हर किसी को चाहिए तन का मिलन-10

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अभी तक मेरी सेक्सी स्टोरी में आपने पढ़ा कि विक्रांत ने अकीरा से वादा किया था कि वो अपनी नई सेक्रेट्री को अपना लंड दिखाएगा. उसी कोशिश में:

विक्रान्त नंगा अपने बाथरूम में खड़ा था, उसका अजगर जैसा लन्ड पूरे उफान पर था… दिनेश का मेसेज आ चुका था कि वो ईशा को उसके ऑफिस के सामने ड्राप कर चुका है. ईशा किसी भी वक़्त बाथरूम में दाखिल हो सकती थी.

और जैसे ही उधर शालिनी ने अपनी पूरी की पूरी जीभ अकीरा की चूत में घुसाई… ठीक उसी वक्त चंडीगढ़ में ईशा विक्रान्त के बाथरूम में दाखिल हुई और अंदर का नज़ारा देखते ही वो स्तब्ध रह गयी, उसकी आँखें हैरानी से फटी की फटी रह गयी, कुछ देर दोनों में से कोई न बोल पाया. विक्रांत को भी समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहा जाए और दूसरी तरफ ईशा को तो जैसे सदमा लग चुका था वो सपनों की दुनिया में चली गई.

वो देखती है कि:
विक्रान्त सोच रहा है कि ईशा किसी भी पल बाहर भागेगी चिल्लाती हुई पर ऐसा कुछ नहीं हुआ बल्कि इससे पहले कि वो कुछ सोच पाता या तौलिये से खुद को ढक पाता, ईशा ने दरवाजा बंद करके कुंडी लगा ली और एक एक करके अपने सारे कपड़े खोल दिए, गोरा दूध सा रंग, सामंथा जैसी उसकी भोली भाली कामोत्तेजक सुंदरता, दिल के आकार के छोटे पर भरे भरे गुलाबी होंठ, सुराही सी पतली और लम्बी गर्दन, फूले हुए गुबबारों जैसे मोटे और सुडौल स्तन और उन पर बादामी रंग के निप्पल, सुराही जैसी पतली कमर, टाँगों के बीच कमल के फूलों जैसी सफाचट उसकी छोटी सी योनि और मखमल सी मुलायम उसकी टाँगें…
विक्रांत ईशा की कही न जा सकने वाली सुंदरता को सर से पाँव तक देखता रह गया। ईशा धीरे से आगे बढ़ी और अपने नाज़ुक हाथों से विक्रान्त के मूसल लौड़े को पकड़ लिया और बिना कुछ बोले ही उसे खींच कर टॉयलेट सीट तक ले गयी और सीट पर बैठ कर वो अपने मालिक के मोटे डण्डे जैसे लौड़े को मुठियाने लग पड़ी।
ईशा- सर जी, बेहद खतरनाक एनाकोंडा पाल रखा है आपने तो?

विक्रांत ईशा के गालों को दबाते हुए- खतरनाक है तो छोड़ दो, कहीं तुम्हारी बिल्ली को निगल न जाए।
ईशा- मेरी बिल्ली को ऐसे ही एनाकोंडा की तलाश थी आज तो नोच नोच के खाएगी वो इसे…

ईशा अपने सपनों की दुनिया में लन्ड चूसने ही जा रही थी कि विक्रांत उसे पकड़ के हिलाते हुए कहा- तुम ठीक तो हो? आज जो कुछ भी हुआ उसके लिए मुझे खेद है।

ईशा अपने सपने से बाहर आई, उसे कुछ समय लगा यह समझने में कि वो सपना देख रही थी। वो अपने सामने विक्रान्त को पूरे कपड़े पहने देखती है उसका दिल कचोट उठता है पर वो खुद को किसी तरह नियंत्रित करते हुए कहती है- इट वाज़ शॉकिंग फ़ॉर मी… आपने डोर क्लोज़ क्यों नहीं किया?
विक्रांत- मैं भूल गया था, मुझे माफ़ कर दो।
ईशा- ओह, कोई बात नहीं सर।
विक्रांत- तुम्हें बाथरूम यूज़ करना था न?
ईशा- हां, मेरी सेहत ठीक नहीं है आज।

इधर विक्रांत ने काम पूरा हो जाने पर राहत की साँस ली और उधर होटल में ठीक इसी समय शालिनी अकीरा की चूत को दशहरी आम की तरह चूस रही थी, उसके दोनों हाथ अकीरा के स्तनों को दबा रहे थे, मसल रहे थे और अकीरा मछली की तरह तड़प रही थी आनन्द से… अकीरा का बदन अकड़ा और वो झड़ने लगी शालिनी आमरस की तरह उसकी चूत का सारा रस पी गयी।

अकीरा झड़ने के बाद शांत होते हुए- यू वाज़ अमेजिंग शालिनी!
शालिनी अकीरा को डिल्डो दिखाते हुए- अमेजिंग तो तुम हो चूत तुम्हारी चूस रही थी और झड़ मैं रही थी यार अब तेरी बारी है मेरी खुजली मिटाने की।
अकीरा जोश में उठ के बैठते हुए- दे इधर यह लन्ड, फिर देख क्या हालत करती हूँ तेरी।
उसने वो नकली लन्ड को हाथ में ले लिया, डिल्डो छूने में और शक्ल में बिल्कुल असली लन्ड जैसा था और तो और उसके नीचे बिल्कुल असली अंडों जैसी थैली भी लटक रही थी बस डिल्डो कुछ पिलपिला था खड़े लन्ड से सख्त नहीं था।
“यार इसकी तो हालत खराब है, इस हालत में तो यह घुसने से रहा!” वो लन्ड से खेलते हुए बोली।

शालिनी ने उसके हाथ से डिल्डो लिया और डिल्डो के अंडों के नीचे लगे एक छोटे से बटन को दबाया, और देखते ही देखते डिल्डो बड़ा मोटा और सख्त होने लगा और जल्दी ही 9 इंच के खीरे जितना हो गया। शालिनी ने डिल्डो के पिछले हिस्से से एक पतली झिल्ली जैसा कुछ उतार कर टेबल पर रख दी और डिल्डो को अकीरा की चूत से कोई 2- 3 इंच ऊपर चिपका दिया और हँसते हुए बोली- ले अब तू बन गयी शी-मेल यानी लौड़े वाली लड़की!
और बिस्तर पर टाँगे खोलकर लेट गयी।

अकीरा ने उसकी एक टाँग उठा कर अपने कंधे पर रखी और लन्ड को शालिनी की चूत पर सेट करके एक जोरदार झटका दे मारा. लन्ड भीगी हुई चूत में आसानी से आधे से ज्यादा समा गया “आह… आराम से झटके मार!” शालिनी ने अकीरा के मम्मे पे एक हल्की चपत मारते हुए कहा।
अकीरा ने शालिनी की अपने कंधे पर रखी टाँग पकड़ ली और झटके मारना शुरू किया तो डिल्डो के टट्टे झूलने लगे और उसकी अपनी चूत से भी टकराने लगे जिससे वो और भी रोमांचित हो उठी और जोश से तेज़ी से घस्से मारने लग गयी।

दोनों कामोत्तेजक हो कर आह… आह… आह… कर रही थी और साथ ही अपने अपने स्तनों से खेल भी रही थी. अकीरा अपनी गांड मटका मटका के झटके मार रही थी और शालिनी अपनी कमर उचका उचका के जवाब दे रही थी, दोनों को असीम काम सुख की अनुभूति हो रही थी, दोनों एक साथ चरम सुख की और बढ़ रही थी, दोनों सब कुछ भूल कर अब कामसुख का मज़ा उठा रही थी.

फिर अकीरा शालिनी पर चढ़ गई, उसने शालिनी के होठों पर अपने होंठ रख दिये, दोनों के मम्में एक दूसरे भिड़ गए, चुचियाँ चुचियों से रगड़ खाने लग गयी, अकीरा ने झटकों की रफ्तार तेज कर दी. शालिनी ने अपनी टाँगें से अकीरा की गांड पर पकड़ बना ली, उसकी चूत का पानी रिस रिस कर चादर पर टपकने लगा.
उसके बदन की अकड़न महसूस कर अकीरा ने अपने झटकों की रफ्तार और बढ़ा दी, वो डिल्डो की जड़ तक शॉट मार रही थी जिसके कारण डिल्डो के अंडे उसकी चूत में भी घुस रहे थे और उसकी चूत के दाने को रगड़ रहे थे.
अकीरा ने शालिनी को ज़ोर से भीच लिया और झड़ गयी. दोनों वहीं एक दूसरे से लिपटी काफी देर तक लेटी रही, दोनों को गहरी नींद आ गयी, वो दोनों लगभग 2 घंटे तक सोती रही, नींद खुली तो बस का टाइम होने वाला था, दोनों जल्दी से नहा धो कर अगले सफर के लिए तैयार हो गयी।

चलिए अब चंडीगढ़ चलते हैं:

राठौर परिवार के अधिकतर सदस्यों से आपका परिचय हो चुका है पर इस परिवार के सबसे छोटे औऱ सबसे चोदू सदस्य के बारे में मैं आपको ज्यादा नहीं बता पाई हूँ। उसके बारे में आप यह तो जानते ही हैं कि साहब ज़ादे 20 की उम्र में ही 40 चूतों का स्वाद ले चुके हैं पर राहुल हमेशा से ऐसा नहीं था. बचपन में वो काफी शर्मीला था और लड़कियों से बात करते हुए काफी डरता था. लगभग बाहरवीं कक्षा तक तो उसकी कोई गर्लफ्रैंड तक नहीं थी।

बाहरवीं क्लास में उसकी चचेरी भाभी अंजना उनके घर कुछ दिनों के लिये आई उसे फुद्दू से चोदू बना गयी।
अंजना की उम्र 38 साल के आसपास थी. वैसे तो उसकी एक बेटी थी कियारा जो उस वक्त दसवीं कक्षा में थी पर अंजना ने खुद को ऐसे मेंटेन किया हुआ था कि कोई उसे ज्यादा से ज्यादा 25 का कह सकता था, रंग साफ था, नीली आँखें, अमीषा पटेल जैसा फेस कट, छोटी पतली नाक, करीना जैसे होंठ जिन्हें देखकर लगता था कि यह तो बस लन्ड चुसाई के लिए बने हैं, बदन गदराया हुआ था पर वो मोटी नहीं थी, साड़ी में तो वो कामदेवी लगती थी।
34बी आकार के उसके स्तन मर्दों को आकर्षित करते, 28 इंच की गोरी मांसल और कमर मर्दों को उत्तेजित करती और 38 इंच की उसकी गोल गोल गांड मर्दों के बम्बू का बम्बू बना देती।

अंजना चंडीगढ़ एक शादी में आई थी पर उसे चंडीगढ़ घूमना भी था इसलिये राहुल के घर पर कुछ दिनों के लिए ठहर गयी. अंजना जल्दी ही राठौर परिवार में घुलमिल गयी पर राहुल उसे सबसे ज्यादा पसंद आया और राहुल भी एक दो दिनों में ही उससे खुल गया।
सबके सामने तो अंजना का व्यवहार काफी मर्यादित होता पर जब वो राहुल के साथ अकेली होती तो वो राहुल से खूब हँसी मज़ाक करती।

एक दिन राहुल को अंजना भाभी के साथ घूमने जाना पड़ा और उसी दिन से शुरू हुई राहुल के बदलने की। अंजना ने उस दिन साड़ी न पहन कर स्किन टाइट जीन्स और सीवलेस टॉप पहनी उसे पता था कि उन्हें बाइक पर जाना है और वो अपने देवर के साथ पूरे मज़े करना चाहती थी।
बाइक पर वो राहुल से खूब चिपक कर बैठ गयी, उसके स्तनों का स्पर्श पाते ही राहुल को करंट जैसा लगा वो कुछ आगे हो कर बैठ गया पर अंजना फिर उससे चिपक गयी और राहुल की जाँघों पर हाथ फेरते हुए बोली- देवर जी, आपको मेरा बैठना अच्छा नहीं लग रहा जो इतना घबरा रहे हैं?
राहुल को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या बोले- नहीं भाभी, यह बात नहीं है।
अंजना- अच्छा फिर क्या बात है? क्या मेरे देवर जी को इस बात का डर है कि उनकी गर्लफ्रैंड उन्हें भाभी के साथ देख लेगी?

राहुल अंजना के मुँह से गर्लफ्रैंड के बारे में सुन वो और उदास हो गया इसलिए उसने उखड़े मन से जवाब दिया- नहीं भाभी, मेरी कोई गर्लफ्रैंड नहीं है।
अंजना राहुल की गर्दन पर किस करते हुए बोली- बस इतनी सी बात तो देवर जी, आज से मैं आपकी गर्लफ्रैंड और आप मेरे बॉयफ्रेंड… ठीक है?
राहुल हलकलाते हुए- आ…आ.आप कैसे?
अंजना नाराज़ होने का नाटक करते हुए- तो इसका मतलब देवर जी को मैं अच्छी नहीं लगती?

राहुल बेचारे को समझ नहीं आ रहा था कि क्या बोले… उस बेचारे को तो लग रहा था कि भाभी सच में नाराज़ हो गईं हैं- नहीं नहीं भाभी, आप तो बहुत अच्छी हैं।
अंजना नखरीली आवाज़ में- अच्छी तो पर सुंदर नहीं हूं तभी आप मेरे बॉयफ्रेंड नहीं बनना चाहते। अब मैं कभी आपसे बात नहीं करूँगी।
राहुल- नहीं नहीं भाभी, आप तो बहुत सुंदर हो, ठीक है आज से हम दोनों गर्लफ्रैंड-बॉयफ्रेंड।
अंजना- नहीं नहीं, अब तो आप मुझे खुश करने के लिए बोल रहें हैं. एक बॉयफ्रेंड अपनी गर्लफ्रैंड के साथ जो करता है, वो आप मेरे साथ कभी नहीं करेंगे।
राहुल सोच रहा था कि भाभी घूमने फिरने और मूवी की बात कर रही है- गॉड प्रॉमिस भाभी, मैं सब करूँगा।
अंजना- तो आज से नो शर्माना, नो झूठ! ओके?
राहुल- ओके प्रॉमिस।

अंजना- तो राहुल, मैं तुमसे एक बात पूछ सकती हूँ?
राहुल- बिल्कुल भाभी आप कुछ भी पूछ सकती हैं।
अंजना- ओके, पर पहले प्रॉमिस करो कि हम जब भी अकेले होंगे तुम मुझे नाम से और तू करके पुकारोगे?
राहुल- जी भाभी, अब पूछो तो क्या पूछना है।
अंजना- फिर जी कहा तुमने?
राहुल- सॉरी भाभी… अन…अंजना।
अंजना- वेरी गुड, अब बताओ कि क्या तुम पोर्न देखते हो?
राहुल- आप… मेरा मतलब है तुम भी न अंजना?
अंजना- तो तुम नहीं बताओगे।
राहुल- वो मैं… वो मैं… देख लेता हूँ।
अंजना राहुल की ज़िप के पास हाथ फेरते हुए- इसमें डरने वाली बात क्या है? सब देखते हैं, मैं भी देखती हूँ। अच्छा अब यह बताओ कि क्या पोर्न देखते हुए मुठ मारते हो?

राहुल – भाभी मॉल आ गया।
अंजना राहुल के तम्बू बन चुके लन्ड को पकड़ते हुए- वो तो मुझे भी नज़र आ रहा है। पर यह मेरे सवाल का जवाब नहीं है।
राहुल- आह… अंजना, छोड़ो कोई देख लेगा।
अंजना- पहले बताओ कि पॉर्न देखते हुए मुठ मारते हो या नहीं? तभी छोडूंगी तुम्हारा… .लन्ड।
राहुल- ज… ज… मारता हूँ! अब छोड़ो भी।
अंजना लन्ड पर पकड़ ढीली करते हुए- यह हुई बात! अब से हम पक्के गर्लफ्रैंडबॉयफ्रेंड। अच्छा यह बताओ कि तुम अपनी गर्लफ्रैंड को कहाँ ले जाओगे?
राहुल- जँहा गर्लफ्रैंड कहे!

अंजना- तो कोई मूवी देखते हैं।
राहुल- हॉलीवुड एक्शन मूवी लगी हुई है, मैं उसकी टिकट्स ले कर आता हूँ।
अंजना- धत कोई गर्लफ्रैंड के साथ ऐसी मूवी देखता है क्या?
राहुल- फ़िर कौन सी देखनी है?
अंजना- हेट स्टोरी।
राहुल- वो.. वो..तो एडल्ट मूवी है।
अंजना- तो यहां बच्चा कौन है? तुम बाइक पार्किंग में लगाओ, मैं टिकट्स लेकर आती हूँ।

अंजना और राहुल जब मूवी हाल पहुँचे तो फ़िल्म शुरू हो चुकी थी और हाल की लाइट्स बन्द थी। अंजना ने अपने फ़ोन की फ़्लैश लाइट ऑन की। हॉल न भरा हुआ था न खाली था और ज्यादातर जोड़े ही बैठे हुए थे जो मूवी देखने के बजाए एक दूसरे में मसरूफ थे।
“वो दूसरी लेन में सीट है हमारी!” अंजना ने राहुल से कहा और उसका हाथ पकड़ के सीट तक ले गयी।

पर्दे पर कामुक सीन चल रहा था जिसे देख कर राहुल की आँखें उसी पर जम गईं।
अंजना ने राहुल का हाथ पकड़ते हुए कहा- क्या देख रहे हो, राहुल बैठो, पीछे वाले डिस्टर्ब हो रहे होंगे।
राहुल बैठ गया और मूवी देखने लगा।

कुछ देर बाद अंजना ने उसे हल्का धक्का देते कहा- बगल में देखो क्या हो रहा है।
राहुल ने मुड़ कर देखा तो एक लड़का लड़की को किस कर रहा था और उसके मम्में दबा रहा था।
राहुल- गर्लफ्रैंड-बॉयफ्रेंड हैं शायद!
अंजना- हम भी तो हैं।
राहुल- पर..पर…यह तो गलत है।
अंजना- प्यार करना गलत है? और तुम्हारा मन भी तो कर रहा है ना? बोलो?

यह सेक्सी स्टोरी जारी रहेगी.
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