मसाज बॉय को मिला चूत का मजा

भाभी की फ्री पोर्न सेक्स कहानी में पढ़ें कि एक आदमी ने मुझे अपनी बीवी की मालिश के लिए बुलाया. उसकी बीवी ब्रा पेंटी में मेरे और अपने पति के सामने लेट गयी.

दोस्तो, मैं आप का अपना राहुल एक बार फिर से आप के सामने एक नई कहानी लेकर आया हूं। यह भाभी की फ्री पोर्न सेक्स कहानी 100% सही है।

बात आज से 1 साल पहले की है। मैं घर पर बैठा बैठा बोर हो रहा था.

तभी मेरे पास एक अंजान नंबर से मैसेज आया।
मैसेज था कि मैं दिल्ली से बात कर रहा हूं क्या मेरी बात राहुल से हो रही है।
मैं बोला- हां जी राहुल बोल रहा हूं; बताइए आपको क्या काम है।

उन्होंने बोला- आप मसाज करते हो क्या?
तो मैंने कहा- हां जी मैं मसाज करता हूं सिर्फ लेडीस की … जेंट्स के लिए कोई भी सर्विस नहीं है।

उसने कहा मुझे मेरी बीवी की मसाज करवानी है। पर मेरी बीवी को सिर्फ मसाज ही चाहिए उसके अलावा कुछ भी ऐसा वैसा नहीं होना चाहिए!
मैंने कहा- जी, जैसा आपको बोलोगे वैसा ही होगा। मैं कुछ भी उल्टी-सीधी हरकत नहीं करूंगा। आप मुझे बता दीजिए कब और कहां पर आना है।

उन्होंने कहा- मैं आपको शाम तक सारी जानकारी दे दूंगा।
मैंने कहा- ठीक है, आप शाम तक मुझे पक्का बता देना।
उन्होंने कहा- ओके बाय।
मैंने भी बाय बोल कर फोन साइड में रख दिया।

मैं सोचा कि यह
दिल्ली में हसीना की मालिश)
वाला इरफ़ान नंबर बदलकर मैसेज कर रहा है।

यही सोचते हुए पता नहीं कब मेरी आंख लग गई और मैं सो गया।

जब मैं शाम को उठा तब मैंने देखा मेरे फोन पर कुछ मैसेज और 2 कॉल आए हुए थे।
यह वही नंबर था जिससे मेरी दोपहर में मसाज के लिए बात हुई थी।

फिर भी मैंने अनजान बनकर कॉल किया।
उन्होंने फोन उठाते ही बोला- मैं अनुराग बात कर रहा हूं मेरी आपसे दोपहर में बात हुई थी ना!

मैंने कहा- हां जी, बोलिए?
उन्होंने बोला- एक बार व्हाट्सएप पर आकर बात करो।
मैंने फोन काट कर व्हाट्सएप पर हाय लिख कर मैसेज करा।

जवाब में उनका मैसेज आया- आप कल आ सकते हो क्या?
मैंने कहा- हां जी मैं कल फ्री हूं किस टाइम आना है।
उन्होंने बोला- रात को 10:00 बजे आना है और लोकेशन मैं आपको भेज दूंगा वहां आकर मुझे कॉल कर लेना।

मैंने कहा- मसाज तो दिन में भी हो सकती है फिर रात को क्यों?
उनका मैसेज आया- घर पर मेरे मम्मी पापा और दो बच्चे भी रहते हैं. वे रात को 9:00 बजे के आसपास सो जाते हैं. उसके बाद ही हम मसाज कर सकते हैं।

मैंने कहा- जब इतनी प्रॉब्लम है तो होटल बुक कर लो।
उन्होंने मना कर दिया, बोले- होटल में हम इतने सिक्योर फील नहीं कर पाते.
मैंने कहा- ठीक है, पर घर पर कुछ प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा- ठीक है, कोई भी प्रॉब्लम नहीं होगी.
और बाय बोल कर चले गए.

मैंने भी उनको बाय बोला और फोन साइड में रख दिया।

फिर मैंने रात का खाना खाया और सो गया।

सुबह 9:00 बजे उठा और फ्रेश होने अपनी हेयर रिमूव क्रीम लेकर वॉशरूम में चला गया। मैंने अपनी पूरी बॉडी के बाल हटाए और फिर नहा कर वापिस अपने रूम में आ गया।

शाम को 8:00 बजे फोन देखा उस पर अनुराग के 3 फोन आए हुए थे.

मैंने फोन उठाकर तुरंत अनुराग को फोन किया.
अनुराग ने फोन उठाकर बोला- पक्का आओगे ना 10:00 बजे?
मैंने कहा- हां जी.

तो अनुराग ने बोला- आपको लोकेशन भेज रहा हूं। वहां पहुंच कर मुझे कॉल कर देना.
मैंने कहा ठीक है.
उसने बाय बोल कर फोन काट दिया।

मैं जल्दी से नहा कर प्यार हो गया और अपना मसाज तेल, क्रीम और अपने कपड़े जो मैं मसाज करते समय पहनता हूं वो सब मैंने एक बैग में डाल दिया और घर से मेट्रो स्टेशन पर पहुंच गया.
वहां से मैंने अनुराग की दी हुई लोकेशन की मेट्रो पकड़ी और मेट्रो स्टेशन पहुंचकर अनुराग को कॉल किया।

करीब 15 मिनट बाद मेरे सामने एक काले रंग की बीएमडब्ल्यू कार रुकी.
उन्होंने मुझे इशारा किया.
मैं उनके पास गया तो उसने बोला- आप राहुल हो?
मैंने कहा- जी!
तो उन्हें मुझे बैठने का इशारा किया.
मैं उनके साथ आगे वाली सीट पर बैठ गया और उनसे से हाथ मिला कर उनके हालचाल पूछे.

ऐसे ही बात करते हुए हम उनके घर पहुंच गए.
उनका घर एक बंगला था जिस पर सिक्योरिटी गार्ड ने गेट खोला और गाड़ी सीधी अंदर चली गई.

फिर अनुराग ने मुझे कहा- आप मेरे पीछे पीछे आओ.
मैं अनुराग के पीछे पीछे चल पड़ा.

अनुराग हल्के हल्के कदमों से चल रहे थे. वे मुझे ऊपर फर्स्ट फ्लोर पर ले गए.
वहां जाकर अनुराग ने मुझे हॉल में सोफे पर बैठने को कहा.

मैं वहां बैठ गया.
और अनुराग अंदर रूम में चले गए.

5 मिनट बाद उसने मुझे अंदर आने का इशारा किया.
मैं उस रूम में गया और देखा तो एक 30 साल के आसपास एक महिला पेट के बल लेटी हुई थी और उनने अपने ऊपर कंबल डाल रखा था.

मैंने अनुराग को वॉशरूम का पूछा और वॉशरूम चला गया। वहां मैं अपने मसाज वाले कपड़े पहन कर बाहर आ गया।

फिर मैंने अपने बैग से तेल और क्रीम निकाल कर बेड के रख दी और अनुराग से बोला- मैं तैयार हूं!
तो अनुराग बोला- ओके स्टार्ट करो!
और अनुराग वही साइड में एक कुर्सी पर बैठ गया.

मैंने मैडम के ऊपर से कंबल हटाया और देखता ही रह गया.
उस समय वह मैडम सिर्फ लाल कलर की पेंटी और लाल कलर की ब्रा में थी. पेंटी उनकी डोरी वाली थी जिससे पैंटी की डोरी उनकी गांड के छेद में होकर निकल रही थी.

उनके शरीर पर एक भी बाल नहीं था.
शायद उन्होंने आज सुबह ही वैक्स करवाई थी.

मैं लगभग 2 मिनट तक ऐसे देखता ही रहा.
तो मुझे किसी की आवाज आई.
मैंने देखा पीछे से अनुराग बोल रहे थे.

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अनुराग बोला- क्या हुआ?
मैंने कहा- कुछ नहीं!
और उसके बाद मैंने अपना काम शुरू किया.

सबसे पहले मैंने अपने हल्के हल्के हाथों से बिना तेल और क्रीम के मैडम को मसाज देनी शुरू की.
मैंने मसाज उनकी पीठ से शुरू की.

मैं हल्के हल्के हाथ चला रहा था.
उनकी बॉडी जो एकदम रुई की तरह मुलायम थी, मुझे काफी अच्छी लग रही थी।

उसके बाद मैंने उनकी ब्रा का हुक खोल दिया और हल्के हल्के हाथों से उनकी पीठ की मालिश करने लगा.
मेरी मालिश से उनको बहुत अच्छा लग रहा था क्योंकि वह धीरे-धीरे मुस्कुरा रही थी.

फिर उसके बाद मैंने उनके पैरों को छुआ और उनके पैर और जान को हल्के हल्के दबाने लगा.
जिससे मुझे मेरा लन्ड खड़ा हो गया.

फिर मैं उनके गांड को भी हल्के हल्के दबाने लगा और धीरे से मैंने उनकी पेंटी को भी अलग कर दिया.

मैंने देखा उनकी चूत जोकि पेंटी के अलग होने के बाद एकदम पाव रोटी की तरह फूली हुई थी और बिल्कुल गुलाब की पंखुड़ियों की तरह गुलाबी थी.

फिर मैंने मैडम से पूछा- तेल से मसाज लोगे या क्रीम से?
तो उन्होंने बोला- मुझे तेल से मसाज लेनी है।

मैंने अपने एक हाथ में तेल लिया, उनकी पीठ से गिराता हुआ उनकी गांड तक गिरा दिया और उनकी पीठ पर अपने हाथों का जादू दिखाने लगा.

मैं उस टाइम पर अपनी जॉब को पहली रुचि रखकर काम करने लगा और उनकी पीठ की अच्छे से मालिश करने लगे जिससे उनको काफी अच्छा महसूस हो रहा था।

उनकी पीठ पर मालिश करते हुए कई बार मेरा हाथ बूब्स से टच हो जाता तो वो हल्की सी सिसकारी ले लेती थी।
उसके बाद मैंने उनकी गांड पर तेल डाला और उनकी गांड की मालिश करने लग गया।

मैं हल्के हल्के हाथों से मैडम की गांड सहलाने लगा जिससे मैडम गरम हो गई और धीरे धीरे आह … आह … आह … आह की सिसकारियां लेने लगी।
मौका देख कर मैं मैडम के गांड के छेद को हल्के हल्के सहलाने लगा जिससे वह और ज्यादा उत्तेजित होने लगी।

अनुराग यह सब बैठे-बैठे मजे से देख रहा था।

उसके बाद मैंने अपने हाथ में थोड़ा और तेल लिया और उनकी जांघ की मालिश करने लगा.
उनकी जांघ एकदम रुई की तरह मुलायम थी जिसकी मालिश करने में मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.

धीरे धीरे मैं जांघ की मालिश करते करते उनके पैरों तक आ गया और उनके पैरों की मालिश करने लगा.

उनकी मालिश करते हुए लगभग मुझे एक घंटा हो गया था.

उसके बाद मैंने उनको पीठ के बल लेटा दिया और अपने हाथ में तेल लिया और उनके मोटे मोटे बूब्स की मालिश करने लगा.
इससे वह उत्तेजित होने लगी और आहउच … आहउच… आहउच … जैसी आवाज निकालने लगी।

मौके का फायदा देखकर मैं उनके कान के पास गया और उनसे बोला- मैडम, आपका नाम क्या है?
तो मैडम ने अपना नाम निधि बताया.

मैंने उनसे कहा- बहुत अच्छा नाम है!
इस बात पर उन्होंने मुझे धन्यवाद किया और मेरे गाल पर एक किस कर ली.

उसके बाद मैं उनके बूब्स की मालिश करने के साथ-साथ हल्के हल्के दबाने लगा जिससे उनकी सिसकारियां और अधिक बढ़ने लगी.
मैं एक हाथ से उनके बूब्स दबाने लगा तथा दूसरे हाथ को गर्दन से होते हुए उनके कान तक ले जाता और कान को हल्के हल्के सहलाता.

इससे निधि और ज्यादा उत्तेजित होने लगी तथा अलग-अलग तरह की आवाज निकालने लगी.

अब मैंने अपना हाथ हल्के से उनके पेट से ले जाते हुए उनकी चूत के आस-पास फिराने लगा।

मैंने चोर नजर से अनुराग की ओर देखा तो वह देख कर हल्के से मुस्कुरा रहा था. जिससे मुझे अनुराग की तरफ से रजामंदी महसूस हुई.
तो मैंने अपनी एक उंगली निधि की सुलगती हुई चूत में डाल दी और गोल गोल घुमाने लगा.

इससे निधि बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई और आह … आह … आह … की आवाजें निकालने लगी.
मैंने उस समय टीशर्ट और शॉर्ट पहना हुआ था.

मैं मौके का फायदा देखकर निधि का एक हाथ मेरे लन्ड पर ले गया. निधि उसको प्यार से सहलाने लगी।

मैंने धीरे से मेरे शॉर्ट को नीचे कर दिया तथा मेरा लंबा मोटा लन्ड उनके हाथ में दे दिया.
निधि ने अपने हाथ से लन्ड की लंबाई को नापा और अपनी आंखों से लन्ड को बड़े प्यार से देखने लगी.

यह सब अनुराग बैठे-बैठे देख रहा था. उसने अपना अंगूठा उठा कर मुझे गुड का इशारा किया.

निधि मेरे लन्ड से खेल रही थी और मैं उनकी चूत में अपनी उंगली का जादू दिखा रहा था.
इससे निधि मेरी उंगली के सामने ज्यादा देर नहीं टिक पाई, उनकी जवानी का रस बह निकला और मेरी उंगली से होते हुए मेरी हथेली में आ गया.

मैंने चूत से अपनी उंगली को बाहर निकाला और हथेली पर जो उनका काम रस था उसको जीभ से चाटने लगा.

इतने में निधि बोली- मेरा रस क्या अकेले पियोगे? मुझे भी टेस्ट करना है।
मैंने अपनी उंगली निधि के मुंह में डाल दी जिसे निधि लन्ड की तरह चूसने लगी.

उसके बाद निधि मेरे हाथ को साइड में करके मेरे लन्ड के सुपारे को अपनी जीभ से चाटने लगी. मेरे लन्ड पर हल्का सा प्रीक्रम आ गया था जिसको निधि ने चाट लिया.
उसके बाद निधि मेरे लन्ड को अपने मुंह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.

इतने में अनुराग उठा और एक व्हिस्की की बोतल लेकर आया.

मैंने विस्की की बोतल उठाकर बारीक सी धार अपने पेट पर डाली. धार मेरे लन्ड तक पहुंच गई जिसको निधि आराम से अंदर गटक रही थी.
लगभग एक पैग के बराबर शराब अपने लन्ड पर डाल दी थी जो निधि आराम से पी गई.

उसके बाद निधि बड़े प्यार से मेरे लन्ड को चूसने लगी. उनने लगभग 10 से 15 मिनट तक मेरे लन्ड को लॉलीपॉप की तरह चूस कर एकदम टमाटर की तरह लाल कर दिया. फिर उनने मुझे खींच कर अपने ऊपर गिरा लिया.

निधि का फिगर 36 बी 30 40 का था।

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वो मेरे लन्ड को पकड़ कर अपनी चूत में घुसाने लगी.
पर मैंने उनके हाथ को अपने लन्ड पर से हटाया और उनकी गर्दन पर किस करने लगा.

मैं कभी उनकी गर्दन पर किस करता तो कभी उनके कान पर अपनी जीभ चलाता और कान के निचले हिस्से को चूसता.

निधि ने मुझे एकदम कस के दबोच लिया, मुझे नीचे लेकर खुद ऊपर आ गई और मेरे लन्ड को अपनी गुलाबी चूत पर सेट करके उस पर बैठ गई.
मेरा लन्ड अंदर जाने से निधि की आह निकल गई पर उनने अपने दांतों को जोर से दबाते हुए मेरा पूरा लन्ड अपनी चूत में समा लिया और धीरे धीरे उस पर अपनी गांड चलाने लगी.

मैंने निधि की गांड पर नीचे हाथ रखा और उनकी गांड को ऊपर नीचे करने लगा.
निधि अब एक पोर्न स्टार की तरह मेरे लन्ड को आराम से अपनी चूत में ले रही थी और अपने मुंह से आहच … आह … आऊच … आह … आहच … प्लीज और जोर से चोद … चोद … चोद … बहन के लन्ड … आह … बहुत मजा आ रहा है. आप बस ऐसे ही करते रहो. प्लीज और जोर से प्लीज … बस बस बस प्लीज जाने वाली हूं.

ऐसे करते हुए निधि झड़ गई. उनका काम रस उनकी चूत से होते हुए मेरे टट्टों तक पहुंच गया.

उसके बाद मैंने उनको अपने नीचे लिया और उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगा दिया जिससे उनकी चूत में पूरा लन्ड अच्छे से जा सके.

फिर मैंने उनकी चूत में अपना लन्ड एक झटके में उतार दिया.
जिससे वह चिल्लाई और बोली- आह मादरचोद … क्या मेरी चूत को आज ही फाड़ेगा? मेरे को क्या रंडी समझ रखा है? प्यार से कर … मैं कहीं भागी थोड़ी जा रही हूं।

मैंने उनको सॉरी बोला और अपने लन्ड को उनकी चूत में चलाने लगा. उनके गुलाबी होठों पर हल्के से मैंने किस कर लिया.
उससे निधि को कोई आपत्ति नहीं हुई और मेरी गर्दन को पकड़कर मेरे होठों को इस तरह चूसने लगी जैसे वह खा जाएगी.

उन्होंने अपनी दोनों टांगों को मेरे पीछे लपेट लिया.
मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी जिससे पूरे कमरे में फच फच की आवाज आ रही थी और उसके साथ निधि की सिसकारियों की!

मैं लगभग 15 मिनट तक निधि को ऐसे ही चोदता रहा.
फिर उसके बाद मैंने निधि से कहा- मेरा होने वाला है!
तो उन्होंने बोला- आप मेरी चूत में ही डाल दो!

लगभग 15-20 झटकों के बाद मेरा छूट गया.
और निधि भी मेरे साथ चौथी बार झड़ गई.

मैं 5 मिनट तक उनके ऊपर लेटा रहा फिर धीरे से अपना लन्ड बाहर निकाला और देखा तो निधि की चूत मेरे वीर्य से भर गई थी. मेरा वीर्य बहता हुआ उनकी गांड तक जा रहा था.

उसके बाद मैं उठा और वॉशरूम जाकर अपने आप को साफ किया.
इतनी देर में निधि भी वॉशरूम आ गई. उन्होंने मुझे गले लगा कर धन्यवाद किया, कहा- ऐसी चुदाई मेरी आज तक किसी ने नहीं करी. वास्तव में आप बहुत अच्छी चुदाई करते हो।

मैंने निधि से कहा- आपको कभी भी जरूरत हो, मुझे तब बुला लेना. मैं हमेशा आपकी सेवा में खड़ा रहूंगा.

फिर मैंने निधि को भी साफ किया और हम दोनों ऐसे ही नंगे बाहर आ गए.

रात के लगभग 1:30 बज चुके थे, इस टाइम मेरा घर जा पाना संभव नहीं था.
मैंने यह बात अनुराग को बताई तो अनुराग ने कहा- आप यहीं पर रुक जाओ, सुबह 5:00 बजे मैं आपको मेट्रो स्टेशन छोड़ दूंगा. आज पूरी रात मेरी बीवी को खुश करो!

तब मैंने उनसे कहा- मैंने अभी तक खाना नहीं खाया.
तो उन्होंने बोला- हमने भी नहीं खाया. साथ में ही खाते हैं चलो!

मैं जैसे ही कपड़े पहनने को हुआ तो निधि ने मना कर दिया और मेरा हाथ पकड़ कर बाहर हॉल में ले गई.

हम तीनों वहां सोफे पर बैठ गए.

अनुराग ने विस्की की बोतल की निकाली और पैग बनाए.
हमने अपना अपना पैग उठाया और चियर्स करके एक घूंट मे पी गए.

मैंने अपना गिलास टेबल पर रखा ही था कि निधि उठ कर मेरी गोद में बैठ गई.
और निधि ने अनुराग से पैग बनाने को कहा.

साथ ही वह अपनी गांड को मेरे लन्ड पर सहलाने लगी जिसस मेरा लन्ड फिर से अपना आकार लेने लगा और निधि की गांड में टकराने लगा.

इतने में अनुराग ने पैग बनाकर हमें दिए.
हम दोनों 1-1 सिप में ही पी गए और गिलास टेबल पर रख दिये.

निधि ने मेरे लन्ड को फिर से अपनी चूत पर सेट किया और उस पर बैठ गई.
धीरे धीरे निधि अपनी गांड को ऊपर नीचे करने लगी.

मैं अपने दोनों हाथ आगे ले जाकर निधि के बूब्स दबाने लगा और उनके मुंह को पीछे की तरफ लाकर किस करने लगा.

वह बहुत जोर से आह आह की आवाज निकालने लगी तो अनुराग ने मुझे कहा- इसके होंठों को चूसो!

मैं अपने होंठ उनके होंठों से लगाकर जोर से चूसने लगा.
वह नीचे से अपनी गांड उठा उठा कर मेरे लन्ड पर जोर जोर से चलाने लगी.

लगभग 10 मिनट के बाद उनकी चूत ने अपना कामरस निकाल दिया जो बहता हुआ बाहर मेरे टट्टों पर आ रहा था.

फिर उनको चूत में जलन होने लगी तो मुझे बोली- अब थोड़ी देर बाद में करते हैं.
मैंने कहा- जैसी आपकी इच्छा!

वह मेरे लन्ड से उतर कर साइड में बैठ गई.

उसके बाद हमने खाना खाया और वापस अपने रूम में आ गए.

उस रात मैंने निधि के साथ चार राउंड और करे और सुबह 5:00 बजे अनुराग ने मुझे मेट्रो स्टेशन छोड़ दिया और बाय बोल कर चले गए.

दोस्तो, प्लीज मुझे मेल करके बताना कि आपको यह भाभी की फ्री पोर्न सेक्स कहानी कैसी लगी?
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दिल्ली की हसीना की मालिश और चूत चुदा़ई
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आप का अपना राहुल
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