भाई बहन के साथ मिलकर चूत चुदाई-3

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    भाई बहन के साथ मिलकर चूत चुदाई-2

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भाई से चुद कर मेरी छोटी बहन की चुदास और बढ़ गई, वो बीच रात में भाई से चुद रही थी। बहन की चुदाई के बाद नम्बर आया मेरी गांड का… और उसके बाद साहिल की गांड हमने डिल्डो से मारी।

तो पढ़िए आगे क्या हुआ।

अगली सुबह जैसे ही मैं सोकर उठी, मैंने देखा मेरे बराबर में साहिल है और उसके बराबर में आयेशा थी।
हम तीनों नंगे थे।

साहिल पेट के बल सो रहा था, उसकी गांड ऊपर की तरफ थी।

मैंने उसकी गांड का छेद देखा तो वो बहुत बुरी हालत में था, वो पूरी तरह से सूज गया था।

उन दोनों को मैंने उठाया तो साहिल उठते ही कराहने लगा, उसकी गांड में अभी भी दर्द हो रहा था।
मैंने उसको कहा- मैं तेरी गांड में क्रीम लगा देती हूँ, तुझे आराम मिल जायेगा।

वो कुछ नहीं बोला वो शायद अब भी हमसे नाराज़ था।

तो आयेशा ने उसको धक्का देकर नीचे लिटा दिया और 69 की अवस्था में आ गई।
वो अब साहिल का लंड चूसने लगी और साहिल उसकी चूत चाटने लगा।
फिर उसने आयेशा को घोड़ी बनाया और उसकी गांड के ऊपर अपना लंड सहलाने लगा।

मैं समझ गई कि आज आयेशा की भी गांड फटने वाली है।
मैंने साहिल से कहा- आज फाड़ दे इस रंडी की गांड को भी!

आयेशा एकदम से उछल कर कमरे से भाग गई।
फिर साहिल नंगा ही उसके पीछे गया और उसे अपनी गोद में उठाकर ले कर आ गया।
उसने आयेशा को बिस्तर पर फैंक दिया।

आयेशा मुझसे बोली- यार, तू मुझे बचा ले… मुझे अपनी गांड नहीं फटवानी!
मैंने कहा- साली कुतिया, तूने कल मेरी गांड फटवा दी आज तो तेरी बारी है।

मैंने उसकी गांड में अपनी जीभ लगा दी और उसकी गांड चाटने लगी।
वो ‘आअह्ह ह्हहह उफ्फ… मेरी जान चूस मेरी गांड को…’ बोलने लगी।

उधर साहिल मेरे पीछे अ गया और उसने एक ही झटके में अपना लंड मेरी गांड में उतार दिया, मैं बहुत जोर से चीखी- आःह्ह ह्ह्ह मार दिया भोसड़ी वाले ने… आआह्ह… तेरी माँ की चूत… साले कुत्ते, रंडी की गांड समझी है क्या मादरचोद?
और पता नहीं क्या क्या गाली दी होंगी मैंने उसे।

वो तो आज मेरी गांड फाड़ने के मूड में था, उसने लगभग 10 मिनट तक मेरी गांड मारी, फिर वो मेरी गांड में ही झड़ गया।
मैंने उससे कहा- तुझे तो आयेशा की गांड मारनी थी तो मेरी क्यूँ मारी?

तो वो बोला- मेरी जान, तुझे तो मैंने इसलिए चोदा क्यूंकि मैं पहली बार झड़ रहा था इसलिए जल्दी पानी निकल गया। अब देख इस छोटी रंडी की गांड कैसे फाड़ता हूँ।

यह सुनकर मैं समझ गई कि आज तो आयेशा की माँ चुदने वाली है।
और मैं मुस्कुरा दी।

फिर साहिल ने आयेशा के मुंह में लंड डाल दिया जिसे आयेशा बहुत मज़े से चूसने लगी।
मेरे चाटने से आयेशा की गांड गीली हो चुकी थी और अब साहिल का लंड भी गीला था।

साहिल ने अपनी पोजीशन ले ली और लंड को उसकी गांड पर मसलने लगा।
मैंने अपनी चूत आयेशा के मुंह पर रख दी जिससे उसकी चीख बाहर न निकले।

फिर साहिल ने लंड को आयेशा की गांड पर सेट किया और अन्दर घुसाने को जोर लगाया।
अगर मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर न रखी होती तो वो इतनी जोर से चिल्लाती कि सब को पता चल जाता।

मैंने फिर पीछे मुड़कर आयेशा की गांड की तरफ देखा तो उसमें से खून निकल रहा था।
मगर साहिल तो आज बुरी तरह से उसकी गांड चोद रहा था।

अब अचानक से मेरी चूत उसके मुंह से हट गई तो वो जोर से चीखी- आआःह्हह माआआआ फाड़ दी बहन के लौड़े ने मेरी गांड… साले मादरचोद छोड़ दे मुझे! प्लीज़ मैं तेरे पैर पड़ती हूँ, मुझे छोड़ दे।

लेकिन साहिल तो उससे पूरा बदला लेना चाहता था तो उसने पूरा लंड आयेशा की गांड में उतार दिया।
अब आयेशा के लिए सह पाना बहुत मुश्किल हो गया, वो चीखती हुई ‘आआह्ह मर गई आआहह उफ्फ़’ बेहोश हो गई।

मगर साहिल ने फिर भी कोई दया नहीं दिखाई, वो लगातार उसकी गांड फाड़ता रहा।
फिर मैंने साहिल से कहा- साहिल, अब इसे छोड़ दे वर्ना प्रॉब्लम हो सकती है।

वो बोला- लेकिन मैं अभी तक नहीं झड़ा हूँ।
तो मैंने कहा- तू मुझे चोद ले!

उसने आयेशा की गांड से लंड निकाल कर मेरी चूत में एक झटके में डाल दिया।
मेरे मुंह से हल्की की सिसकारी निकल गई।

मैं ‘आह्ह उसफ़फ़ जानू… आराम से चोद!’
वो लगातार झटके मारता रहा, लगभग 20 मिनट की चुदाई के वाद वो मेरी चूत में ही झड़ गया।
इस बीच मैं 3 बार झड़ चुकी थी।

साहिल ने बहुत सारा पानी मेरी चूत में ही निकाल दिया।
फिर उसने लंड बाहर निकाला और मेरे मुंह में डाल दिया।

मैंने उसके वीर्य से सना हुआ लंड चूस कर साफ़ कर दिया।
फिर हमने आयेशा को देखा, वो होश में आ चुकी थी मगर उसकी गांड में बहुत दर्द हो रहा था।
वो हल्के हाथ से अपनी गांड सहला रही थी।

मैं उसे बाथरूम लेकर गई, वहां उसकी ठन्डे पानी से गांड धोई तो उसे थोड़ा आराम मिला।
फिर मैंने थोड़ी देर बाद उसकी और साहिल की गांड की सिकाई की।

हालांकि मेरी भी गांड में दर्द हो रहा था मगर मेरा दर्द ज्यादा नहीं था।

फिर हम तीनों एक दूसरे को देखकर हँसने लगे और बिस्तर पर ही नंगे लेट गए।

उसके बाद साहिल गुडगाँव वापस चला गया।
अब आयेशा और मैं फिर से अकेले हो गई लेकिन हमारी मस्तियां खत्म नहीं हुई थी।

साहिल जब भी मेरे आता है तो हमारी मस्ती फिर से शुरू हो जाती है।

आशा करती हूँ कि आप सबको मेरी कहानी पसंद आई होगी।
आप सबके मेल का इंतजार रहेगा।
धन्यवाद!
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