ने बाहर से दरवाज़ा खोला और बोला- सर और कुछ चाहिए?
हस्बैंड ने उससे कहा- मेरे सामने मेरी वाइफ को चोद सकते हो?

वो बोला- जी सर, यदि मैडम को कोई एतराज़ न हो तो.
मैं हंस दी.

उसने झट से दरवाज़ा बंद किया और मेरे पास आकर मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
मेरे हस्बैंड हम दोनों को किस करते हुए देखने लगे.

फिर वेटर मेरी चूची दबाने लगा.
मेरे मुँह से ‘आआह आआह …’ की आवाज़ आने लगी.

मैं उसकी पैंट के ऊपर से लंड पर हाथ फेरने लगी.
उसका लंड बहुत टाइट हो गया था.

मैं उसके कपड़े उतारने लगी.
तब तक हस्बैंड नशे की हालत में सो गए थे.

अब मैं उस लड़के के साथ पूरी खुल गई.
मैंने उसे नंगा किया और देखा कि उसका लंड काफी मोटा और 6 इंच लम्बा था.

मैंने उसका लंड पकड़ कर उसका नाम पूछा.
उसने अपना नाम हेमंत बताया.

मैं वासना की मस्ती में थी.
मैंने उसका लंड अपने मुँह में डाला और मजे से चूसने लगी.
उसे भी लंड चुसवाने में मज़ा आने लगा.
वो बड़ी तेज़ी से मेरी चूचियां दबाने लगा.

कुछ देर बाद मैंने उससे कहा- अब रहा नहीं जा रहा, तुम अपना लंड मेरी चूत में डाल दो.
उसने कहा- ठीक है मेम.

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मैंने अपनी दोनों टांगें ऊपर उठा दीं.
वो मेरे ऊपर आ गया और मेरी चूत पर लंड रख कर मुझे देखने लगा.

मैंने कहा- जल्दी से डालो यार … देखने से क्या होगा!
उसने एकदम से मेरी चूत के अन्दर लंड पेल दिया.
मैं चिल्ला पड़ी- आह आआह यार धीरे से डालो.

मेरी आवाज सुनकर मेरे चूतिया हस्बैंड ने हल्के से आंख खोली और बोले- क्या हुआ?
मैं बोली- कुछ नहीं, सो जाओ … मुझे चुदने दो.

पति फिर से चुप होकर लेट गए.
अब वेटर ने अपना काम शुरू कर दिया.

जब मुझे मज़ा आने लगा, तो मैं बोली- आंह और तेज़ तेज़ करो.
उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी.

मैं ‘आआह आआह …’ करती हुई वेटर से अपनी चूत चुदवाने का मजा लेने लगी.
वो मुझे धकापेल चोदता रहा.

कुछ ही देर में मैं झड़ गई, मगर वो मुझे चोदता रहा.
मैंने उससे कहा- अभी रुक जाओ.

वो बोला- मेरा भी होने वाला है मेम!
मैं बोली- ओके … अन्दर मत झड़ना.

उसने हां कहा. फिर 4-5 धक्कों के साथ लंड बाहर निकाल लिया और मेरे पेट पर झाड़ दिया.

हस्बैंड अपनी अधखुली आंखों से मेरी चुदाई देख रहे थे.
ये मुझे जब मालूम हुआ जब वो मेरी एक चूची दबाने लगे.

मैंने उनका सर पकड़ा और अपने पेट पर रख दिया.
वो वेटर के सामने उसका माल चाटने लगे.

वेटर मुस्कुरा कर अपने कपड़े पहनने लगा.
मैंने सिगरेट सुलगाई और कश लेते हुए उससे कहा- और नहीं करोगे?

वेटर बोला- आप कहें, तो मैं यहीं रुक जाता हूँ.
मैंने धुंआ उड़ाते हुए कहा- हां यहीं रुक जाओ. मेरा मन अभी नहीं भरा.

उसने अपने कपड़े रख दिए और बेड पर बैठ कर अपना पैग बना कर पीने लगा.

इतनी देर में उसके साथ वाले उसे ढूंढने लगे.
उनकी आवाज आई तो वो नीचे चला गया.

उसने शायद नीचे जाकर अपने स्टाफ के साथियों को मेरे बारे में सब बता दिया.

थोड़ी देर बाद वो ऊपर आया और एक बोटल व्हिस्की ले आया.

वो बोला- ये हमारी तरफ से आपके हस्बैंड के लिए.
मेरे पति दारू की बोतल देख कर खुश हो गए.

उन्होंने उससे कहा- चलो साथ में पीते हैं.
वो दोनों पैग बनाने लगे.

मैं नंगी बैठी थी और सिगरेट पीती हुई अपनी चूचियां मसल कर उस वेटर को गर्म कर रही थी.

दारू पीते हुए वो वेटर बोला- मेरे स्टाफ के साथी चार लड़के मेम से मिलना चाहते हैं.
पति ने पूछा- क्या वो सब भी मेरी बीवी को चोदना चाहते हैं?
उसने हां कहा.

उसके हां करते ही मेरी चूत में चीटियां रेंगने लगीं.
मुझे लगने लगा कि आज तो मेरी चूत की होली दिवाली ईद क्रिसमस एक साथ मन जाएगी.
एक साथ एक से ज्यादा मर्दों से चुदवाने का ये मेरे लिए एक सुनहरा अवसर था.
मेरे पति भी मेरे लिए राजी थे.

हस्बैंड ने मुझसे पूछा- क्या करना है?
मैंने अपनी ख़ुशी दबाते हुए कहा- तुम्हारा मन है, तो तुम जानो.

वो बोला- हो सकता है कि वो सब एक साथ आगे पीछे से करें!
मैं अपनी गांड मरवा चुकी थी ये बात मेरे पति को नहीं मालूम थी.

मैंने सिगरेट का धुंआ उड़ाते हुए कहा- आज इसका मजा भी चख लूंगी.

ये सुनकर मेरे हस्बैंड ने उन्हें बुला लिया.
वो मेरे लिए बियर ले आए.

वो चारों बड़े ही पहलवान किस्म के लड़के दिख रहे थे.
मेरी तो गांड फट गई कि कहीं मेरी चूत का भर्ता न बन जाए.

और मैंने मना कर दिया कि लंड के लालच में चूत का सत्यानाश नहीं करवाऊँगी.

आपको मेरी रियल चूतिया हस्बैंड सेक्स कहानी कैसी लगी, आशा करती हूं आपको पसंद आई होगी. आप अपनी राय देने के लिए मुझे ईमेल कर सकते हैं.
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