देसी हॉट गर्ल सेक्स कहानी एक ऐसी लड़की की है जो सेक्स की चाहत में अपने पति के दोस्त से चुदने लगी. इसके बाद लड़की को बड़ी रकम के बदले सेक्स की ऑफर मिली.
कहानी के पिछले भाग
पति के दोस्त को अपनी वासना के लिए इस्तेमाल किया
में आपने पढ़ा कि
आधा घंटे की धकापेल में रूपा थक कर चूर हो गयी।
आफताब रूपा को गोदी में उठाकर वाशरूम में ले गया और शावर खोल कर उसे गोदी में लेकर खड़ा हो गया।
घर वापिस आकर रूपा थक कर सो गयी।
अब आगे देसी हॉट गर्ल सेक्स कहानी:
शाम को साहिल के रोने की आवाज सुन कर उसकी आँख खुली।
वो साहिल को दूध पिलाते हुए मुस्कुराते हुए आज की चुदाई की याद ताजा करने लगी।
तभी डॉक्टर साहिब का फोन आया कि वो आज जल्दी ही आ आएंगे।
रूपा ने मन में सोचा कि कोई बात नहीं … मेरा तो कोटा आज का पूरा हो चुका।
उठकर उसने चाय बनाई और मनु को फोन किया।
उसके और मनु के बीच कोई पर्दा नहीं था।
उसने मनु को सब सच सच बता दिया।
तो मनु ने उसे कहा- बिना कंडोम के बाहर मत किया कर … या फिर कोपर टी लगवा ले।
मनु ने कॉपर टी लगवा रखी थी।
अब रूपा को होश आया कि वो दो दिन से बिना कंडोम के चुद रही है और दवाई भी उसने ली नहीं।
हालांकि उसने हिसाब लगा कर देखा था तो उसके दिन पीरियड्स के हिसाब से सेफ थे।
पर मनु उससे बोली कि वो हर हालत में दवाई ले ले।
रूपा ने आफताब को फोन किया तो आफताब ने बताया कि दवाई तो वो ले आया था पर देना भूल गया और अभी उसे अचानक हॉस्पिटल के काम से और लोगों के साथ दूसरे शहर जाना पड़ रहा है, वो हॉस्पिटल की गाड़ी में ही है और परसों तक लौटेगा।
आफताब ने उससे माफी मांगते हुए कहा कि वो उसे दवाई का नाम मेसेज कर रहा है और रूपा अभी तुरंत जाकर मेडिकल स्टोर से ले ले।
तभी साहिल रोने लगा।
रूपा ने देखा तो उसे तेज बुखार था।
तो उसने तुरंत डॉक्टर साहब को फोन किया।
डॉक्टर साहब ने उसे पानी की पट्टी रखने को कहा और कहा कि वो दस मिनट में पहुँच रहे हैं।
रूपा घबरा गयी।
एक तो साहिल का बुखार दूसरे उसे मनु ने गर्भ ठहरने का डर जो दिखा दिया।
साहिल को रात को हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा।
दो दिन में जाकर उसकी हालत में सुधार आया।
अब रूपा की गर्भ ठहरने की बात उसके हाथ से निकल चुकी थी। अब तो दवाई भी नहीं ली जा सकती थी।
उसने फिर मनु से राय करी।
मनु ने उसे बताया- तू कैसे भी अपने शौहर के साथ जल्दी जल्दी सेक्स कर! ताकि अगर गर्भ ठहर भी जाये तो तू उसका जिम्मेदार अपने शौहर को बना देना और फिर साहिल के छोटे होने का बहाना बना कर गर्भपात करवा लेना।
रूपा को बहुत शर्म आई अपनी करतूत पर कि वो किसी गैर मर्द का बच्चा पेट में ले आई है.
पर अब हो भी क्या सकता था।
साहिल को जब हॉस्पिटल से घर लाये तो अगले दो दिन छुट्टी थी।
रूपा ने खालिद को बोल दिया कि अब वो अगले दो दिन घर से बाहर नहीं जाएंगे और पूरा समय उसे ही दें।
अगले दो दिन रूपा ने अपना समय भी खालिद को दिया, उनका मनपसंद खाना बनाया और रात को उसे उकसाकर दोनों दिन बिना कोंडोम के सेक्स किया।
जब खालिद ने कंडोम के लिए कहा तो रूपा ने माहवारी की गलत तारीख बता दी, जिनके हिसाब से वो सेफ थी।
खालिद ने भी दोनों दिन उसे जम कर पेला।
अब रूपा हफ्ते में नियम से दो दिन इंजीनियर के फ़्लैट में जाती, वहाँ वो जम कर चुदाई करते।
इंजीनियर की चुदाई एक घंटे की चलती और वो कम से कम दो बार खाली होता।
पर हाँ, अब रूपा बिना कंडोम के चुदाई नहीं करवाती।
उधर हफ्ते में एक दो दिन खालिद भी उसे चोद लेता।
पर खालिद की चुदाई महज रस्म अदायगी होती, उसमें जोश कभी कभी ही होता।
जब रूपा खालिद को चुदाई के लिए उकसाती तो खालिद कहता- तू तो रंडी हो गयी है, हर समय चुदाई चाहिए।
रूपा उसे उकसाती- तुम्हारा लंड मजे ही इतना देता है कि चाहे मुझे रंडी कहो या कुतिया, पर बस मुझे चोदते रहो।
आफताब से चुदने के बाद उसे थकावट हो जाती।
कमबख्त उसका पुर्जा पुर्जा हिला देता था।
आफताब की चुदाई बहुत दमदार और स्पीड वाली होती थी।
फिर हराम का माल चोदता था वो तो पूरी बेरहमी से चोदता।
रूपा को भी अब एसी बेरहम चुदाई में मजा आने लग गया था।
अब उसकी और मनु की आपस में सारी बातें साझा होतीं।
अब रूपा भी मनु के बराबर ही चुदती।
फर्क इतना था कि मनु कई लोगों से चुद चुकी थी और रूपा की ज़िंदगी में तीसरा लंड था।
खालिद को केवल एक पोजीशन आती थी कि वो रूपा के ऊपर चढ़ जाता और धकापेल करके कोंडोम में माल निकाल देता और मुंह ढक कर सो जाता।
हाँ, मम्मे चूसना और मसलना वो रोज नहीं भूलता था।
अब साहिल के होने के बाद दूध से भरे मम्मे होने से रूपा मसलने को मना करती थी क्योंकि दूध की बूंदें निकल जाती थीं।
और आफताब तो ऊपर नीचे आगे पीछे लिटाकर खड़ा करके गोदी में उठाकर हर तरह से रूपा को चोदता।
इस तरह ही महीना निकाल गया और रूपा की माहवारी की तारीख भी निकल गयी।
रूपा का कलेजा मुंह को आ गया।
उसने आफताब से कह कर टेस्टिंग किट मँगवाई।
टेस्ट किया तो रिज़ल्ट पोज़िटिव … यानि वो गर्भवती थी।
रूपा बहुत रोयी कि उसने ये क्या किया।
खालिद से गर्भ ठहरता तो ठीक था पर पराए मर्द का बच्चा पेट में, कितनी शर्म की बात है।
पर अब वो क्या करे?
रूपा ने डॉक्टर को फोन किया और कहा कि उसकी डेट निकल गयी है। शाम को खालिद टेस्टिंग किट लेकर आए।
खालिद ने उसे फोन पर ही डांटा कि क्यों ख्याल नहीं रखती हो।
शाम को खालिद टेस्टिंग किट लाये, नतीजा वही … रूपा गर्भवती थी।
खालिद ने उसे जम कर डांटा।
पर अब क्या हो सकता था।
अगले दिन खालिद ने उसे हॉस्पिटल में भर्ती करा के चोरी छिपे झूठे कारण लगाकर गर्भपात कराया और उसे सख्त ताकीद की कि या तो वो सेक्स से तौबा कर ले या बिना कोंडोम के सेक्स करने से तौबा कर ले।
रूपा ने वादा किया कि वो अब बिना कोंडोम के सेक्स नहीं करेगी।
ठीक होकर रूपा ने आफताब से भी आगे से आने के लिए मना कर दिया।
आफताब ने बहुत खुशामद की, पर रूपा नहीं गयी।
पर अब खालिद ने रूपा से सेक्स लगभग बंद ही कर दिया।
रूपा ने बहुत कोशिश की उसे मनाने की … पर उसकी नाराजगी दूर नहीं हुई।
अब उनके बीच सेक्स हफ्ते में एक दिन ही होकर रह जाता।
दिन गुजरने से रूपा की चुदास फिर जग गयी।
अब बिना चुदे रूपा को ज़िंदगी बोरिंग लगने लगी।
एक दिन जब आफताब उसके घर आया खालिद के साथ शराब पीने तो बातों बातों में खालिद ने उससे कहा- घर की कुछ लाइटें खराब हो रही हैं, किसी को भेज कर ठीक करवा देना।
बस आफताब को मौका मिल गया।
वो दो दिन बाद एक महंगा नेकलेस और झुमके का सेट लेकर पहुँच गया रूपा के पास!
रूपा ने लेने से मना किया तो आफताब बोला- आज अगर तुमने मुझे माफ नहीं किया तो मैं यह शहर छोड़ कर चला जाऊंगा।
बहुत खुशामद के बाद आखिर रूपा मान गयी, बोली- आगे से ध्यान रखना, बिना कोंडोम के कभी नहीं।
आफताब तो तैयारी से आया था। उसने जेब से कोंडोम का पूरा डिब्बा निकाल कर रूपा को दिया कि इसे अपने पास रख लो, अब ये तुम्हारी ज़िम्मेदारी है कि मुझसे इसका इस्तेमाल करवाओ।
रूपा ने अपने को आज फिर आफताब को समर्पित कर दिया।
आफताब ने पहले तो उसके और अपने सारे कपड़े उतारे और फिर बेड पर ले जाकर खूब घमासान चुदाई की।
आज उनकी बेशर्मी इस हद तक थी कि रूपा का बेटा साहिल जग रहा था, तो उसे पालने में खिलोनों के साथ बैठा दिया और फिर …
रूपा भी चुदाई की भूखी थी तो उसने भी आफताब का जम कर साथ दिया।
उसने पहले तो आफताब का लंड चूस चूस कर अपने मुंह से खाली किया और उसका माल सारा गटक गयी, फिर आफताब के लंड को दोबारा खड़ा करके अपनी चूत हरी कारवाई।
आफताब भी, जो कम पिछले डेढ़ महीने से अपने हाथों से कर रहा था, आज उसने रूपा की चूत की गहराई तक अपना लंड पेला।
वो डेढ़ महीने की सारी कसर निकालना चाह रहा था।
चुदाई के बाद दोनों शावर के नीचे चिपट कर नहाये।
अभी मन नहीं भरा था दोनों का … पर समय कम था, लाइट भी ठीक करनी थी।
और नीचे आफताब की गाड़ी ज्यादा देर खड़ी होनी ठीक नहीं थी।
आफताब ने रूपा से ये वादा लिया कि वो एक दो दिन में उसके फ़्लैट पर आएगी।
शाम को रूपा के व्हाटसप्प पर आफताब ने एक गबरू जवान मर्द की फोटो शयर कीं, साथ में उसकी एक नंगी फोटो भी थी जिसमें उसने तना हुआ मोटा लंड पकड़ा हुआ था।
रूपा को एसी किसी फोटो की आफताब से उम्मीद नहीं थी।
पर वो चुप रही।
दो दिन बाद जब रूपा आफ़ताब के फ़्लैट पर पहुंची तब आफताब ने उसे बताया कि ये उसका एक सऊदी दोस्त है और बहुत पैसे वाला है। उसे किसी लड़की की तलाश है चुदाई के लिए। और इस काम के लिए वो एकमुशत बहुत बड़ी रकम देने को तैयार है।
रूपा आफताब से बहुत गुस्सा हुई- तुमने मुझे ऐसी औरत समझा है क्या? मैं तुम्हें दे देती हूँ तो इसका मतलब क्या मैं बाजारू हो गई।
और रूपा गुस्से में तुरंत वापस लौट आई।
आफताब ने उसे बहुत रोकना चाहा पर वो रुकी नहीं।
अब आफताब बाहर तो उसके पीछे आ नहीं सकता था।
रूपा घर आकर बहुत रोई.
पर उसकी किस्मत खराब थी।
शाम को मनु आ गयी एक रात को रुकने के लिए।
रूपा ने सारी बात उसे बताई।
मनु तो उल्टा उसी पर नाराज हुई, बोली- ज्यादा बन मत, तू एक गैर मर्द से चुदी या दो से, क्या फर्क पड़ता है। ये पठान बहुत जबर्दस्त चुदाई करते हैं। पैसे वाला है तो पैसों की बरसात भी करेगा।
और मनु तो रूपा से बोली- अगर तू नहीं चुदती तो मैं चुदवा लूँगी. पर मुझे तो कल सुबह ही जाना है।
मनु ने उसे ऐसी उल्टी पट्टी पढ़ाई कि रूपा का मन बन गया उस पठान को भी मौका देने का!
आफताब के फोन पर फोन आ रहे थे।
रूपा ने मेसेज कर दिया कि कल बात करूंगी।
रात को रूपा और मनु ने वही पुराने मजे लिए।
मनु उसके लिए एक वाइब्रेटर लायी थी चूत की आग बुझाने के लिए।
रात को दोनों ने उस वाइब्रेटर से अपनी अपनी चूत रगड़ीं।
आवाज न हो इसलिए उसकी बेटरी निकाल ली थी।
उसे मनु ने अपनी चुदाई की नयी ताज़ा कहानियाँ सुनाईं।
मनु तो अब हफ्ते में दो-तीन बार अलग अलग लोगों से चुदती, कई बार तो दो लोगों से एक साथ चुदती।
खूब माल भी इकट्ठा कर लिया था मनु ने।
मनु ने रूपा को भी कहा कि तू उस पठान से सोने गिन्नियाँ ले लेना, कैश नहीं!
रूपा को मनु ने ये भी राय दे दी कि आफताब को भी मुफ्त में देना बंद कर दे। घूमा फिरा कर कह दे, वो भी माल लुटाएगा।
इस पर रूपा बोली- मैं आफताब से नहीं कह सकती, पर पठान से कह दूँगी।
अगले दिन ही आफताब घर आ गया।
उसने रूपा से कहा कि नवी कल रात से बहुत पीछे पड़ रहा है, गर रूपा हाँ कर दे तो वो यहाँ के सबसे महंगे होटल में ले जाकर चुदाई करेगा और मुंहमांगी रकम देगा।
रूपा ने कह दिया- ठीक है … पर सिर्फ एक बार जाऊँगी और बीस सोने की गिन्नियाँ लूँगी।
आफताब बोला- ये तो बहुत महंगा है, पर मैं उसे बता दूँगा।
शाम को ही आफताब का फोन आ गया- नवी तैयार है और वो मुझे गिन्नियाँ कल दे देगा, मैं तुम्हें दे दूँगा।
फिर अगले हफ्ते डॉक्टर का एक दिन के लिए बाहर दूसरे अस्पताल में जाने का प्रोग्राम बनवा देता हूँ, उसी रात का प्रोग्राम बना लेंगे। अगर रूपा को अच्छा लगे तो आगे कभी आफताब के फ़्लैट पर या कभी रूपा के फ़्लैट पर ही वो आ जाया करेगा और हर बार नवी रूपा को पांच गिन्नी दिया करेगा।
रात को खालिद ने उसे बताया कि अगले हफ्ते उसे एक दिन के लिए बाहर जाना है, अगले दिन आ जाएगा।
खालिद ने रूपा से कहा कि अगर वो चाहे तो एक दिन के लिए मनु के पास चली जाये।
रूपा ने हाँ कर दी।
अगले दिन आफताब उसे सोने की बीस गिन्नियाँ दे गया और बतौर इनाम उसकी चुदाई भी कर गया।
रूपा को सोने की गिन्नियाँ देख अपनी किस्मत पर यकीन नहीं हो रहा था।
उसने ज़िंदगी में पहली बार देखा था इतना सोना एक साथ!
अब रूपा कुछ अपने ऊपर खर्च करना चाहती थी, ब्यूटी पार्लर में और एक महंगी ड्रेस पर!
उसने कुछ रुपया तो खालिद से लिया और आफताब से जिक्र किया तो अच्छे खासे रुपए आफताब ने भी उसे दे दिये।
अब रूपा के पास ऐश करने के लिए भरपूर पैसा जेब में था।
रूपा ने जाने वाले दिन से दो दिन पहले से अपने को ब्यूटी पार्लर में जाकर चमकवाया, हाथों पर मेहँदी लगवाई।
उसने अपने हेयर स्टाइल भी सेट करवाए, महंगे इत्र लिए और पूरी बॉडी टोन करवाई।
सूट तो इतना महंगा ज़िंदगी में पहली बार लिया। सूट की मेचिंग के ब्रा फेंटी सेट भी लिए।
अब रूपा की तैयारी पूरी थी चुदाई के महासंग्राम के लिए।
उसने अपने पर्स में 5-6 कोंडोम भी रख लिए कि पूरी रात की बात है, पता नहीं पठान का घोड़ा कितना दौड़ेगा।
खालिद तो सुबह की फ्लाइट से चला गया था।
उसकी जानकारी में रूपा टॅक्सी लेकर मनु के शहर जाएगी और कल शाम तक लौटेगी।
रूपा दोपहर में खूब सोयी और फिर तरोताजा उठकर खूब गहरा मेकअप किया।
आज वो शीशे में खुद को नहीं पहचान पा रही थी।
थोड़ी समस्या साहिल की थी, पर ये बात उस पठान नवी को बता दी गयी थी कि उसके साथ साहिल भी होगा।
आफताब अपनी गाड़ी लेकर शाम को आया, रूपा साहिल को लेकर एक बेग में सारा सामान रखकर, बुर्का डाल कर गाड़ी में बैठ गयी।
उसने आफताब से कहा- मुझे बहुत डर लग रहा है.
तो आफताब बोला- नवी बहुत शानदार जिस्म और दिल का मालिक है। उसने साहिल कि देखभाल के लिए होटल में ही एक बराबर का रूम बुक किया है जहां एक ट्रेंड नर्स साहिल को रात को अपने पास रखेगी ताकि रूपा और नवी बिना रुकावट मजे कर सकें।
होटल पहुँचकर आफताब रूपा को लेकर सीधे कमरे में गया।
मित्रो, इस देसी हॉट गर्ल सेक्स कहानी में आपको मजा आया होगा. आप सब मुझे मेल और कमेंट्स में बताएं.
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देसी हॉट गर्ल सेक्स कहानी का अगला भाग: जिस्म की भूख- 6