हॉट मौसी सेक्स कहानी में पढ़ें कि मौसी ने भानजे को उसकी गर्लफ्रेंड की चुदाई करते देखा तो उसका लंड देख मौसी ने भी भानजे से अपनी चुदाई करवा ली.
नमस्कार दोस्तो, सेक्स कहानी के पिछले भाग
जवान लड़के को जिस्म दिखा के पटा लिया
में अब तक आपने पढ़ा था कि रीमा और निखिल के बीच भी चुदाई का खेल शुरू हो गया था.
लेकिन उन दोनों के पास चुदाई के खेल के लिए केवल दो घंटे ही होते थे.
वो दोनों अब खुल कर चुदाई के खेल के बारे में सोचने लगे थे.
अब आगे हॉट मौसी सेक्स कहानी:
एक रात हमेशा की तरह जब रीमा निखिल को पढ़ाने के लिए आई और हर दिन की तरह वो पढ़ने से पहले अपने सेक्स के खेल में लग गए तो उसी समय मीरा भी अपने चोदू यार से मिलने छत पर पहुंच गई थी.
उसी समय कुछ ऐसा हुआ कि रितेश को उसकी डिस्पेंसरी से फोन आ गया कि कुछ इमरजेंसी आ गयी है तो ड्यूटी पर उसकी ज़रूरत है.
ये फोन जब आया, तब छत पर उन दोनों की चुदाई का खेल शुरू होने वाला था.
मीरा रितेश के लंड के टोपे को अभी चूस ही रही थी.
लेकिन रितेश को अपने डॉक्टर होने का फ़र्ज़ भी निभाना था तो वो मीरा को समझा कर चला गया.
मीरा पूरी गर्म हो गयी थी. उसकी पूरी चुत रस से भीग गयी थी. उसने भारी मन से रितेश को जाने दिया.
वो थोड़ी देर छत पर टहलती रही, फिर अपने फ्लैट में आ गयी.
उसको निखिल के कमरे से सिसकारियों की आवाज़ आने लगी.
कमरे में रोज की तरह निखिल रीमा को घोड़ी बना कर चोद रहा था और रीमा भी हर झटके के साथ निखिल का पूरा साथ दे रही थी.
ये देख कर मीरा दंग रह गयी. पहले उसकी नज़र निखिल के लंड पर गयी. एकदम मजबूत मर्द की तरह वो रीमा को चोद रहा था और फ़च फ़च की आवाज़ आ रही थी.
मीरा से इस दृश्य को देख कर रहा नहीं गया और वो अपनी चुत में उंगली करते हुए वहीं झड़ गयी.
उसने उन दोनों को कुछ नहीं बोला.
मीरा छत पर वापस चली गयी और सोचने लगी कि यही मौका है, जब इन चारों को इस सेक्स खेल में शामिल किया जा सकता है.
वो सोच रही थी कि उसको भी एक और नया और जवान लंड मिल जाएगा.
मीरा अपनी पहली शादी में भी ग्रुप सेक्स की अनुभवी थी. वो अपने पति के साथ ग्रुप सेक्स और लेस्बियन सेक्स का मजा उठा चुकी थी.
इसलिए वो जानती थी कि जब दो दो लंड चुत और गांड में एक साथ घुसते हैं, तो जन्नत का मज़ा आता है.
फिर उसने प्लान बनाया कि पहले निखिल को अपनी चुत का स्वाद चखाया जाए, फिर रीमा को सैट करूंगी.
लेकिन वो सोच में पड़ गयी कि रितेश को इस खेल में शामिल करने में दिक्कत हो सकती है. वो अपनी भतीजी रीमा के साथ चुदाई करने को कैसे तैयार होगा.
खैर … उसने पहले निखिल के लंड से चुदने का सोचा.
वो फिर से नीचे आ गयी.
तब तक रीमा और निखिल की चुदाई भी खत्म हो गयी थी.
अब मीरा घर में निखिल के सामने अपनी कामुक जवानी का प्रदर्शन करने लगी. कभी वो उसको अपने भारी चूचों की झलक दिखाती, तो कभी अपनी गांड से निखिल के लंड को स्पर्श कराते हुए पास से निकलती.
इससे उसकी चुत भी भीग जाती थी.
धीरे धीरे निखिल के लंड की चाहत को भी मीरा समझ गयी थी क्योंकि जब भी वो ऐसी कोई हरकत करती तो निखिल का लंड फूल कर उसकी इस क्रिया का अभिवादन करने लगता था.
अब निखिल भी मीरा के जिस्म को छूने और देखने के बहाने खोजने लगा था.
एक दिन मीरा नहा रही थी, तब उसने जानबूझ कर निखिल को अपने कमरे में कुछ देने के लिए कहा.
आज उसने अपने बाथरूम का दरवाजा पूरा बंद नहीं किया था.
उसने बाहर नजर करके देखा, तो निखिल ने उसके पूरे नंगे बदन को घूर कर देख रहा था.
मीरा समझ गयी की आग दोनों तरफ लगी है.
लेकिन अब दोनों के बीच का ये शर्म का परदा कैसे हटाया जाए, इस बात को सोचना बाकी था.
दूसरे दिन मीरा ने एक तरकीब निकाली और अपने रूम के एसी खराब होने का बहाना किया.
उसने निखिल से कहा कि मेरे रूम का एसी खराब हो गया है. आज मैं तुम्हारे कमरे में सोऊंगी.
निखिल ने हां कर दी. रात को जब मीरा कमरे में सोने गयी, तो निखिल अपना बिस्तर नीचे लगा रहा था.
मीरा बोली- ये क्या कर रहा है … बचपन में तो तू मेरे पास ही सोता था. बस एक रात की ही तो बात है, कल मेरे कमरे का एसी ठीक हो जाएगा निखिल. केवल एक दिन के लिए तुम ज़मीन पर क्यों सो रहे हो?
निखिल खुद यही चाहता था, वो झट से मान गया.
एग्जाम ख़त्म होने के कारण आजकल रीमा और उसकी चुदाई का खेल रुक गया था लेकिन निखिल को तो रोज चुत चोदने की आदत लग गयी थी.
तो वो भी आज मीरा को वासना की नज़रों से देख रहा था.
मीरा ने भी उसको उकसाने के लिए एक झीनी सी नाइटी पहनी थी जो उसकी जांघों से खुली थी.
उसने अन्दर ब्रा पैंटी भी नहीं पहनी थी.
वो दोनों एक ही बिस्तर पर सो गए.
थोड़ी देर बाद निखिल की ओर से कोई हरकत ना देखते हुआ मीरा ने अपना एक हाथ निखिल के पेट पर रख दिया और धीरे धीरे नीचे को खिसकाने लगी.
निखिल चुपचाप पड़ा रहा और मज़े ले रहा था कि आज लगता है कि खुद ही सब कुछ हो जाएगा.
जब मीरा ने निखिल की ओर से प्रतिक्रिया नहीं देखी तो उसने अपने हाथ रोक दिए.
निखिल को बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसने करवट बदल ली और गहरी नींद के बहाने से मीरा के चुचों में मुँह घुसा दिया.
साथ ही उसने मीरा की कमर पर अपना हाथ रख दिया.
इससे हुआ ये कि जब मीरा ने निखिल की गर्म सांसों का अहसास अपनी चुचियों पर पाया तो पहले से ही उत्तेजित उसकी चुत पानी छोड़ने लगी.
थोड़ी देर बाद मीरा ने भी अपनी एक टांग उठा कर निखिल की कमर पर रख दी.
निखिल ने भी अपनी पैंट की ज़िप खोल कर लंड बाहर निकाल दिया.
मीरा जैसे ही निखिल के और करीब आई तो उसकी गीली चुत को निखिल के खड़े लंड का अहसास हुआ.
दोनों की धड़कनें तेज हो गयी थीं. इसका अहसास दोनों को हो गया था.
तभी मीरा ने सोचा कि बहुत हुआ … अब उसे ही पहल करनी पड़ेगी.
मीरा ने धीरे से निखिल के कान में बोला- अपनी मौसी को चोद ले … सोने का ड्रामा मत कर.
ये बात सुन कर निखिल ने अपनी आंख खोली और मीरा की मदभरी आंखों में देखकर एक मुस्कुराहट दे दी.
वो अपनी मौसी मीरा के होंठों को चूसने लगा.
साथ ही उसने अपना लंड मीरा की गीली चुत में लगा दिया.
मीरा ने लंड को अपनी चुत में ले लिया और लंड चुत में लेते ही उसने मादक सीत्कार निकाल दी.
लंड चुत में घुस गया था तो अब नाइटी पहने रहने का क्या काम था, मीरा ने अपनी नाइटी को खोल दिया और निखिल के हाथ अपने चुचों पर रखवा दिए.
निखिल ने मम्मों का अहसास पाते ही झटका मारा और वो अपनी मौसी मीरा के ऊपर चढ़ गया. मीरा के होंठों चूसते हुए वो चूत चोदने में लग गया.
वो अपने दोनों हाथों से अपनी मौसी की चूचियां दबा रहा था.
मीरा भी गांड उछाल उछाल कर उसका साथ दे रही थी.
करीब बीस मिनट की धकापेल चुदाई के बाद दोनों शांत हो गए.
फिर मीरा ने निखिल का लंड चूसना शुरू कर दिया. निखिल ने मीरा की चुत के होंठों को फैला कर उसकी चुत चाटनी शुरू कर दी.
निखिल मीरा की गांड भी चाटने लगा. वो बीच बीच में मीरा की गांड में उंगली भी कर देता.
मीरा इस अद्भुत आनन्द को ज़्यादा देर तक नहीं झेल पाई और अपनी चुत को निखिल के मुँह में रगड़ते हुए झड़ गयी.
चुत चुदाई के बाद निखिल ने अपनी मौसी से उनकी गांड मारने की इच्छा जताई.
तो मीरा मान गयी; वो बोली- किचन से तेल की बोतल ले आ.
निखिल तेल की बोतल लेकर आया तो मीरा ने उससे पूछा- पहले कभी गांड मारी है?
निखिल ने कहा- नहीं आपकी गांड पहली बार मारूंगा.
मीरा ने ओके कहा.
निखिल ने मीरा के बताए अनुसार अपने लंड पर तेल को लगा लिया. फिर उसने अपनी उंगलियों से अपनी मीरा मौसी की गांड के छेद पर तेल बड़े अच्छे से लगाया.
जब गांड लंड चिकने हो गए तो मीरा घोड़ी बन गयी और निखिल से बोली- आ जा बेटा … मार ले अपनी मौसी की मोटी गांड.
निखिल ने भी एक झटके में ही गांड में लंड उतार दिया.
मीरा को थोड़ा दर्द हुआ … क्योंकि वो काफ़ी दिनों के बाद अपनी गांड मरवा रही थी.
रितेश खुली छत पर वो इतना कुछ नहीं कर पाती थी.
निखिल ने मीरा की कराहती हुई आवाज़ सुनी तो वो रुक कर बोला- मौसी दर्द हो रहा है क्या?
वो बोली- नहीं, बस तू धक्के देता जा.
निखिल ने भी झटके देने शुरू कर दिए और मीरा की पीठ पर चढ़ कर किसी कुत्ते कुतिया की तरह उसकी गांड बजाने लगा.
अपने हाथों से अपनी मौसी की चूचियों को भी दबाते हुए निखिल गांड मारता रहा.
मीरा की गांड उसकी चुत से काफी टाइट थी, तो निखिल जल्दी ही उसकी गांड में झड़ गया.
दोनों थक कर बेड पर लेट गए और अपनी सांसें संभालने लगे. वो एक दूसरे को चूम भी रहे थे.
मीरा ने निखिल से पूछा- कैसा लगा बेटा अपनी मौसी की चुत और गांड का स्वाद?
निखिल बोला- आज बहुत मज़ा आया, अगर पहले पता होता कि मेरी मौसी इतनी रसीली है, तो मैं कब का आपकी चुत और गांड का बाजा बजा चुका होता.
मीरा ये सुन कर मुस्कुरा दी और उसको गले से लगा लिया.
वो दोनों सो गए.
इधर मीरा और निखिल को घर में ही एक दूसरे की भूख शांत करने वाला मिल गया था.
मगर रीमा का हाल बिना लंड के बुरा था. उसको कई दिनों से लंड नहीं मिला था.
रितेश को तो फिर भी सुबह सुबह छत पर मीरा की चुत चोदने को मिल जाती थी.
रीमा ने एक दिन निखिल को मैसेज किया कि आज मुझे किसी भी हाल में तुमसे चुदना है.
ये मैसेज मीरा ने निखिल के मोबाइल पर देख लिया. उस दिन चुदाई के दौरान जब निखिल मीरा को सोफे पर लिटा कर उसकी एक टांग हवा में उठाकर उसे चोदे जा रहा था.
तभी मीरा ने निखिल से रीमा की चुदाई का पूछ लिया.
निखिल एकदम से रुक गया और सहम गया. इस पर मीरा मुस्कुराई और उसने निखिल को बताया कि मैंने तुमको रीमा की चुदाई करते देख लिया था. उसी समय से मैं तेरे लंड की दीवानी हो गयी थी.
निखिल अपनी मौसी के मुँह से ये बात सुनकर खुश हो गया.
मीरा ने कहा- रीमा की हालत बिना लंड के कैसी होगी, ये मुझसे अच्छा कौन समझ सकता है.
निखिल को अब रीमा की चुत चोदने की आस बंध गई थी.
मीरा ने निखिल से कहा- तुम रीमा को भी यहीं बुला लो, हम तीनों मिल कर चुदाई का मजा करेंगे. लेकिन तुम उसे ये बात मत बताना कि मुझे सब पता है. मैं उसे सरप्राइज दूँगी.
ये सुन कर निखिल और खुश हो गया और पूरे जोश में अपनी मौसी की चुत चोदने लगा.
इस ताबड़तोड़ चुदाई से मीरा थोड़ी देर में ही दो बार झड़ गयी.
फिर निखिल ने आसन बदला और बीनबैग पर बैठ गया. उसने मीरा को अपने लौड़े के ऊपर बैठने को बोला.
मीरा भी गांड मटकाती हुई आकर लंड पर निखिल की छाती से अपनी चूचियों को सटा कर बैठ गयी और उसने अपनी चुत में निखिल का लंड ले लिया.
निखिल बीनबैग पर आगे पीछे होने लगा और अपनी कमर हिलाते हुए अपनी मौसी मीरा की चुत चोदने लगा.
वो मीरा के दोनों चुचों को बारी बारी से चूसने लगा.
मीरा भी अपने हाथ से अपने मम्मे पकड़ कर निखिल से चूची चुसाई का मजा लेने लगी.
उसकी चुत में निखिल का लंड मजा दे रहा था और चूचियों को चुसवाने का मजा मिल रहा था.
इस तरह की चुदाई से उन दोनों की उत्तेजना बढ़ती चली गई और इस बार दोनों एक साथ झड़ गए.
फिर मीरा बाथरूम चली गई.
निखिल ने रीमा को आज रात को मिलने का मैसेज कर दिया.
मीरा बाथरूम से आई, तो निखिल फिर उससे लिपटने लगा.
मीरा बोली- निखिल आज रात के लिए ताक़त बचाओ, आज तुम्हें दो चूतें चोदनी हैं.
ये सुनकर निखिल सोने चला गया.
मीरा इस खेल में कोई कमी नहीं चाहती थी, तो उसने सोचा कि निखिल को आज रात दूध में सेक्स की गोली मिला कर पिला देती हूँ ताकि ये घोड़े की तरह दोनों की चुदाई करे.
दोस्तो, इस मदमस्त हॉट मौसी सेक्स कहानी को यहीं रोका जा रहा है. अगली बार आपको मीरा रीमा और निखिल के थ्रीसम सेक्स का मजा मिलेगा. आप कमेंट्स और मेल करना न भूलें.
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हॉट मौसी सेक्स कहानी का अगला भाग: पड़ोसी को पटा कर चुत चुदवा ली- 5