हाय फ्रेंड्स.. मैं आपकी प्यारी फ्रेंड अंकिता फिर से हाजिर हूँ अपनी कहानी लेकर..
मैंने अपनी
पिछली कहानी –
१) पढ़ाई के बहाने चुद गयी
२) प्लॅनिंग बना कर थ्रीसम सेक्स & लेज़्बीयन सेक्स करवाया
३) Gaand तो बची पर चूत फट गयी
4) मदद पड़ गयी भारी – 1
5) मदद पड़ गयी भारी – 2दोस्तो कहानी अब आगे की है हमारा कॉलेज ख़त्म हो
चुका था अब मेने स्कूल मे पढ़ना शुरू कर दिया था जो घर से ३० किलो मीटर था
डेली आना जाना था वही पर सपना भी मेरे साथ स्कूल मे पढ़ाने लग गयी हम
दोनो साथ मे ही आना जाना करते थे मेरी स्कूटी से |
हम चारो चुदाई अक्सर सपना के बॉयफ्रेंड प्रकाश के दोस्त के फ्लेट पर ही करते थे
मैं दीपक साथ फ्लैट में जाते और उसके बाद खूब मजे करते। हम अक्सर तब ही
जाते जब दोस्त लोग अपने फ्लैट में नही होते है।
वरना वो भी कुछ नाटक करते या फिर खर्चा पानी देना पड़ता ऐसा प्रकाश का
कहना क्योकि उसके दोस्त के साथ अब २ लोग और रहने आ गये है जो ठरकी
है और वो भी कॉल गर्ल लो बुलाते है यहा पर ।
एक दिन हम चारो सेक्स के लिए ही वहा पर आए और कुछ नया ट्राइ करने वाले
थे दीपक और प्रकाश |
आज हम दोनो सहेली कुछ ज़्यादा ही हॉट लग रही थी ऐसा वो देखने में बिलकुल
देसी लड़की के जैसे क्यूकी स्कूल मे स्कूल के हिसाब से कपड़े पहनते थे तो बस
सलवार सूट या साड़ी ही पहनते थे आज फंक्शन था तो जल्दी फ्री हो गयी हम
दोनो और सीधे यहा पर आ गयी|
सपना और प्रकाश अंदर चले गये आज शायद वो कुछ अलग ही मूड मे थे
दरवाजा खुला था इधर दीपक ने मुझे एक दीवार के किनारे ले गया और मेरी साड़ी
के पल्लू की पिन निकल कर उसे हटा दिया और कहा मेने कभी साड़ी मे तुम्हे
नही देखा बहुत हॉट लग रही हो और मेरे ब्लाउस के उपर से ही बूब्स को दबाया
मेरी चीख निकली आईईईई वो पागल ही हो रहा था
उसी बीच दीपक अंडरवेर मे आ गया था उसने मेरे हाथो को उपर पाइप पकड़ने को
कहा और अब धीरे से साड़ी को खोलने लगा मेरी नाभि मे किस किया और साड़ी
को पूरा खोलने के बाद अब मे पेटिकोट और ब्लाउज मे ही थी वो किस करे जा
रहा था फिर उसने ब्लाउज के बटन खोल दिए और ब्रा को पीछे से खोल दिया अब
ब्लाउज और ब्रा को दोनो को उतार दिया अब सिर्फ़ मे पेटिकोट मे थी मेरे बूब्स से
वो खेल रहा था तभी अचानक से किसी ने दरवाजा खोला और सीधे अंदर आ गया
।
वो तीन मे से नया पार्टनर था जिसका नाम अविनाश था उसने दूसरी चाबी से जो
उसके पास थी उससे अंदर आया और हमें देखा और कहा यहा तो चुदाई चल रही
है उसने दरवाजा बंद किया और मोबाइल हाथ मे था उससे फोटो लेनी शुरू कर दी
क्लिक क्लिक ! क्लिक।।
दीपक भी चड्डी मे ही था मे पेटिकोट मे ही थी मेने जल्दी से साड़ी से अपने
बूब्स को ढका उसका लंड मुझे देख कर खड़ा ही हो गया इतने मे प्रकाश और
सपना दोनो नंगे थे वो आ गये उन्हे नही मालूम क्या हुआ उसने उनकी भी फोटो
ले ली सपना और मे अंदर की तरफ गये और कपड़े पहन कर आए ।
अविनाश ने कहा की वो मुझे और सपना दोनो को चोदना चाहता है नही तो फोटो
मेरे और सपना के घर वालो को दिखा देगा
आधे घंटे तक उसे समझाया पर वो नही माना और वो जाने देने वाला भी नही था
हमारे पास इतना समय भी नही था घर टाइम से पहुचना भी था आख़िर मे हमे
मानना पड़ा उसने मोबाइल दीपक को दिया और कहा वो मोबाइल अपने पास रखे
चोदने के बाद वो पासवर्ड बता देगा तो फोटो डिलीट कर देना और प्रकाश को कहा
की जाओ मेडिकल से सेक्स की गोली लेकर आओ और कुछ खाने का भी जाओ
आज जमकर चुदाई करना है वो लेकर आया हम दोनो को उसने कहा चलो अंदर
कमरे मे ही मज़े करेंगे हम तीनो अंदर गये दीपक और प्रकाश बाहर ही थे उसने
दरवाजा हल्के से टेक दिया दरवाजा खुला ही था जिससे बाहर से वो लोग हमें
देख सके और फिर पहले मेरे पास आया और बोला अपने हाथ उपर कर के दीवार
के सहारे खड़ी हो जा वो ६ फीट का लड़का मोटा ताज़ा उसने मेरी साड़ी को
फटाफट उतरा पेटिकोट को भी उतार दिया और सपना से कहा तू अभी अपना
नंबर आने का इंतजार कर तेरा नंबर इसके बाद है मे मन मारकर ब्रा मे सर
झुकाए खड़ी थी उसने कहा बहुत दिन हो गये किसी को नही चोदा फिर उसने मेरे
होंठो को किस किया मेरे बूब्स को वो ब्रा के उपर से ही दबा रहा था ब्रा उसने
उतार दी और मेरे बूब्स को चूसने लगा और काटने भी मेरे बूब्स पर लाल निशान
हो गये फिर उसने मुझे पूरा नंगा किया मेरी चिकनी छूट मे अपना मूह घुसा दिया
वो आज मेरी भरी हुई मांसल गुद्देदार गद्दी जैसी चूत चाटना शुरू कर दिया। मे
तो “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो
हो….”करने लगी।
वो aggressive मूड में था और पूरी चूत को चाट जाना चाहता था।
वो चूत की एक एक परत को चूसना और चूमना शुरू कर दिया। मैं उई ऊई… करने
लगी। दोस्तों खड़े करके चूत चटवाने में सबसे अधिक आनन्द मिलता है आप लोग
भी इसे ट्राई करना। 15 मिनट तक किसी शेर की तरह वो मेरी चूत को चबा
गया। दांत से काट काटकर चूत का बुरा हाल कर दिया। मे सिर्फ़ “उ उ उ उ
उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….” करने लगी। अब मे झड़
गयी फिर उसने मुझे बैठा कर अपना बड़ा और मोटा लंड मेरे मूह के सामने रख
दिया और मुझे उसका लंड चूसना पड़ा कुछ देर मे वो मेरे मूह मे ही झड़ गया
उसने कहा जाओ अगर कुल्ला करना है तो जल्दी वापस आओ मे गयी और कुल्ला
कर के वापस आई फिर वो मेरे को बोला झुको डॉगी स्टाइल मे झुकी और उसने
कहा कि तुम्हारी गांड तो बिल्कुल सील पैक है मैने कहा हॉं
फिर उसका लंड चूत के सुराख में घुसा और गप्प गप्प चुदाई शुरू कर दी। वो मुझे
मेरे हिप पर थप्पड़ मारे जा रहा और मेरी चोटी को पकड़ कर तेज़ी से मुझे चोदे
जा रहा था पूरे कमरे मे ठप ठप की आवाज़े आ रही थी और बाहर से वो तीनो
मेरी चुदाई देख रहे थे दोनो के लंड साफ खड़े दिख रहे थे ।
बीच बीच मे वो मेरे दूध बार बार दबा देता। मे “…….उई. .उई..उई…….माँ….ओह्ह्ह्ह
माँ……अहह्ह्ह्हह…” कर के रह जाती
“तेरी माँ की चूत छिनार!!! माँ कसम आज तेरी चूत को फाड़ फाड़कर छलनी कर
दूंगा। अगर आज तुजे सही डोज दूँगा उसने उत्त्तेजित होकर बोला और फिर मुझे
खड़ा कर के मेरे दोनों पुट्ठो पर चांटे चट चट चट चट मारने शुरू कर दिए। आज
अलग स्टाइल में दीवाल से खड़ा करके मेरी ठुकाई करने लगा मेरे गोल मटोल
चूतडो को मार मार के उसने लाल कर दिया। पीछे से खूब चूत मारी मेरी उसका
लंड आराम से मुझे पेल रहा था। मे भी “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम
अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..मजा आ रहा है
मेरी नंगी पीठ पर वो उपर नीचे हाथ लगा रहा था। बार बार मुझे को सहला रहा
था। इससे मुझे को बड़ा अच्छा फील हो रहा था। बिजली के झटके वाली रफ्तार से
चूत में लंड अंदर बाहर करने लगा। हा हा हा करके खड़े खड़े ही मे हिलने लगी।
मैं सिसकारियां लेने लगी. उस समय में सातवें आसमान पर थी, मुझे बेहद मजा आ
रहा था.
मैं धक्के देता रहा और फिर दोनों चुदासे होकर झड़ गये।
मे बाथरूम मे गयी अपने आप को ठीक किया और कपड़े पहनने लगी तो अविनाश
ने कहा कपड़े क्यू पहन रही है जा बाहर 2 लंड तेरा इंतज़ार कर रहे है उसे भी खुश
कर उसने मुझे नंगा ही बाहर भेजा और सपना से कहा आजा रानी अब तेरी बारी
थोड़ी देर मे चुम्मा चाटी शुरू हुई दरवाजा खुला ही था अब उसने गोली निकली
और खा ली
इधर दीपक और प्रकाश दोनो दरवाजे पर ही खड़े थे मुझे नंगा देख दोनो का मूड
बन रहा था मानो,मे बाहर आकर सोफे पर बैठ गयी फिर उधर सपना की आवाज़े
सॉफ सुनाई दे रही थी इधर ये मुझे चोदने के फिराक मे थे फिर दीपक ने मुझसे
पूछा चुदाई में तुम्हे मजा आया देखा हमने
फिर मे उन दोनो से बोली की तुम उदास मत हो अपनी प्यास बुझा लो जैसे उनके
चेहरे मे ख़ुशी ही आ गयी वो दोनो तुरंत नंगे हो गये मेने उनसे कहा मे blowjob
नही करूँगी वो बोले ठीक है
प्रकाश ने मेरे मम्मों को चूसना शुरू कर दिया था. एक प्रकाश चूसता और एक
बार दीपक चूसता
दीपक तो निप्पलों के पीछे पड़ गया वो मेरे निप्पल को काटने लगा था .
मैंने दीपक के बाल पकड़ कर उसे रोक दिया और कहा- क्या अब जान ही ले लोगे
… छोड़ दो दीपक काटने से खून निकल आएगा … मत करो यार! निशान ज़्यादा
हो गये है फिर वो प्यार से दूध चूसने लगा
इधर प्रकाश भी मेरे दूसरे थन पर बच्चे के जैसे चूसने में लगा था.
कुछ देर बाद दीपक ने प्रकाश को अलग किया और वो मेरे पेट पर दोनों तरफ
टांगें डाल कर बैठ गए.
दीपक मेरे मम्मों के बीच में अपने फौलादी लंड को रखा और हाथों से मम्मे दबा
कर मेरी बूब फकिंग करने लगा
उसका लंड मेरे मुँह तक आ रहा था
ऊपर मेरे चूचों के साथ दीपक लगा था और नीचे मेरी चुत पर प्रकाश आ गया था.
वो मेरी चूत पर जीभ फिराने लगा.
अब मुझे कुलबुली सी होने लगी.
दीपक ने कहा चलो बाथरूम मे प्रकाश को बोला मे आता हू वो बोला ठीक है अब
मे और दीपक बाथरूम मे थे दीपक ने शावर ऑन किया और मुझे बाथरूम की
दीवार से झुका कर टिका दिया.
मैं दीवार पकड़ कर घोड़ी बनी थी.
दीपक ने अपने लंड को मेरी चुत मे सीधे बिना देर करते हुए घुसा दिया और शुरू
हो गया कुछ देर चोदने के बाद बोला अंकिता फर्श पर लेट जा नीचे.
मैं लेट गई. उसने मेरा एक पैर ऊपर किया और लंड चूत पर रख कर मुझे किस
किया.
हमारे ऊपर पानी गिर रहा था क्योंकि शॉवर चालू था. दीपक ने जल्द ही जोर से
लंड पेल दिया. दीपक जल्दी जल्दी धक्के लगता रहा .
कुछ देर बाद मैं उसको चूम चूम कर मजा देने लगी.
अब वो मेरे दूध मसलते हुए मुझे चोद रहे थे.
कोई दस मिनट तक ऐसे ही चुदाई करके वो बाहर झाड़ गया
फिर उसने मुझे उठा कर नहलाया. चूत में साबुन लगा कर मुझे साफ किया.
हम दोनों ही पानी में भीगे थे तो तौलिया से पौंछकर बोला कैसी रही मेने कहा
नया ट्राइ यही करना था वो बोला हा
वो मुझे गोद में उठाकर ले आया और बेड पर लिटा दिया. मेरे बाल गीले तो थे
लेकिन ज्यादा भी नहीं थे.
उधर सपना का दूसरा राउंड था शायद क्यूकी गोली का असर अभी भी था
प्रकाश मुझे बड़ी देर से चोदने के लिए बेताब था. मैंने उसे इशारा किया.
वो मेरे ऊपर चढ़ गया. उसके लंड के उपर मैं बैठ गयी अब मेरे अन्दर शर्म नाम
की चीज नहीं थी
प्रकाश सच में मजे लेने लगा.
वो मेरे मम्मों को अपने हाथों से मसलने लगा.
मैं उछलती हुई लंड का मजा लेने लगी. कमरे में पट पट की आवाज गूँजने लगी.
उधर सपना की अच्छे से चुदाई हो चुकी थी अविनाश ने जमकर छोड़ा था उसे २
बार सपना और अविनाश दोनो बाहर नंगे ही आए मेरे कपड़े लेकर अभी मेरी
चुदाई चल ही रही थी अविनाश मेरे उछलते बूब्स को देख रहा था
इस भीषण चुदाई मे मैं हार गई और झड़ उठी. मेरे झड़ने के बाद भी प्रकाश
धकापेल मचाए हुए था.
फिर उसने मुझे कसकर हग किया और मुझे गोदी मे बैठाकर किस करने लगा मेरे
बूब्स उसकी छाती से डब रहे थे फिर थोड़ी देर बाद बोला की मे झड़ने वाला हू
और उसने मेरे बूब्स के उपर ही सारा पानी छोड़ दिया
मे ३ चुदाई से थक चुकी थी फिर बाथरूम मे जाकर अपने आप को ठीक किया
और अविनाश ने सारी फोटो delete कर दी हमारे सामने और बोला की तुम दोनो
तो कमाल का माल हो आज तो जन्नत की सैर करा दी तुम दोनो ने मज़ा ही आ
गया फिर थोड़ी देर के बाद हम दोनो घर गयी ।
दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी मुझे बताए gmail –
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