हाय फ्रेंड्स.. मैं आपकी प्यारी फ्रेंड अंकिता फिर से हाजिर हूँ अपनी कहानी लेकर.. मैंने अपनी
पिछली कहानी
१)पढ़ाई के बहाने चुद गयी
२)प्लॅनिंग बना कर थ्रीसम सेक्स & लेज़्बीयन सेक्स करवाया
आप सबने पढ़ी मैने पिछली कहानी मे बोला था आगे की कहानी मे भाई ने मुझे रंगे हाथो
पकड़ा और फिर आगे क्या हुआ….. ?
तो बात ये है की हम लोग अब ऐसे ही चुदाई के मज़े लेते थे सपना और मे, प्रकाश और दीपक
दोनो हमारी चूत को मरते थे सिलसिला ऐसे ही चलते रहा |
गर्मी आ गयी थी भैया और भाभी घर पर आये हुए थे भाभी पेट से थी, अब मुझे थोड़ा संभल
कर रहना था क्यूकी भाभी दिन भर घर पर ही रहती थी और भैया अपने दोस्तों के साथ बाहर
यही दर रहता था की कही भैया ना देख ले हमारा मिलता अब थोड़ा कम हो गया था |
कुछ दिन के बाद दीपक भी अपने किसी रिश्तेदार की शादी के लिए बाहर गया हुआ था काफ़ी
दिन हो गये थे मेने सेक्स नही किया था आप समझ सकते हो.. जब चूत में एक बार लंड चला
जाता है.. तो चूत में कितनी खुजली होती है।
मैने सपना को बोला की कुछ जुगाड़ करे सेक्स करना है वो बोली ठीक है उसने प्रकाश से बात
कर के दिन फिक्स किया और उस दिन सपना मेरे घर आई और हम घर पर बहाना मार के
प्रकाश के फ्लेट पर मिलने के लिए चले गये उस समय भैया घर पर नही थे पता नही उन्होने
हम दोनो को फ्लेट पर जाते हुए देख लिया उन्होने हमारा पीछा किया उनके एक दोस्त के साथ
और हम तीनो को साथ ही अंदर जाते हुए देख लिया पर हमे नही मालूम था
हम लोग वही पर थे सेक्स के लिए फिर मैं सेक्स के लिए रेडी थी मैं बहुत दीनो से चुदी नही थी
तो बहुत ही उत्सुक थी प्रकाश भी मुझे चोदने के लिए लार टपका रहा था उसने वियाग्रा की
गोली खाई और मुझे खड़े खड़े ही किस करने लगा सपना हमे आराम से बैठ कर देख कर मज़े
ले रही थी
प्रकाश मुझे जंगलियो की तरह किस कर रहा था मैं भी उसका साथ दे रही थी मेरे होंठो को वो
काट रहा था उसका लंड तन चुका था वो उपर से ही मुझे बिना कपड़ो को उतारे चोदने की
कोशिश कर रहा था उसने अपने पूरे कपड़े उतार दिए और मुझसे बोला की मैं उसका लन्ड़ चुसू
मैं उसके लंड को चूसने लगी कुछ देर चूसने के बाद वो मुझे बोला मेरी रानी लेट जाओ |
उसने सपना को बोला की वो मेरे हाथों को मेरे दुपट्टे से बाँध दे उसने ऐसे ही किया प्रकाश
बोला अंकिता आज मैं तुम्हारी चूत तो फाड़ुँगा ही साथ मैं तुम्हारी गांड का भी उदघाटन करूँगा
मैं डर गई थी क्यूकी मेने अभी तक अपनी गांड नही मरवाई थी ।प्रकाश मुस्कुरा कर बोला अपनी
सहेली सपना से पूछो की कितना मज़ा आता आता है अपनी गांड मरवाने, मे कुछ दिन पहले ही
सपना की गांड की चुदाई हुई थी उसके बाद से वो मेरी गांड मरने के चक्कर मे था । उसे ये
मौका दीपक के ना होने पर आज मिल ही गया ।मेरे हाथों को बाँध कर मेरी सलवार का नाडा
खोला और मेरी जाँघो को चूमते हुए धीरे धीरे मेरी पेंटी को उपर से ही चूमते हुए मेरे मम्मो को
दबाने लगा
मैं मज़ा ले रही थी और डर भी रही थी की आज मुझे कितना दर्द होने वाला है मेरी कमीज़ को
उसने उपर किया फिर मेरी समीज़ को पूरा नही उतार बल्कि मेरा मूह उसी से ढक दिया मेरी
ब्रा को खोल कर मेरे निप्पल को काटने लगा ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा इधर भैया और उनके
दोस्त दोनो खिड़की से ये सब नज़र देख रहे थे ।
ये सब देख कर उन्होने दरवाजा ठोका हम तीनो घबरा गये की कौन हैं इस समय प्रकाश ने मुझे
गोदी मे उठाया और अंदर कमरे मे लेकर गया वो और हम दोनो नंगे ही थे प्रकाश ने जल्दी से
कपड़े पहने और सपना और प्रकाश दोनो दरवाजे पर गये उन्होने दरवाजा खोला तो मेरे भैया
और उनके दोस्त सीधे ही अंदर आ गये और पूछ की अंकिता कहा है वो दोनो घबरा गये भैया
के दोस्त ने प्रकाश और मुस्कान से पूछा की ये फ्लेट तो किसका हैं मकान मलिक को फोन
लगाओ वो दोनो घबरा गये..
इतने मे भैया कमरे के अंदर आ आए और उन्होने अंदर आकर देखा तो उनकी आँखे फटी की
फटी रह गयी मैं पूरी नंगी पलंग पर हाथ बँधे पड़ी थी मे उनको देखकर घबरा गयी भैया ने मेरे
हाथ खोले और गुस्से मे पूछा ये सब कर रही हो घर चलो फिर बताता हू उधर पीछे से सभी
लोग कमरे के अंदर आ गये और मे सबके सामने नंगी ही थी मुझे भैया और उनके दोस्त के
सामने शर्म आ रही थी फिर मेने चद्दर से अपने आप को छुपाया । (यह घटना कुछ ही सेकेंड की
थी)
भैया ने पूछा की ये सब कब से चल रहा है प्रकाश ने डर से सब कुछ मेरे भैया को सब बता
दिया दीपक और मेरे बारे मे की मैं अपनी मर्ज़ी से सेक्स करने यहा आई थी सपना भी घबरा
गयी की कही उसके घर भैया कुछ बता ना दे सपना ने भी हामी भर दी ।
प्रकाश का लंड अभी भी खड़ा था वो उभरा हुआ सॉफ दिखाई दे रहा था । भैया ने उनके दोस्त
को बाहर बुलाकर बोला की ये सब वो किसी को ना बताए बदनामी होगी उनके दोस्त ने कहा
ठीक है पर वो बोला की उसने कभी सेक्स नही किया हैं वो सपना को उससे चुदवा दे तो वो
अपना मूह बंद रखेगा ये सब हम सुन रहे थे भैया ने हम सब की और देखा हमारे पास कोई
और रास्ता नही था
प्रकाश और सपना राज़ी हो गये प्रकाश ने बोला की उसने वियाग्रा खाई है तो वो भी सपना के
साथ करेगा तीनो राज़ी हो गये मे अपने कपड़े पहन कर भैया के साथ बाहर आई हाल मे वो
तीनो कमरे मे थे उन्होने दरवाजा लगा दिया ।
इधर भैया ने मुझसे कहा की वो ये सब करना छोड़ दे मेने कहा की अब मैं ऐसा कभी नही
करूँगी पर ये की घर पर ये सब किसी को ना बताए ।(भैया भी काफ़ी टाइम से सेक्स नही किए
थे क्यूकी भाभी पेट से थी) भैया ने कहा सच बताओ की तुम अब तक कितनो से चुदी हो मेने
उन्हे सब बताया की threesome & lesbian sex कैसे किया है
वो दंग रह गये सुनकर, मैने कहा भैया आप भी मुझे चोद ले और घर किसी को ना बताए कुछ
कहते इतने मैं भैया की पैंट मे मेने हाथ घुसा दिया और ज़ोर से किस किया |
वो साथ देने लगे उन्होने कहा घर पर थोड़ी मुश्किल होगी मेने कहा अभी ही करते है उन्होने
कहा की यहा पर किसी पता लग जाएगा की भाई बहन को चोद रहा है । मैने उनसे कहा की
थोड़ा जल्दी कर लेंगे सबने देख तो लिया है फिर मैने भैया को किस किया और उनके लंड को
पकड़ लिया वो भी फॉर्म मे आ गये….
मेरे कपड़े फटाफट उतारे मुझे पूरा नंगा कर दिया और खुद भी हो गये मेरे निपल को वो ऐसे
चूस रहे थे मानो पहेली बार मिले हो भूखे शेर की तरह टूट पड़े उनका लंड 7.5 इंच का था मैं
इतने बड़े लंड से नही चुदी थी
मेरे मम्मो को मुंह में भर लिया। और जल्दी जल्दी चूसने लगे। धीरे धीरे मुझे भी अच्छा लग
रहा था। वो तेज तेज मेरे दूध को पी रहे थे लगता था की आज मेरा पूरा रस ही पी जाएँगे भैया
ने एक चूची को चूस लिया। फिर दूसरी को मुंह में भरकर चूसने लगे, और बीच-बीच में वो मेरी
निप्पलों को ज़ोर-ज़ोर से पिंच करते और मेरे गले के इर्द-गिर्द दाँतों से काटते….
मेरी चूत के दाने को मुँह में भर लिया, अपने होंठों में चूत के दाने को दबा कर खींचने लगे और
काटने लगे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मेरे बदन में आग लगती जा रही थी. तभी मैं
एकदम से अकड़ गई और चिल्ला दी- आह आह … उफ़ फ़क मी आह!
मुझे लिटा दिया और मेरी बुर पर अपने औज़ार को घिसने लगे अपने लंड को मेरी चूत के मुँह
पे सटा दिया और एक झटके के साथ उसे अंदर डाल दिया इतना बड़ा लंड मेरे अंदर गया मुझे
थोड़ा दर्द हुआ मैं जोर से चिल्ला उठी। फिर धीरे से फिर अपना लंड मेरी चूत से निकाला और
फिर झटके से डाल दिया। भूखे शेर की तरह मेरी चूत के अंदर बाहर अपना लंड पेल रहे थे
जिससे मेरी चूत होठ की तरह बार बार खुल और बंद हो रही थी। और तेज तेज से .. “उ उ उ
उ ऊऊऊ ….ऊँ..ऊँ…ऊँ अहह्ह्ह्हह सी सी सी सी.. हा हा हा.. ओ हो हो……..उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ.
हमममम अहह्ह्ह्हह.. अई…अई….अई..आऊ….. आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह….सी सी सी सी.. हा हा
….अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्……उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह…..
मे ज़्यादा ज़ोर से चिल्ला नही सकती थी क्यूकी अंदर आवाज़ ना चले जाए भैया को मेने बोला
थोड़ा धीरे से करे पर शायद उन्हे कोई फ़र्क नही पड़ रहा था…..
भैया ने मेरे मम्मो को हाथ में पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने और मसलने लगे। मैं तडप
रही थी। उनके धक्के इतनी तेज थे की मेरे बूब्स किसी बाल की तरह उछल रहे थे। भैया ने
मेरी चिकनी चूचियों को मुसम्मी की तरह मसल रहे थे। मैं कराह रही थी। अजीब सा नशा मुझे
चढ़ रहा था।
अब भैया ने मुझे अपनी गोद में बैठाकर मेरी चूत पर लंड टिकाया और हल्के से दबाया तो लंड
अंदर चला गया और अब मे उछल उछल कर लंड का मज़ा ले रही थी.
इसी बीच मे झड़ गयी लेकिन भैया रुकने का नाम नही ले रहे थे फिर डॉगी स्टाइल मे मुझे चोदा
10 मिनिट और फिर गोदी मे बैठाकर मुझे 5-7 मिनट तक जबरस्त चोदते रहे…
मेने भैया से कहा मे फिर से झड़ने वाली हू भैया ने कहा मे भी झड़ने वाला हू पानी कहा
निकालु मेने कहा बूब्स पर वो मेरे मम्मो पर झड़ गये |
फिर फटाफट मे बाथरूम मे जा कर कपड़े पहन कर आ गयी हम दोनो कपड़े पहेन कर बैठ गये
तकरीबन १ घंटे के बाद वो दोनो बाहर आए दोनो बहुत खुश दिख रहे थे मेने पूछा की सपना
कहा है उन्होने ने कहा वो बाथरूम से आ रही है
भैया के दोस्त ने कहा आज तो जन्नत मिल गयी मज़ा आ गया….फिर सपना आई उसकी
हालत ठीक नही दिख रही थी सपना ने बताया की आज उसकी चुत और गांड कैसे मारी गयी
बोली दोनो ने २-२ बार भूखे शेरो की तरह मेरी मारी |
इन लोगो को मालूम नही पड़ा की हमने भी सेक्स किया भैया ने उसके दोस्त को बाहर तक
छोड़ा और कहा की वो ये सब यही पर भूल जाए और किसी को कुछ नही बताए वो बोला किसी
को नही बताएगा |
फिर भैया ने बोला की प्रकाश तुम सपना को घर छोड़ देना हम दोनो भाई बहन घर की और
निकले भैया ने बोला की अब मे बाहर नही जाउ और दुबारा इनसे नही मिलू नही तो घर वो सब
बता देंगे इस पर मेने हा बोला उन्हे, फिर भैया बोले आज रात को तैय्यार रहना छत पर, भैया
बोले असली मज़ा रात को आएगा उन्होने बोला आज वो मेरी चुत को फाड़ देंगे क्यूकी बहुत दीनो
से उन्हे छूट नही मिली हम घर गये|
बिल्कुल समान्य से रात को खाना खा पी कर वो छत पर आज सोने के लिए आ गये भाभी को
उन्होने बोल दिया था मे भी बहाने से मम्मी को बोल दी की भैया के साथ छत पर ही सूओंगी |
छत के एक और घर नही था छत के tower के दूसरी बिस्तर बिछाया छत का दरवाजा बंद कर
दिया भैया ने मुझसे कहा कि तुम अब मेरे साथ में लेट जाओ और सुनकर हंसकर तुरंत उनके
पास में आकर लेट गई. अब भैया ने ज्यादा देर ना करते हुए तुरंत मुझे अपनी बाहों में लेकर में
मेरे गुलाबी होंठो को किस करने लगे और मे भी पूरा साथ दे रही थी मुझे अपनी बाहों में कस
कर उन्होने जकड़ लिया फिर कुछ देर बाद एक हाथ से में मेरे बूब्स को मसल रहे थे जिसकी
वजह से मे अब गरम होकर जोश में आकर सिसकियाँ लेने और अब में उसको किस कर रही
थी हम दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था.
करीब दस मिनट के बाद मेरी उसकी कमीज़ को उतार दिया और सलवार को भी उतार दिया
मेने ब्रा पेंटी कुछ नही पहना था तो मेने उनका पजामा और टीशर्ट को भी उतार दिया उसके
बाद मैंने उनको किस करना शुरू कर दिया और उन्होने एक हाथ से मैंने उसकी पेंटी को उतार
दिया मेरी गरम चूत पर अपना हाथ फेरने लगे उनकी अंडरवियर को उतार दिया उसके बाद हम
दोनों ने एक दूसरे को अपनी बाहों में लेकर हम दोबारा किस करने लगे. फिर वो मेरे बूब्स को
मसलने लगे तो कुछ देर बाद मेरी साँसे अब तेज होने लगी थी और मे और भैया पूरे जोश में
थे और फिर उन्होने मेरे निप्पल को अपने मुँह में लेकर सक करा जिसकी वजह से मे
कसमसाने लगी और उसके बाद में मेरे नरम मुलायम पेट पर किस करने लगे
कुछ देर बाद वो मेने भैया का सर पकड़कर अपनी प्यासी कामुक चूत की तरफ धकेलने लगी
और वो समझ गये था कि मे अब उनसे अपनी चूत को चटवाना चाहती हू और इसलिए वो धीरे
धीरे अपना मुँह मेरी चूत के पास ले जाकर में मेरी चूत को चूमने लगे, लेकिन मे तो बिल्कुल
बेसब्री होकर सर पकड़कर अपनी चूत में घुसेड़ रही थी और अब उसकी सिसकियों की आवाज़ें
भी आने लगी थी वो सीईईईई आह्ह्ह्हह उफ्फ्फ्फ़ करने लगी और अपने होंठो पर जीभ घुमा
रही थी.
फिर उन्होने अपनी एक उंगली को मेरी चूत में डालकर चूत के दाने को सहलाने लगे जिसकी
वजह से मे बिल्कुल मदहोश होकर अपनी आखें बंद करके अपने कूल्हों को ऊपर कर रही थी.
फिर उन्होने अपनी दो उँगलियों को चूत में डालकर हिलाने लगे और उसके दाने को सहलाने लगे
और देखा मेरी gaand अभी भी वर्जिन है उन्होने कहा इसकी सील तो मे ही तोड़ूँगा
फिर भैया ने मेरा सर पकड़कर मेरे मुँह में लंड पेला और धक्के मारना शुरू कर दिया.क्या लंड
था … खूब मोटा और लम्बा! जब भी मेरे गले से टकराता, मेरी सांसें रुक सी जाती थीं. कुछ देर
यही हुआ फिर वो लंड मेरे मुँह में डालकर तेजी से घिसने लगे. मैं औकक औकक आक करने
लगी और लंड को चूसने लगी.
करीब 15 मिनट के बाद मेरे मुँह में धमाका हुआ और मेरा मुँह उनके वीर्य से भर गया. उन्होने
कहा निगल जाओ मे निगल गयी फिर उन्होने कहा मेरे लंड को चाट कर सॉफ कर दो मेने वैसा
ही किया |
फिर उन्होने थोड़ी देर बाद मुझे बोला की लंड को फिर से मूह मे लो और खड़ा करो मे चूसने
लगी थोड़ी देर मे लंड वापस तन चुका था मेरी चुत भी गीली थी पानी जाँघो तक आ रहा था
भैया टूट पड़े मुझ पर एक निप्पल को उंगलियों में लेकर सहलाने लगा और एक को मुंह में
लेकर चूसने! कुछ ही देर में मैं लंबी-लंबी सांसें लेने लगी।
उन्होने मेरे क्लीवेज को चूमा और नीचे आने लगा। गहरी गोल नाभी, सपाट पेट पर जैसे मय का
प्याला रखा हो।
मेरी प्याली नुमा नाभि में जीभ डालकर होंठों में दबा लिया और उंगलियों से धीरे-धीरे मेरे पेट
और चूचियों को सहलाने लगे मे आहें भरने लगी।
जैसे ही लंड चूत में गया मुझे एकदम से भींच लिया और हम दोनों की आह निकल गयी। कुछ
देर ऐसे ही रहने के बाद मे लंड पर ऊपर-नीचे होने लगी।
चूचियां उनकी छाती से रगड़ खा रहीं थीं और कुछ देर में मैं लंड पर बैठी हुयी अपनी कमर
हिलाने लगी।
वो मेर हिलते कबूतर पकड़कर दबाने लगे तो मे एकदम बेकाबू सी होने लगी।
“आ…ह…जा…न … दबाओ … निचोड़ दो इन्हें!”
स्पीड बढ़ा दी भैया ने! अब उन्होने मुझे कमर से पकड़ कर रोका और अपने ऊपर लेटा कर घूम
गये
पूरा लंड उसकी चूत में अंदर तक बिना किसी रुकावट के जाने लगा था और वो भी अब बहुत
खुश होकर अपने कूल्हों को ऊपर उठाकर मुझे अपनी चुदाई करवा रही थी और मैंने उससे बोला
था कि तुम अपने मुँह से कोई भी आवाज नहीं निकलना, इसलिए वो अपने होंठो पर अपनी जीभ
को घुमा घुमाकर मेरे साथ अपनी चुदाई के मज़े ले रही थी और करीब 15 मिनट के बाद मेने
भैया को ज़ोर से अपनी बाहों में पकड़कर कस लिया और वो तुरंत समझ गये कि मेरी चूत ने
पानी छोड़ दिया है, लेकिन वो अभी भी धक्के लगा रहे थे और उनका लंड हर एक धक्के से
उसकी चूत के पूरे अंदर तक जा रहा था.
उन्होंने मेरी टांगें अपने कंधों पर फंसाईं और मेरे ऊपर उठक बैठक करने लगे.
मेरा बदन दोहरा हो गया और मैं कराहने लगी- आहह आऊ … धीरे-धीरे दर्द हो रहा है … आहह
मर गई आइइइ आहह!
कोई 15 मिनट चोदने के बाद उन्होंने लंड बाहर खींचा और मेरे मम्मों के बीच में फंसाकर
घिसने लगे.
थोड़ी देर बाद मैंने मुँह खोल दिया और उन्होंने लंड मेरे मुँह में पेल दिया.
इसी तरह हर पोज़िशन मे वो लगातार मुझे २० मिनिट तक चोद्ते रहे फिर उन्होने अपना पानी
मेरे बूब्स पर निकल दिया
मेने भैया से कहा की इतनी अच्छी चुदाई मेरी कभी नही हुई भैया ने कहा अब जब तक मे हू
तुझे किसी की ज़रूरत नही पड़ेगी |
रात को एक बार और भैया ने मुझे अच्छे से चोदा फिर सुबह हुई नॉर्मल डेली रुटीन किया |
दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी मुझे बताए gmail – [email protected]