भाई बहन ननदोई सलहज का याराना-4

This story is part of a series:


  • keyboard_arrow_left

    भाई बहन ननदोई सलहज का याराना-3


  • keyboard_arrow_right

    भाई बहन ननदोई सलहज का याराना-5

  • View all stories in series

अगले दिन हमारे ऑफिस में:

मैं- श्लोक, केवल ख्याली पुलाव पकाओगे और अपनी बहन को सपने में ही चोदोगे या फिर हमें रीना और सीमा से इस बारे में बात करनी चाहिए?
श्लोक- यार जीजू, मुझे तो दीदी से डर लगता है और सीमा का भी डर है कि मैं उसकी नजरों में गिर ना जाऊं… क्योंकि स्वैपिंग के लिए तो वह मान सकती है लेकिन मेरे और रीना दीदी के बारे में उसका क्या विचार होगा मुझे पता नहीं है।
मैं- कुछ तो करना पड़ेगा, वरना हम अपने बीवियों को बदल-बदल कर लिंग का स्वाद कैसे चखाएंगे?

श्लोक- मेरे पास एक आईडिया है जीजू… जिससे कि हमें हमारी बीवियों को यह भी बताना नहीं पड़ेगा और उन्हें पता भी नहीं चलेगा कि हमने उनके साथ चुदाई कर ली है और हमारा भी शौक पूरा हो जाएगा।
मैं- वह कैसे?
श्लोक- मेरा एक दोस्त बैंकॉक में बैंकर है। और बैंकॉक में एक ऐसी दवा मिलती है जोकि बेहोशी तथा उत्तेजना का मिश्रण है वह एक ऐसी नशीली है दवा है जिससे कि व्यक्ति को नींद आ जाती है किंतु वहां नींद में उस व्यक्ति के साथ सेक्स करता है जिसके साथ में सेक्स करना पसंद करता है लेकिन यह तभी होता है जब उस व्यक्ति के साथ सच में सेक्स किया जा रहा हो इस तरह हम अपनी मनोकामनाएं पूर्ण कर लेंगे और हमारे बीवियों को लगेगा कि उन्होंने अपने पतियों के साथ ही सेक्स किया है

मैं- ऐसी भी कोई ड्रग होती है?
श्लोक- हां जीजू होती है, और मैंने इसका इस्तेमाल भी किया है विदेश में अपने मकान मालकिन के साथ। लेकिन यह कहानी मैं आपको बाद में बताऊंगा आप कहे तो मैं दवा अपने दोस्त से मंगाऊँ क्योंकि भारत में यह दवा नहीं मिलती!
मैं- अरे वाह मेरे होशियार साले साहब, तुमने तो मुझे भी पीछा छोड़ दिया। शुभ काम में देरी कैसी जल्दी मंगवाओ और कर दो शुभारंभ! लेकिन सुनो श्लोक… जो मजा रजामंदी के साथ सेक्स करने में है वह किसी को बेहोश करके करने में नहीं। बीवी की अदला बदली अगर अपनी चारों की मर्जी से हो तो उस का आनंद ही कुछ और है अतः हम दवा मंगा कर उससे दोनों को बेहोश करके उनके नंगे जिस्म का दीदार कर लेंगे और उन्हें मन भर कर देख लेंगे किंतु चुदाई उनकी रजामंदी से ही करेंगे।
श्लोक- ठीक है जीजू आप जो कहते हैं सही। इस बहाने एक मनोकामना तो पूरी होगी रीना दीदी को नंगी देखने की!

15 दिन लगे दवा हमारे घर पर आने में! ये दिन कैसे निकले थे, केवल श्लोक और में ही जानते थे। चुदाई तो हम अपनी बीवियों के करते हैं लेकिन मन में हम एक दूसरे की बीवी को ठोकते रहते थे। इन 15 दिनों में श्लोक और हमने अपनी बीवियों के सारी गंदी बातें सारे पसंदीदा सेक्स पोज स्तनों का आकार गांड का आकार चूत का आकार जैसी बातें करके एक दूसरे की आग को बढ़ाए रखा।

बीवी को दवा खिलाने के लिए शनिवार की रात को चुना। शनिवार से 3 दिन पहले आई हुई दवा को छुपाने के लिए श्लोक में अपना ही कमरा चुना था.

शनिवार आ ही गया। खाने के बाद की आइसक्रीम में हमने दवा दोनों को खिला दी। एक घंटे तक वे दोनों नॉर्मल रही और घर के बाकी काम निबटाकर बेड रूम पर पहुंच गई हम अभी अपने अपने कमरे में ही अपनी बीवियों के साथ सोए।
5 से 10 मिनट के बाद ही दवाई असर करना शुरू कर दिया और रीना और सीमा को गहरी नींद आ गई.

योजना के मुताबिक मैंने और श्लोक ने अपनी अपनी बीवियों को बेहोशी की हालत में नंगी कर दिया, उनके जिस्म पर हमने एक भी कपड़ा नहीं छोड़ा ताकि अगर उन पर दवा का असर नहीं हुआ हो तो वे जाग जायें और हमें पता चल जाए कि उन पर अभी दवा का पूरा असर नहीं हुआ। लेकिन दवा बेहद कारगर थी, उन पर उनके कपड़े उतारने का कोई भी असर नहीं हुआ।

आज हमारी मनोकामनाएं पूर्ण होने वाली थी, सीमा को नग्न देख पाने की लालसा में लंड खड़ा होकर सलामी दे रहा था। रीना को जब मैंने नंगी किया तब मेरे मन से निकला ‘डार्लिंग, आज अपने भाई को अपना नग्न जिस्म दिखने के लिए तैयार हो जाओ।’

रीना के सेक्सी शरीर को देखकर मेरा मन बिगड़ने लगा था और मन किया कि अपने जिस्म को इसके ऊपर एक बार रगड़ ही लूं लेकिन आज मुझे इसे श्लोक के हवाले करना था। बाल खुले हुए, पूर्ण रूप से नंगी रीना के 34″ के गोरे बड़े स्तन और उन पर गुलाबी रंग के निप्पल गजब का नजारा बना रहे थे।
नीचे तमन्ना भाटिया जैसा गोरा और शानदार पेट तथा 27 की कमर चूसने चाटने लायक था। शीघ्रपतन वाले आदमी का तो रीना को ऐसे लेटे हुए देख कर ही अपना स्खलन हो जाए। उसके गोरे गोरे 36″ के कूल्हे गोरी गोरी जांघें और गुलाबी रंग की चूत कयामत ढा रही थी।
मेरे और रणविजय के बाद इस शरीर को देख पाने वाला श्लोक तीसरा खुशनसीब व्यक्ति था जो कि रीना को ऐसे देख पायेगा।

मैं यह सोच ही रहा था कि गेट पर खट खट खट की आवाज आई, दरवाजे पर श्लोक था, उसने कहा- जीजू, आपकी सलहज सीमा गहरी नींद में सो चुकी है और उसे मैंने पूरी नंगी कर दिया है!
तब मैंने कहा- तुम्हारी बहन रीना भी गहरी नींद में सो चुकी है, तुम्हारे दीदार के लिए मैंने भी उसे जन्मजात नंगी कर दिया है.
“तो क्या हम अपने सपना पूरा करने वाले हैं जीजू? रहा ही नहीं जा रहा है। अब तो मेरा लंड जोर से दर्द करने लगा है इतना कड़क हो गया है।”
मैं- श्लोक, वह सब तो ठीक है लेकिन मेरे मन में एक समस्या है, उत्तेजना में आकर ऐसा कोई भी कार्य मत कर देना कि रीना की नींद खुल जाए और लेने के देने पड़ जायें।

इस पर श्लोक विचार करने लगा, उसने कहा- हां यार जीजू, गहरी नींद में मैं रीना दीदी से चुदाई नहीं करूँगा। लेकिन कोई बात नहीं, कम से कम मैं उनके सेक्सी शरीर पर अपनी नजरें डालकर अपनी थोड़ी बहुत मनोकामना तो पूरी कर सकता हूं। यह मेरे लिए बहुत है। चलिए समय निकलता जा रहा है आप भी ज्यादा उत्तेजना में ध्यान रखिएगा कहीं छूने से सीमा की नींद खुल गई तो भी लेने के देने पड़ जाएंगे। हमें अपने पर काबू रखना है और अपने आप को उनका नंगा बदन देख कर ही संतुष्ट करना है.

अतः हमने खुशी वाला एक दूसरे से हाथ मिलाया और दोनों एक दूसरे के कमरे में चले गए.

मैंने कमरे में घुस कर गेट को अंदर से लॉक किया और बेड पर नजर डाली। श्लोक ने सीमा को पूर्ण रूप से नंगी तो किया हुआ था लेकिन उसे चादर से ढका हुआ था। मुझे सीमा का केवल चेहरा ही नजर आ रहा था। मेरी धड़कनें बढ़ने लगी थी, जैसे-जैसे मैं सीमा की तरफ बढ़ रहा था ऐसा लग रहा था मेरी धड़कन आज बाहर निकल जाएगी। इतनी तेज धड़कनें तो मेरी प्रिया की चुदाई के वक्त भी नहीं हुई थी।

मैं बेड के निचले हिस्से पर सीमा के पांव की तरफ खड़ा हो गया और पांव की तरफ से ही धीरे-धीरे मैंने सीमा की नंगी काया पर पड़ी हुई चादर नीचे की तरफ खिसकाई। मैंने चादर को सीमा की गर्दन से नीचे होते हुए उसके गोरे कंधों और स्तनों के ऊपर करके रोक दिया।
क्या दृश्य था… मुझे अभी उसके स्तन नजर नहीं आए थे लेकिन उसके स्तनों का उभार शुरू हो चुका था। कृति सेनन की हमरूप वह हम शरीर वाली एक अप्सरा मेरे सामने बेड पर नंगी लेटी हुई थी.

मुझसे इंतजार नहीं हुआ और मैंने उस चादर को उसके स्तनों से नीचे उसके पेट तक खींच लिया!
ओह माय गॉड… क्या दृश्य था! सीमा के गोरे स्तन मुझे साफ साफ नजर आने लगे थे सीमा के स्तनों का आकार बिल्कुल गोल था जैसे कि दो बड़ी बड़ी कचौरियां उसके शरीर पर सीने पर रखी हुई हो. हालांकि उसके स्तनों का आकार रीना से छोटा था लगभग 33″ लेकिन उसकी पतली कमर पर यह गोल स्तन कयामत ढा रहे थे।
क्या कमर थी दोस्तो, अगर आप यह कमर देखना चाहते हैं तो आप बेशक कृति सेनन की कमर देख सकते हैं. बस वही आकार था.

आज ऐसा लग रहा था कि मैंने अपनी मनोकामना पूर्ण कर ली है. अतः चादर को पूरा उसके नंगे शरीर से हटा दिया. फलस्वरूप उसकी नंगी लंबी गोरी टांगें मेरे सामने नग्न हो गई। सीमा की गांड की चौड़ाई उसके शरीर पर कमर के हिसाब से कुछ ज्यादा ही चौड़ी थी। उसके ऊपर का शरीर पतला तथा गांड की चौड़ाई काफी ज्यादा थी और उसके नीचे वह अपनी लम्बी पतली गोरी टांगों से एक अलग ही आकर्षण पैदा कर रही थी। उसकी टांगें काफी लंबी थी जैसे कि कोई कार्टून कैरेक्टर हीरोइन की होती हैं.

मैंने उसके पेट को चूमते हुए नीचे जाकर अपने साले की बीवी की दोनों टांगों को चौड़ा किया और उसकी चूत के दर्शन किए. चूत की जगह के बाल साफ थे किंतु चूत के ऊपर थोड़ा सा बालों की एक आकृति बनी हुई थी. शायद यह एक स्टाइल था जो कि श्लोक को खुश करने के लिए बनाया हुआ था।

मैंने मंत्रमुग्ध सा अपनी नंगी पड़ी सलहज को देखता रहा. दस मिनट बाद मेरी तंद्रा टूटी और मैं अपने आपको संभाल कर बाहर आ गया क्योंकि करीब 2 से ढाई घंटे बाद दवा का असर कम होने वाला था। ऐसा मुझे श्लोक ने कह दिया था अतः मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था।

मेरे आने के 15 मिनट बाद श्लोक बाहर आया, श्लोक बहुत खुश था, आते ही वह मेरे गले लग गया और बोला- जीजाजी, मजा आ गया! क्या शरीर पाया है मेरी बहन ने… आपकी पत्नी का इतना गदराया हुआ शरीर। मैं तो उनके स्तनों को देखकर ही अपना मन नहीं भर पाया शरीर की कोमलता का एहसास अभी मुझे हो रहा है। संगमरमर जैसे सफेद शरीर वाली गुलाबी गुलाब के पंख जैसे स्तन व चूत वाली शरीर की मालकिन है रीना दीदी! मैंने अपने लिंग को अपने हाथ से संतुष्ट किया, दीदी की चूत चोदने में एक अलग ही मजा आयेगा!

तत्पश्चात हम दोनों अपने अपने कमरे में चले गए।

जिस शरीर कि मैं कल्पना कर रहा था वह मुझे इतना आसानी से देखने को मिल गया था वह भी बिना किसी सिरदर्द बिना किसी को बहकाने तथा बिना किसी बातें बनाने से। इस पर मुझे खुशी थी। श्लोक ने तो मेरा काम बहुत ही आसान कर दिया था। रीना मेरे बगल में सोई हुई थी नग्न अवस्था में। श्लोक अपनी बहन की टांगें चौड़ी करके छोड़ गया था. मेरी बीवी की चूत नींद में भी इतनी गीली थी, मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसकी चूत को झट से मुंह में ले लिया और पागलों की तरह मैं उसे चूसने लगा।
लेकिन गहरी नींद में बीवी को चोदने में मेरी कोई रुची नहीं थी तो मैं अपनी नंगी बीवी के जिस्म से लिपट कर सो गया।

अगले दिन रीना और सीमा जाग उठी तो उनका व्यवहार सामान्य था। सीमा का तो पता नहीं लेकिन रीना एकदम से नींद आने पर आश्चर्यचकित थी और बोल रही थी कि मुझे कल तो कुछ पता ही नहीं चला कब नींद आ गई।

लेकिन श्लोक और मैं दोनों बेहद खुश थे. लेकिन यह महंगी ड्रग श्लोक एक बार की ही मंगा पाया था। श्लोक ने मुझे शाम को कहा- यार जीजू, मजा आ गया, मैं दोबारा अपने दोस्त को यह ड्रग भेजने की बोल रहा हूं। अगले से अगले वीकेंड पर हम दोबारा यही करने का रखते हैं। रीना दीदी को देख देखकर अब रहा नहीं जा रहा। जी तो करता है कि मैं उन्हें कहीं भी पकड़ कर चोद दिया करूं और अपनी संतुष्टि कर लूँ जो मैं उस दिन मन भर कर नहीं कर पाया था।

मैं- हाँ श्लोक, मजा तो आया लेकिन पूरा मजा नहीं आया असली मजा तो तब होता है जब अपना पार्टनर भी अपने साथ सेक्स करने के लिए उत्सुक हो। तुम अपने दोस्त से वह दवाई मत मत मंगाओ, हम एक दूसरे की बीवियों को कोई ना कोई तरकीब लड़ाकर चोदेंगे.
श्लोक- ऐसा नहीं हो सकता, मुझे यह संभव नहीं लगता।
मैं- तुम चिंता मत करो श्लोक, मैं यह सब व्यवस्थित कर लूंगा क्योंकि इस तरह के याराना का मैं सबसे पहला यार हूं।

कहानी जारी रहेगी. मेरी सेक्सी स्टोरी पर आप अपने विचार मुझे मेरी मेल पर भेजें!
[email protected]

More Sexy Stories  सेक्स की सुगंध, सेक्स के कितने रंग