अब एक तरह से हम दोनों ही सेक्सी ब्लू फिल्म देख रहे थे। मैंने आवाज भी हल्की खोल दी। मेरा भी लंड सख्त हो गया था, मैं पजामा पहने हुआ था।
मैं पजामे के ऊपर से अपने लंड को सहलाता और पकड़ लेता था। अचानक मैं पीछे घूमा और मॉम को देखकर बोला- अरे मॉम.. आप सोई नहीं, अच्छा तो अब यहीं बैठ कर देख लो ना, कितनी देर तक खड़ी रहोगी।
पहले तो वो सकुचाईं.. फिर मेरे पास सोफ़ा पर बैठ गईं। फिल्म में अब एक सीन में माँ बेटे का सेक्स दिखाया जा रहा था और दोनों पूरी तन्मयता से चुदाई का आनन्द ले रहे थे। उसमें वो औरत लड़के को बोल-बोल कर सेक्स का तरीका बता कर अपनी चुत चुदवा रही थी।
मैंने आवाज थोड़ी बढ़ाई तो मॉम ने कहा- इसे कम ही रहने दो।
अब मैं मॉम की गोद में जाँघों पर लेट गया। हम दोनों बेफिक्र होकर सेक्सी ब्लू फिल्म देख रहे थे। टीवी में तरह-तरह से चुदाई के तरीके देखकर मेरा लंड पजामे में एकदम खड़ा था और बेताब हो रहा था, जिसे मॉम भी देख रही थीं।
तभ मॉम ऐसे ही कुछ झुकीं.. तो उनके चूचे मेरे मुँह पर आ गए.. मैंने होंठों के बीच उनके मम्मों को ले लिया.. तो वो कुछ नहीं बोलीं।
फिर मैंने और थोड़ा ऊपर होकर एक चूचे का निप्पल अपने मुँह से दबा दिया, उन्होंने भी मेरे सर पर हाथ फेर कर मुझे हरी झंडी दे दी।
अब तो मॉम भी फिल्म देखते-देखते मुझसे मजा लेने लगीं.. वो चूचों को मेरे होंठों से रगड़वाती हुई ‘अह..’ कर रही थीं। अब तो मॉम कभी अपनी बुर खुजातीं.. तो कभी अपने मम्मों को मसलतीं, कभी अपने होंठों को अपने दाँतों से दबा कर अपनी चुदास दिखातीं।
मैं समझ गया कि ये बहुत उत्तेजित हो गई हैं। अब तो मॉम एकदम खुलते हुए अपने ब्लाउज में हाथ डाल कर मम्मों को खुजला रही थीं.. और एक बार तो उन्होंने मुझे सरका कर अपनी साड़ी उठा कर पेटीकोट में हाथ डालकर अपनी बुर में भी उंगली की।
मैंने पूछा- क्या हुआ.. कहीं दर्द है क्या?
वो मुस्कुरा दीं।
मैं फिर से उनकी गोद में लेटे-लेटे उनकी कमर में हाथ फेर रहा था। उनकी कमर नंगी थी, मैं सोचने लगा कि आज अच्छा मौका है, शायद चांस लग जाए, ट्राई करते हैं।
मैंने अपने हाथ से उनकी बुर को दबा दिया जब मॉम का कोई रिएक्शन नहीं हुआ तो फिर साड़ी के ऊपर से ही उंगली से चुत दबाने लगा। अपनी चुत पर उंगली का दबाव पड़ते ही उन्होंने सिसकारी भरी।
अब टीवी पर ब्लू-फिल्म खत्म होकर दूसरी फिल्म शुरू होने वाली थी, तो मॉम बोलीं- काफी देर हो गई है.. अब सो जाओ, बहुत देख लिया.. अब टीवी बन्द करो।
मैं बोला- मॉम थोड़ी देर और.. अच्छा लग रहा है!
वो उठकर सोने चली गईं, मैं फिल्म देख रहा था, आज बड़ा मजा आ रहा था। मैं भी सोचने लगा.. आज तो सेक्सी ब्लू फिल्म वाले सीन करना ही है और चुदाई का मजा लेना है।
दस मिनट बाद मूवी खत्म होने के बाद मैंने टीवी ऑफ किया और मैं भी मॉम के बगल में जाकर लेट गया।
मैं बोला- यहीं सो जाता हूँ।
मैं मॉम के बाजू में ही लेट गया।
कुछ देर बाद मैं अपना लंड मसल रहा था, तो मॉम ने अपना मुँह घुमा लिया। कुछ देर के बाद मैंने अपना हाथ मॉम के ऊपर रख दिया, जब कोई विरोध नहीं हुआ तो मैंने मॉम की कमर पर अपना हाथ बढ़ा दिया।
मॉम का मुँह उस तरफ था, मैं थोड़ा आगे गया और मॉम से और चिपक गया, मेरा लंड मॉम की गांड को छूने लगा। धीरे-धीरे मैंने हाथ मॉम के मम्मों पर रख दिया और उन्हें सहलाने लगा।
मुझे लगा कि मॉम सो गई हैं लेकिन वो सोने का नाटक कर रही थीं। मैंने धीरे-धीरे अपना हाथ मॉम के पेट से घुमाते हुए आगे से उनकी साड़ी में डाला।
तभी मॉम ने मेरा हाथ पकड़ा और बोला- क्या कर रहा है?
यह बोल कर वो सीधी हो गईं और उन्होंने अपनी साड़ी ठीक की।
मैं बहुत घबरा गया लेकिन मॉम ने बोला- क्या बात है?
मैं बोला- कुछ नहीं!
‘कुछ नहीं.. तो सो जाओ..’
मैंने कहा- आपको मूवी कैसी लगी?
वो बोलीं- ये बड़ों के लिए है।
मैंने कहा- मजा आ रहा था.. आज रहा नहीं जा रहा है।
इतना कह कर मैं अपना लंड मसलने लगा।
मैंने फिर मॉम के ऊपर अपनी टांगें रखकर चिपक गया और उनके मम्मों को दबाने लगा। मैंने देखा कि उन्होंने अपने ब्लाउज के ऊपर के सारे बटन खोले हुए थे.. सिर्फ एक ही बन्द था।
मैंने हल्की सी आवाज में मॉम के कानों में सरगोशी सी की- उसमें मजा आता है ना..!
मॉम भी उत्तेजित हो रही थीं।
मैंने फिर कहा- आप तो डैड के साथ भी मूवी के सीन की तरह मस्ती लेती हो.. मैंने कई बार आपको मूवी की तरह सेक्स करते हुए देखा है.. डैड के संग कैसे चुदवाने का मजा लेती हो।
यह कह कर मैंने उनके मम्मों को जोर से हाथ से दबा दिए।