नंगी लड़की की Xx कहानी में पढ़ें कि कैसे हम दो सहेलियों ने एक सर्राफ को उसकी दूकान में उसके जेवर पहन नंगा फोटो शूट करवाने के लिए मनाया.
कहानी के पहले भाग
टास्क गेम: नंगे बदन पर जेवेलरी
में आपने पढ़ा कि मैं अपनी सहेली के साथ मिल कर एक डेयरिंग सेक्स टास्क करना चाहती थी जिसमें हम दोनों नंगे जिस्म पर सिर्फ सोने के गहने पहन कर अपना फोटोशूट करवाएं.
लेकिन इसके लिए हमें गहनों की जरूरत थी जो हमारे पास नहीं थे.
हमें इस काम के लिए एक सर्राफ को मना लिया था.
अगले शनिवार को रात 11 बजे के बाद हमने फोटोशूट करने का प्लान बनाया और वहां से निकल गयी।
आज हम बहुत ही खुश थी पहली बार नकारे जाने के बाद फिर से किसी ओर का हमारे लिए झुकना हमें बहुत ही अच्छा लगा।
उस रात हम खुल के नंगी नाची और वो सब किया जो हम पहले से करती आ रही थी।
बस अब हमें शनिवार का इंतज़ार था जो अभी 5 दिन दूर था।
अब आगे नंगी लड़की की Xx कहानी:
उस दिन के बाद हम घर से निकली ही नहीं।
लेकिन दो दिन बाद वो दुकान वाला हमें ढूंढते हुए हमारे घर तक आ पहुंचा।
पता नहीं उसने कैसे ढूंढा … लेकिन उसने हमारा पता ढूंढ लिया था।
मुझे लगता है कि जिस दिन हम उसके वहां से सारी बातें करके निकली, तब उसने हमारा पीछा किया होगा।
जब उसने हमारे दरवाज़े की घंटी बजायी तो हम बिल्कुल ही नंगी घर में घूम रही थी।
हमने दरवाज़े पर बने होल से झांका तो वही दुकान वाला था।
मेरे दिल की धड़कनें तेज़ हो गयी।
कितने ही ख्याल दिमाग में एक साथ आने लगे।
कहीं वो पुलिस में शिकायत तो नहीं कर आया?
क्या उसने अपना मन बदल दिया है?
क्या वो हमारे पास कोई ऐसी मांग रखेगा जो हम कर नहीं पायेंगी?
मेरा दिल जोर से धड़क रहा था, मैं नंगी ही घूमकर दरवाज़े पर पीठ के बल खड़ी होकर मेरे हार्टबीट को नॉर्मल करने की कोशिश करने लगी।
जब सीमा ने मुझे ऐसे देखा तो वो भी थोड़ा घबरा गयी।
फिर उसने भी दरवाजे से झांका।
उसने मुझे दरवाज़े से दूर किया और पूछा- कौन?
“जी मैं रवि, एलिगेंस जेवेलर्स से!” दरवाज़े की दूसरी ओर से उसने अपनी पहचान देते हुए कहा।
सीमा दरवाज़ा खोलने लगी लेकिन मैंने उसे रोका।
“अरे! ऐसे नंगी ही खोलेगी क्या? कपड़े तो पहन लें … वह क्या सोचेगा? हम सबसे बड़ी चुदक्कड़ है क्या?” मैंने यह कहते हुए सीमा को दरवाज़ा खोलने नहीं दिया।
“अभी आई!” कहती हुई वो और मैं अपने कमरे में चली गयी, जल्दी जल्दी कपड़े पहने अंदर कुछ नहीं पहना।
जाते-जाते मुझे वो स्पाई कैमरे वाला ख्याल आया तो मैंने वो भी सेट कर दिया और उसके बाद दरवाज़ा खोला।
“प्लीज़ कम!” कहते हुए सीमा ने उसे अंदर बुलाया और बाहर के सोफे पर बिठा दिया।
“आपको हमारे घर का पता कैसे चला?” बिना चाय पानी की सलाह किये सीमा ने उसे सीधा-सीधा सवाल पूछा।
“दरअसल, जब आप निकली तो मैंने आपका पीछा किया था और आपका घर देख लिया।” बिना कोई बहाना बनाये उसने भी सीधा-सीधा जवाब दिया जो हमें पसंद आया।
“ख़ैर छोड़ो इन बातों को, मेहमान हो तुम हमारे, बताओ क्या लोगे?” सीमा ने ही बात आगे बढ़ाते हुए पूछा।
“जो आपको सही लगे, वो बना दो।” उसका जवाब सुनने के बाद सीमा रसोई में गयी और चाय उबलने के लिए रख दी।
और रसोई में ही मैं अपने कपड़े उतारने लगी।
“तो हमारे घर भला कैसे आना हुआ?” वही बाहर वाली बात को आगे बढ़ाते हुए मैंने रवि से पूछा।
“मैं आपको जो गहने है जो फोटोशूट में आपको पहनने है वो दिखाने आया था।” उसने कहा।
“रुको थोड़ी देर, सीमा को आने दो, हम साथ मिलकर सेलेक्ट करती हैं।” मैंने उतर दिया।
कुछ ही देर में सीमा हाथों में तीन कप चाय लिए हुए रसोई से नंगी बाहर आयी।
जब रवि ने उसको बिल्कुल नंगी देखा तो देखता ही रह गया।
कभी वो उसके नंगे स्तनों को देखता तो कभी उसकी चूत को देखता।
कभी कभी वो आगे से ही उसके चूतड़ों को मापने की भी कोशिश करता!
जिसको सीमा ने पहचान लिया।
जैसे कोई मॉडल रेम्प वाक करती है ठीक उसी तरह ही घूमकर उसने रवि को अपने चूतड़ों के भी दर्शन करा दिये।
रवि की तो आंखें फ़टी की फ़टी ही रह गयी इस तरह सीमा को नंगी देखकर … और ऊपर से उसकी इस तरह का बिंदास बेबाकी देखकर!
“अब उसको देख लिया हो तो चाय भी पी लो, वरना चाय ठंडी हो जायेगी।”
मेरी बात सुन रवि फिर से होश में आया और चाय की ट्रे में से चाय का कप उठाया।
सीमा उसके बगल में बैठी अब वो सीमा और मेरे बीच में बैठा हुआ चाय पी रहा था।
मैं चाहती थी कि उसके कपड़ों पर चाय गिरा दूँ और फिर उसके कपड़े साफ करने के बहाने उसको भी नंगा कर दूं और खुद भी नंगी हो जाऊं.
लेकिन बड़ी ही मुश्किल से मैंने अपने आप को संभाला।
जब चाय खत्म हुई तो वो हमें उसके एल्बम से सोने के गहनों के फोटो दिखाने लगा।
उसमे सोने के बड़े-बड़े हार, अंगूठियां, ब्रैस्टप्लेट, वगेरह शामिल था।
जो गहने हमको पहनकर फोटोशूट करवाना था, हमने वो सारे सेलेक्ट किये।
लगभग सारे ही गहने हमने सेलेक्ट किये थे।
करीब डेढ़ घंटे तक वो हमारे घर रुका।
सीमा को नंगी देख उसे लगा था कि कहीं न कहीं मौका बन सकता था लेकिन हमने उसकी सारी इच्छाओं पर पानी फेर दिया.
फिर वो गया तो सीमा उसे दरवाज़े तक नंगी ही छोड़कर आयी.
फिर हम शनिवार की राह देखने लगी।
शनिवार तो मानो सदियों दूर हो … ऐसा लग रहा था.
लेकिन सदियां बीती और शनिवार की शाम हो गयी।
हम दोनों नहा कर तैयार हुई और फिर बाहर जाकर खाना खाया.
और देखते ही देखते रात के साढ़े दस बज गये.
तब रवि का फ़ोन आया।
“हम बस रास्ते में ही हैं, आ रही है।” सीमा ने फ़ोन उठाकर कहा।
कुछ ही वक़्त में हम रवि के शो रूम पर थे।
उसने हमें वही बाहर रखी हुई कुर्सी पर बिठाया और अभी आया ऐसा कहता हुआ अंदर रूम में चला गया जहां पर वो आर्डर के बने बनाये गहने रखता था शायद!
उसकी गैरहाजरी में हमने देखना चाहा कि कहीं कोई कैमरा या स्पाई कैमरा तो चालू तो नहीं … लेकिन अभी हम देख ही रहे थे तभी वो हाथ में ट्रांसपेरेंट फिश नेट वाले दो ड्रेस लेकर आ गया।
उस नेट फिश वाले ड्रेस को देखकर हम और भी उत्साहित हो गयी।
हमने उसके सामने ही अपने कपड़े एक-एक कर उतारना शुरू किया और अगले ही पल उसके सामने बिल्कुल ही नंगी थी.
हमने वो फिशनेट वाली ड्रेस पहनी जिसमें से हम और भी नंगी खूबसूरत लग रही थी।
फिर उसने हमने कलाइयों में पहनने के लिये कंगन दिये जो काफी बड़े और खूबसूरत थे.
उसके बाद बड़ी सी कानों की रिंग दी, दोनों हाथों की सभी उंगलियों में उसने हमें अंगूठी पहनाई.
फिर हमारे स्तनों को ढकने के लिए उसने हमें ब्रैस्ट प्लेट दी, जिससे कभी कभी हमारे निप्पल दिखते भी थे.
हमारे सर पर उसने फिर सोने का बड़ा सा जेवर पहनाया।
उसके बाद उसने हमारी कमर पर कमरपट्टा पहनाया और पांव में पायल भी पहनाई।
अब हम एकदम सारे सोने के जेवर पहनकर नंगी उस फिशनेट ड्रेस में तैयार थी।
फिर अलग अलग स्टाइल में हमने पोज़ देना शुरू किया और वो हमारे फ़ोटो खींचता रहा।
सीमा मेरे स्तनों पर हाथ रखकर बिल्कुल मेरे पीछे मेरी पीठ पर अपने स्तनों को सटाकर खड़ी हुई और मेरे स्तनों पर रखे हुए उसके हाथों को मैंने पकड़कर पोज़ दिया जो बड़ा ही खूबसूरत था।
फिशनेट ड्रेस में शूट के बाद हमने उसे उतार दिया और फिर से सारे जेवर पहनकर बिल्कुल ही नंगा फोटोशूट करवाया.
लेकिन उस फ़ोटो में न तो हमने ठीक से हमारे स्तन दिखाए और निप्पल भी नहीं, देखने वाले सिर्फ हमारे स्तनों की गोलाइयों को देखकर हमारे निप्पल का अंदाज़ा लगा सके उतने बेहतरीन तरीके से हमने वो फोटोशूट किया।
हमारी चूत भी बिल्कुल नहीं देखी जा सकती थी।
हमारी नंगी जांघ से ही हम देखने वाले को हमारी चूत और उसपर बने हुए छोटे-छोटे मखमली बालों का अंदाज़ा लगाने को विवश कर दें … कुछ इस तरह के बेहतरीन फोटोशूट करवाने का मज़ा ही अलग था जो हमने आज तक कभी भी महसूस ही नहीं किया था।
फिर हमने सारे जेवर उतार कर बिल्कुल नंगा फोटोशूट करवाया जिसमे हमने खुलकर हमारे स्तन दिखाए, निप्पल भी दिखाए, चूत भी दिखाई और उस पर उगे हुए बाल भी।
कभी सीमा मेरे बूब्स चूसती तो कभी मेरी चूत को चाटती, तो कभी मैं उसके बूब्स चूसती तो कभी उसकी चूत को चाटती, सभी तरह का बिल्कुल किसी पोर्नोग्राफी जैसा फोटोशूट करवाते करवाते हमारी चूत से पानी निकलने लगा था।
हमारी चूत से निकलते हुए पानी का भी हमने चूत चौड़ी कर के फोटोशूट करवाया।
जब हमारी चूत से पानी निकल गया तो हम दोनों निढाल हो कर उसी मदहोशी में नंगी कुछ देर के लिये बैठी रही।
फिर कुछ देर बाद हम हर बार जैसा करती थी ठीक वैसे ही हमने रवि के कपड़े उतारे और उसको भी बिल्कुल हमारी तरह नंगा कर दिया।
उसका लंड इतना बड़ा हो चुका था कि हम बता नहीं सकती।
हमने बारी-बारी उसके लंड को चूसा और जब उसके लंड ने पानी छोड़ा तो सीमा का पूरा मुंह उसके वीर्य से गीला हो गया।
उसकी आँखों पर उसके नाक के नथुनों में, उसके होंठों पर, गाल पर हर जगह रवि का वीर्य था, जिसको मैंने बड़े ही मज़े से चाट लिया।
और मैंने रवि का लंड भी चाट कर साफ कर दिया।
कुछ देर तक फिर हम तीनों यूँही नंगे रहे, फिर हमने कपड़े पहने.
और फिर रवि हमें घर छोड़ गया।
काफी रात हो चुकी थी तो हमने रवि को हमारे घर पर ही ठहरने के लिये कहा।
उसने एक बार भी मना नहीं किया।
घर लर उसने हम दोनों को गिफ्ट में एक-एक बड़ी ही मस्त सोने की अंगूठी गिफ्ट की।
गिफ्ट को देखकर हम दोनों बड़ी ही खुश हुई और फिर एक बार रवि के सामने अपने सारे कपड़े उतारने लगी और नंगी हो गयी।
फिर रवि को भी नंगा किया।
उस रात के बारे में मैं फिर कभी वक़्त मिला तो लिखूंगी,
तब तक के लिये रीटा और सीमा की तरफ से प्यार भरा गुड बाय।
आपको हमारी नंगी लड़की की Xx कहानी कैसी लगी,हमें प्रतिसाद जरूर भेजें.
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