मेरी चालू बीवी डॉक्टर संग नंगी- 2

डॉक्टर की चुदाई स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मेरी बीवी ने एक डॉक्टर को फंसा कर उसके क्लिनिक में ओरल सेक्स का भरपूर आनन्द लिया. लेकिन डॉ मेरी बीवी को चोद नहीं पाया.

मेरे प्रिय दोस्तो और सहेलियो, आप लोग मेरी चुदैल बीवी नीना की चुदासी चूत की दास्तान कहानी के पहले भाग
मेरी चालू बीवी डॉक्टर संग नंगी
में पढ़ रहे थे. जिसमें आपने देखा कि नीना ने किस तरह से डॉक्टर के लौड़े का पानी निकाला।

इस मदमस्त फिजा में अब आप अहसास करेंगे कि नीना किस तरह से डाक्टर भगत को अपने सेक्स गेम में इस्तेमाल करते हुए चूत की गर्मी को शांत करने में कामयाब हो जाती है।

कहानी का पूरा मजा लेने के लिए मेरी पिछली कहानी मेरी चालू बीवी का मेडिकल चेक अप जरूर पढ़ें।

आपने पिछले भाग में यह भी पढ़ा कि नीना ने रिवाल्विंग चेयर पर लेट कर अपनी टांगों को टेबल पर फैला दिया तो नीना की टांगों के बीच में जमीन पर बैठकर डॉक्टर नीना की चूत से खेलने लगा।

इस काम में सबसे पहले उसने मेरी नीना की क्लिट को दोनों हाथ के अंगूठे से दबा लिया।
फिर जीभ को चूत की सुरंग में गहराई तक पेलने और खेलने लगा … वह भी चूत के भीतर चारों तरफ चक्कर लगा लगा कर!

हालांकि नीना को शुरू में तो यह खेल अच्छा लगा लेकिन थोड़ी देर में डॉक्टर ने पोज बदला और सुरंग में दो तो कभी 3 उंगलियां दे देकर पेलने लगा।

2 या 3 मिनट के भीतर ही नीना का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा और वह डॉक्टर को भयंकर वाली झिड़की पिलाते हुए बोली- मैं यहां उंगली करवाने नहीं आई हूं। अगर तुम इतने बड़े गधे हो तो मैं जा रही हूं।

मेरी बीवी को गुस्सा होते देखकर पहले तो डॉक्टर सकते में आ गया.
लेकिन फिर अपने आप को संभालते हुए उसने नीना की आरजू मिन्नत करना शुरू कर दिया।

आखिरकार नीना चाहती भी यही थी और वह बड़े खरबूजे जैसे अपने बिग बूब्स को उचकाते हुए खुद तो टेबल पर लेट गई और टांगों को रिवाल्विंग चेयर के दोनों हाथों पर टिका दिया।

अब डॉक्टर को डायरेक्शन देते हुए उसे चेयर पर कुछ इस तरह से बैठने का निर्देश दिया ताकि उसका मुंह नीना की चूत के सामने आ जाए।

इस तरह से मेरी बीवी नीना ने अपनी चूत को उसकी जीभ के हवाले कर दिया और एक हाथ से उसका सिर पकड़ कर दबाव बनाने लगी।

उधर डॉक्टर का एक हाथ नीना रानी की बायीं चूची को मसल कर मसाज देने लगा।
नीना के लिए यह सचमुच एक मजेदार पोज था।

करीब पांच मिनट तक इस पोज का लुत्फ लेने के बाद नीना ने डॉक्टर से वाइब्रेटर मांगा.

तो डॉक्टर ने समझा कि मैडम वाइब्रेटर को यूज करना चाह रही हैं।
लिहाजा उसने बिना देर लगाए वाइब्रेटर को चूत की सुरंग के मुहाने पर लगा लिया।

इस पर नीना ने डॉक्टर को एक प्यार भरी तड़ी लगा दी और उसके हाथ से छीन कर वाइब्रेटर अपने हाथ में ले लिया।
दरअसल नीना चाह रही थी डॉक्टर जीभ और चूत के मुहाने वाले मोर्चे पर डटा रहे और वह बूब्स पर खुद से वाइब्रेटर चलाकर नए किस्म का मजा ले।

लेकिन इसके लिए जरूरी था कि खरबूजे के ऊपर पर्याप्त लुब्रिकेंट हो।

यह कोई चिंता की बात नहीं थी। आखिर वह तो डॉक्टर के केबिन में मस्ती कर रही थी, लिहाजा डॉक्टर पलक झपकते ही लुब्रिकेंट की बोतल उठा लाया और खरबूजों को चिकनी सपाट और फिसलन भरी नेशनल हाईवे बना डाला।

अब क्या था … किसी बुलडोजर की तरह वाइब्रेटर नीना का चूचों पर सरपट दौड़ने लगा और साथ ही यही काम डॉक्टर की जीभ भी चूत की सुरंग के बाहरी दरवाजे से लेकर दस्तक घर तक करने लगी।

दोस्तो, चुदाई की यह अनकही दास्तान आपको कहीं भी पढ़ने देखने या सुनने को नहीं मिल सकती क्योंकि यह तो कहानी मेरी ग्रेट चुदासी बीवी नीना की जुबानी है जिसे शब्दों में मैंने पिरोया है।

इस बीच नीना करीब 10 मिनट तक वाइब्रेटर से चूची को तो डॉक्टर की नर्म जीभ के सहारे अपनी चूत के गहरे टनल में गर्मी का अहसास कर रही थी।

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लिहाजा नीना की स्पीड तेज हुई और वह कुछ ज्यादा ही हरकत करने लगी।
डॉक्टर को लगा, कहीं अगर ऑफिस का टेबल टूट गया तो यह धमाचौकड़ी उसे बहुत महंगी पड़ेगी।

बहरहाल डॉक्टर ने अपने प्रेजेंस ऑफ माइंड का सटीक इस्तेमाल किया और भीतर साइड में रखे हुए मरीजों का एक गद्दा उठा लाया और उसे जमीन पर फैलाकर बिल्कुल चमचमाता हुआ हॉस्पिटल का सफेद बेडशीट लगा दिया।
साथ ही उसने रिवाल्विंग चेयर और केबिन के दूसरे कुशन उठाकर नीना की सेवा में लगा दिया।

यह करने में मुश्किल से 2 मिनट का समय तो जरूर लगा.
लेकिन आगे की प्लानिंग समझ कर मेरी बीवी मस्त हो गई और गजब की सेक्स ब्यूटी लगने लगी।

नीना को इस बात की खुशी हुई कि अब कम से कम टेबल टूटने या किसी दूसरे तरह का डर नहीं रहेगा और जी भर के अपने मनमर्जी से वह डॉक्टर के लोड़े से खेल सकेगी और साथ ही अपने सेक्स गेम को यादगार बना सकेगी।

आज के दिन इधर नीना ने महज इसलिए इधर का प्लान बनाया क्योंकि उसे अपनी गर्मी शांत करनी थी।
फिलहाल तो उसका मकसद पूरा ही हो रहा था। यह उसके लिए बड़ी बात थी और उसका प्यारा हमारा डॉक्टर इस काम में जी जान से उसके साथ लगा हुआ था।

मेरी बीवी के गचागच पेलने वाले हकीकत के खेल में गहरी रूचि रखने वाले मेरे प्रिय दोस्तों आपको बता दूं कि इस बीच वह कई बार ज्वार भाटा महसूस करती रही।
न जाने कितनी झड़ी, लेकिन डाक्टर को अहसास तक नहीं होने दिया।

आखिर डॉक्टर भी चोदा चोदी में कोई अनाड़ी खिलाड़ी तो था नहीं … लिहाजा वह अपनी हर कला का धमाल कर मेरी नीना रानी को जन्नत की सैर कराने लगा।

जमीन पर आने के बाद डॉक्टर ने सोचा कि क्यों ना मैडम के फेवरेट खोज के मुताबिक उनके गोल मटोल हिप्स के नीचे कुछ कुशन रख दिया जाए, जिससे सुरंग ऊपर आ जाए और कुछ बेहतरीन तरीके से खेला जा सके।

नीना के मन में थोड़ी शरारत सूझी और उसने डॉक्टर को पलटने का निर्देश दिया।
दरअसल नीना चाहती थी कि डॉक्टर एक तरफ उसकी चूत में जीभ से गर्मी देता कर देता रहे; तो साथ ही नीना को उसका गदहा लंड पकड़ने और उसे ऊपर नीचे करते हुए खेलने का भी मौका मिले।
इधर तीसरे मोर्चे पर तो खरबूजों के ऊपर वाइब्रेटर मीना की गर्मी का टेंप्रेचर बढ़ा ही देगा।

इस तरह मेरी नीना रानी लौड़े को एक हाथ से खेलने लगी तो दूसरे हाथ से वाइब्रेटर चला रही थी।
यानि एक साथ नीना की जवानी तार-तार हो रही थी और उसका बदन हिंद महासागर में हिलौरें मारने लगा।

करीब 10-12 मिनट तक यह पोज चलने के बाद नीना झड़ने को हुई तो डॉक्टर ने सोचा कि मौका सटीक है … क्यों ना मैडम की चूत में वाइब्रेटर को डालने की कोशिश करें।

डॉक्टर ने इस गरज से नीना के हाथ से वाइब्रेटर छीन कर उसकी नाभि से नीचे की ओर सरकाया.
तो मेरी बीवी चिल्ला पड़ी- नहीं, अरे नहीं रे … ऐसा मत कर! मेरी कसम टूट जाएगी।

इस पर डॉक्टर ने बड़े प्यार से नीना की चूत को सहलाते हुए बोला- जानम तुम्हारी कसम कहां टूट रही है? तुमने तो पहले से तय कर रखा था कि इस सुरंग में ना तो मेरा लौड़ा लोगी और ना ही मेरे लोड़े पर अपनी सुरंग डालोगी। मैं कहां डाल रहा हूं लौड़ा। तुम्हारे हाथ में है यह! जब तक तुम्हारे हाथ में है, यह अंदर कैसे घुसेगा।

डॉ आगे बोला- रही बात वाइब्रेटर की … तो बराबर वाइब्रेटर तुम्हारी चूची पर था, अब तुम्हारे पेट के नीचे है। तुम चाहो तो तुम्हारी चूत के पास भी इसकी सैर सपाटा करवा देता हूं. और अगर नहीं चाहोगी तो इस इलाके में घुमाता रहूंगा। फैसला तुम्हारा … नीना मैम तुम क्या चाहती हो? बड़े प्यार से खरीद के लाया हूं आपके लिए। इससे तो तुम्हारी कसम भी बरकरार रह जाएगी और तुम्हें जन्नत का मजा भी मिल जाएगा। तुम्हें करना है, तुम बताओ।

इधर नीना डॉक्टर की बात सुनकर मुस्कुराने लगी।
डॉक्टर समझ नहीं पा रहा था कि आखिर करें क्या?
उधर डॉक्टर का लौड़ा मेरी बीवी के हाथ में खिलौने की तरह खेला जा रहा था।

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डॉक्टर इसी कशमकश के बीच नाभि और उसके नीचे वाले इलाके में वाइब्रेटर कुछ इस तरह से चला रहा था, जिससे नीना को लालच आ जाए और वह खुद ब खुद वाइब्रेटर को सुरंग में ठेलने को मजबूर हो जाए।

3 या 4 मिनट तक डॉक्टर मेरी नीना रानी के साथ यही हरकत करता रहा।
अंततः हुआ वही, जो डॉक्टर चाह रहा था।

दोस्तो, आपको बताते चलें! गजब की गर्मी इस वक्त मेरी बीवी के बदन से निकल रही थी।

जब उससे नहीं रहा गया तो डॉक्टर के सिर पर एक जोरदार चपत लगाते हुए वह बोली- चल कर ले अपनी मन की बात और डाल! देखती हूं कि तुम्हारा यह वाइब्रेटर क्या कमाल दिखाता है।

डॉक्टर अंत में यही तो सुनना चाह रहा था।
इधर मैडम का हुकुम मिला तो दूसरी ओर डॉक्टर ने पलट कर 69 का पोज बनाते हुए मैडम के मुंह की तरफ अपना लौड़ा फेंक दिया। ताकि अगर उनका मन करें तो वह एक बार फिर से डॉक्टर को मुखमैथुन का सुख दे दे।

फिलहाल मैडम की उंगलियां सरसराती हुई टोपे से लेकर लोड़े के जड़ तक दौड़ रही थी।

इस तरह डॉक्टर का लौड़ा फिलहाल सटीक जगह पर पहुंच चुका था और हुआ भी वही जो डॉक्टर ने सोचा।
उधर मैडम की चूत में वाइब्रेटर घुसकर घरघराने लगा और उनकी जवानी को तार-तार करने लगा तो मैडम ने भी एक कदम आगे बढ़कर लोड़े को 69 बनाकर डॉक्टर की आज की जिंदगी को बेहद हसीन बनाना डाला।

इधर डाक्टर चूत में वाइब्रेटर के कलाबाजी दिखा रहा था नीना रानी लौड़े को धन्य कर रही थी।

दोस्तो, आपको बता दूं नीना करीब सवा दो बजे डॉक्टर के केबिन में घुसी थी और अब तक धीरे धीरे पांच बजने को आ गए।

करीब 3 घंटे की ग्रैंड गोला खेल में उन्हें यह भी याद नहीं रहा घर में जाने के लिए बहुत देर हो गई.
और डॉक्टर भी भूल गया था कि बस थोड़ी ही देर में दरवाजा बंद करने के लिए पियन आने वाला होगा।

बहरहाल इस ढाई 3 घंटे में दोनों एक दूसरे से संतुष्ट हो चुके थे लेकिन दोनों ने लौड़े के साथ चूत का मिलन नहीं होने दिया।
यानि कसम 100 फ़ीसदी कामयाब रही।

अब डॉक्टर और नीना दोनों ही फटाफट तैयार होने लगे।

लेकिन यह क्या इतनी बार की गचागच में दोनों को कुछ भी याद नहीं आ रहा और दोनों का माल नीना की ब्रा और पेंटी में लिपटा पड़ा था।
बेचारी नीना कैसे पहनती यह ब्रा?

डॉक्टर सब समझ गया.
उसने मेरी बीवी का गाल खींचते हुए हुए कहा- चिंता न करो, मैं तुम्हारे लिए पहले से ही ब्रा पेंटी ले आया था क्योंकि मुझे पता था कि तुम मेरा माल अपनी ब्रा में ही लपेट देती हो। जोश में याद नहीं रहता है तुम्हें!

इतना कहकर डॉक्टर ने अंदर से नीना के लिए ब्रा पेंटी उसके हाथ में पकड़ा दिया।
इस पर नीना ने खिलखिलाते हुए कहा- पहना दो ना!

इस पर डॉक्टर ने भी नहले पर दहला दे मारा और मुस्कुराते हुए रिक्वेस्ट किया- बस एक बार पी लेने दो!
तब नीना ने डॉक्टर का सर पकड़ कर अपने चूचों पर रख दिया और डॉक्टर बड़े प्यार से निप्पल को काट काट कर उसकी चूचियां पीने लगा।

बस यह तो मिलन का अंतिम दौर था लिहाजा डॉक्टर के हाथ से मेरी बीवी ने ब्रा पहनी और उसके गदह लंड को चूमते हुए तैयार होने लगी।

दोनों तैयार होकर पार्किंग की ओर बढ़ चले।

इस तरह डाक्टर ने मेरे घर से करीब एक किमी दूर उसे ड्रॉप कर दिया, जहां से आटो में सवार होकर नीना घर पहुंच गई।

कई साल पहले का मेरी चुदासी बीवी अपने इस लव गेम को मुझसे शेयर करने लगी तो उसके चेहरे पर गजब की चमक दिखाई दे रही थी।

उसे सचमुच नाज़ है अपने बीते हुए कल पर, जिस पर न जाने कितने दीवाने उसकी चूत को अपना सलाम पेश करते हैं।

दोस्तो, यह कहानी कैसी लगी, हम जरूर बताएं … जिससे मैं अपनी बीवी सेक्स लाईफ आपके लिए लिखता रहूं।

मैं हूं आपका दोस्त रितेश शांडिल्य
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