हॉट आंटी की चूत मारी

हिन्दी सेक्स कहानिया की सभी प्यारी दुलारी चुत वालियों मेरे लंड का सलाम, मैं आ गया हू फिर से आपकी चुत की खुजली मिटाने एक नयी तरो ताज़ा करने वाली हिन्दी सेक्स स्टोरीस इन हिन्दी के साथ, रेणु आंटी के साथ सेक्स की पिछली दो कहानियों को आपने बहुत ज़्यादा प्यार दिया और सराहा है.

रेणु आंटी की चुदाई का तीसरा पार्ट मैं आपको फिर अभी सुनाउन्गा लेकिन आज मैं आपको फ्रेश एक्सपीरियेन्स बताता हू जो की इसी मंथ का है.

दरअसल मेरी एक भाभी है जो की पठानकोट मे रहती हैं और एक गवर्नमेंट टीचर है, उनका नाम नमन है, एक दिन उन्होने मुझे कॉल किया और कहा की तुझसे कोई बात करनी है तू घर आ जाना जब टाइम मिले.

मैं फ्राइडे को उनके घर चला गया, घर पर उनकी सासू यानी मेरी आंटी थी, चाय वगेरा पीने के बाद उन्होने मुझे उपर छत पर आने को कहा, मैं उनके पीछे पीछे उपर चला गया.

भाभी बोली आजकल क्या चल रा है?

मैने कहा कुछ नही बस पढ़ाई ख़तम हुई है अब कोई जॉब ढुड़ूँगा.

भाभी बोली शादी के बारे मैं क्या सोचा है?

मैने कहा भाभी शादी का क्या है सेट्ल हो जाउ वो भी कर लूँगा पर अभी तो कुछ नही सोचा.

भाभी एक दम से बोली हां हाँ शादी क्यू करनी है शादी के बाद का काम तो रेणु आंटी से चल रा था और अब वो कॅनडा चली गई हैं तो कोई और मिल गया होगा, ये सुनकर मेरे होश उड़ गये और मेरा पसीना छूटने लगा.

भाभी बोली कितनी बार सेक्स किया उसके साथ?

मैं तो जैसे सुन्न ही पड़ गया था.

मैने कहा भाभी क्या करता एक तो मेरी कोई जीएफ़ नही थी और वो भी चाहती थी तो इसमे बुरा ही क्या है, भाभी बोली बुरा नही तो इसका मतलब तुम ये सब करते रहोगे? अभी किसको ढूंडा है अपनी हवस भुजाने के लिए?

मैने झूठ ही बोल दिया की कोई नही है, मुझे तो यकीन ही नही हो रा था की भाभी भी सेक्स स्टोरीस पढ़ती होगी.

फिर वो बोली क्या सच मे तुमने सेक्स किया है रेणु आंटी के साथ???

मैने कहा हान भाभी, तुम सच मे उन्हे इतना जबरदस्त्त सॅटिस्फॅक्षन देते थे या बस बकवास ही लिखा है?

मैने कहा भाभी अब आपको कैसे यकीन दीलाओ?? और आगे से जो रिप्लाइ मिला उसने मुझे खुश कर दिया.

भाभी बोली मुझे पता है कोई ना कोई तो तुमने ढूंड ही ली होगी बाहर अपने लिए, लेकिन अगर मुझे अछा लगा तो बाहर जाने की ज़रूरत नही है, मैं ही तुमसे चुदवा लिया करूँगी, तभी भाभी बोली नीचे चलते हैं थोड़ी देर मे मम्मी सो जायेंगी तब तुम्हे आज़मा के देखती हू.

हम नीचे गये और खाना खाने लगे, खाने के बाद आंटी अपने रूम मे सोने चली गयी, आंटी की भाभी के साथ बिल्कुल नही बनती इसलिए वो भाभी के बातों और काम मे कभी नही आती.

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आंटी जब रूम मे जा रही थी तो मैने वापिस अपने घर जाने का ड्रामा किया और कहा की अच्छा आंटी मैं चलता हू, इस से आंटी को लगा के मैं शायद जा रा हू तब तक भाभी उपर चली गयी.

जब आंटी अपने रूम मे चली गई तो मैने अपने जूते उतार दिए और ऐसे ही दबे पैर हल्के हल्के कदमो से उपर चला गया, उपर भाभी गेस्ट रूम मे मेरा वेट कर रही थी, मैं रूम मे गया तो भाभी बोली जल्दी करना होगा मम्मी कभी भी उठ सकती हैं, मैं थोड़ा नर्वस फील कर रा था.

पर फिर भी नमन भाभी के सेक्सी बूब्स और गॅंड देख के मेरा लंड तो बेताब हो गया था, भाभी ने जल्दी से मुझे पैंट उतारने को कहा, मैने फटाफट अपनी पैंट और अंडरवेर उतार दिया.

भाभी पहले तो पता नही क्यू थोड़ा सहम सा गई फिर उन्होने एकाएक लंड हाथ मे लिया और धीरे धीरे हिलाने लगी, भाभी बोली जब से तुम्हारे भाई अब्रॉड गये हैं लंड से चुदना तो दूर देखना भी नसीब नही हुआ, लंड के सिर्फ़ ख्वाब देखे हैं तुम्हारी कहणीयियाँ पढ़ पढ़ के, लंड हिलाते हिलाते वो मुझसे बातें कर रही थी.

भाभी ने बताया की अगर वो रेणु आंटी वाली कहानी नही पढ़ती तो शायद उन्हे पता भी ना चलता की मैं ही वो रॉबिन हू जिनकी वो अक्सर कहानियाँ पढ़ती हैं.

मेरा लंड तब तक अपने असली रूप मे आ चुका था, भाभी ने लंड मूह मे डाल लिया और अम्म्म्मम करके चूसने लग गई, फिर तो जैसे भाभी ने पीछे मूड के नही देखा और सारी शरम और हयाअ छोड़कर लंड चूसने मे लग गई.

भाभी बेड पर बैठी हुई थी और मैं उनके सामने खड़ा था, हल्के हल्के हाथो से हिलाते हुए भाभी पूरा लंड अम्म्म्मम अम्म्म्ममम बहुत मोट्टा है कह कह के चुस्स रही थी, फिर मैं उनको भी नंगा होने को कहा, उन्होने सिर्फ़ सलवार उतारी ताकी अगर जल्दी जल्दी मे कपड़े पहनने पढ़े तो प्राब्लम ना हो.
मैने उनको बेड पर लेटा दिया और उनका सिर बेड से थोड़ा सा नीचे कर के लंड उनके मूह मे डाल दिया और खुद उनके उपर लेट गया और उनकी चूत चाटने लगा.

हम सिक्स्टी नाइन वाले पोज़ मे थे, भाभी की चुत बिल्कुल सॉफ थी जैसे वो पहले ही चुदवाने का मन बना चुकी थी, मेरा लंड भाभी के गले तक पहुच रा था.

फिर उन्होने मुझे उठने को कहा और बोली चलो अब जल्दी से चोद डालो मुझे, भाभी बेड पर घोड़ी बन गई और मैं उनके पीछे आ गया, मैंने हल्का सा भाभी की चूत को गीला किया और मेरा लंड तो पहले से ही गील था.

मैने एक झटका मारा और लंड भाभी की चुत मे समा गया, भाभी उउउउउह्ह्ह !!! निकल गई और मैने जल्दी जल्दी भाभी को चोदना शुरू कर दिया, भाभी की चूत इतनी ज़्यादा टाइट नही थी जिस बात की मुझे बहुत हैरानी हुई, मैं ज़ोर ज़ोर से उनको झटके मार रा था तभी मेरी नज़र बेड के पास एक कोने मे गयी जहाँ एक मोटा सा क्यूकमबर पड़ा हुआ था.

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मैं समझ गया की ये क्यूकमबर यहाँ क्यू पढ़ा है, मैने भाभी की गॅंड पर हाथ रखे और बिल्कुल अंदर तक उनकी चूत चोदने लगा, भाभी सीई सस्सस्स उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की सिसकियाँ भर रही थी.

15 मिनिट भाभी को घोड़ी बना के चोदने के बाद मैं उनको बेड पर उल्टा लेटाया और उनके उपर आ के पीछे से उनकी चुत मे लंड डाल दिया और उनके बूब्स हाथो मे ले लिए, ये मेरा फेवरेट पोज़ भी है इसलिए मेरा जोश आसमान छुने लगा था.

भाभी बोली बहुत मज़ा आ रहा है रॉबिन यार इस पोज़ मे तो मैं कभी नही चुदि, मैं अब भाभी की चूत मे लंड अंदर बाहर करने की जगह अपनी बॉडी को भाभी की बॉडी के साथ चिपका के लंड उनकी चूत मे रगड़ने लगा.

भाभी बोली यार जल्दी जल्दी कर काफ़ी टाइम हो गया है, मैने कहा भाभी अब तो आपको तस्सल्ली से चोदुन्गा, मैने भी सोचा की कहीं आंटी जाग ना जाए इसलिए मैं उनको सीधा लेटाया और लंड उनकी चूत मे डाल के उनके दोनो पैर अपने कंधो पर रख लिए और ज़ोर ज़ोर से भाभी को चोदने लगा.

भाभी की सिसकियाँ तेज हो गई, आअह्ह्ह्ह उउउह्ह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह्ह उम्म्म्मम करते करते वो अब दो बार झड़ चुकी थी, उन्होने अपना दुपट्टा अपने मूह मे ले लिया थे की आवाज़ नीचे ना जाए.

मैंने अपना काम जारी रखा, उनकी टॅंगो को अपनी बाहों मे भर के मैने लंबे लंबे झटके मारने शुरू किए ता की मैं झड़ जाउ, पर मेरे लंड को शायद जल्दी झड़ने की आदत नही थी.

भाभी भी बोली जल्दी कर रॉबिन ज़ालिम आज जल्दी चोद दे बस, फिर कभी चोद लेना मुझे तुझसे ही तो चुदवाना है, उनकी चुत भी पूरी तरहा गीली हो गई शायद वो फिर से झड़ गई तभी मैं भी झड़ने वाला था, मैने भाभी से पूछा चुत मे डाल दू भाभी बोली नही नही प्लीज़, दो दिन पहले ही पीरियड्स ख़तम हुए हैं कहीं कोई पंग्गा ना खड़ा हो जाए.

कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट सेक्षन मे ज़रूर लिखे, ताकि देसीकाहानी पर कहानियों का ये दौर आपके लिए यूँ ही चलता रहे.

मैने लंड बाहर निकाला और हिला हिला के उनकी चूत के उपर छोड़ दिया, भाभी के सारे बाल बिखर गये थे, भाभी बोली अब तू जल्दी से निकल और संडे को आना, मम्मी अपनी बहन के यहाँ जाने वाली है, तब देखती हू तुझे कमिने कही के चूत का बुरा हाल कर दिया है, मैं हस्ते हुए भाभी को बाय कहा और अपने घर भाग गया.