पढ़ाई के बहाने चुद गयी
सभी को नमस्कार, मेरा नाम अंकिता है और मैं मध्य प्रदेश से हूँ.
दोस्तो, इस वेबसाइट की कहानियां मैं 2013 से पढ़ती आ रही हूँ पर आज पहली बार अपनी
सेक्स कहानी लिख रही हूँ.
तब से लेकर आज तक बहुत सी चीजें बदली हैं पर एक चीज नहीं बदली और वो है
GaramKulfi !
इधर लोग अपनी अन्दर की दबी हुई बातों को सबके सामने बेझिझक रसीले अंदाज में पेश करते
हैं. मैं अपने बारे में बता दूं कि मैं एक सामान्य सी दिखने वाली लड़की हूँ. मेरी उमर अभी ३०
हैं मेरे फिगर का साइज़ ३५-३०-३४ है मेरे घर पर बस मैं और मम्मी पापा रहते हैं भाई और
भाभी बाहर रहते है, मैं अक्सर अन्तर्वासना पर कहानियां पढ़ती रहती थी तो सोचा आज अपनी
भी सच्ची कहानी लिखूं ।
जब कहानियां पढ़ती तो मेरी चूत गीली हो जाती यानी की मेरे मन में सेक्स की चाहत होने
लगी और मुझे चुदने का मन करने लगा। पर ये आसान नहीं है किसी लड़की का तुरंत किसी
लड़के के साथ सेक्स सम्बन्ध बनाना। कब कौन धोखा दे दे |
ये बात उन दिनो की है जब मैं m.sc मैं पढ़ती थी उस समय मेरी उमर २२ साल थी |
मेरी सहलियो के boyfriend थे मेरी बेस्ट फ्रेंड सपना का भी बस मेरा नही, क्लास मे ग्रूप मे मेरी
दोस्ती हमारी क्लास के लड़के दीपक से हो गयी वो देखने मे handsome था| नोट्स के
सिलसिले मे हमारी बात शुरू हुई मेरी उससे अच्छी बात चित होने लग गयी एक दूसरे से नंबर
ले लिए थे मोबाइल पर मेसेज से बात हुआ करती थी|
एग्ज़ॅम नज़दीक आ गयी और ग्रूप स्टडी करने की बात हुई हम चार लोग थे मैं दीपक और मेरी
सहेली सपना और उसका boyfriend prakash | sapna के boyfriend के घर पढ़ने का फाइनल
हुआ.| सपना और प्रकाश वो दोनो पढ़ते समय एक दूसरे को छेड़ते रहते थे कुछ दिन ऐसा ही
चलता रहा फिर एक दिन घर पर हम चारो के सिवा और कोई नही था|
सपना के मन मैं सेक्स करने का ख़याल आया वो और प्रकाश दोनो दूसरे कमरे मैं चले गये अब
मैं और दीपक अकेले ही बचे थे कुछ देर ऐसे ही टाइम पास करने के बाद दीपक और हमारी
बात सेक्स के बारे मैं होने लगी उसने पूछा की मेने सेक्स किया की नही मैंने कभी भी सेक्स
नही किया था दीपक ने बताया की वो सेक्स कर चुका है उसका ब्रेकप हो चुका है. मेरे मन मैं
भी सेक्स के विचार आने लगे पर मैं डर रही थी की कभी किया नही है दीपक भी मुझे चोदने
के चक्कर मे था| तभी दीपक अचानक से मुझे किस करने लगा मेरे बूब्स दबाने लगा उसने मेरी
सलवार के अंदर हाथ दल दिया मैं गरम होने लग गयी तभी सपना और प्रकाश ने हमे ये करते
देख लिया|
मेने उसे बनावटी गुस्सा दिखाया और उसे धकेल दिया, दीपक का ताना हुआ लंड साफ दिख रहा
था मैं बाथरूम आ गयी मेरे तन बदन मे आग लग गयी|
मैं वापस आई तो सपना ने कहा सेक्स करने मे कुछ भी बुराई नही है मेरा मन भी सेक्स के
लिए मचल रहा था पर मैं आगे से कैसे कहु सपना ने मुझे कहा कुछ नही होगा उसने मुझे
कमरे मे धक्का दे दिया कमरे मे दीपक और मैं ही थे ।
दीपक जैसे सुहाग रात मानने के लिए मेरा ही इंतज़ार कर रहा हो मेरे बॅयात रूम जाने पर तीनो
ने सब प्लान काए लिया था वो मुझे घूर रहा था उसने मुझे उपर से नीचे तक देखा ।
दीपक ने दरवाजा लगाकर कहा उसे सेक्स का अनुभव है वो मुझे मज़े देगा, मैं कुछ नही बोली
दीपक समझ गया की मैं सेक्स के लिए रेडी हू|
उसने मुझे पकड़ लिया और किस करना स्टार्ट कर दिया. मैं भी अच्छे से रिस्पांस कर रही थी
और उसने भी मेरे होंठों को चूमना शुरू कर दिया हमारे होंठ एक-दूसरे के होंठों की मदिरा के
लिए तरस रहे थे। अब ज्यादा देर इनका अलग रह पाना संभव नहीं था। मैंने भी बिना सोचे
विचारे दोनों का गठबंधन कर दिया। अब हम दोनों एक-दूसरे के होंठों का जी भर के रसपान
करने लगे। हम दोनों ने एक-दूसरे को कस कर पकड़ लिया और चूमने लगे।
किस करते – करते वो मेरे मम्मो को मसल रहा रहा था मेरे दुपट्टे को हटा कर वो बाहर से ही
मेरी चूत को मसालने लगा मेरी चूत गीली हो चुकी थी और धीरे – धीरे मेरे मुलायम मम्मों को
ब्रा के उपर से प्रेस करने लगा. एक दूसरे को गले लगाते हुए एक दूसरे को होठ को चूसने लगे।
धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे के जिस्म को सहलाने लगे। वो मेरी चूचियों को हौले हौले से
दबाते हुए मेरे होठ को पीने लगा।
कभी कभी वो मेरे मुँह में अपना जीभ डालता तो मैं चूसती और कभी मैं डालती अपना जीभ
उसके मुँह में तो वो चाटता। हम दोनों की सेक्स की सीमा पार गयी एक दूसरे को सहलाते हुए
एक दूसरे की जरुरत को पूरा करने लगे। धीरे धीरे वो मेरे कपडे उतारने लगा।उसने मेरी सलवार
को उतरा फिर कमीज़|
वो मेरे बूब्स को दबाए जा रह रह था उसने मेरी समीज़ को उतार और अब मैं सिर्फ़ ब्रा . मे
थी उसने अपने पूरे कपड़े उतार दिए अंडर वियर मे तना हुआ लंड दिख रहा था फिर उसने मेरी
ब्रा उतार कर मेरे मम्मो को आज़ाद कर दिया|
मेरा गोरा गदराया बदन को देखकर वो ऐसे टूट पड़ा जैसे की रेगिस्तान में किसी प्यासे को पानी
मिल गया हो। मेरी गोरी गोरी चूचियों को दबाते हुए मेरे गुलाबी निप्पल को दांतो से काटने
लगा। मैं तो व्याकुल होने लगी। मैं अपने आप को संभाल नहीं पा रही थी। मेरा बदन गरम हो
गया था बिजली दौड़ रही थी। मैं पागल हो रही थी।
थोड़ी ही देर में उसने मुझे लिटा दिया और मेरे पूरे बदन को चूमने लगा। उसके गरम-गरम होंठ
और जीभ की छुअन मेरे अन्दर एक अजीब सी झुनझुनी पैदा कर कर रहे थे।
मैं लेटी रही, तभी दीपक मेरे ऊपर आ गया और मेरे मम्मे पकड़ कर साइड में लेट गया। दीपक
मेरे से चिपक गया और मुझे चूमने लगा और मेरे मम्मे भी दबा रहा था। मैंने भी उसका साथ
दिया और उसे चूमने लगी।
फिर दीपक ने तेजी दिखाई और अपना एक पैर मेरे पैरों के ऊपर रख दिया और उसका चूमना
जारी रहा। उसके बाद वो अपने हाथ मेरी जाँघों पर फेरने लगा, तो मैंने अपना हाथ पीछे से
उसके पीठ पर रख दिया और सहलाने लगी।
तभी दीपक ने एक हाथ से अपने बेल्ट को खोला और अपने कपड़े उतार कर मेरे ऊपर लेट गया।
अब उसने मेरे दोनों हाथ अपने हाथों से पकड़ लिए और मुझे चूमने लगा।
मुझे नीचे उसका लंड महसूस हो रहा था जबकि उसने अभी सिर्फ बेल्ट खोला था और चुम्बन
करते-करते वो मेरी गरदन को चूमने लगा। फिर वो मेरे ऊपर से उठा और साइड में लेट गया
थोड़ी देर बाद दीपक मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा दीपक अब उठ गया और मेरे पीछे बैठ गया।
अब वो मेरी पीठ पर हाथ फेरने लगा और फिर मुझे कमर से पकड़ कर खींच कर अपनी गोद
में बिठा लिया और फिर से मेरी नरम नरम चूचियों को मसलने लगा, मैंने उसने हाथ रोकने
चाहे, पर वो नहीं माना और मुझे फिर से चूमने लगा और साथ ही साथ अपने हाथों से मेरी
चूचियों को भी दबाता रहा। फिर उसने मुझे गोद से उठाया और मैं बिस्तर पर लेट गई।
वो जब मेरे निप्पल को दांतो से दबाता करंट पुरे शरीर में दौड़ जाता। मैं आआह आआह आआह
करने लगी। उसने फिर मेरे होठ से लेकर बूब्स से लेकर नाभि से लेकर मेरी चूत तक अपनी
जीभ को फेरते हुए निचे गया। मैं अंगड़ाईयाँ लेने लगी।मेरे मुंह से अब मस्ती की सिसकारियां
निकल रही थी सर को भी ये अहसास था कि मुझे मजा आ रहा है..
मेरी panty उतरने के बाद उसने मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया और बिच में बैठ कर मेरी
गुलाबी चूत को निहारते हुए दोनों उँगलियों से फाड़ कर देखा अंदर लाल था। चूत मेरी गीली थी
उसने अपना ऊँगली डालने की कोशिश की तो मैं मना कर दी ताकि अंदर नाख़ून ना लग जाये।
दीपक ने इतनी तेज से मेरी चूची को दबाया तो मैं चीख पड़ी और मेरे मुंह से पहली बार
निकला.. कि धीरे करो दीपक ने तुरंत मेरी चूची को मुह में लिया और पीने लगा.. एक चूची पी
रहे था.. दूसरे चूची को मसल रहे था..घुंडीयो को उंगलियों से सहला रहे था.. तभी एक हाथ नीचे
ले गया और चूची पीते हुए बुर को सहलाने लगा..बुर के दाने पर उसका हाथ जाते ही मैं उछल
पड़ी एकाएक एक उंगली झटके से बुर में डालने पर.. पहली बार कुछ बुर में गया था मैं उछल
पड़ी और हांफने लगी ..गर्मी से पसीना आने लगा.. फिर वो निचे जाकर मेरी चूत को चाटने
लगा वो अब पूरा नंगा हो गया उसका ६.५ लंबा लंड देख कर मैं डर गयी उसने मुझे लंड चूसने
के लिए कहा मैने माना करा ने कहा- अच्छा ठीक है, चूसो मत लेकिन इसको अपने थूक से
गीला कर दो.उसके कहने पर मैं उसके लंड को अपने मुंह में लेकर अपने थूक से गीला करने
लगी तो उसने मेरे सिर को पकड़ लिया. फिर वो धीरे-धीरे अपने लंड को मेरे मुंह में चलाता रहा.
फिर मैंने उसका लंड बाहर निकाल दिया.
वो बोला- अब लेट जाओ.
मेरे लेटने के बाद वो मेरे ऊपर आ गया लंड चूसने के बाद उसने लंड पर तेल लगाकर फिर दो
तीन बार ऊपर से निचे तक रगड़ा और फिर बिच में घुसाने लगा पर मुझे काफी दर्द होने लगा
और मैं अपना कमर पीछे खींच ली मेरी चूत पर सेट किया और धक्का लगाने लगा लंड अंदर
जा नही रहा था मैं दर्द से कराह उठी मेरी गुलाबी चूत से खून निकलने लगा। वो मुझे सहलाने
लगा और मुझे बहुत दर्द हो रहा था मेरे आँसू निकालने लगे उसने कहा दर्द कुछ देर का ही है
फिर मज़ा आने लगेगा|
अचानक ही उसने जोर से करके अपने लंड से एक झटका मारा और चूत के आंसू छूट गए। मुझे
बहुत दर्द हुआ, आप मेरे दर्द का एहसास इसी बात से लगा सकते है कि मैं गांड और कमर उठा
ली, इतनी ज़ोर का दर्द हुआ। दर्द इतना था कि बार-बार मेरी छाती ऊपर उठ जा रही थी।
मेरे मुँह से ‘ऊऊह्ह्ह आआह्हह अस्स्स्स्स आआईईईईए’ की आवाजें आ रही थीं। उधर राजेश ने
अपना लंड निकाल लिया और फिर से अन्दर डाला मैं फिर से उसी हालत में पहुँच गई।
“ऊऊईईई ऊऊओह्ह आआअह्ह!”
उसने फिर से लंड बाहर निकाल कर फिर से अंदर दिया इस बार दर्द काम हुआ और धीरे धीरे
कर के जब तो पांच दस बार डाला निकाला तो दर्द फिर गायब हो गया और फिर मेरी वासना
भड़क गयी।
मैं जोर जोर से आवाज करने लगी पुरे कमरे में ओह्ह्ह्हह आअह्हह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्हह
उफ्फ्फफ्फ्फ़ अऔच की आवाज निकाल निकाल कर चुदवाने लगी। अब मुझे भी मज़ा आने लगा
था वो मेरे मम्मो को चुसता और दातो से कटता मुझे मज़ा आ रहा था और मैं अपना गांड गोल
गोल घुमा घुमा कर चुदवाने लगी। कभी वो आगे से कभी वो पीछे से कभी ऊपर से कभी निचे
से कभी बैठा कर कभी लिटा कर कभी खड़ा कर कर कभी कुतिया बना कर चोदता कुछ देर ऐसे
ही चोदते हुए उसकी रफ्तार फिर बढ़ने लगी. जिससे मुझे और मजा आने लगा.
मैं कह रही थी- और चोदो मुझे आह्ह …
अचानक से फिर मेरे बदन में सरसराहट दौड़ गई और मेरी चूत से पानी निकल गया. ऐसा लगा
जैसे अंदर से कुछ खाली हो गया. मैं पहली बार झड़ी थी. बहुत मजा आया मुझे.
वो मुझे २० मीं तक चोदता रहा फिर उसने मुझसे पूछा की पानी कहा निकले मेने कहा की मेरे
मम्मो पर, उसने मेरे मम्मो पर पानी निकल दिया मैं निढाल हो गयी थी फिर उठ कर बाथरूम
गयी वो भी मेरे पीछे आया और shower चालू कर मुझे किस करा फिर हम आए और कपड़े
पहने मुझे चलने मई थोड़ी दिक्कत हो रही थी और चूत मैं जलन भी |
हम बाहर आए सपना मुझे देख क्र मुस्कुराई फिर हम चारो ने कुछ खाया और घर चले गये |
आपको मेरी ये कहानी कैसे लगी जरूर बताएं। आगे फिर मैं बताऊंगी की कैसे threesom &
lesbian sex किया मैने |