दोस्तो, मैं राज आपको अपनी पड़ोसन भाभी उनकी दो किरायेदार लड़कियों की चुदाई की कहानी सुना रहा था.
आपने पड़ोसन की चुदाई कहानी के पहले पार्ट
पड़ोसन भाभी ने सेक्स की बात की
में पढ़ा था कि मैं हेलीमा के साथ रूम में उसे चूम रहा था. तभी भाभी और गुलजान दोनों कमरे में आ गईं.
अब आगे पड़ोसन की चुदाई कहानी:
मनीषा भाभी- अरे तुम दोनों अभी से चालू हो गए. हम दोनों का वेट तो कर लेते.
मैं- अरे भाभी ये तो वार्मअप था. अभी तो हमारी बॉडी भी गर्म नहीं हुई है.
इतना बोल कर मैं भाभी को अपने पास खींच लाया और उनके लाल लाल होंठों को चूसने लगा.
जिससे भाभी भी मदहोश होने लगीं और मुझे अपनी बांहों में कसने लगीं.
हेलीमा ने मुझे मेरे पीछे से हाथ डाल कर गले से गला लिया और वो पीछे से ही मेरी गर्दन पर किस करने लगी.
गुलजान दूर से हमें देख रही थी, तो मैंने हाथ के इशारे से उसे अपने पास बुलाया. वो करीब आई तो मैं उसके बड़े बड़े चुचे दबाने लगा. जिससे उसकी सिसकारियां निकलने लगीं.
वो अपने दोनों होंठ काटने लगीं और मेरे हाथ को पकड़ कर अपने बूब्स पर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगी.
एक हाथ को मेरे और भाभी के बीच में लाकर मेरे लंड के आस पास फेरने लगी.
इतनी देर में भाभी की हवस जवाव दे गई और उन्होंने मुझे बेड पर चलने को कहा.
भाभी बोलने लगीं- अब नहीं रहा जाता, जल्दी से चुदाई चालू करो.
मैं बेड पर आ गया और अपने कपड़े उतारने लगा. मैं अंडरवियर में आ गया था.
वो तीनों भी अपने कपड़े उतारने लगीं.
मैंने उनको रोका और कहा- अभी मैं हूँ यहां … आज तो कपड़े मैं ही उतारूंगा.
वो तीनों हंस दीं.
सबसे पहले मैंने भाभी की नाइटी उतार कर उनकी पूरी बॉडी पर किस किया और फिर हेलीमा का टॉप और उसकी शॉर्ट निकाल दी.
हेलीमा की पूरी बॉडी पर किस करते हुए मैंने उसे नंगी कर दिया.
फिर मैं गुलजान की तरफ आया और उसकी ड्रेस को नीचे से ऊपर उठाने लगा.
उसके साथ साथ मैं उसकी बॉडी पर भी किस करने लगा.
उसकी ड्रेस को मैंने उसके चूचों तक उठा दी और उसके चुचो को ब्रा के ऊपर से ही चाटने लगा. उसकी दूध घाटी में जीभ फेरने लगा.
गुलजान ने उतनी देर में अपनी ड्रेस गले से निकाल दी और मुझे किस करने लगी.
मैंने उन तीनों को बेड पर लेटने का कहा.
वो चित लेट गईं तो मैं तीनों की ब्रा निकाल कर उनको किस करने लगा और चुचे दबाने लगा.
बाद में मैंने एक एक करके तीनों के चुचे चूसे और तीनों को एक साथ लेटा कर मैं उनकी टांगों को चाटने लगा. उनकी जांघों को सहलाने लगा.
फिर भाभी की पैंटी के ऊपर से उनकी चूत पर जीभ फेरने लगा. वो दोनों मुझसे चूत चाटने की कहने लगीं, तो मैं बारी बारी से तीनों की चुत को चाटने लगा.
जब मैं एक की चुत चूत चाटता, तो बाकी दो की चूत में उंगली डाल कर उनकी तड़प को और बढ़ा रहा था.
भाभी की चुत इन तीनों में सबसे बड़ी और सांवली थी. हेलीमा की चूत थोड़ी पिंक … और गुलजान की चुत का दाना बहुत बड़ा था.
इससे पता चल रहा था कि वो आगे चल कर बहुत बड़ी रांड बनने वाली थी.
फिर मैं नीचे लेट गया और भाभी को अपना लंड चूसने को बोला. गुलजान को खींच कर मैंने अपने मुँह पर बिठा लिया और उसकी चूत चाटने लगा.
मुझे उसके चुचे ज्यादा आकर्षित कर रहे थे, तो मैं उसकी चुत छोड़ कर उसके चूचे चूसने में लग गया.
मैं उसके निप्पलों पर बाइट करने लगा जिससे उसकी हालत खराब होने लगी और उसकी चुत ने पानी छोड़ दिया.
नीचे भाभी और हेलीमा मेरे लंड को बारी बारी से चूस रही थीं और दोनों मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से ऊपर नीचे कर रही थीं.
गुलजान के झड़ जाने से वो सुस्त हो गई और एक साइड में लेट गई.
अब मैंने हेलीमा को अपने ऊपर ले लिया और उसकी चुत चाटने लगा.
नीचे भाभी मेरा लंड चूस रही थीं और मैं यहां हेलीमा की चूत को ज़ोर ज़ोर से चूसने में लगा था.
इससे उसका पानी भी जल्द ही निकल गया.
और भाभी के ज़ोर ज़ोर से चूसने से मेरे लंड का पानी भी भाभी के मुँह में ही निकल गया.
जिसको भाभी ने पूरा निगल लिया था.
भाभी को अपने साथ बेड पर लेटाकर मैं उन्हें किस करने लगा और उनकी चुत में उंगली करने लगा. जिससे कुछ ही सेकेंड में भाभी की चुत में भी सैलाब आ गया और वो भी झड़ कर मेरे बगल में लेट गईं.
मैं भाभी को किस करने के साथ ही हेलीमा और गुलजान के चुचे दबाने लगा.
भाभी मेरे लंड को अपने हाथों से हिलाने लगीं और मुझे ज़ोर ज़ोर से किस करने लगीं.
मैंने उन तीनों से पूछा- कि पहले कौन चुदेगी!
भाभी बोलीं- अभी मेरे पति का कॉल आने वाला होगा, तो पहले तुम मेरी चुदाई कर दो, जिससे मैं उनसे बात करने चली जाऊं.
मैंने पूछा- ये कैसे मालूम कि फोन आने वाला है?
भाभी ने बताया- हम दोनों रोज रात में फोन सेक्स करके ही सोते हैं. मेरे सोने के बाद तुम इन दोनों बहनों का शिकार कर लेना.
भाभी की बात सुन कर दोनों बहनें सोफे पर चली गईं और मेरी व भाभी की चुदाई देखने लगीं.
मैं भाभी को अपने ऊपर लेकर उनको किस करने लगा और उनके चुचे मसलने लगा.
भाभी गर्म होने लगीं और उनकी हालत खराब होने लगी.
मैंने नीचे आकर एक बार फिर से भाभी की चूत पर मुँह लगा दिया और उनकी चुत को चाटने लगा.
भाभी की गर्म आवाजें आने लगीं और वो मेरा सिर अपनी चुत पर ज़ोर से दबाने लगीं.
कुछ ही सेकेंड में उनका पानी फिर से निकल गया और भाभी शांत हो गईं.
अब मैं उनके ऊपर आकर उनको किस करने लगा और उनके चुचे चूसने लगा.
भाभी जल्दी ही गर्म हो गईं और मुझे नीचे लिटा कर वो मेरे ऊपर आ गईं. भाभी ने मेरे लंड को मुँह में लिया और चूसने लगीं.
जब भाभी मेरे लंड को चूस रही थीं, तब मेरी नज़र उन दोनों बहनों पर पड़ी. हेलीमा गुलजान की चूत चूस रही थी और गुलजान बहुत ज़ोर से अपना सिर इधर उधर पटक रही थी.
शायद वो फिर से झड़ने वाली थी.
अब भाभी ने मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चुत में सैट किया और मेरे लंड पर बैठ गईं.
भाभी लंड लेते ही सिहर उठीं और बोलीं- आह राज … मैं मर गई. ये लंड है या चाकू है … आह बड़ा कड़क लंड है यार. इतना मोटा लंड लेकर मुझे मेरी चुत में ऐसा लग रहा है कि कोई मोटी लौकी घुस गई हो.
मैंने नीचे से गांड उठा कर पूरा लंड पेल दिया.
भाभी बहुत ज़ोर से ऊपर नीचे हो रही थीं जिससे उनके चुचो ने मेरा ध्यान आकर्षित कर लिया.
मैंने उनके एक चुचे को अपने मुँह में ले लिया और ताबड़तोड़ चुदाई चालू कर दी.
कुछ ही देर में जब भाभी थक गईं, तो मैंने उनको अपने नीचे ले लिया और ज़ोर ज़ोर से भाभी की चुदाई करने लगा.
भाभी अब बहुत ज़ोर से आवाज़ करने लगीं, जिससे हेलीमा और गुलजान का ध्यान हम पर आ गया.
वो हमारे बेड के पास आ गईं.
हेलीमा मुझे किस करने लगी और गुलजान भाभी को चूमने लगी.
मेरे झटके तेज हो गए, जिससे भाभी एक बार फिर से झड़ गईं.
तभी मेरे दिमाग़ में एक दूसरा पोज़ आ गया. मैंने भाभी को घोड़ी बना कर लंड को उनकी गांड में एक ही झटके में डाल दिया.
भाभी की चीख निकल गई.
मैंने गुलजान को भाभी के सामने पेट के बल लेट कर अपने टांगें पूरी खोल कर अपनी चूत उनको चुसवाने को बोला.
साथ ही हेलीमा को गुलजान के मुँह पर बैठकर अपनी चुत चुसवाने को बोला.
अब कमरे में ऐसा माहौल था कि तीनों चूत चुद रही थीं. एक मेरे लंड से बाकी दो चूत मुँह से चुद रही थीं.
मैं भाभी की गांड में ज़ोर से झटका दे रहा था, जिससे उनकी चीख निकल रही थीं और वो गुलजान की चूत को काट ले रही थीं.
इससे गुलजान हेलीमा की चुत को काट ले रही थी. इससे हेलीमा की मादक सिसकारी निकल जाती और वो अपने हाथों से गुलजान की चुचियों को ज़ोर से दबा दे रही थी.
गुलजान हेलीमा की चूची मसल दे रही थी.
कमरे में एकदम सेक्सी माहौल बना हुआ था. हम चारों जल्दी ही झड़ गए. मैंने भाभी की गांड में पानी छोड़ दिया और उन पर ही गिर गया. भाभी सीधी होकर मुझे किस करने लगीं.
थोड़ी देर बाद भाभी ने उठकर अपने कपड़े उठाए और पहन कर मुझसे बोलीं- मैं अपने रूम में जा रही हूँ. मेरे पति का कॉल आने वाला होगा. मुझे तुमसे चुद कर मज़ा आ गया. अब जब भी मुझे मौका मिलेगा, तब मैं तुमसे ज़रूर चुदाना चाहूँगी.
वे हेलीमा से बोलीं- जब तुम तीनों को चुदाई पूरी हो जाए और राज अपने फ्लैट में चला जाए, तो गेट बंद करके सो जाना.
ये कह कर भाभी अपने रूम में चली गईं और मैं लेटे हुए ही हेलीमा और गुलजान को कामुक नजरों से देखने लगा.
मैंने हेलीमा और गुलजान से पूछा- भाभी की चुदाई कैसी लगी?
वो दोनों बोलीं- शानदार.
हेलीमा- अब हम दोनों की चूत में आग लगी है राज, तुम बहुत अच्छी चुदाई करते हो. तुम्हारा आज का तरीका भी मस्त था.
मैं- थैंक्स यार … पर अब तुम दोनों की चुचियां देख कर मेरा लंड तुम्हारी चुतों की धज्जियां उड़ाने के लिए तैयार है. कहो, तुम दोनों का क्या विचार है, कथा शुरू करें?
मेरे इतना कहने पर दोनों बहनें मेरे पास आ गईं ओर बारी बारी से मुझे किस करने लगीं.
मैंने हेलीमा और गुलजान को अलग बगल में लेटाया और बारी बारी से उनकी चुचियां चूसने लगा.
अपने दोनों हाथों से उनकी चूतों में उंगली करने लगा, जिससे वो दोनों मदहोश हो रही थीं.
फिर मैं उन दोनों बहनों की चुत चाटने लगा. मैं हेलीमा की चुत चाटता तो गुलजान की चुत में अपनी दो उंगलियां ज़ोर जोर से अन्दर बाहर करने लगता. फिर जब गुलजान की चुत चाटता तो हेलीमा की चुत में उंगली करने लगता.
इस तरह से मैंने एक बार फिर से दोनों का पानी निकलवा दिया. हम तीनों बेड पर पसर कर अपनी सांसें काबू में करने लगे.
फिर मैंने गुलजान को अपना लंड चूसने को बोला और हेलीमा को अपने लौड़े के ऊपर लेकर उसे किस किया. उसकी चुचियां चूसने लगा.
वो चुत चाटने की बोली, तो मैंने फिर से उसे अपने मुँह पर ले लिया और उसकी चूत चाटने लगा.
जिससे वो जल्दी ही गर्म हो गई और मुझे चुदाई के लिए बोलने लगी.
मैंने गुलजान के मुँह से अपना लंड निकाला और हेलीमा सीधा को लिटा दिया. उसकी टांगों को मैंने अपने कंधों पर रख लीं और गुलजान को उसको किस करने को बोला.
फिर हेलीमा की चूत में लंड एक झटके में डाल दिया, जिससे वो तड़प कर रह गई.
उसने गुलजान के होंठों पर काट लिया तो गुलजान की चीख भी दब कर रह गई.
मैं ज़ोर ज़ोर से हेलीमा की चुत को चोदने लगा. मैंने गुलजान से उसकी चूत हेलीमा के मुँह पर मेरी ओर मुँह करके बैठ जाने को बोला.
हेलीमा अपनी गुलजान की चुत चाटने लगी. मैं गुलजान को किस करने लगा और अपने हाथ से उसकी मोटी मोटी चुचियां दबाने लगा.
गुलजान और हेलीमा और के लिए ये नया अनुभव था, तो दोनों की चुत ने एक साथ पानी छोड़ दिया.
अब मैंने गुलजान को अपने नीचे ले लिया और अपना लंड उसकी चुत में डाल कर उसकी चुदाई करने लगा. मैं उसे किस करने लगा.
गुलजान की मोटी मोटी चुचियां मेरे सीने के नीचे दब रही थीं और मुझे एक मखमली गद्दे का अससास करा रही थीं.
वो बड़ी ज़ोर से आवाजें निकाल रही थी और अपने हाथों से मुझे अपने ऊपर ऐसे खींच रही थी, जैसे एक ही बार में वो मुझे अपने अन्दर समा लेगी.
इतने में हेलीमा मेरे को पीछे से पकड़ कर मुझे गर्दन पर किस करने लगी, तो मैंने हेलीमा को गुलजान के मुँह पर बैठा दिया और गुलजान उसकी चूत चाटने लगी.
मैं हेलीमा की चुचियों को बड़े ज़ोर से मसल रहा था और उसे किस कर रहा था.
उसकी चूचियों पर मैंने लव बाइट भी बना दिए थे.
मेरे ज़ोरदार झटकों से गुलजान मचल रही थी और उधर गुलजान हेलीमा की ज़ोर से चूत चाट रही थी.
इससे वो दोनों बहनें फिर से एक साथ ही झड़ गईं और मैंने अपना लंड गुलजान के मुँह से निकाल कर अपने हाथ से हिलाना शुरू कर दिया था.
मेरे लंड ने भी पानी छोड़ दिया और मैंने अपना माल दोनों बहनों की रसीली चुचियों पर निकाल दिया.
मैं झड़ कर बेड पर पसर गया और अपने आपको संयमित करने लगा.
कुछ टाइम बाद सब बारी बारी से बाथरूम में गए ओर फ्रेश होकर बेड पर बैठ गए.
मैंने फिर से दोनों को बारी बारी से किस किया और उनकी चुचियाँ दबाने लगा जिससे वो दोनों फिर से गर्म होने लगीं.
मैंने हेलीमा को अपना लंड चूसने को कहा और खुद गुलजान के चूचे चूसने लगा. मैंने उसके ब्राउन कलर के निप्पलों को काट काट कर लाल कर दिया और उसके मोटे मोटे मम्मों के ऊपर अपने प्यार के निशान बना दिए.
फिर मैंने हेलीमा को घोड़ी बना दिया और गुलजान को कोल्ड क्रीम लाने को बोला.
जब तक क्रीम आती, मैं हेलीमा की कूल्हे चाटने लगा. मेरी जीभ उसकी गांड को भी मजा देने लगी थी.
तभी गुलजान ने मुझे कोल्ड क्रीम लाकर दी, तो मैंने उससे भी हेलीमा के पास घोड़ी बनने के लिए कह दिया और उंगली में क्रीम लेकर उन दोनों की गांड पर लगाने लगा.
मैंने अपने दोनों हाथों की उंगलियों को उन दोनों की मखमली गांड में डाल दीं और गोल गोल घुमाने लगा.
वो दोनों अपनी गांड हिला हिला कर मेरी उंगलियों से अपनी गांड कुरेदने का मजा ले रही थीं.
मैंने गुलजान को हेलीमा के आगे चुत खोल कर बैठा दिया. हेलीमा से गुलजान की चूत चूसने को बोला और पीछे से हेलीमा की गांड में लंड घुसने लगा.
हेलीमा अपनी बहन गुलजान की चुत चूसने में मस्त हुई तो उसकी गांड एक पल के लिए ढीली हुई. मैंने उसी पल एक झटके से अपना लंड उसकी गांड में उतार दिया.
जिससे उसकी चीख निकल गई.
वो मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी थी पर मैंने उसे ज़ोर से पकड़े रखा था.
वह कुछ नहीं कर पाई बस अपनी गांड में मेरा लंड लिए चिल्लाती रह गई.
मैं बिना रुके ज़ोर ज़ोर से हेलीमा की गांड में लंड देने लगा. कुछ देर बाद हेलीमा अपनी बहन गुलजान की चुत चाटने लगी.
कुछ देर बाद गुलजान मेरे सामने आ गई और मुझे किस करने लगी.
अब मैं कभी हेलीमा और कभी गुलजान की चुचियां दबा रहा था. मेरी एक उंगली हेलीमा की गांड में भी चल रही थी. इससे थोड़ी ही देर में हेलीमा की चूत का फव्वारा छूट गया और उसी समय गुलजान भी झड़ कर निढाल हो गई.
मैं अभी बाकी था … तो मैंने दोनों की पोज़िशन चेंज की. अब गुलजान मेरे लंड के सामने घोड़ी बनी हुई थी और हेलीमा उससे अपनी चुत चटवा रही थी.
मैंने गुलजान को भी टाइट पकड़ कर हेलीमा को इशारा किया, जिससे उसने गुलजान को आगे से पकड़ा और अपनी चूत पर उसका मुँह दबा लिया.
उसी समय मैंने एक बार में पूरा लंड गुलजान की गांड में उतार दिया.
गुलजान की हालत बिन पानी की मछली जैसी हो गई. उसकी आंखों से पानी निकल गया और उसने इतनी ज़ोर से हेलीमा की चूत काट ली कि उसकी भी बड़े ज़ोर से चीख निकल गई.
मेरे हर एक झटके पर गुलजान, हेलीमा की चुत को ज़ोर से चूस लेती, जिससे हेलीमा की हालत भी खराब हो गई.
मैं पीछे से गुलजान के चूचे पकड़ कर दबाने लगा और गुलजान की गर्दन पर लव बाइट देने लगा.
गुलजान की गांड चुदाई करते मुझे 10 मिनट हो गए थे. उसकी एकदम टाइट गांड ने मेरे लंड में हलचल मचा दी थी. उसका लावा बाहर आने को था.
मैंने एक नया पोज़ सोचा और अपना लंड गुलजान की गांड से बाहर निकाल कर उसे बैठा दिया. साथ ही हेलीमा को लेटने को कहा.
फिर गुलजान को हेलीमा के सिर की ओर घोड़ी बन जाने को कहा और हेलीमा से गुलजान की चुत चूसने को कहा. इस पोज में हेलीमा भी गुलजान की चुत चाट सकती थी, सो वो अपनी बहन की चुत में अपनी जीभ चलाने लगी.
मैं पीछे से गुलजान की गांड में अपना लंड डाल कर चोदने लगा. ये पोज़ कुछ एल आकर के जैसा था. मैंने गुलजान को हेलीमा की गांड में दो उंगली डालने को बोला.
अब मैं गुलजान की गांड में जैसे ही तेज शॉट मारता, तो उसके दर्द से वो हेलीमा की चूत को काट लेती और ज़ोर से गांड में उंगली डाल देती.
हेलीमा दर्द से गुलजान की चूत काट लेती. इस तरह से एक साइकल सी बन गई थी.
मेरा लंड भी अपना पानी गिराने पर तुला हुआ था. मैं ज़ोर ज़ोर से झटके देने लगा और गुलजान की गांड में झड़ गया. साथ साथ में हेलीमा और गुलजान भी झड़ गईं.
हम तीनों का पानी एक साथ निकला था और तीनों की हालत एकदम बेदम हो गई थी. थक कर हम तीनों बेड पर पसर गए और हम तीनों ही नींद के आगोश में चले गए.
सुबह मैं उठा, तो देखा कि मैं गुलजान से लिपटकर सोया पड़ा था. मैंने टाइम देखा तो पता चला कि सुबह के 5 बज चुके थे.
तभी भाभी रूम में आ गईं और मुझे जागा देख कर मेरे होंठों पर किस करके मुझे अपने फ्लैट में जाने को बोलीं.
चूंकि बिल्डिंग में और भी फ्लैट थे. भाभी चाहती थीं कि बाकी के लोगों के जागने से पहले मैं अपने फ्लैट में चला जाऊं.
मैंने कपड़े पहने और जाने को हुआ, तो गुलजान उठ गई थी.
उसने मुझे किस किया.
मैंने उससे बोला- मुझे तुमको अभी और चोदना है, अगर तुम्हारा मन हो, तो मेरे फ्लैट पर आ जाना. उधर हम एक शानदार चुदाई करेंगे.
उसने मुझसे कहा- अभी तुम जाओ … मैं मौका देख कर आ जाऊंगी. अभी मेरी चुत और गांड की हालत बहुत खराब है.
मैंने उसे चूमा और भाभी के घर से निकल कर बाहर आ गया. मैंने गेट पर आकर भाभी को किस किया और उनकी चुचियां दबा दीं. भाभी ने भी रात को फिर से मिलने को कह दिया.
मैं चुपचाप अपने फ्लैट में आकर सो गया.
तो दोस्तो, ये मेरी सच्ची पड़ोसन की चुदाई कहानी थी, आपको कैसी लगी. आप अपने विचार और कॉमेंट मुझे मेल करें.
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