मैं कॉलगर्ल कैसे बन गई-3

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अब तक आपने पढ़ा था कि कुसुम ने मुझे रंडी बनने की ट्रेनिंग देना शुरू कर दी.

उसने मुझे पीने के लिए एक शरबत दिया और बोली- डियर अब खुल कर सेक्सी वर्ड्स यूज करना सीख लो. तुम्हारी पहली क्लास है. मेरे पीछे दस बार बोलना “लंड लंड लंड लंड लंड..”
मैंने बोला.
जब अच्छी तरह से बोल चुकी तो बोली- शाबाश अब बोलो चुत चुत चुत..
मैंने कहा तो बोली- अब बोलो चुदाई चुदाई चुदाई. फिर बोली- मम्मे, मम्मे, मम्मे.. इसके बाद उसने मुझसे बुलवाया मम्मों की घुन्डियां (निप्पलों) मम्मों की घुन्डियां…

फिर बोली- पूरे कपड़े उतार कर नंगी हो जाओ.
मैंने कहा- यार शर्म आती है.
इस पर वो मुझ पर चिल्ला कर बोली- शर्म आती है बेशर्म.. शर्म पी जा.. अभी तो मेरे सामने नंगी होना है. रात को तो पूरे खड़े लंड के सामने नंगी होना पड़ेगा. देख जैसे मैं नंगी होती हूँ उसी तरह से नंगी हो जा और मैं भी देखती हूँ तू कैसे होती है.

अब आगे..

उसने मुझे पूरी नंगी करवा दिया. बोली- डाल कपड़े फिर से.. और फिर नंगी हो जा.

इस तरह से उसने मुझे नंगी होने ही ट्रेनिंग दी. मैंने कभी चुत के बालों मतलब झांटों को कभी शेव नहीं किया था.

कुसुम बोली कि इन झांटों की भी सफाई करनी पड़ेगी. मगर रुक जरा.. पहले मैं उससे पूछती हूँ कि उसे बालों वाली चुत पसंद है या शेव की हुई.

उसने किसी तो फोन मिलाया और स्पीकर पर रख कर पूछा- अशोक जी कैसे हैं आप?
वो बोला- अच्छा हूँ.. तुम शाम को ला रही हो ना मुर्गी हलाल करने के लिए?
कुसुम बोली- बिल्कुल.. मुर्गी मेरे पास ही है. शाम को 7 बजे गाड़ी भेज देना. फिर जहाँ कहोगे वहाँ डिनर करके तुम उसे अपने साथ ले जाना और मैं किसी और का बिस्तर गरम करने चली जाऊंगी.
“ओके.. फोन कैसे किया?”
“हाँ बताती हूँ.. अशोक जी आप यह बताइए कि आपको बालों वाली चाहिए या क्लीन शेव चाहिए?”
उधर से जवाब आया- मैं खुद उसकी हजामत बनाऊंगा.. तू उसका एक बाल भी ना काटना. हां मगर एक बात सुन लो.. मैं उसकी चुत को तुम्हारे सामने ही चैक करवा कर देखूंगा कि वो अनचुदी है या पहले भी चुद चुकी है.
कुसुम बोली- किसने मना किया है. मगर ये देखने के बाद पहले पूरी रकम देनी पड़ेगी.
उसका जबाव आया- बिल्कुल पूरी रकम पहले ही दे दूँगा.

शाम तो 6 बजे के बाद उसके दिए सेक्सी कपड़े निकाले और बोली- लो पहनो इनको.

वो ड्रेस कपड़ों के नाम पर पूरा डब्बा था. उसने एक ब्रा थी जो मुश्किल से मेरे निप्पलों को कवर कर रही थी.. और चड्डी.. वो तो बस नाम के लिए ही थी उसने एक स्प्रिंग लगी हुई यू शेप की चड्डी दी, जो बस चुत के छेद को ही कवर करती थी. वो स्प्रिंग को खींच कर टांगों के नीचे से अपनी चुत और चूतड़ों में फंसानी थी. आगे से भी बस इतनी ही जगह थी कि चुत को मुश्किल से कवर कर पाती थी.

फिर उसने एक टॉप और स्कर्ट दी. टॉप बहुत खुला हुआ था और जरा सा भी झुकने पर सब कुछ दिखाई देता था. स्कर्ट तो बस.. यह बोलो कि खुली चड्डी थी. खैर अब कुछ भी बोलना का टाइम नहीं था. मैं उसके निर्देशन में काम कर रही थी, सो बस करती गई.

ठीक 7 बजे ड्राइवर का फोन आया- मेम साब, मैं आ गया हूँ.
कुसुम बोली- अब जल्दी से चलो.
हम दोनों कार में बैठ कर किसी बंगले में पहुँच गए.

एक सर्वेंट आया और बोला- आप बैठिए साब अभी फोन पर बिज़ी हैं.
उसने इतना ही कहा था कि एक 6″ लंबा हैंडसम नौजवान जो 30 साल के लगभग उम्र का था, हमारे करीब आ गया. वो बोला- वेलकम वेलकम टू बोथ ऑफ यू.. ओके कुसुम, सो शी इस रानी? कुसुम बोली- जी.

“गुड कुसुम माल तो बढ़िया लाई हो मेरा लंड तो इसे देखते ही टनाटन होने लगा है. ओके अब मुद्दे पर आते हैं यदि तुम्हें कोई एतराज न हो तो मैं रानी को चैक कर लूँ?
कुसुम बोली- बिल्कुल.. बड़े शौक से.. आज पूरी रात यह आपकी ही मेहमान है या यह कहूँ कि इसकी चुत आपके लंड की मेहमान है.
वो हंस पड़ा और बोला- ओके, आओ दूसरे कमरे में चलते हैं.

जैसे ही हम दूसरे कमरे में पहुँचे तो वहाँ एक और आदमी जो 60 साल के लगभग का होगा, बैठा था. उसकी तरफ मुँह करके अशोक बोला- डॉक्टर इसकी वर्जिनिटी टेस्ट करनी है. प्लीज कीजिए और रिपोर्ट अभी के अभी दो.

डॉक्टर ने मुझे लेटने को कहा और जैसे ही मैं लेटी, उसने मेरी दोनों टांगों को पकड़ कर फैलाया किया और एक इंस्ट्रूमेंट से मेरी चुत तो भी फैला दिया.

फिर उसने अशोक को बुला कर बोला- यह देखो इस पतला सा माँस चुत के मुँह पर है, यह बताता है कि अब तक यह लड़की किसी से भी नहीं चुदी है. जब यह सेक्स करेगी, तब यह फट जाएगा. उस वक्त कुछ खून भी निकलेगा और यह पूरी औरत बन जाएगी, मगर अभी तक यह लड़की कुंवारी ही है.
अशोक ने डॉक्टर को 1000 रूपए देकर कहा- ओके डॉक्टर थैंक्स.

डॉक्टर के जाने के बाद वो हमारी तरफ मुँह करके बोला- होटल में क्या जाना है.. यहीं पर डिनर कर लेते हैं.
कुसुम ने कहा- मगर मुझे 9 बजे होटल में किसी से मिलना है.
अशोक बोला- मिलना है.. साली ये क्यों नहीं बोलती कि चुदवाने जाना है. ओके तुम्हें मेरा ड्राइवर 9 बजे पहुँचा देगा. अभी बताओ क्या करना है?
कुसुम बोली- तुमने ऐसे एक दिन के लिए इसको बुक किया है, यह तुम्हें वो सब सर्विस देगी.. जो तुम कहोगे. मगर उससे पहले हमारा नजराना दे दो.
वो बोला- हां हां क्यों नहीं.. अभी लो.
वो अन्दर जाकर 500 के नोट का पूरा पैकेट ले आया और बोला- अब तो ठीक है?
कुसुम बोली- हां ठीक है.
“तुमने इस लड़की तो सब कुछ अच्छी तरह से समझा दिया है ना.”
कुसुम बोली- अभी खुद ही कुछ करो तो पता लग जाएगा.. जब तक मैं ड्रॉइंग रूम में बैठती हूँ.

ओके बोल कर अशोक मुझे बेडरूम में ले गया और बोला- मैंने देखा है तुम्हारी झांटों ने पूरा चुत का मैदान गंदा कर रखा है. इस काली घास को पूरी तरह से साफ़ कर देता हूँ.

इस पर मैं कुछ नहीं बोली.

फिर अशोक बोला कि जाकर बाथरूम में पूरी नंगी होकर मेरा इंतज़ार करो.

मैं बाथरूम में जाकर पूरी नंगी हो गई. वहाँ पर आते ही उसने मेरे मम्मों को इतने जोर से दबाया कि मेरी चीख निकल गई मगर उसने कोई परवाह किए बिना मम्मों की घुंडियों को जोर जोर से दबाना शुरू कर दिया.
वो बोला- यार मैडम, माल तो तेरा पूरा सॉलिड है.
मैं मुस्कुरा दी.

फिर उसने शेविंग क्रीम लेकर मेरी चुत के चारों तरफ मल दी. रेजर लेकर उसने मेरी चुत की पूरी हजामत कर दी. जब हजामत पूरी हो गई तो बोला- देखा हीरा माल हो.. कहाँ छुपा कर रखा था यार इस चिकनी चमेली को.. मैं इस तरह के हीरों का सच्चा जौहरी हूँ.. और मेरे हाथ से ऐसा माल बिना परखे निकल जाए ऐसा हो ही नहीं सकता.
मैं शर्म से गड़ गई.

उसके बाद वो बोला- अपने आर्म्स ऊपर करो.
मेरे अंडर आर्म्स तो मैं नॉर्मली शेव करके ही रखती हूँ मगर दो तीन दिनों से उन पर मेरा ध्यान नहीं गया था, इसलिए उसने आर्म्स को ऊपर करवा कर क्रीम मली और उसे भी पूरी चिकनी बना दिया.

अब वो बोला कि अब जाओ अच्छ तरह से नहा लो. मैंने तुम्हारे कपड़े उठा कर रख दिए हैं, जो अब तुम ढूँढ नहीं सकती हो. वो मैं तुम्हें कल जाने से पहले ही दूंगा. मतलब समझ गई कि कल तक इसी तरह बिना ड्रेस में रहना है, पूरी तरह से नंगी.

मैंने जब शीशे में अपनी चुत को निहारा तो मैं उसे देख कर एकदम हैरान रह गई.. झांटों के अन्दर से क्या कमाल की चीज निकली थी.

अशोक- अच्छा यह बताओ डांस करना आता है या नहीं?
मैंने कहा- नहीं.

तब उसने कुसुम को दूसरे कमरे से बुलवाया और बोला कि इसको जरा सेक्सी डांस करना सिखा कर जाना.
वो बोली- ओके सर.
फिर वो मेरी तरफ मुँह रख कर बोली- जैसे मैंने कल किया था पेट को हिला कर चुत तो घुमाना.. वैसे ही कर.

चूंकि मुझे नहीं आता था इसलिए वो 15 मिनट तक मुझे सिखाती रही. इसका रिजल्ट ये हुआ कि मैं पूरी तरह से तो नहीं कर पाई.. मगर हां चुत तो आगे पीछे करना सीख गई और अशोक के सामने करने लगी.

कुछ देर बाद हम लोगों ने डिनर किया. वहाँ पर सिर्फ़ मैं ही नंगी थी, कुसुम और अशोक ने कपड़े डाले हुए थे. डिनर के बाद अशोक ने अपने ड्राइवर से कहा- मेमसाब को जहाँ बोले वहाँ छोड़ कर आओ.

अब वहाँ मैं पूरी नंगी थी. अशोक ने कपड़े डाले हुए थे.
वो बोला- मैं भी अब तुम्हारा साथ दूँगा.

ये कहते हुए उसने अपने कपड़ों को निकाल दिया और पूरा नंगा हो गया. ओह माय गॉड.. उसका लंड जब पूरा लौड़ा बन गया तो वो मुझको विक्रम से भी मोटा और लंबा लंड लगा. मैं सोचने लगी कि आज तो मेरा पटाखा बजे बिना नहीं रहेगा.

अशोक लंड हिलाते हुए बोला- इसको मुँह में डाल कर चूसो और मैं तुम्हारी चुत को हलाल करता हूँ. मेरी चुत क्योंकि चुदी हुई थी नहीं.. इसलिए वो चुत के अन्दर तो जीभ ना डाल सका मगर उसने मेरी चुत के होंठों को चाट चाट कर मेरा बुरा हाल कर दिया. इससे चुत की हालत बहुत बुरी कर दी. कुछ समय तक उसने चुत के होंठों को नहीं छोड़ा तो मेरी चुत हिलने लगी.

फिर वो बोला- लगता है कि अब मुर्गी को हलाल कर ही दूं.
मैं उससे बोली- प्लीज जरा आराम से कीजिएगा.
वो बोला- आराम किस चिड़िया का नाम होता है? और एक बात ध्यान से सुन लो.. मुझे चुदाई के टाइम कुछ फालतू बात सुनने की आदत नहीं है. पूरे पैसे दिए है.. इनको वसूल भी करना है. सुबह जब चुत पूरी फूल कर लाल ना हो जाए और मम्मों पर मेरे दांतों के निशान ना पड़ जाएं.. तो फिर पैसे किस बात के लिए खर्च किये जाएं? यह सब होगा और बीच में कुछ बोलना मना है.. समझ गई. वरना हर फालतू की बात का एक जोरदार थप्पड़ मारूँगा. भलाई इसी में है अब मैं जो करता हूँ.. उसमें मेरा पूरा साथ दो. पैसे लिए हैं तो ढंग से चुदवाओ भी.. कोई खैरात नहीं दे रहा हूँ. जब तक पूरा लंड नहीं घुसा दूँगा तो मैं अपने बाप के लंड की पैदाइश नहीं हूँ.

मेरी गांड फट गई थी.

वो बोला- अब मैं चुदाई का पहला राउंड करने जा रहा हूँ.. तुम मुझको पूरा को-ऑपरेट करोगी तो तुम्हें भी मज़ा आएगा और मुझे भी.

इतना बोल कर उसने अपने लंड का टोपा मेरी चुत पर रख दिया. मगर अनचुदी चुत तो चोदना कोई आसान काम नहीं था. उसने 4-5 बार अपना लंड मेरी चुत में डालने की कोशिश की मगर चुत का रखवाला (चुत की झिल्ली जो फटती है, पहली चुदाई में) उसे अन्दर ही ना जाने दे रहा था.

अब वो पूरे गुस्से में आ गया था. वो फ्रिज के पास जाकर कोई दारू की बोतल ले आया और पूरी गटक कर अपने लंड से बोला- लंड बेटा मेरी खिल्ली मत उड़वाओ.. अब घुस भी जाओ अपनी प्यारी चुत में और उसको पूरा मज़ा चखाओ.

इस बार उसने लंड पर कोई आयिल लगा दिया था, जिस का असर यह हुआ कि टोपा तो चुत में घुस गया मगर उसके घुसते ही चुत से खून बहने लगा. मैं दर्द से रोने लगी कि यह क्या हो गया.

अशोक ने एक थप्पड़ मारते हुए मुझसे कहा- रंडी साली मुँह मत खोलना, बोला था तुझे पहले ही.. जब तक यह पूरा अन्दर ना घुस जाए. साली आवाज निकली तो बताता हूँ.

मैं दर्द से चिल्ला रही थी. इस पर अशोक ने मेरे मुँह पर अपनी चड्डी घुसा कर मेरा मुँह बंद कर दिया. मैं अब चिल्ला भी नहीं सकती थी मगर दर्द से पूरी तरह मरी जा रही थी. अशोक ने अपने लंड का टोपा बाहर निकाल कर फिर से एक जोरदार ऐसा झटका मारा कि उस आधा लंड मेरी चुत में घुस गया. मैं माओ बेहोश हो गई. मेरी आवाज गले में ही घुट गई थी. आँखें फ़ैल गई थीं.

अब तो उस पर मानो भूत सवार हो गया था. उसने एक और झटका मारा. इस बार उसका लंड करीब तीन चौथाई अन्दर चला गया था. वो शायद थक गया था या उसके लंड में जलन होने लगी थी. इसलिए वो 2 मिनट तक शांत रहा मगर फिर एक जोरदार कसके झटका मारा. इस बार पूरा लौड़ा मेरी चुत में जड़ तक घुस चुका था. वो पूरा दरिन्दा बना हुआ था. मेरी चुत से खून जो निकला था, वो शायद बंद हो गया था मगर दर्द बहुत हो रहा था और मैं तड़फ रही थी.

इसके बाद उसने आधा लंड बाहर निकाल कर जोर से झटका मार कर अन्दर कर दिया और अब वो बार बार लंड को अन्दर बाहर करने लगा.

मुझे मालूम तो था कि पहली चुदाई में ये सब दर्द होना ही था, मगर मुझे पैसे के लिए ये सब करना पड़ रहा था.

आपकी भेजी हुई मेल्स से ही मुझे पता चलेगा कि कि आपको मेरी चूत की पहली चुदाई की स्टोरी कैस लग रही है.
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कहानी जारी है.

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