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घर की सुख शांति के लिये पापा के परस्त्रीगमन का उत्तराधिकारी बना-3
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घर की सुख शांति के लिये पापा के परस्त्रीगमन का उत्तराधिकारी बना-5
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अभी तक आपने मेरी सेक्स कहानी में पढ़ा कि मुझे अपने पापा और पड़ोस की आंटी के बीच सेक्स संबंधों के बारे में पता चला. मैं अपनी तरफ से इस समस्या को गंभीर मान कर इसके हल में लग गया.
अब आगे:
लगभग दस मिनट के बाद आंटी नहा कर बैठक में आई तब पहली बार उनके तरो ताजा चेहरे तथा उनकी प्राकृतिक सुन्दरता को देख कर दंग रह गया।
उस समय उन्होंने आसमानी रंग की नाइटी पहनी थी तथा सिर के खुले बाल कन्धों पर गिर रहे थे और वह देखने बिल्कुल एक अप्सरा की तरह लग रही थीं।
शायद उन्होंने नाइटी के नीचे ब्रा नहीं पहनी हुई थी तभी उनके चूचुकों की तीखी नोकें उनकी नाइटी को भेद कर बाहर आने का प्रयास कर रहीं थी।
मेरे सामने वाले सोफे पर बैठते हुए आंटी ने पूछा- बड़े गौर से क्या देख रहे हो?
अनचाहे ही मेरे मुख से निकल गया- आंटी, आज आप बहुत सुंदर लग रही हो। यह आसमानी रंग की नाइटी आप पर बहुत जंच रही है। क्या आप घर पर हमेशा नाइटी ही पहने रहती हो?
अपनी सुन्दरता की तारीफ सुन कर उनके चेहरे पर लाली छा गयी तथा हल्के से मुस्कराते हुए बोली- हाँ मैं जब भी घर पर होती हूँ तब नाइटी ही पहने रहती हूँ। इसे पहने रहने से घुटन महसूस नहीं होती तथा शरीर को हवा लगती रहती है और पसीना भी कम आता है। अब यह बताओ कि तुम मेरी इतनी तारीफ़ करके मुझे मस्का क्यों लगा रहे हो?
मैंने उत्तर में कहा- मैंने तो आप में जो देखा वही सच सच बोल दिया है कोई झूठी तारीफ़ नहीं कर रहा हूँ। अगर कोई सुन्दर एवं आकर्षक है और उसकी तारीफ़ करना गुनाह है तो भी मैं जब जब आपको देखूंगा तब तब यह गुनाह हमेशा दोहराता रहूँगा।
मेरी बात को सुन कर हँसते हुए आंटी बोली- बातें बनानी तो कोई तुमसे सीखे। ठीक है जो तुम्हारी इच्छा हो वही कहते रहो, मेरा क्या जाता है। अच्छा तुम कह रहे थे कि तुम्हें मुझसे किसी बारे में परामर्श करना है वह क्या बात है?
मैंने कहा- आंटी उस बात को शुरू करने से पहले अगर आप बुरा नहीं माने तो क्या मैं आपसे एक निजी बात पूछ सकता हूँ?
आंटी बोली- तुम बेझिझक पूछो जो पूछना है क्योंकि बिना कोई बात सुने मैं यह कैसे कह सकती हूँ की बुरा मानूंगी या नहीं।
उनकी मुख से इतना सुनते ही मैंने पूछा- आंटी, तब क्या आप नाइटी के नीचे कुछ नहीं पहनती?
मेरी बात सुनते ही आंटी के चेहरे पर गुस्से की लकीरें खिंच गयी और वह बोली- अनु, यह क्या बेहूदे सवाल पूछ रहे हो?
इससे पहले कि वे कुछ और कहें मैं बोला- आंटी मैंने तो आपकी नाइटी में से आपके उरोजों के चूचुक की नोकें बाहर निकलती देख कर यह सवाल पूछा है।
मेरा उत्तर सुनते ही आंटी ने अपने वक्ष की ओर देखा और तुरंत अपनी नाइटी को ठीक करते हुए चूचुकों को छिपाने की चेष्टा करी लेकिन जब वह फिर से दिखने लगी तो मेरी ओर मुस्कराते हुए कहा- मुझे गर्मी अधिक लगती है इसलिए नीचे कुछ नहीं पहनती हूँ। अब तुम अपनी जिस समस्या के बारे परामर्श करने आये हो उसके बारे में भी कुछ बोलोगे या नहीं।
आंटी की मुसकराहट को एक शुभ संकेत समझ कर मैंने पूछा- जब आप घर में होती हैं तो क्या आप नाइटी के नीचे पैंटी भी नहीं पहनती हैं?
आंटी ने मेरी आँखों में झांक कर नाराज़गी दिखाते हुए कहा- मैंने पहले ही बताया है कि तंग कपड़ों में मुझे घुटन होती है इसलिए मैं वह भी नहीं पहनती। अब तुम कोई भी निजी सवाल पूछना बंद करो और सिर्फ अपनी समस्या के बारे में ही बात करो।
क्योंकि मैं आंटी को अभी से नाराज़ नहीं करना चाहता था इसलिए असल बात शुरू करते हुए कहा- आंटी मैं कुछ ऐसी बात कहने जा रहा हूँ जो आप से भी सम्बंधित है इसलिए ध्यान से सुनना। पूरी बात सुनने से पहले बोलना अथवा नाराज़ होने से बात बिगड़ सकती है। क्या आपको मालूम है कि किसी ने आपकी यौन क्रिया सम्बंधित गतिविधि की वीडियो इंटरनेट पर डाल दी है?
आंटी थोड़ा गंभीर होते हुए बोली- मैं यह मानने को बिल्कुल तैयार नहीं हूँ। यह कदापि नहीं हो सकता क्योंकि मैं जब भी कोई यौन क्रिया करती हूँ तब वह अपने निजी घर में दरवाज़े बंद करके ही करती हूँ। क्या तुमने कोई ऐसा वीडियो देखा है?
मैं भी गंभीर स्वर में बोला- आंटी, क्या आप समझती हैं कि मैं आपकी फोटो या वीडियो देख कर आप को पहचान नहीं सकता? हाँ, मैंने एक ऐसा वीडियो देखा है और वह आप से ही सम्बंधित है तभी तो मैं आप के पास आया हूँ।
आंटी ने फिर पूछा- तुम यह कैसे कह सकते हो कि जो वीडियो तुमने देखा है वह मेरे से सम्बंधित है?
मैंने उत्तर में कहा- मैंने उस वीडियो को बहुत गौर से देखा है और मुझे तो वह युवती आप ही लगती हैं।
आंटी के चेहरे पर चिंता की रेखाएं उभर आयीं और वह बोली- तुम सच कह रहे हो या झूठ इसका फैसला करने के लिए मुझे वह वीडियो देखना है। क्या तुम मुझे वह वीडियो दिखा सकते हो?
मैंने आंटी की ओर देखते हुए कहा- मैं वह वीडियो आपको दिखा तो सकता हूँ लेकिन उसके लिए मुझे लैपटॉप या कंप्यूटर चाहिए। क्या आपके पास इनमें से कोई है?
सोफे से उठ कर खड़े होते हुए आंटी ने कहा- अनु, मुझे तो दोनों में से कुछ भी चलाना नहीं आता है। लैपटॉप तो तुम्हारे अंकल अपने साथ ले गए है तथा एक कंप्यूटर अंदर रखा है और वह चलता है या नहीं मुझे नहीं मालूम। ऐसा करो तुम उसे चला कर देख लो अगर वह चल जाता है तो उस पर ही दिखा दो।
इसके बाद मैं भी सोफे से उठ कर उनके साथ बैडरूम गया और वहां कोने में रखे कंप्यूटर को चला कर देखा।
जब उस कंप्यूटर को ठीक पाया तब मैं उस पर बैठ अपनी गूगल ड्राइव से आंटी की अपने पति और मेरे पापा के साथ किये सहवास की दोनों वीडियो डाउनलोड कर दी।
आंटी और अंकल के सहवास की वीडियो के डाउनलोड होने के बाद मैंने आंटी से कहा- आंटी, यह है वह वीडियो जो मैंने देखी थी। आइये इसे अच्छे से देख लीजिये और पहचान का बताएं कि यह आप हैं या कोई और है?
मैंने उठ कर आंटी को कुर्सी पर बैठने दिया और वीडियो को चालू कर के आंटी के चेहरे के बदलते हावभाव देखने लगा।
कभी आंटी के चेहरे पर हैरानी दिखती तो कभी चिंता के बादल दिखते थे और कभी वह से गुस्से से लाल हो जाती तो कभी शर्म से पानी पानी होती नज़र आती तथा वीडियो देखते हुए वह कभी कभी मेरी ओर भी देख लेती थी।
एक घंटे का वीडियो देखने के बाद उन्होंने कहा- यह तो मेरी तथा मेरे पति के साथ करी यौन क्रिया की वीडियो ही लगती है। लेकिन इसे किसने और कैसे बनाया होगा क्योंकि पिछले तीन माह से तो हमारे घर में बाहर का कोई नहीं आया है।
मैंने कहा- आंटी, यह वीडियो तीन माह से पुरानी भी तो हो सकती है।
परेशान आंटी ने मुझसे पूछा- तुम्हें यह वीडियो का कैसे पता चला और क्या तुम्हें ऐसी वीडियो देखते हुए शर्म नहीं आती?”
मैंने उत्तर दिया- आंटी, मेरे कॉलेज की एक दोस्त ने मुझे बताया और दिखाई थी और यह उसे उसकी एक सहेली ने इन्टरनेट से डाउनलोड करके भेजा था।
आंटी अपना माथा पकड़ कर बिस्तर पर बैठते हुए कहा- हे राम, आज की पीढ़ी के लड़के एवं लड़कियों में कोई शर्म हया भी नहीं रह गयी है। ऐसे वीडियो आपस में बांटते रहते हैं तथा एक साथ बैठ कर देखते भी होंगे और इन्हें देखने के बाद वह क्या क्या करते होंगे भगवन ही जाने?
उनकी बात को सुनी अनसुनी करते हुए मैंने कहा- आंटी, अगर यह वीडियो आप के किसी सम्बन्धी या अंकल के किसी दोस्त ने देख ली तो आपको बहुत शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा। यही सब सोच कर ही मैं आप से इसके बारे में बात करने आया था।
मेरी बात सुन कर चिंतित स्वर में आंटी बोली- अनु, तुम्हारा कहना बिल्कुल सही है और मेरे लिए यह बहुत ही चिंता की बात है। लेकिन इसका का हल क्या है? क्या तुम इसे इन्टरनेट से हटा नहीं सकते?
मैंने कहा- ऐसी वीडियो को इन्टरनेट से हटाना बहुत मुश्किल है लेकिन मैं कोशिश कर सकता हूँ। इस साईट का प्रशासक ही उसे हटा सकता है और अगर वह मान गया तो यह हट जायेगी।
कुछ देर तक मैंने कंप्यूटर पर कई साईट खोलने और बंद करने तथा बीच बीच में की-बोर्ड पर कुछ टाइप करने और उसे मिटाने के बाद आंटी से बोला- आंटी, मैंने उस साईट के प्रशासक से यह वीडियो हटाने लिखा था और वह ऐसा करने के लिए मान तो गया है। लेकिन उसने यह भी बताया है कि आपकी दो और वीडियो भी उसकी इसी साईट पर हैं, क्या वह उन वीडियो को हटा दे?
आंटी मेरी बात सुन कर उठ कर मेरे पास आई और बोली- क्या सच में मेरी और वीडियो भी उस साईट पर हैं? क्या तुमने वह वीडियो देखी हैं?
मैंने कहा- नहीं आंटी, मैंने तो सिर्फ यही एक वीडियो देखी है और कोई नहीं देखी है। उस साईट पर आपकी और वीडियो हैं के बारे में मुझे उस प्रशासक से अभी ही पता चला है।
आंटी तुरंत साथ वाले कमरे में से दूसरी कुर्सी उठा कर लायी और मेरी कुर्सी के साथ रख कर उसमें बैठते हुए कहा- ज़रा वे दोनों वीडियो भी चला कर तो दिखा कि उसमें क्या है।
मैंने गूगल ड्राइव पर जा कर आंटी की नहाने के बाद बेडरूम ने नग्न शरीर को पोंछने एवं बिस्तर पर पूर्ण नग्न लेटे रहने तथा कपड़े पहनने वाली वीडियो चलाई और हम दोनों देखने लगे।
पूरा वीडियो देखने के बाद जब मैंने आंटी की ओर देखा तो वह शर्म के मारे मुझसे आँखें चुराने लगी और उठ कर जाने लगी तब मैंने उनसे कहा- आंटी, क्या आपने दूसरी वीडियो नहीं देखनी?
उन्होंने वापिस कुर्सी पर बैठते हुए कहा- देखनी है तुम उसे चालू तो करो।
मैंने उनकी पापा के साथ सहवास वाली वीडियो चला दी और उठ कर पेशाब करने बाथरूम में चला गया त्तथा वापिस आ कर उनके पीछे खड़ा हो कर एक नज़र से वीडियो और दूसरी नज़र से आंटी को देखने लगा।
वीडियो में जब मैंने पापा को आंटी के उरोजों चूसते हुए तथा आंटी को उनकी योनि की ओर बढ़ते हुए पापा का हाथ अलग करते हुए देखा तो पूछा- आंटी, आप पापा के साथ भी यह सब भी करती हैं? अगर अंकल को पता चल गया तो?
मेरी बात सुनते ही आंटी हैरान परेशान कुर्सी से उठते हुए बोली- इस वीडियो को बंद करके प्रशासक से कह दे कि सभी वीडियो हटा दे।
मैंने आंटी का हाथ पकड़ कर ज़बरदस्ती कुर्सी पर बिठा कर ऊँची आवाज़ में कहा- आंटी, आपने मेरे प्रश्न का कोई उत्तर नहीं दिया है। एक बार पूरी वीडियो तो देख लो फिर जो आप कहेंगी मैं प्रशासक को वही कह दूंगा।
आंटी ने अपना हाथ छुड़ाया तथा आँखों में आंसू लिए कमरे से बाहर जाते हुए कहा- मैंने यह वीडियो नहीं देखनी है और ना ही इस बारे में कोई बात करनी है। तुझे जो कहा जा रहा है, वही कर और अपने घर जा।
कहानी जारी रहेगी.
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