हवस की देवी मेरी बीवी की चुदाई का प्लान-1

दोस्तो! आपको मेरी प्यारी चुदक्कड़ वाइफ, हवस की देवी नीना की चूत का सैल्यूट!
मैं आज आपको मेरी बीवी की एक ऐसी चुदाई की सच्ची नोन वेज घटना बताने जा रहा हूं, जिस कहानी को पढ़ कर आपका लंड खुलेआम बगावत कर देगा या आप शादीशुदा महिला हैं और हसबेंड आपसे दूर दूसरे शहर में या सात समंदर पार रहते हैं तो आप 24 घंटे के भीतर कहीं से भी अपनी पसंद का एक मजेदार लौड़े की तलाश करने को मजबूर हो जाएंगी।

बात उन दिनों की है, जब मेरे बचपन के अजीज दोस्त अमित के साथ हम दोनों चुदाई की पींगें बढ़ा चुके थे। मेरे दोस्त के साथ मेरी बीवी की पिछली चुदाई निम्न कहानियों में पढ़ें.
मेरी बीवी निहाल हो गई
मेरी बीवी को मेरे दोस्त ने चोदा
वैसे आप तो जानते ही हैं कि नीना को जो लंड पसंद आ जाता है, उसका भरपूर मजा लूटे बिना वह नहीं छोड़ती। तभी तो नीना उन दिनों मुझसे बार बार अमित से चुदवाने की मिन्नतें किया करती थी।

गर्मी के दिन थे अप्रैल का महीना, बच्चों की परीक्षाएं चल रही थीं। इस सप्ताह में तो उसने मुझसे कई बार अमित को घर में लाने को कहा, मगर मौका ही नहीं मिल पा रहा था। आज सुबह नींद खुली तो रात की चुदाई से याद आया कि नीना की झांटे कुछ बेतरतीब ढंग से बढ़ गई हैं। नीना मेरी और मैं नीना की झांट साफ किया करते थे। तो मुझे लगा, क्यों न आज नीना झांट साफ कर दूं और लगे हाथ अमित के लौड़े से बेचारी प्यासी बीवी की चूत का टेस्ट भी बदलवा दिया जाए।

सुबह के करीब साढ़े सात बजे होंगे, बच्चे भी परीक्षा देने के लिए निकल चुके थे। यही सब सोच रहा था कि तब तक नीना मेरे लिए चाय लेकर आ गई और साथ में वह भी चाय पीने बैठ गई। बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ तो मैंने पूछा- अगले दो घंटे का समय निकाल पाओगी क्या मैडम?
मेरे सवाल पर नीना रियल चुदक्क्ड़ लेडी के माफिक खिलखिला कर हंस पड़ी और बोली- क्यों? मेरे माल को बुलाओगे क्या अभी?

दरअसल नीना को उस दिन के मेरे व्यस्त शेड्यूल के चलते ऐसी उम्मीद नहीं थी कि आज उसे यह गिफ्ट मिलना संभव हो पाएगा।
मेरा जवाब रहा- सोच तो यही रहा था, अगर तुम चाहो?
इस पर नीना तपाक से बोली- अरे नेकी और पूछ पूछ… मैं तो तैयार ही हूँ। बताओ, अगला काम?

वास्तव में अभी भी वह मजाक ही समझ रही थी, मगर जैसे ही मैंने कहा- मैडम, आउटसोर्सिंग चुदाई के लिहाज से आप की चूत हाइजनेनिक नहीं है।
तब नीना सचमुच सीरियस हुई और उसे याद आया कि अरे हां, चूत पूरी तरह साफ नहीं है और झांट बनाना तो सच में बहुत जरूरी है।

बहरहाल हम दोनों फटाफट चाय सुड़कने लगे। आखिरकार सेक्स एंज्वाय करना था हम दोनों को।
जैसा कि मैं पहले ही अपनी एक कहानी में आपको बता चुका हूँ कि अमित का घर अपने मोहल्ले में बिल्कुल पास ही है।
नीना को तैयार होने के लिए बोल कर मैं अमित को आज के चुदाई शिविर की जानकारी देने चला गया। जल्दी जल्दी में मैंने अमित को कुछ इस तरह से जानकारी दी- आज नहीं बल्कि अभी थोड़ी देर में तुम्हारी भाभी जान तुमको अपना शिकार बनाने वाली हैं, इसलिए सारे प्रोग्राम बदल डालो। तब तक वे अगले 15-20 मिनट तक ड्रेस अप होंगी। उसके बाद मैं अपने फ्रंट रूम की बार्इं खिड़की खोल दूंगा, जो तुम्हें यहां से दिखाई दे रही है। यह तुम्हें आने के लिए ग्रीन सिगनल होगा। इसके बाद किसी से पूछे बिना तुम दूसरे कमरे में दाखिल हो जाना। वहां पर तुम्हारी भाभी जान चुदाई का पूरा सेट लगाकर तैयार मिलेंगी। जहां आज के शेड्यूल के मुताबिक हम दोनों ही एक साथ मैडम की सेवादारी करेंगे। उनकी सेवा में कोई कमी न जाए, इस बात की उन्होंने खास ताकीद की है। वजह, बीते तीन सप्ताह से वे मस्त चुदाई का मजा लेना चाह रही हैं, मगर मौका हाथ नहीं लगा। आज वे भरपूर मिस नहीं करना चाहतीं। अगर इस बार हम फेल हुए तो शायद आगे से तुम हमेशा के लिए कैंसल भी कर दिए जाओ, इसलिए जुट जाओ फटाफट तैयारी में।’

व्यस्तता के बावजूद सारे शेड्यूल कैंसल कर अमित ने पूरे दिलोजान से मेरी मैडम की हवस मिटाने के लिए चुदाई करने का वादा किया और बोला कि तब तक वह भी परफ्यूम, टेलकम पॉवडर और अंडर आर्म्स की सफाई करके तैयार हो जाता है, क्योंकि उसकी भाभी साहिबा को सफाई बेहद पसंद है। वैसे भी उनकी चुदाई तो एक ख़ास मौक़ा है।

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इसके बाद मैं फटाफट अपने घर में वापस आया। तब तक मैडम पानी गरम कर चुकी थीं। इसके बाद चूत को नीट एंड क्लीन बनाने की जिम्मेदारी मेरी थी।

अगले कुछ समय में बॉडी लोशन से मसाज करने के बाद नीना जांघें, कमर, चूचियां, चूतड़ सब कुछ दमकने लगा था। इस बीच नेल पॉलिश भी हल्की पड़ रही थी तो डार्क महरूम कलर की नेल पॉलिश और वैसी ही लिपस्टिक ने नीना को साक्षात रति का रूप बना दिया, जो आज मेरे साथ ही अमित को एक संग भोगने के लिए सज चुकी थी।

यह पूरी तैयारी उसी अटैच्ड वाशरूम वाले कमरे में थी, जहां मैडम ने इस खास अंदाज की चुदाई का प्लान बनाया था।

इतनी तैयारी के बाद मेरी नीना मैडम डबल बेड पर लेट कर ग्रोनअप साइज में बढ़ रही अपनी चूचियों से खेल कर अपनी हवस बढ़ाने लगी।
अब बिना देर लगाए मैं सिगनल विंडो खोल कर अमित के आने का इंतजार करने लगा।

मुश्किल से पांच मिनट ही बीते होंगे कि अमित किसी ओलंपिक मेडल जीतने वाले खिलाड़ी जैसी मंद मंद मुस्कान लिए हुए कॉरीडोर से होते हुए पहले कमरे में दाखिल हुआ और मुझसे शेकहैंड किया। फिर डोर लॉक कर हम दोनों आगे बढ़ गए।

यहां बताना जरूरी है कि मैंने नीना को तब तक नहीं बताया था कि अमित के दाखिल होने का एक्यूरेट टाइम हो गया है, जिससे वे अपने बड़े ही स्वाभाविक अंदाज में चूचियों और चूत से खेलने में मस्त थी।
नीना को पता ही नहीं चला कि हम दोनों कब उनके कमरे में दाखिल हुए। उसके बदन पर एक टावेल तक न थी, बिल्कुल साफ चूत, आयली टाइप लोशन युक्त बॉडी, गहरा सुर्ख लिपस्टिक, नेल पॉलिश और टांग पर टांग डाल कर आधी लेटी और आधी बैठी हुई नीना डार्लिंग दुनिया की किसी बड़ी पोर्न स्टार से कम नहीं लग रही थी।

अचानक अमित को मेरे साथ देखकर वह थोड़ा सहम गर्इ। फिर शर्मीली मगर जोरदार मुस्कान के साथ नीना ने अमित को वाशरूम में जाने का इशारा किया।
दरअसल नीना ने आज वाशरूम सेक्स का माइंड सेट तैयार किया था। मगर उनसे गलती यह हो गई कि मुझे नहीं बतार्इ जिससे अमित थोड़ी देर के लिए डिप्रेशन में चला गया।

वास्तव में नीना पहले अमित को शावर लेने को बोलती, इसके बाद उसे बाहर खींच कर लाती, जहां हम तीनों को बहुत देर तक फोर प्ले करना था, फिर बाद में तीनों शावर में नहाते हुए सेक्स करते।
मगर प्लान न मुझे मालूम था और न ही अमित को, जिससे अमित हकबका गया, अमित को लगा कि नीना की खुली हुई चूत और चूचियां सामने हैं, फिर भी वाशरूम में जाने को क्यों बोल रही है। कहीं ऐसा तो नहीं कि पिछली किसी चूक के लिए उसे काले पानी की सजा दे दी गई।
इस शॉक से अमित का आठ-नौ इंच का मोटा तगड़ा लंड सिकुड़ कर लुल्ली बन गया।

कोई हरकत न देखकर नीना ने मुझे इशारा कर उसे बाहर लाने को कहा। बिना देर लगाए मैं कामुकता की साक्षात अवतार अपनी नीना देवी के आदेश का पालन करते हुए मैंने उसे मैडम के बेड पर हाजिर किया।

सुबह का समय था तो अमित उसी हिसाब से सूटेड-बूटेड होकर आया था।
इस बात पर नीना ने चुटकी लेते हुए कहा- क्यों देवर जी, किसी इंटरव्यू में जा रहे हो या फिर?
अपनी चूत की ओर इशारा करते हुए उन्होंने अमित की टाई पकड़कर अपनी ओर खींच लिया।

एक तरह से यह मेरे लिए इशारा था कि मैं अमित को न्यूड कर दूं। मैंने देर लगाए बिना अमित की कथित इज्जत को तार तार कर दिया। ऐसे गरम सीन को देख कर लंड खड़ा होने में भला कितनी देर लगती। अमित के बदन पर अंतिम कपड़ा उसका अंडर वियर था, जिसे हटाते ही नीना ने बड़ी फुर्ती दिखाई और गपाक से पुराना खेला खाया लंड अपनी मुट्ठी में भींच लिया। इसके साथ ही अमित के मुंह से जबरदस्त सिसकारी निकल पड़ी।

अमित की इस अदा पर तो जैसे नीना पर वासना का भूत सवार हो गया। हम तीनों इससे पहले शायद कम से कम एक दर्जन बार से अधिक हम बिस्तर हो चुके थे, मगर नीना को लंड के लिए इतना पागल होते मैंने कभी नहीं देखा।
पलक झपकने भर की देर लगी होगी कि नीना ने अमित के लौड़े को अपने मुंह में लेकर गले तक उतार दिया और ऊपर नीचे सटाक सटाक मारने लगी। मैंने अपनी भलाई तो इसी में समझा, जो बिना समय गंवाए बेड के दूसरे बाजू की ओर मुड़ गया, जहां से चुपचाप मैडम की चूत में अपनी जीभ से गर्मी देने लगा। सचमुच मेरा यह प्रयोग नीना को खूब भाया.

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मगर करीब 10 मिनट बाद इसका असर हुआ। इधर नीना रानी अपने प्रिय देवर जैसे पड़ोसी और हसबेंड के बालसखा अमित का लंड कभी चाटलेट की तरह काट काट कर खा रही थी तो कभी आइसक्रीम की तरह जीभ से चाट रही थी।

कोई 10 मिनट की चूत चटाई के ईनाम में नीना ने कहा- वाह रे मेरे राजा, हसबेंड तो तेरे जैसा हो। तूने तो मुझे जन्नत के दरवाजे तक पहुंचा दिया। अमित अब पूरी सैर कराएगा।
इसके बाद नीना ने इठलाते हुए सेक्सी अपील के साथ मुझसे कहा- जीते रहो जानम… और जरा मेरी चूचियों पर भी एक नजर डाल लो!
इतना कह कर नीना धड़ाम से चारों खाने चित हो गई और गचागच लंड लेने का इंतजार करने लगी।

इस मौके पर अमित भी कहां चूकने वाला था, वह नीना की चूत में लंड घुसाने ही वाला था कि मैंने उसे रोक दिया। फिर अपनी हथेली से चूत के जी-प्वाइंट को सहलाते हुए चूत से बह रहे पानी को थोड़ा सा कम किया और फिर मखमली हैंकी से सफाई करते हुए नीना की दोनों टांगों को इस तरह फैलाया कि चूत की दीवारों से सटकर अमित का लंड मेरी जाने मन को नए किस्म की चुदाई का अहसास करा दे।
मगर उसके पहले चूतड़ के नीचे दो तकिए रख दिए, जो मैडम का फेवरेट पोज बनाता है। दरअसल नीना नीचे होकर चुदाई करते वक्त अपनी दोनों टांगें उठा कर चोदने वाले के कंधे पर रख देती हैं और खुद सिसकारी मार मार कर चूत के अंतिम छोर पर तक लंड के ठोकर का धक्का लेती है, जो उसे चुदाई के परम सुख का एहसास कराता है।

यह सब करने में थोड़ा समय लगने लगा तो नीना मुझसे खफा हो गई। मगर पूरी योजना समझ में आते ही उनकी कातिलाना मोहक मुस्कान देखने को मिली, जिसका मैं दिल से दीवाना हूं। इसके बाद तो नीना अपनी खुशी छिपा नहीं पार्इं और हौले से बड़े प्यार के साथ मुझे अपने बराबर में चूचियों से खेलने के लिए ऊपर की ओर बुला लिया।
साथ ही नीना अपने सेक्सी लिप्स से मुझे बेहतरीन किस-टिप्स देने लगीं।

उधर अमित की धमकपेल चुदाई जारी थी, लंड चूत की जड़ तक जाकर ठोकर मारता और फिर लौट कर पूरा बाहर आने के बाद ही अगली बार बालिंग करता। नीना की चूत इस समय वन डे इंटरनेशल मैच के क्रिकेट का पिच बनी हुई थी।
“कोई भी बाल नो बाल नहीं होनी चाहिए।” यह इंस्ट्रक्शन था मैडम का- पूरा लंड खींच कर बाहर निकालो, उसके बाद फिर से जड़ तक पेलो!

शुरू में तो खुद नीना ही अंपायरिंग कर रही थी और हर बाल पर जोरदार शाट भी लगा रही थी। मगर जब मैं अंपायरिंग करने लगा तो नीना हर बाल पर सिक्स मारने लगी। लंड ठोकर मारे, इससे पहले चूतड़ उछाल दे रही थी यानि शानदार चुदाई का बेहतरीन नमूना।
मेरी नीना डार्लिंग को अमित की हर फुल-बाउंसर बाल मस्त कर रही थी। चूत की दीवारों को टाइटली टच करते हुए न जाने कितने मील प्रति घंटा के हिसाब से यह चुदाई चल रही होगी, इसका हिसाब लगाना भी मुश्किल है।

मगर इतना तय है कि हवस की रानी नीना इस चुदाई में सिहर कर मजा ले रही थी।
दोस्तो, कहानी का शेष अंश आप अगले भाग में पढ़ सकेंगे।
आशा है मेरी बीवी की चुदाई की नोन वेज कहानी पर आपकी प्रतिक्रिया जरूर मिलेगी, ताकि मैं अपनी चुदक्कड़ बीवी की पूरी दास्तान खुलकर बता सकूं। कृपया मेरा मेल आईडी नोट कर लें।
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कहानी का अगला भाग : हवस की देवी मेरी बीवी की चुदाई का प्लान-2

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