हाय फ्रेंड्स मैं देव कुमार शर्मा एक बार फिर आपके सामने अपनी सच्ची सेक्स स्टोरी लिख रा हू. ये मेरी 5थ स्टोरी है देसी कहानी पर, मैं देसी कहानी का बहुत शुक्रगुज़ार हू.
अगर आप को पसंद आए तो मुझे मैल ज़रूर करना और जो भी गर्ल्स आंटी या भाभी मेरे साथ चुदाई का मज़ा लेना चाहती हैं या कोई अपनी मा बहन चुदवाना चाहता हैं वो भी मैल कर सकता है.
तो सब बोइज अपने लंड को हाथ मे पकड़ ले और गर्ल्स या आंटी अपनी चुत मे उंगली करने को रेडी रहे.
अब स्टोरी पर आते है बात 10/6/2016 की है जब मेरी मौसी मेरे यहा मिलने आई थी और रात यही गुज़री. आपको तो पता ही हैं की मेरी पहली स्टोरी मे बता चुका हू की मैने अपनी बहन मौसी और भाभी को चोद चुका हू.
तो इस बार बिना चोदे जाने दू ये कैसे हो सकता था. तो बात रात की है जब सब सो रहे थे मम्मी पापा आगे वाले कमरे मे और मैं अंदर वाले कमरे मे बेड पर और मेरी बहन रश्मि और मौसी तनीशा नीचे बिस्तर लगा के सो रही थी.
रात के 1 बजे मैं उठा और नीचे आ गया और रश्मि और मौसी के बीच लेट गया.
मौसी की नींद लग गयी थी लेकिन रश्मि जाग रही थी.
मैने रश्मि के कान मे कहा
मैं – ए रंडी तो सो गयी
रश्मि – तो क्या ये रखैल तो जाग रही है ना.
बहन को चोद ना साले बहन्चोद.
मैं रश्मि के बूब्स पर हाथ रख के बोला.
मैं – साली छीनाल इतना चुदति हैं फिर भी लंड की प्यासी हैं तू.
रश्मि – क्या करू बहन्चोद तेरा लंड ही ऐसा हैं.
मैं – हा मेरी रांड़
मैं धीरे धीरे रश्मि के बूब्स दबाने लगा
रश्मि – और ज़ोर से दबा बेहेन्चोद मसल इनको आह्ह्ह्ह.. ओह्ह्ह्ह…
और दबा भोसडीके हरामी
मैं – आह्ह्ह्ह्ह्ह मेरी रांड़ क्या मस्त बूब्स है तेरे और ये कहते हुए मैने रश्मि की कुरती निकाल दी.
और ब्रा के उपर से रश्मि के बूब्स दबाने लगा…
मैं रश्मि के बूब्स मसल रा था और रश्मि आँहे भर रही थी.
मेरी बहन रश्मि मेरी मौसी के पास चिपक के बैठ गयी और मैं उसके जिस्म का मज़ा लेने लगा.
लेकिन मुझे मज़ा नही आ रा था.
रश्मि – क्या हुआ भाई अछेसे से कर ना.
मैने रश्मि को एक तरफ किया और मौसी की सेक्सी थाइस की मालिश करने लगा.
मैने मौसी की सारी को उपर किया और थाइस मसलने लगा.
आअह्ह्ह क्या सेक्सी थाइस थी एक दम वाइट…
रश्मि – साले बेहेन्चोद रोज मुझे चोदता है आज ये रंडी के कारण मुझे भूल गया तू.
मैं – नही मेरी रांड़ इसके बाद तेरी बारी है.
आज इसकी सील तोड़ना है मुझे.
रश्मि – पागल है क्या इस रंडी की एक औलाद है इसकी सील कैसे तोड़ेगा इसका तो भोसड़ा है.
मैं – आज इसकी गॅंड फाड़ुँगा.
रश्मि – वा साले हरामी एक नं. का चोदु है मेरा भाई
म्मूउउहााआ….
मैं – उठा इस रंडी को.
रश्मि – उठ जाएगी चुत मे उंगली डाल दे इसकी.
मैने ऐसा ही किया मैं तनीशा मौसी की चुत को पैंटी के उपर से मसल रा था.
तभी रश्मि ने मेरा लंड बाहर निकाला और चूसने लगी.
मुझे बहुत मज़ा आ रा था.
मेने मौसी की चुत को ज़ोर ज़ोर से मसलना चालू कर दिया.
थोड़ी देर बाद मौसी के मूह से हल्की हल्की आवाज़ आने लगी..
आआह्ह्ह्ह्ह मेरे राजा और ज़ोर से.
मैं समझ गया था मौसी जाग चुकी है.
अब तो और मज़ा आने वाला था.
मैने मौसी के कान मे कहा
मैं – आज तो तेरी गॅंड की बारी है
तनीशा मौसी – तुझे जो मर्ज़ी कर बस मेरी प्यास बुझा दे मुझे तो तेरे लंड की आदत हो गयी है मेरी जान
मैं – हा मेरी रांड़
इधर मेरी बहन मेरा लंड चूस रही थी और उधर मैं मौसी की चुत चाटने लग गया.
थोड़ी देर बाद मैने रश्मि को अलग किया और मौसी को घोड़ी बना दिया और उसकी गोरी गरम गोल गॅंड चाटने लगा.
मौसी – आह्ह्ह्ह मेरे हरामी कुत्ते तेरे साथ तो अलग ही मज़ा आता है तेरे जैसा कोई नही है.
रश्मि – रंडी सब से चुदवाति है लगता मोहल्ले मे
मैं – मुझे सब पता है साली किस किस से चुड़वाती है रांड़
मौसी – चोद डाल साले मेरी बुर मे आग लगी है.
मैने मौसी की गॅंड मे उंगली डालना शुरू किया.
और एक उंगली डाल कर धीरे धीरेअंदर बाहर करने लगा.
वैसे तो गॅंड का छेद बहुत टाइट होता है लेकिन मेरी उंगली बहुत ही आसानी से अंदर बाहर हो री थी क्यूंकी गॅंड का छेद खुला हुआ था.
मैं – सही बता रांड़ किस से गॅंड मरवाने लग गयी है.
मौसी – किसी से नही मेरी जान
मैं – रंडी झूट बोलती है जा नही चोद्ता तुझे
मौसी – ऐसा मत कर कर चोद दे मुझे तड़प रही हू तेरे मौसा के दोस्त है वो उस से करवाती हू.
मैं – साली तू तो रांड़ बन गयी है
मेने अपना लॅंड पे कॉंडम चढ़ाया और गॅंड के छेद पर रखा और अंदर डालने लगा.
मेरा लंड फिसल गया क्योंकि मेरा लंड बोहोत मोटा है.
मैने फिर से कोशिश की और इस बार मेरा लॅंड का टोपा अंदर चला गया
मौसी – आह्ह्ह्ह्ह्ह भादु धीरे कर
मैं – रंडी को क्या फ़र्क पड़ता है धीरे करो या रगड़ के
इधर रश्मि मौसी की चुत चाट रहि थी.
मैने अपने लंड को धीरे धीरे प्रेस करना शुरू किया और मेरा लंड थोड़ी ही देर मे मौसी के चुतडो के बीच गॅंड के होल मे चला गया