इंडियन कॉलेज गर्ल Xxx कहानी में पढ़ें कि एक लड़की को पड़ोसी लड़के के कमरे में पोर्न फोटो मिली. चुदाई की नंगी तस्वीरें देख उसकी चुत गर्म होने लगी.
दोस्तो, एक बार फिर से आपके सामने सेक्स कहानी
पड़ोसी को पटा कर चुत चुदवा ली
से आगे की कहानी पेश है.
इस चुदाई की कहानी में आपको मालूम हो चुका था अपने पड़ोसी और सहकर्मी रितेश के साथ मीरा ने चुदने के लिए, रात के डिनर में अपने भतीजे निखिल को और रितेश की भतीजी रीमा को आइसक्रीम में नींद की दवा देकर सुला दिया था और उसके बाद सुबह चार बजे तक मीरा ने रितेश के साथ चुदाई का मजा ले लिया था.
इस तरह से रितेश और मीरा गुपचुप तरीके से चुदाई का मज़ा ले रहे थे.
वो दोनों सुबह सुबह कभी छत पर चुदाई में लग जाते थे तो कभी ऑफिस से छुट्टी लेकर चुदाई का मजा लेने लगते थे.
अब आगे इंडियन कॉलेज गर्ल Xxx कहानी:
किंतु अभी तक उनको खुल कर चुदाई करने का कोई मौका नहीं मिल पा रहा था. इधर निखिल और रीमा व अच्छे दोस्त बन गए थे.
कॉलेज में रीमा निखिल से सीनियर थी, इसलिए कॉलेज में उन दोनों में ज़्यादा बातें नहीं हो पाती थीं.
इसी बीच निखिल के एग्जाम शुरू होने वाले थे.
निखिल कुछ सब्जेक्ट में रीमा की मदद लेना चाहता था, उसने रीमा को बताया.
रीमा उसकी सहयाता के लिए तैयार हो गयी.
रीमा ने कहा कि अब सिर्फ़ एक महीना ही निखिल के एग्जाम के लिए बचा है. तो उसे हर दिन पढ़ाई करना पड़ेगी, तभी सिलेबस कवर हो पाएगा.
निखिल भी मान गया और ये तय हुआ कि रोज रात 8:30 बजे शाम से 10:30 बजे रात तक रीमा निखिल को पढ़ाने के लिए उसके घर आएगी.
इस बात को मीरा और रितेश भी खुशी खुशी मान गए. क्योंकि उनको रीमा की गैरमौजूदगी में दो घंटे चुदाई के लिए मिलने वाले थे.
निखिल की पढ़ाई शुरू हो गयी. अक्सर रीमा निखिल को उसके कमरे में ही पढ़ाती थी.
रीमा के आते ही मीरा छत पर टहलने के बहाने रितेश के साथ चुदाई का खेल खेलने पहुंच जाती.
रितेश मीरा को अब तक हर आसन में चोद चुका था.
अब वो रोल प्ले में चुदाई करने लगे थे. कभी मीरा नौकरानी बनती, तो कभी रितेश माली बन जाता.
उनकी चुदाई यात्रा अच्छी चल रही थी.
एक दिन जब रीमा निखिल के कमरे में पहुंची, तो निखिल अपने दोस्त के यहां से अभी तक नहीं आया था.
वो बस आने वाला था तो मीरा ने रीमा से उसके कमरे में ही इंतज़ार करने को कहा और वो खुद छत पर चुदने के लिए चली गयी.
रीमा यूँ ही निखिल के कमरे में उसकी किताबों की सेल्फ देख रही थी कि तभी उसकी नज़र एक किताब पर गयी. उसने उस किताब को खोला, तो उस किताब में औरतों और आदमियों की चुदाई करती नंगी तस्वीरें थीं.
ये देख कर रीमा ने रूम का दरवाजा लगा दिया और वो उस किताब को मस्ती से देखने लगी.
चुदाई की नंगी तस्वीरें देख कर उसकी चुत गर्म हो रही थी.
इतने में उसने किसी के आने की आहट सुनी और जल्दी से किताब छुपा दी.
निखिल कमरे आया था.
उसने रीमा को इंतज़ार करते देखकर उससे माफी मांगी.
लेकिन रीना की आंखों में वासना और चुदास भरी हुई थी.
अब वो निखिल को वासना की हवस भरी नजरों से देख रही थी.
निखिल ने किताब उठाई और रीमा से पढ़ने बैठ गया.
मगर आज रीमा का मन पढ़ाने में नहीं लग रहा था. उसकी नज़र बार बार निखिल की दोनों टांगों के बीच में जा रही थी.
आज उसने जैसे तैसे निखिल की पढ़ाई पूरी करवाई और अपने घर चली गयी.
मगर आज से उसको निखिल को देखने का नज़रिया बदल गया था. आज वो किताब में देखी तस्वीरों में निखिल और अपनी चुदाई की कल्पना कर रही थी.
रीमा का हाथ अपनी बहती हुई चुत पे चला गया और वो अपनी चुत को उंगली से चोदने लगी.
कुछ देर बाद उसकी चुत ने रस छोड़ दिया और वो शांत होकर सो गयी.
अगले दिन से वो जब भी निखिल को पढ़ाने जाती, तो अब वो उसको रिझाने की कोशिश करने लगती.
कभी रीमा एकदम टाइट कपड़े पहन कर चली जाती, जिसमें रीमा की गांड और कसी हुई चुत का साफ़ दिखता आकार निखिल को पता चलने लगता.
तो कभी रीमा ढीला सा टॉप पहन कर जाती और झुक झुक कर अपने मम्मों के दीदार निखिल को कराते हुए उसे गर्म करने की कोशिश करती.
इस सब मैं वो कामयाब भी हो रही थी क्यों उसको निखिल के पैंट के उभार को देख कर पता चल रहा था.
पर अब सवाल ये था कि वो आगे कैसे बढ़े. रीमा बस यही सोचने में लगी रहती थी.
मगर वो कहते हैं न कि जहां चाह, वहां राह निकल ही आती है.
एक दिन रीमा निखिल के कमरे से उसको पढ़ा कर अपनी गांड मटकाती हुई निकल रही थी.
आज तो उसने निखिल को पेन उठाने के बहाने से अपनी गांड के शुरुआती हिस्से के दर्शन भी करा दिए थे.
मगर निखिल अभी भी कोई सिग्नल नहीं दे रहा था.
रीमा निखिल को पढ़ा कर अपने घर पहुंची.
तभी उसे याद आया कि वो अपना मोबाइल निखिल के कमरे में ही भूल आई है.
वो उसको वापस लेने निखिल के कमरे की ओर बढ़ी, तो मीरा ने उससे पूछा क्या हुआ?
रीमा ने बताया कि मैं अपना मोबाइल निखिल के कमरे में छोड़ आई हूँ, वही वापस लेने आई हूँ.
चूंकि मीरा और रितेश की चुदाई के खेल के कारण दोनों एकदम पक्की दोस्ती की डोर में बंध गए थे तो उनमें कोई रोक-टोक नहीं थी.
रीमा जैसे ही निखिल के कमरे में पहुंची, तो उसने अपना मोबाइल उठा लिया.
उस समय निखिल कमरे में नहीं था.
उसके बाथरूम का दरवाजा खुला था और अन्दर से कुछ बुदबुदाने की आवाज़ आ रही थी.
रीमा जैसे ही उस ओर बढ़ी, तो उसने देखा कि निखिल उसका नाम लेकर लंड हिलाते हुए मुठ मार रहा है.
निखिल के लंड का साइज़ देख कर वो खुश हो गयी और आज वो समझी कि वासना की आग दोनों ओर बराबर लगी है.
जैसे ही निखिल मुठ मार कर वासना की दुनिया से असली दुनिया में आया, तो वो कमरे में रीमा को देख कर हड़बड़ा सा गया.
उसने हकलाते हुए पूछा- त..तुम कब आईं?
रीमा ने शर्माते हुए कहा- जब तुम मेरा नाम लेकर अपने प्यार की वर्षा कर रहे थे.
निखिल ये सुनकर डर गया कि रीमा ने सब देख लिया है. वो रीमा से माफी मांगने लगा.
रीमा ने उसे बताया- तुम्हारे लिए मेरा भी यही हाल है.
निखिल ने एक पल सोचा और रीमा की तरफ देखा, तो वो मुस्कुरा रही थी.
अब निखिल ने समय ना गंवाते हुआ रीमा को अपनी बांहों में ले लिया और उसे चूमने लगा.
निखिल ने अपने होंठों को उसके होंठों पर रख दिए और उसके मम्मों को दबाने लगा.
रीमा भी पागलों की तरह उसका साथ देने लगी.
तभी मीरा की आवाज़ सुन कर रीमा ने निखिल को खुद से अलग किया और कल मिलने का वादा करके चली गयी.
कल की तैयारी में निखिल ने अपने लंड का सारे बाल साफ़ किए.
उधर रीमा ने भी अपनी चुत और बगलों के सारे बाल साफ़ कर लिए.
किसी तरह इंतज़ार की घड़ियां खत्म हुई और वो रात आ गई जिसका वो दोनों बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे.
रीमा ने आज अपने कपड़ों के अन्दर ना ब्रा पहनी, ना ही पैंटी पहनी.
वो जैसे ही निखिल के कमरे में आई, तो निखिल भी एकदम तैयार था. निखिल ने उसके अन्दर आते ही पहले दरवाजा अन्दर से बंद कर दिया.
निखिल को क्या पता था कि उसकी मौसी खुद चुदाई का खेल खेलने में व्यस्त है.
खैर, निखिल रीमा से बोला कि पहले मैं तुम्हें बिना कपड़ों के देखना चाहता हूँ.
रीमा खुद भी यही चाहती थी.
अगले कुछ ही पलों में दोनों ने खुद ही अपने अपने कपड़े उतार दिए.
सेक्सी रीमा की 32 इंच की कसी हुई चुचियां और उन पर उसके भूरे रंग के चूचुक देखकर निखिल कामातुर हो गया. रीमा की भरी हुई गांड, निखिल के लंड को लोहे जैसा बना चुकी थी.
रीमा से अब रुका नहीं जा रहा था; वो निखिल के पास आई और अपने होंठ निखिल के होंठों से मिला कर चूमने लगी.
वो अपने एक हाथ से निखिल का लंड मसलने लगी.
निखिल ने भी उसी अवस्था में रीमा को बेड पर लिटा दिया. वो एक हाथ से वो रीमा की चुचियों का मर्दन करने लगा और दूसरे हाथ से उसकी चुत को सहलाने लगा.
रीमा की चुत जल्द ही पानी छोड़ने लगी थी.
अगले कुछ ही मिनटों में वे दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और एक दूसरे के गुप्तांगों को चाटने और चूसने लगे.
रीमा वासना भरी आवाज में बोली- निखिल, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है. पहले तुम मुझे एक बार चोद दो, फिर अगली बार में जी भरके मेरी चुत चूची चूस लेना.
निखिल ने भी समय निकलता देख कर अपना लंड रीमा की चुत की फांकों पर रख दिया और धीरे धीरे अन्दर घुसाने लगा.
रीमा ने कराहते हुए कहा- पहले धीरे झटके देना, तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है. फिर जब मैं कहूँ, तभी तेज तेज करना.
निखिल ने उसी अनुसार रीमा को चोदना शुरू किया. उसका लंड चुत में आराम से घुस गया था.
उसने रीमा की चुत से खून निकलता नहीं देखा तो वो समझ गया कि रीमा पहले से ही चुदाई के मज़े ले चुकी है.
खैर .. उसने इन बातों पर ध्यान न देते हुए हल्के झटकों से चुदाई की शुरुआत कर दी.
कुछ ही पलों में रीमा मस्ती से कहने लगी- आह ज़ोर ज़ोर से चोदो … आह मजा आ रहा है आज मुझे इतना चोदो कि मेरी पूरी चुत खाली हो जाए.
निखिल ये सुन कर शताब्दी एक्सप्रेस की गति से चुदाई करने लगा और रीमा भी गांड उछालते हुए उसका साथ दे रही थी.
रीमा ने अपने पैरों से निखिल की कमर को जकड़ लिया और उसके झटकों को कंट्रोल करने लगी.
निखिल चुत चोदते वक़्त रीमा के निप्पलों को काटता और चूसता जा रहा था. वो कभी रीमा के होंठों को चूसने लगता.
रीमा भी कहां पीछे रहने वाली थी; वो तो एक अनुभवी चुदक्कड़ रांड की तरह कभी निखिल के सीने की घुंडियों को चाटती तो कभी दांतों से काट लेती.
धकापेल चुदाई चल रही थी.
इसी बीच रीमा झड़ गयी और उसने निखिल की पीठ पर अपने नाख़ून गड़ा दिए.
कुछ ही पलों में निखिल भी चुत में झड़ गया और बिस्तर पर लेट गया.
थोड़ी देर में दोनों ने अपनी सांसों पर काबू किया.
फिर रीमा ने घड़ी की तरफ देखा तो पाया कि उसको आए एक घंटे से ज्यादा हो गया है.
उसने निखिल को चूमा और थैंक्यू बोला.
निखिल ने कहा- ये मेरे जीवन की पहली चुदाई थी. मुझे तुम्हारे साथ सेक्स में बहुत मज़ा आया.
रीमा इस बात को सुनकर बड़ी खुश हुई कि उसने एक कुंवारे लंड का शिकार किया है.
वो निखिल के लंड को सहलाते हुई बोली- ये तो मज़े की शुरूआत हुई है.
निखिल ने भी रीमा की चुत सहलाई, जो उसके वीर्य और रीमा की चुतरस से भरी हुई थी व थोड़ा थोड़ा रस बहा रही थी.
निखिल अपना मुँह रीमा की चुत पर रख दिया और उसे फिर से चूसने लगा.
उसने ऐसा ब्लू फिल्मों में देखा था.
रीमा भी निखिल की इस हरकत से तड़प उठी और 5 मिनट की ही चुसाई के बाद वो फिर से झड़ गई.
अब उसने निखिल से कहा- मन तो नहीं भरा … लेकिन अभी जाना होगा.
निखिल ने भी रीमा से कहा- आज मैं तुमको रात भर चोदना चाहता हूँ.
रीमा बोली- मेरा भी मन है, लेकिन ये अभी संभव नहीं है.
वो कल मिलने का बोल कर निखिल के कमरे से चली गयी.
कल रीमा की निखिल से चुदाई की कहानी को पूरे विस्तार से पढ़ने को मिलेगी. इंडियन कॉलेज गर्ल Xxx कहानी पर आप कमेंट्स और मेल करना न भूलें.
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इंडियन कॉलेज गर्ल Xxx कहानी का अगला भाग: पड़ोसी को पटा कर चुत चुदवा ली- 4