कुंवारी नातिन को कराई लौड़े की सवारी
मैं फौज से रिटायर होने के बाद गांव आकर खेती का काम देखने लगा था. गुजरते वक्त के साथ 62 साल की आयु हो गयी. मेरी पत्नी का देहांत हो चुका था लेकिन कोई दिक्कत नहीं थी. संयुक्त परिवार था इसलिये भोजन की व्यवस्था हो जाती थी. खेत पर तमाम लड़कियां काम करती थीं इसलिये …