रैगिंग ने रंडी बना दिया-94

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अब तक चुदाई की सेक्सी कहानी में आपने पढ़ा कि फ्लॉरा को बचपन में एक बड़ी ही अजीब सी बीमारी हो गई थी त्वचा की… डॉक्टर ने उसे कपड़े पहनने से मना किया था.
अब आगे..

फ्लॉरा का फिगर उस वक़्त 34-28-34 का था. अब ये क्यों था, ये आप जानते ही हो. फ्लॉरा के चचेरे भाई जॉन ने उसकी अच्छी ख़ासी चुदाई की थी. उसके मम्मों को दबा कर चूस कर ऐसा बना दिया था. उसके बाद वो ब्वॉयफ्रेंड ने भी चोदा, तो जाहिर है फ्लॉरा तो कयामत ही बनेगी ना.

फ्लॉरा की नज़रें झुकी हुई थीं और वो अपने हाथों से अपने मम्मों को छुपा रही थी. उसने पैरों को भी एकदम भींच लिया ताकि उसकी चूत ना दिखे मगर ये आसान नहीं था. वो बस नाकाम कोशिश कर रही थी.
जॉय- फ्लॉरा तुम यहाँ आराम से बैठ जाओ, मैं दवा लगा देता हूँ और घबराओ मत.. मैं तुम्हारा पापा हूँ. ये मुश्किल घड़ी में मैं तुम्हारा पूरा साथ दूँगा.

फ्लॉरा के पूरे जिस्म पे कोई 50 से ज़्यादा स्पॉट होंगे और ऐसी ऐसी जगह पर भी थे, जहाँ जॉय को हाथ लगाना था और फ्लॉरा की हालत खराब होनी थी. जैसे मम्मों पे, उसकी चूत के एकदम ऊपर जाँघों पर, गांड पर.

अब धीरे-धीरे जॉय दवा लगाने लगा और उसके हाथों का स्पर्श फ्लॉरा को उत्तेज़ित करने लगा.
फ्लॉरा- सस्स आराम से पापा आह.. दुख़ता है.
जॉय- अरे डॉक्टर ने कहा है दवा अन्दर तक जानी चाहिए.. तू बस चुप करके बैठ.

जैसे-जैसे जॉय के हाथ फ्लॉरा के मम्मों पर घूम रहे थे, उसकी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी. जब जॉय ने चूत को छुआ वो पागल हो गई. एक तो इतने दिनों से वो चुदी नहीं थी और फिर आज अपने पापा का हाथ सीधे चूत पर लगा तो बस उसकी चूत को बहने का मौका मिल गया. वो अपने सैलाब को रोक नहीं पाई.
फ्लॉरा- सस्स पापा नहीं.. रूको वहां मत करो आह.. नहीं..

फ्लॉरा की चूत ने पानी छोड़ दिया, जिससे जॉय का हाथ उसके रस से भर गया और जॉय की हालत भी ठीक नहीं थी. इतनी कमसिन कली को छूना इतना आसान नहीं था मगर जॉय के दिमाग़ में कोई ग़लत विचार नहीं आए, बस लौड़ा बेकाबू हो गया था.

पानी निकलने के बाद फ्लॉरा को अपने पापा से बहुत शर्म आई, उसने सर झुका लिया और धीरे से ‘सॉरी’ कहा.
जॉय- कोई बात नहीं बेटा.. होता है इस उम्र में.. चलो अब तुम थोड़ी देर ऐसे ही बैठी रहो. जब दवा सूख जाए तब लेट जाना.
फ्लॉरा- पापा ऐसे नंगी ही लेटना होगा क्या?
जॉय- हाँ बेटा तुम्हें ऐसे ही लेटना पड़ेगा.
फ्लॉरा- पापा बहुत अजीब लग रहा है ऐसे कुछ तो पहनने दो मुझे.. ऐसे नंगी मैं नहीं रह सकती हूँ.
जॉय- प्लीज़ बेटा बात को समझो, अगर जल्दी ठीक होना है तो कुछ दिन ऐसे ही रहो.

फ्लॉरा को आख़िर जॉय की बात माननी पड़ी. अब वो नंगी ही वहां लेट गई और जॉय बाहर चला गया. उसके बाद रात को फिर जॉय ने दवा लगाई और इस बार फ्लॉरा थोड़ी खुल गई थी. अब उसके दिमाग़ में शैतानी शुरू हो गई थी.

जॉय तो दवा लगा कर वहां से चला गया मगर फ्लॉरा की चूत अब फड़कने लगी थी. उसको अब लंड की जरूरत हो गई थी. अब वो चाहे उसके पापा का ही क्यों ना हो, उसको इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ रहा था. वो अब प्लान बनाने लगी.

दूसरे दिन सुबह वो उठी तो जॉय गहरी नींद में सोया हुआ था. वो चुपके से उनके पास गई उस वक़्त जॉय का लंड एकदम तना हुआ था. जैसे सुबह ज़्यादातर लड़कों का खड़ा होता है.

फ्लॉरा के दिमाग़ में तो सेक्स चढ़ गया था. वो धीरे से जॉय के पास गई और लोवर के ऊपर से लंड को पकड़ कर उसका जायजा लिया. वो एक भारी भरकम लौड़ा था, फिर उसने जब अन्दर हाथ डाल कर उसको पकड़ना चाहा तो जॉय की नींद खुल गई और वो जल्दी से पीछे सरक गई.

जॉय- अरे तुम यहाँ? सब ठीक तो है ना बेटा.. कुछ चाहिए तुम्हें?
फ्लॉरा- पापा ऐसे नंगी लेटने से नींद ही नहीं आई, आप प्लीज़ डॉक्टर से बात करो ना कि सोने के टाइम चादर तो डाल लूँ ताकि ठंड ना लगे. पूरी रात मुझे ठंडी लगी.
जॉय- अच्छा मैं अभी उनसे मिलकर सब पूछ लूँगा, तब तक तू नहा ले. मैं नाश्ता बना देता हूँ.. ठीक है.

जॉय ने कुछ तेल जैसा फ्लॉरा को दिया कि नहाने के टाइम पानी में मिला देना, इससे खुजली में आराम मिलेगा.

फ्लॉरा नहा कर बाहर आई तो उसके जिस्म से पानी टपक रहा था, जिसे देख कर जॉय बस देखता ही रह गया.
फ्लॉरा- पापा अब देखो ऐसे-कैसे काम चलेगा. कम से कम मैं बदन तो पोंछ ही सकती हूँ ना.
जॉय- अरे क्यों नहीं.. लेकिन रुक.. किसी कपड़े से मत पोंछना, डॉक्टर ने टिशू पेपर्स बताए हैं उन्हीं का यूज करना है.
फ्लॉरा- ठीक है फिर आप ही साफ़ कर दो.. मुझसे तो नहीं होने वाला.

जॉय ने धीरे-धीरे उसके पूरे जिस्म को साफ किया, फिर दोनों ने साथ में नाश्ता किया और जॉय वहां से डॉक्टर के पास चला गया. इधर फ्लॉरा की चूत की आग बढ़ती जा रही थी. उसने उंगली से अपने आप को शांत किया, फिर लेट गई.

फ्लॉरा की चूत तो शांत हो गई थी मगर उसके दिमाग़ में यही चल रहा था कि कैसे वो जॉय को चोदने के लिए राज़ी करे.

जॉय जब वापस आया तो एक रेशमी चादर साथ ले आया क्योंकि डॉक्टर ने कपड़ा ओढ़ना सख़्त मना किया था.. हाँ रेशमी चादर को भी जब बहुत ज़्यादा जरूरी हो, तभी इस्तेमाल करना था.

रात को भी जॉय ने दवा लगाई और फ्लॉरा ने बहुत कोशिश की अपने पापा को रिझाने की, मगर वो कामयाब ना हो सकी क्योंकि जॉय एक बहुत ही सीधा और नेक इंसान था और अपनी बेटी के बारे में उसके दिमाग़ में कोई गंदी बात नहीं थी.
ऐसे ही कुछ दिनों तक ये चलता रहा और फ्लॉरा को अब आराम भी मिल रहा था मगर उसकी वासना दिन पर दिन बढ़ती जा रही थी.

एक दिन फ्लॉरा ने रात को अपने हाथ पे मेहँदी लगाई, आज उसका इरादा कुछ और ही था.
जॉय जब रात को उसकी चूत के पास दवा लगा रहा था तो फ्लॉरा बोली- आह.. पापा अब बर्दाश्त नहीं होता आह.. प्लीज़ उंगली से मेरे नीचे करो ना.
जॉय- ये तुम क्या बोल रही हो. मैं सिर्फ़ दवा लगा रहा हूँ. मेरे जाने के बाद तुम्हें जो करना है खुद कर लेना.

फ्लॉरा- सस्स नहीं पापा.. मैं कैसे करूँ आह.. देखो.. मेरे हाथों में मेहँदी लगी है.. आह.. प्लीज़ पापा कर दो ना.
जॉय- नहीं फ्लॉरा, ये ग़लत है मेहँदी सूख जाने के बाद कर लेना. मैं सिर्फ़ दवा लगा रहा हूँ समझी.
फ्लॉरा- बस ये नाटक बंद करो आप जहाँ मेरे हाथ नहीं पहुँच सकते.. वहां आप लगा देते हो, बाकी यहाँ तो दवा मैं भी लगा सकती थी मगर आपको मेरी चूत को टच करने का बहाना चाहिए था, इसी लिए आप ये सब कर रहे हो ना.
जॉय- बकवास बंद करो फ्लॉरा ऐसा कुछ नहीं है.. ये दवा लगाने के बाद पानी नहीं डाल सकते हाथ पर समझी.. और तेरे दोनों हाथ पे भी दवा लगी होती है अगर तू खुद लगाती तो तुझे हाथ धोने पड़ते, जिसके लिए डॉक्टर ने मना किया है समझी.
फ्लॉरा- आप कर रहे हो या नहीं.. अगर आपने आज नहीं किया तो कल से मैं दवा नहीं लगवाऊँगी, इससे मुझे तकलीफ़ होती है और आप मेरी मदद भी नहीं करते हो.

जॉय ने फ्लॉरा को बहुत समझाया मगर वो बिल्कुल नहीं मानी और मजबूरन जॉय को उसकी बेटी की चूत में उंगली करके चूत रगड़नी पड़ी और उसका पानी निकाला.
एक महीने तक ये सब चलता रहा. अब यहाँ कोई चुदाई तो हुई नहीं तो ऐसे ही मैं आपको बता देती हूँ.

इस एक महीने में फ्लॉरा ने बहुत बार कोशिश की अपने पापा को रिझाने की, उनसे चुदने की, मगर जॉय नहीं माना. दवा की धमकी देकर फ्लॉरा ने जॉय से चूत में उंगली भी करवाई और उसी टाइम जॉय को पता चला कि फ्लॉरा अपने भाई से चुदवा चुकी है. इस बात पर जॉय ने उसको बहुत सुनाया भी, मगर फ्लॉरा पे इस बात का कोई असर नहीं हुआ.

फ्लॉरा तो अपनी हरकतें वैसे ही करती रही और जॉय ने अपना कंट्रोल बनाए रखा. इसी तरह वो ठीक हो गई और जॉय की जान छूट गई उससे, मगर अब फ्लॉरा बहुत बिंदास हो गई थी. वो अपने पापा के सामने ऐसे ही कभी अधनंगी तो कभी पूरी नंगी आ जाती.
एक दिन जॉय ने उसको बड़े प्यार से समझाया कि जो वो चाहती है, वैसा कभी नहीं हो सकता. जरा अपनी मॉम का भी ख्याल कर, वो जिंदगी और मौत से जूझ रही है और तुझे इस सबकी पड़ी है. उसके बाद फ्लॉरा ने अपनी ज़िद छोड़ दी और कुछ महीनों बाद उसकी मॉम भी ठीक हो गई मगर उनका इलाज चलता रहा. इसी वजह से ये सब मुंबई आ गए थे. वैसे फ्लॉरा की बीमारी के कारण भी उसका कॉलेज जाना बंद हो गया था तो अब यहीं उसको न्यू अड्मिशन दिला दिया और ये सब यहीं रहने लगे.

दोस्तो, अब तो आपको ये बात समझ आ ही गई होगी कि फ्लॉरा अपने पापा से क्यों ऐसे बर्ताव करती है.

वैसे तो जॉय के समझाने के बाद फ्लॉरा ने अपनी ज़िद छोड़ दी थी मगर कभी कभी उसके दिमाग़ में ये शैतानी ख्याल आ जाता है, इसका सबसे बड़ा कारण है जॉय के लंड का साइज़.. क्योंकि फ्लॉरा ने एक बार जॉय का लंड देख लिया था जो करीब 9″ का होगा, बस इसी लिए उसकी वासना भड़क गई. उसकी बहुत तमन्ना थी किसी बड़े लंड से चुदने की.. इसलिए वो बार-बार ऐसी हरकतें करती है.

तो चलो ये राज भी खुल गया, अब आगे देखते हैं कि फ्लॉरा अपने इरादे में कामयाब होती है या नहीं.

जॉय तो कमरे में चला गया था. फिर फ्लॉरा वहां बैठ कर क्या करती, वो भी गुस्से में थी, उसने चादर ली और सो गई. उसकी आँखों में आँसू आ रहे थे और बहुत देर तक वो रोती रही. फिर उसकी आँख लग गई.

दोस्तो यहाँ का तो हो गया, अब एक और घटना भी घटी थी.. उसको भी आप देख लो.

पूजा तो याद है ना आपको या भूल गए. वैसे तो वो रोज दोपहर को संजय के पास पढ़ने आती है और कभी-कभी मूड के हिसाब से चुदाई भी हो जाती है. मगर इन दिनों किसी ना किसी वजह से वो चुद नहीं पा रही थी.
तो चलो उसकी भी चुदाई देख लो.. ना ना आज कैसे पार्ट तो खत्म हो गया कल देखना मज़े से ओके.

दोस्तो, आप मेरी इस चुदाई की सेक्सी कहानी का मजा लें और कमेंट्स करें.
[email protected]
कहानी जारी है.

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