एक रात नए बेड पार्टनर के साथ- 5

हॉट गर्ल्स सेक्स कहानी में पढ़ें कि एक रिसोर्ट में मिले दो जोड़ों ने आपस में साथी बदल कर चुदाई का मजा लेने का फैसला किया. ये चुदाइयाँ कैसे हुई?

पार्टनर स्वैप कहानी के चौथे भाग
बीवियों ने पति की अदला बदली की
में आपने पढ़ा कि कैसे दो कपल में आपस में पार्टनर की अदला बदली हुई और लड़कियां अपने पति को दूसरी के हवाले करके दूसरी के पति को बेडरूम में ले गयी.
एक बीवी दूसरे के पति से चुदवा कर मजा ले चुकी थी.

अब आगे हॉट गर्ल्स सेक्स कहानी:

पास रखे तौलिये से उसने अपनी और राजीव की जांघें साफ करीं।

थोड़ी देर लेटने के बाद उसने राजीव को होंठों पर चूमा और उठ कर बियर की दो केन ली और राजीव को उठाकर बाहर पूल में ले गयी।

पूल में वो और राजीव आपस में चिपट कर लेट गए और होंठों को चूमते हुए बियर का आनंद लेने लगे।

प्रीति ने राजीव से कहा- जानू, तुम्हारी चुदाई वाकई कमाल की थी। जिस गर्माहट से तुमने चुदाई की है, उससे मैं तो तुम पर फिदा हो गयी। आज की रात मैं नहीं भूलूँगी।

राजीव ने प्रीति को अपनी टांगों के बीच में कर लिया और दोनों हाथों से उसके मम्में दबोच लिए।

ये प्रीति को नेहा ने बता दिया था पहले ही कि राजीव तेरे मम्में आज उखाड़ कर ही मानेगा। बच कर रहना वरना सुबह तक दो चार जगह तो नील पड़ ही जाएँगे।

प्रीति को जंगली सेक्स में मजा आता था।
वो तो चाह रही थी की राजीव उसके मम्में और ज़ोर से दबाये और चूत में अपना मूसल जितनी बार डाल सके उतना अच्छा!

राजीव ने उसके कानों में फुसफुसा कर पूछा- अभी बेड पर जाकर मैं तुम्हारी गांड मारूं तो तुम्हें कोई दिक्कत तो नहीं?

प्रीति बोली- मैंने कभी पीछे कराया नहीं। अब अगर तुम आज मुंहूर्त करोगे तो कहीं ऐसा न हो कि इस वेकेशन की मेरे पिछवाड़े में दर्द की वजह से वाट लग जाये। तुम तो आज सारी हसरतें आगे ही पूरी करो। मेरी भट्टी तो फिर सुलग गयी है। अब यहीं तौलिया बिछाकर खुले आसमान के नीचे चालू हो जाओ और दिखाओ अपनी मर्दानगी! मज़ा तब आएगा जब पड़ोस में हर्ष और नेहा को भी हमारी चुदाई की गरमागरम आवाज़ें सुनने को मिलें।

नेहा और हर्ष के कॉटेज से कोई आवाज़ इधर नहीं आ रही थी।

असल में नेहा जब हर्ष को लेकर कॉटेज में आई तो हर्ष तो इतना बेसबरा हो रहा था नेहा को नंगा करने में की उसने कॉटेज का डोर बंद होते ही अपने और नेहा के कपड़े उतार फेंके और वहीं से नेहा के मम्मों को चूमना शुरू कर दिया।

चूंकि पूरे शरीर में रेत लगा था तो दोनों को पहले शावर लेना जरूरी था।
शावर में नेहा के हाथ में भी बार बार हर्ष का लंड आ जाता … उसकी चुदास में और आग लग जाती।

नेहा तो वहीं शावर में नीचे बैठ गयी और हर्ष का लंड मुंह में ले लिया।
वो तो आमादा थी कि आज सेक्स के बाद हर्ष का लंड काट कर ही अपने साथ ले जाएगी।

नेहा उसका लंड छोड़ ही नहीं रही थी।
हर्ष बोला- एक मिनट के लिए छोड़ दो, मुझे सूसू करनी है.

तो नेहा ने उसका लंड अपने मम्मों पर कर दिया, बोली- इनके ऊपर कर दो।

हर्ष ने अपने लंड के हिसाब से ही एक मोटी धार नेहा के मम्मों पर छोड़ दी जिससे नेहा ने अपने चेहरे और मम्मों को निहला दिया।

अब हर्ष ने नेहा को खड़ा किया और खुद नीचे बैठ कर नेहा की एक टांग ऊपर करके अपनी जीभ उसकी रेशमी चूत में घुसा दी।

हर्ष ने महसूस किया कि नेहा की चूत प्रीति की चूत के मुक़ाबले ज्यादा कसी हुई है। हर्ष ने उसकी चूत में पूरी गहराई तक जीभ और साथ में एक उंगली भी घुसाई।

नेहा कसमसा रही थी।
उसे भी पेशाब की तलब हुई तो हर्ष ने उससे भी अपने ऊपर ही पेशाब करवाई।
जब नेहा की चूत से पेशाब फव्वारे की तरह निकली तो हर्ष का पूरा चेहरा तरबतर हो गया।

नेहा के मम्मों की नोक तनी हुई थी, उसके निप्पल कुछ ज्यादा ही बड़े थे।
हर्ष ने उसके मम्मों की तारीफ की तो नेहा ने उसे निप्पलों पर पड़े नील के निशान और दाँत के निशान दिखाये- सुबह तुम्हें ऐसे ही निशान प्रीति के मम्मों पर मिलेंगे.

अब हर्ष नेहा की चूत में घुसने को बेताब था तो उसने बिना देर किए नेहा को बेड पर जा पटका।
वो पहले नेहा की चूत चाटना चाहता था पर नेहा बोली- पहले मैं तुम्हारा लंड चूसूंगी।

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हर्ष डाइनिंग हाल से अपने साथ दो शीशी शहद ले आया था तो उसने एक शीशी शहद पूरा नेहा की चूत में डाल दिया और दूसरी शीशी नेहा को दे दी जिसे उसने हर्ष के लंड पर पलट दिया।
अब चूत और लंड दोनों शहद से सराबोर थे।

हर्ष और नेहा दोनों 69 हो गए।

नेहा तो हर्ष का मीठा मीठा लंड ऐसे चूस रही थी मानो एक गन्ना किसी अल्हड़ लड़की के हाथ में आ गया हो।
वो पूरी तन्मयता से उसकी चमड़ी को नीचे तक कर रही थी।

हर्ष का लंड उसके गले तक ही जा रहा था पर नेहा हर हालत में आज की रात उसका पूरा मज़ा लेना चाह रही थी।
उसे प्रीति की चूत पर तरस आ रहा था और महसूस हो रहा था कि जो कुछ प्रीति ने हर्ष के लंड के बारे में कहा वो सब सही होने वाला था।

उधर हर्ष को राजीव ने बता दिया था कि नेहा गांड भी अच्छे से मरवाती है. तो हर्ष ने अपनी जीभ से कुछ थूक नीचे सरकाया और अपनी एक उंगली नेहा की गांड में भी कर दी।

नेहा कसमसाई पर फिर उसको मजा आने लगा।

हर्ष पिला पड़ा था उसकी चूत और गांड के छेद पर!

नेहा की चुसाई इतनी असरदार थी कि अब हर्ष को लगने लगा कि अगर उसने अपने को नेहा से नहीं छुड़ाया तो उसका लंड तो नेहा के मुंह में ही खाली हो जाएगा।

उसने नेहा से कहा- अब मुझे ऊपर आने दो. वरना ये तुम्हारे मुंह में ही खाली हो जाएगा।
नेहा बोली- होने दो, मैं इसे नहीं छोड़ने वाली!
कहकर नेहा ने अपने हाथ की पकड़ और मजबूत कर के अपनी स्पीड बढ़ा दी।

पर हर्ष ने अपने को छुड़ा ही लिया और कहा- मैं अभी तुम्हारी चूत मसल दूँ इससे, ये जल्दी नहीं खाली होने वाला, फिर मैं इसे तुम्हारे ऊपर ही खाली कर दूँगा।

नेहा मुस्कुराती हुई जल्दी से नीचे लेट गयी और अपनी टांगें चौड़ा दीं और हर्ष से बोली- ठीक है आ जाओ अंदर … पर आज रात सोने नहीं दूँगी।

हर्ष के लंड की मोटाई भाम्पते हुए नेहा ने अपनी चूत पर ढेर सारा थूक लगा लिया। हर्ष ने बड़ी आहिस्ता से पर एक ही झटके में पेल दिया नेहा को!

नेहा की तो मानो जान ही निकाल गयी। उसकी आँखों के सामने अंधेरा सा छा गया.

पर हर्ष चुदाई में माहिर था, उसने तुरंत अपना लंड बाहर किया और फिर धीरे धीरे अंदर बाहर करते हुए फिर पूरा पेल दिया और फिर स्पीड धीरे धीरे बढ़ते गया चुदाई की।

नेहा को मज़ा आने लगा था। जल्दी ही उसने भी अपनी गांड उचकानी शुरू कर दी।

सही मानो में नेहा की चुदास प्रीति से ज्यादा थी जो बाद में हर्ष ने भी मानी।

नेहा की ज़िंदगी में राजीव के अलावा ये दूसरा लंड था जो उसकी चूत में जाने वाला था।
यूं तो मसाज के दौरान भी उसने थाईलैंड में मसजर का लंड पकड़ा था पर अंदर नहीं किया।

तो उसकी चाहत पराए मर्द को लेकर ज्यादा गर्म थी, वो इस रात को पूरा जीना चाहती थी, वासना के ज्वार में बह जाना चाहती थी।

उसने अपनी बांहें हर्ष की गर्दन में डाल के उसके सिर को नीचे झुकाया और चूम लिया हर्ष को मानों कह रही हो कि मैं निहाल हो गयी तुम्हारे लंड से चुदकर!
अब हर्ष ने चुदाई की स्पीड पकड़नी शुरू की।

अब नेहा को प्रीति की बातें सही होती दिखीं।
जितनी देर में राजीव का काम तमाम हो जाता था, उतनी देर के बाद तो हर्ष का मूड बना था।
लंड बच्चेदानी के मुंह पर जोरदार टक्कर मार रहा था।

नेहा हाँफ रही थी.
हर्ष भी हाँफते हुए पूरा दम लगाकर चुदाई कर रहा था।

नेहा की टाइट चूत में उसका लंड रगड़ मार कर अंदर बाहर हो रहा था।

हर्ष ने प्रीति से पहले तो कितनी ही लड़कियों की गांड मारी थी पर प्रीति ने उसे कभी पिछवाड़े को हाथ नहीं लगाने दिया।

आज उसका मन था नेहा का पिछवाड़ा खोलने का, पर उसे भी डर था की कहीं उसके लंड की मोटाई नेहा की गांड फाड़ ही न दे।

उसने नेहा को घोड़ी बनाया और कहा- मैं तुम्हारे पीछे करूंगा।
नेहा ने उसे रोका और आस पास देखा किसी क्रीम के लिए!

उसने शहद की शीशी में बचा शहद अपनी गांड के छेद पर लगा लिया और हर्ष से कहा- धीरे धीरे घुसाना … अगर मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ तो नहीं करेंगे।

हर्ष ने हाँ कहते हुए अपने लंड पर ढेर सारा थूक लगाया और नेहा के कूल्हे पकड़ कर लंड को नेहा की गांड के मुहाने पर रख कर धीरे धीरे दबाव बनाया।

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नेहा कसमसाई तो हर्ष ने उसकी गर्दन अपनी ओर घुमा कर उसको चूमते हुए उसके मम्में भींचे और लंड पेल दिया अंदर!

एकदम से नेहा को चक्कर आ गए।
उसने निकाल दिया लंड को बाहर और बेड पर लुढ़क गयी।

हर्ष समझ गया कि काम खराब हो गया, नेहा ले नहीं पाएगी अंदर!

पर दो चार मिनट बाद ही नेहा मुस्कुराती हुई बोली- तुम वाशरूम से क्रीम लाओ, एक बार फिर कोशिश करते हैं।
हर्ष बोला- नहीं, आगे ही करते हैं. कहीं ऐसा न हो कि तुम घायल हो जाओ और रात बेकार हो जाये।

नेहा बोली- कुछ नहीं होगा, तुम आओ अंदर!

अबकी बार हर्ष ने ढेर सारी क्रीम नेहा की गांड के छेद और अपने लंड पर लगाई और फिर एक बार लंड अंदर सरकाया।
नेहा ने भी अपनी गांड चौड़ा ली थी।
उसे दर्द तो हुआ पर आखिरकार हर्ष का लंड उसने अंदर ले ही लिया।

अब हर्ष ने खुश होकर उसकी गंड की चुदाई शुरू की।
धीरे धीरे धक्कों की स्पीड बढ़ती गयी। नेहा को भी मज़ा आने लगा।

हर्ष उसके ऊपर लटककर उसके मम्में पकड़ कर पीछे से धक्के लगा रहा था।
नेहा की आहें निकालने लगीं, उसे भरपूर मज़ा आ रहा था।
उसे ऐसा लगा कि चूत मरवाने से गांड मरवाना ज्यादा मज़ा देता है।

अब हर्ष भी पूरी स्पीड से धक्के लगा रहा था।

नेहा ने अब हर्ष को नीचे किया और अपने हाथों से उसका लंड अपनी चूत के मुंह पर रख कर लगी उछल कूद करने!
अब जो मज़ा चुदाई का नेहा को आया, वो उसके लिए एक नया अनुभव था।

हर्ष का लंड उसकी मर्जी से जितना वो चाहती थी उतने अंदर जाकर चोट कर रहा था।
वो बार बार इधर उधर मचलती और दही की मथनी जैसे उसने हर्ष के लंड से अपनी चूत मलवाई।

हर्ष भी अब छूटने वाला था।
नेहा का भी हो चुका था।

वो घुटनों के बल बैठ गयी और हर्ष का लंड हाथ से ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी।
हर्ष भी हाँफ रहा था।
उसके लिए ये नया अनुभव था कि चुदने के बाद भी किसी लड़की में इतना करंट बाकी हो कि वो उसका लंड मुंह और हाथ से खाली करे।

खैर, नेहा ने हर्ष का लंड पहले तो लपर लपर चूसा फिर हाथ में लेकर खूब ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी।

हर्ष अब टेढ़ा होने लगा था, उसका निकलने वाला था।

आखिरकार हर्ष ने गाढ़ी मलाई जैसा वीर्य अपने लंड से निकाल ही दिया और उसको अचंभित करते हुए नेहा ने उसकी सारी धार अपने चेहरे और मम्मों पर ले ली।

नेहा ने बड़े मुस्कुराते हुए उसे अपने चेहरे और मम्मों पर मला और उँगलियों को चाट गयी।
इसके बाद रही सही कसर नेहा ने लंड को दोबारा चूस कर साफ कर के कर दी।

हर्ष बहुत संतुष्ट था इस चुदाई से!
उसे लग रहा था कि अगर ज़िंदगी भर नेहा ही उससे चुदती रहे तो उसकी चुदाई लाइफ मस्त हो जाएगी।

पर यह संभव नहीं था।

इधर नेहा को भी ऐसा मजबूत लंड पहली बार मिला था जिसने उसके सारे छेद बजाए और फिर भी उसे मुंह से ही खाली करना पड़ा।
वो भी सोच रही थी कि काश वक़्त यहीं रुक जाये।

अब दोनों कोटेजों में शांति पड़ गयी थी।

लगातार चुदाई का माद्दा नहीं था तो दोनों जोड़े एक बार ये सोच कर सोने की तैयारी में लग गए कि रात को जब आँख खुलेगी तब करेंगे।

शरीर चारों का थक चुका था पर मन किसी का नहीं भरा था।

एक बार सोने के बाद सुबह ही आँख खुली उनकी!

पहले हर्ष उठा।
नेहा सो रही थी।

हर्ष ने उसके मम्में चूसे तो वो उठ गयी।

फ्रेश होकर दोनों ने सोचा एक ट्रिप मारी जाये!

पर तभी प्रीति का फोन आ गया। उसे अपना कुछ सामान चाहिए था, वो आना चाहती थी।

तो नेहा ने हर्ष को कस के चूमा और कहा कि वो इस रात को कभी नहीं भूलेगी।
उसने कपड़े पहने और अपने कॉटेज में चली गयी।

प्रीति इधर आ गयी। कॉटेज के बाहर दोनों आपस में गले मिलीं और कहा कि उनका पार्टनर बहुत जबर्दस्त है।
अपनी अपनी कॉटेज में आकर दोनों जोड़ों ने एक फटाफट वाला सेक्स सेशन किया।

दिन में सभी लोग आपस में फिर मिले, चारों ही गुजरी रात से बहुत खुश थे।
सबसे बड़ी बात चारों इस बात से सहमत थे कि अब बस!

दोस्तो, कैसी लगी एक रात नए पार्टनर के साथ की हॉट गर्ल्स सेक्स कहानी?
लिखिएगा मुझे मेरे मेल आईडी [email protected] पर!