नमस्कार दोस्तो, कैसे हो आप सब? मे इस वेबसाइट का रेग्युलर रीडर हू. दरअसल कई दीनो से मै बिज़ी था. तो इसी लिए कोई न्यू स्टोरी पोस्ट न्ही कर पाया. अछा तो स्टोरी पर आता हू. ये कहानी मेरी और मेरी ओर घर के पास की पड़ोसन की चुदाई की बारे मै है.
शुरुवत तब हुई जब मई अपने छत पर कसरत के लिए जाया करता था. तो वही मेरी मुलाकात मेरी सामने वाली आंटी पर पढ़ी वो बहोट मस्त थी उनके मस्त मस्त होन्ट रसीले उनकी नशीली आँखे.
उनके बड़े बड़े चुचिया, उनकी मस्त गोल गोल गॅंड ने मुझे उनका दीवाना बना दिया था. लेकिन आफ़सूस की उनका पति उन्हे मज़ा नही दे पाता था. इसी बात क चलते उनके बीच झगड़े भी होते थे. और उनको बच्चे भी नही हो रहे थे.
वो रोज़ मुझे कसरत करते देखती और खुश होती मे कुछ और समझता था. लेकिन एक दिन वो बहोट हॉर्नी हो गये थी. वो छत पर आए और मुझे आवाज़ दी मे उठा और गया वो बोली मे आज बहोत चुदसी फील कर रही हू. प्ल्ज़्ज़ मुझ चोदो.
मे ये सुनकर दंग रह गया. वो बोली तुम क्या समझते हो मे नही समझती तुम जो रोज़ रोज़ मुझे लुक्स देते हो मुझे शॉर्ट्स पहनकर एक्सर्साइज़ करते हो. मे बहोत खुश हुआ वो बोली मे रोज़ तुंझे इशारे देती हू तुम मूर्ख समझते ही नही.
मे रोज़ तुम्हारा बड़ा लंड देखती हू जब तुम कसरत करते हो. तुम्हारा लंड बड़ा मस्त है मोटा और लंबा जी करता है की इससे अपने दन्तो से काट लू इससे चूत मे पूरा का पूरा ले लू इस मोटे लंड से अपनी गोल मटोल गॅंड से चुदाई करू.
चलो मेरी हसरत पूरी करदो उम्म्म्म उगफफफफफफफ्फ़. वो सेक्सी आवाज़े निकलराही थी. बेहोट मज़ा आ रहा था उकी यह बाते सुनकर. मेरा लंड भी अब खड़ा होगआया था. मे उन्हे किस करने ही वाला था की मुझे किसी ने आवाज़ सुनाई दी मे नीचे चला गया.
इसी तरह वो रोज़ उपर आती मई उन्हे कभी किस करता कभी उनके बूब्स रग़ाद देता. कभी उनकी मस्त रसेली चूत से खेलता कभी उनकी गॅंड मे उंगली करता वो भी मुझे मज़े देती थी वो मेरा लंड रग़ाद रग़ाद कर उसका पानी निकल देती थी.
हमे बस 10-15 मीं का ही टाइम मिल पाता था इस टाइम मे हम जितना होसके उतना एंजाय्मेंट कर लेते थे. लेकिन हुमारी प्यास कहा बुझने वाली थी जब तक एक दूसरे को चोद ना ले. एक दिन मैने प्लान बनाया की हम भाग जाएँगे कही दूर आंटी भी राज़ी हो गये.
मैने प्लान बनाया की हम चेन्नई जयनगे वाहा मेरा दोस्त रहता है और वाहा पे अपने मज़े पुर करेंगे ,मैने पॅकिंग की 3 दिन की,ट्रेन टिकेट्स बुक कर वाए और आंटी को भी बाते की वो अपने पति से झगड़ा करे और मयके जाने की धमकी दे और ऑटो लेकर रेलवे स्टेशन पोहचे और हम दोनो चेन्नई चले जाएँगे.
आख़िर कर वो दिन बही आ गया मई सुबह उठा और आंटी को कॉल किया वो भी रेडी थी अपने सामान के साथ केवल झगड़ा करना बाकी था फिर थोड़ी देर मे वो भी आंटी ने करलिया और उनका पति गुस्से मे ऑफीस चला गया और आंटी भी बाहर आगयी वो ऑटो मे बैठकर चली गये अपने सामान क साथ और आंटी ने अपने मयके कॉल करके केहदिया के वो अपनी सहेलियो क साथ घूमने जराही है और उन्होने उनके पति को ना बताने का कहा.
मे उन्हे बिके पर फॉलो कर रहा था. फिर हम स्टेशन पोहचे और ट्रेन मे बैठे और हमारी चुदाई लेनी वाली जर्नी स्टार्ट हुई. मैने एसी कॉमपार्टमेंट सीट्स बुक करवाई थी. आंटी को सर्दी लगने लगी थी.
वोआ मुझ से लिपट गयी और एक चादर ऑड ली. और मुझे भी उधा डी हम दोनो अब वही कर रहे थे जो हम छत पर किया करते थे. फिर हुँने रात भर ऐसे ही माज़ी लिए. हम सुबह सात बजे चेन्नई सेंट्रल पोहचे. वाहा से ऑटो लिया और मेरे फ्रेंड के घर पोहचे उसका घर चेन्नई के पास मै था.
वो थोड़ा डिफरेंट था. मैने उसे बताया था की मे और मेरी बेहन आ रहे है वो तो मेरी बेहन को जानता नही था आंटी को ही बेहन बनडिया. हुँने सामान रखा फ्रेश हुई और नाश्ता किया.
फिर तोड़ा आराम करने क बाद हुमलोग घूमने निकले. हम बीच पर गये वाहा पेर छक्के भी थे. मैने उन्हे पैसे दिए और वो मुझे और आंटी को दुवा देने लगे.
आंटी ने टॅटू भी बनवाया. फिर हम लोग बीच मे एंटर हुए. आंटी ने कहा की मई चेंज करना चाहती हू. मैने उसका इंतेज़ाम किया. मे आंटी को देख कर हैरान रहगेया उन्हो ने एक टाइट बीच वेर लेगैंग्स और एक ब्रा पहना हुई थी.
मे मस्त हो गया. उन्हे ऐसे देखकर वो नोटी होगआई. और फिर वो मेरा लंड पे एक थप्पड़ मार कर भागने लगी मैने उनका पीछा किया और उन्हे पीछे से उठाया और पानी मे फैंख दिया वो एक दम हॉट लग रही थी. मे उन्हे किस करने लगा. वो भी अछा रेस्पॉन्स दे रही थी मैने उनकी गॅंड रगड़नी स्टार्ट करदी. वो सेक्सी सेक्सी आवाज़े निकालने लगी.